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#किसानी
khetigaadi · 11 months
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किसानों के साथ, किसानों के लिए! John Deere 3036 EN - सुरक्षित, शक्तिशाली और काबिल, खेती को बनाए और भी आसान। 🚜💪
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farmrise · 1 year
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बेयर की फार्मराइज़: आपकी किसानी के लिए सर्वोत्तम समर्थन!
बेयर की फार्मराइज़ एक उत्कृष्ट ऐप है जो आपके किसानी कार्यों को सुधारने के लिए नवीनतम तकनीकी उपायों और साथीक्रियाओं का एक संग्रह प्रदान करता है। यह ऐप आपको खेती से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी, मौसम के अनुसार लाभकारी नियोजन, फसलों की देखभाल, और कृषि विपणन से संबंधित सर्वोत्तम सलाह प्रदान करता है। अपनी फार्मिंग को नई ऊँचाईयों तक ले जाने के लिए आज ही डाउनलोड करें बेयर की फार्मराइज़ ऐप!
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todaymandibhav · 9 months
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Rabi Season 2024: गेहूं के उत्पादन क्षेत्र रकबे में 1.28 लाख हेक्टेयर की हुई बढ़ोतरी
Rabi Season 2024: गेहूं के रकबे में इस बार वृद्धि हुई है। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नवीनतम साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक चालू रबी सीजन के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर गेहूं का कुल उत्पादन क्षेत्र 12 जनवरी 2024 तक बढ़कर 336.95 लाख हेक्टेयर (Hectares) पर पहुंच गया, जो की पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 335.67 लाख हेक्टेयर से 1.28 लाख हेक्टेयर अधिक है। लगभग सभी राज्यों में गेहूं…
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deshbandhu · 2 days
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Krshi Mein Sambhaavanaen: Rojagaar ke Avasaron ka Vistaar
भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ सदियों से खेती-किसानी मुख्य व्यवसाय रहा है। खेती सिर्फ अन्न उत्पादन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें कई संभावनाएं और रोजगार के अवसर छिपे हैं। जैसे-जैसे कृषि के क्षेत्र में नई-नई तकनीकें और विधियां विकसित हो रही हैं, खेती में रोजगार के अवसर भी तेजी से बढ़ रहे हैं। युवाओं और नव उद्यमियों के लिए खेती एक सुनहरा क्षेत्र बनकर उभर रहा है, जहां वे न केवल आत्मनिर्भर बन सकते हैं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
पारंपरिक कृषि से हटकर नए अवसर
खेती का पारंपरिक रूप, जैसे धान, गेहूं और सब्जियों की खेती, सदियों से चला आ रहा है। हालांकि, अब यह क्षेत्र केवल पारंपरिक खेती तक सीमित नहीं रहा। आधुनिक तकनीकों और सरकारी योजनाओं के सहयोग से किसानों के लिए अनेक नए रास्ते खुले हैं। इसमें जैविक खेती, बागवानी, डेयरी फार्मिंग, मछली पालन, पोल्ट्री, मधुमक्खी पालन और औषधीय पौधों की खेती जैसी गतिविधियाँ प्रमुख रूप से शामिल हैं। ये सभी क्षेत्र न केवल किसानों को बेहतर आय के साधन प्रदान कर रहे हैं, बल्कि उन लोगों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं जो कृषि में रुचि रखते हैं।
कृषि में तकनीकी विकास
खेती में रोजगार के अवसर तकनीकी विकास के कारण भी तेजी से बढ़ रहे हैं। अब किसान पारंपरिक तरीकों से हटकर आधुनिक मशीनों, उपकरणों और तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं। ड्रोन तकनीक, सटीक कृषि, सेंसर आधारित सिंचाई, मिट्टी की जांच और बीजों की गुणवत्ता जांच जैसे तकनीकी साधनों ने खेती को आसान और लाभकारी बना दिया है। इससे न केवल किसानों की उत्पादन क्षमता बढ़ी है, बल्कि इस क्षेत्र में तकनीकी विशेषज्ञों के लिए भी रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हुए हैं।
इसके साथ ही, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) ने भी कृषि क्षेत्र में क्रांति ला दी है। कृषि आधारित मोबाइल ऐप, वेबसाइट और पोर्टल्स के माध्यम से किसान सीधे बाजार से जुड़ रहे हैं और अपनी उपज को उचित दामों पर बेच पा रहे हैं। ऐसे में आईटी पेशेवरों के लिए भी कृषि क्षेत्र में काम करने के लिए नए अवसर खुल रहे हैं।
जैविक खेती में रोजगार के अवसर
जैविक खेती आज के समय में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इसमें रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग नहीं किया जाता, जिससे पर्यावरण को हानि नहीं पहुँचती और लोगों को शुद्ध खाद्य पदार्थ मिलते हैं। जैविक खेती का बाजार लगातार बढ़ रहा है, और इस क्षेत्र में रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध हैं। युवा किसान जैविक खेती से जुड़कर अपनी उपज को सीधे बाजार में बेच सकते हैं या जैविक उत्पादों की प्रोसे��िंग यूनिट स्थापित कर सकते हैं। इसके अलावा, जैविक खेती के प्रशिक्षण कार्यक्रम और परामर्श सेवाओं में भी रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।
बागवानी और फूलों की खेती
खेती में रोजगार के अवसर बागवानी और फूलों की खेती में भी खूब हैं। फलों, सब्जियों और फूलों की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है, खासकर शहरी क्षेत्रों में। फलों और सब्जियों की प्रोसेसिंग और पैकेजिंग भी एक उभरता हुआ क्षेत्र है, जिसमें कई लोग रोजगार पा सकते हैं। इसके अलावा, फूलों की खेती और उनके निर्यात का व्यवसाय भी किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रहा है। विशेष रूप से सजावटी पौधों और फूलों की खेती में युवा उद्यमी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
डेयरी और पशुपालन
कृषि क्षेत्र में डेयरी और पशुपालन का भी अहम योगदान है। दूध और उससे बने उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है, जिससे डेयरी उद्योग में रोजगार के अनेक अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। इसके अलावा, बकरी पालन, मुर्गी पालन और मछली पालन जैसी गतिविधियाँ भी कृषि क्षेत्र में रोजगार के साधन प्रदान कर रही हैं। सरकारी योजनाओं के माध्यम से पशुपालन और डेयरी फार्मिंग के क्षेत्र में भी नए उद्यमियों को सहयोग मिल रहा है। इस प्रकार के उद्यमों से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के साधन पैदा हो रहे हैं, बल्कि इनसे शहरी बाजारों में भी उत्पाद की आपूर्ति हो रही है।
कृषि प्रसंस्करण उद्योग
खेती में रोजगार के अवसर कृषि प्रसंस्करण उद्योग में भी बहुतायत से मौजूद हैं। जब किसानों की उपज सीधे बाजार में बेची जाती है, तो उसे प्रसंस्कृत करने और पैकेजिंग की आवश्यकता होती है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में फलों, सब्जियों, अनाज और डेयरी उत्पादों की प्रोसेसिंग की जाती है, जिससे उनकी शेल्फ लाइफ बढ़ती है और उत्पाद की गुणवत्ता बेहतर होती है। इस उद्योग में निवेश करने वाले उद्यमियों और किसानों के लिए रोजगार के ढेर सारे विकल्प उपलब्ध हैं।
कृषि आधारित स्टार्टअप्स
आजकल कृषि क्षेत्र में कई स्टार्टअप्स का उदय हो रहा है, जो आधुनिक तकनीक और नवीन तरीकों का इस्तेमाल कर खेती को और अधिक लाभकारी बना रहे हैं। कृषि में रोजगार के अवसर इन स्टार्टअप्स के जरिए भी काफी बढ़ रहे हैं। चाहे वह खेती के लिए ड्रोन का इस्तेमाल हो, बायोटेक्नोलॉजी का उपयोग हो या फिर कृषि उत्पादों की ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बिक्री हो, ये स्टार्टअप्स नए-नए रोजगार के विकल्प पैदा कर रहे हैं। युवा उद्यमियों के लिए यह एक शानदार अवसर है कि वे कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू करें और किसानों को नई तकनीकों और सेवाओं से लाभान्वित करें।
सरकारी योजनाओं का योगदान
खेती में रोजगार के अवसरों के विस्तार में सरकार की कई योजनाओं और नीतियों का भी बड़ा योगदान है। सरकार किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण, सब्सिडी, लोन और अन्य वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है, जिससे वे नए-नए क्षेत्रों में प्रवेश कर सकें। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, और कृषि यंत्रीकरण योजना जैसी कई योजनाएं हैं, जो किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ा रही हैं। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि ���धारित छोटे उद्योगों की स्थापना को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के विकल्प उत्पन्न हो रहे हैं।
कृषि में शिक्षा और प्रशिक्षण
खेती में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए कृषि में शिक्षा और प्रशिक्षण का भी महत्वपूर्ण योगदान है। कृषि विश्वविद्यालयों और प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से किसान और युवा नई तकनीकों और उन्नत खेती के तरीकों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) और अन्य प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से किसानों को नई कृषि पद्धतियों और तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा, उद्यमिता विकास कार्यक्रमों के जरिए युवाओं को खेती के व्यवसायिक पहलुओं की जानकारी दी जा रही है, जिससे वे खुद का कृषि व्यवसाय शुरू कर सकें।
निष्कर्ष
खेती में रोजगार के अवसर आज के समय में केवल खेतों तक सीमित नहीं हैं। कृषि से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में नए-नए रोजगार के अवसर उत्पन्न हो रहे हैं, जिनमें कृषि प्रसंस्करण, तकनीकी विकास, जैविक खेती, बागवानी, डेयरी और पशुपालन जैसे अनेक क्षेत्र शामिल हैं। सरकार की योजनाएं, तकनीकी विकास और बाजार में बढ़ती मांग ने इस क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं को कई गुना बढ़ा दिया है। युवाओं और उद्यमियों के लिए यह समय है कि वे इन अवसरों का लाभ उठाएं और कृषि के क्षेत्र में अपना करियर बनाएं, साथ ही देश की प्रगति में भी योगदान दें।
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newschakra · 21 days
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पर्यावरण महापंचायत का आयोजन,  लिया गया पर्यावरण संरक्षण का संकल्प
न्यूज़ चक्र, कोटपुतली । निकटवर्ती ग्राम बड़नगर की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में ‘पानी, किसानी, जवानी संवेदना यात्रा’ की दूसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पर्यावरण महापंचायत का आयोजन किया गया। ‘आपकी आवाज फाउंडेशन’ के बैनर तले पर्यावरणविद एवं जल प्रहरी दीप सिंह शेखावत के नेतृत्व में पिछले दो वर्षों से चल रही इस मुहिम ने अब तक 500 से अधिक स्कूलों और कॉलेजों में जाकर एक लाख से अधिक विद्यार्थियों को…
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keshavram0214 · 22 days
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कोई भी रोज़गार करते है, दुकान,मज़दूरी,किसानी या नौकरी -इस बात को पल्ले ब...
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iammanhar · 1 month
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Day☛1396✍️+91/CG10☛Bsp☛22/08/24 (Thu)☛ 22:24
एक कहावत है कि "अकेला चना भाड़ नही फोड़ सकता"।
क्या यह सच बात है या यूं ही हवा हवाई की गई बात है, दसको से चली आ रही बात ऐसा ही गलत नहीं होता। मतलब एक अकेला इंसान कोई बड़ा काम नहीं कर सकता, इस मुहावरा का यही अर्थ है, लेकिन समय के साथ पुरानी कही गई बातों में सुधार होता गया। आज अकेला इंसान बहुत कुछ कर रहा है, विश्व रिकार्ड अकेले दम पर बनता है। मैं तो विश्व रिकार्ड नही बना सकता मगर अपने गांव, अपने परिवार में रिकार्ड जरूर बनाऊंगा, ऐसा मेरा मन कहता है।
मेरा पास शेयर बाजार इकलौता हथियार है, बाकी सब हथियार तो बर्बाद हो गया है, लाईफ अब आधी हो गई है, ज्यादा समय नहीं है, लक्ष्य बहुत बड़ा है, ये सब शेयर बाजार से संभव है। आज कोई ट्रेड नही किया, जो पुराना ट्रेड किया हूं, वही चल रहा है। आज GTL infrastructure के शेयर में 3+% gain देखने को मिला है, जो कि बढ़िया संकेत है। मुझे शेयर बाजार में महारत हासिल करना है, एक साल में टेक्निकल जानकारी को पुरी तरह प्राप्त करना है, रोज कम से कम 3 घण्टे शेयर बाजार को देना है बस.....
शाम में छोटू, छोटे साला+1 और मंझली साली जी घर में आए थे, रात्रि भोज के बाद वापस लौट गए जबकि मंझली साली बाद में आई थीं। अब शादी के बाद रिश्तेदारों का आना जाना तो लगा रहता है।
आज अर्थ का एंट्री का काम किया हूं, अभी तक, इस बार रिन्यूअल कम आ रहा है, शायद बरसात में किसानी season के कारण होगा।
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बेटू के लिए बनाया गया मेरे द्वारा सुंदर आर्ट 😊🤣👍
Okay good night 🌃
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sharpbharat · 2 months
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jamshedpur rural- लगातार बारिश से किसानों में हर्ष, कृषि कार्यों में‌ आयी तेजी
बहरागोड़ा: विगत एक सप्ताह से हो रही बारिश से क्षेत्र के किसानों में हर्ष व्याप्त है. बहरागोड़ा के पाथरी पंचायत के मधुआबेड़ा गांव में मॉनसून के दस्तक देने के साथ ही खेती-किसानी कार्य में तेजी आयी है. मौसम का मिजाज बदलने और बारिश होने के साथ ही किसान खरीफ की तैयारी में जुटने के साथ ही खेती कार्य में लग गए हैं. इस वर्ष जुलाई माह में कम ही बारिश हुई. हालांकि पिछले वर्ष 2023 में भी अच्छी ही बारिश हुई…
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realtimesmedia · 3 months
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साय सरकार के 6 माह: सीएम ने शुरू की विभागों की समीक्षा
रायपुर. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेश में विकास की गति को तेज करने आज विभागवार समीक्षा बैठकों का सिलसिला शुरू किया। बैठकों की शुरूआत अन्नदाताओं से जुड़े कृषि और उद्यानिकी विभाग की समीक्षा से हुई। बैठक में कृषि विकास, किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रामविचार नेताम भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय लंबे समय तक खेती-किसानी से जुड़े रहे हैं। उन्होंने जमीनी स्तर पर…
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khabarsuvidha · 5 months
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किसानों को कृषि उपकरण खरीदने के लिए उत्तरप्रदेश सरकार देगी सब्सिडी, इस योजना से उठाए लाभ : Krishi Upkaran Subsidy
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News Desk | Krishi Upkaran Subsidy : सरकार ने किसानों को कृषि के उपकरण में सहायता प्रदान करने के लिए उत्तरप्रदेश कृषि उपकरण सब्सिडी योजना की शुरुआत की है इस योजना के जरिए किसानों को कृषि उपकरण खरीदने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाएगी जिस्मी किसानों को 50% सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा जिसका लाभ लेने के लिए किसानों को आवेदन करना होगा ।
यूपी में शुरू की गई कृषि उपकरण सब्सिडी
उत्तरप्रदेश कृषि उपकरण सब्सिडी योजना के जरिए उत्तरप्रदेश के लघु, सीमांत और पिछड़े वर्ग में शामिल किसानों के आय में वृद्धि और किसानी को बढ़ावा देने के लिए कृषि उपकरण खरीदने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है जिससे किसान पारंपरिक तरीके से खेती करने के अलावा आधुनिक तकनीक से भी खेती कर सके और अपनी आय में बढ़ोतरी कर पाए । इन किसानों को दिया जाता है लाभ इस योजना का लाभ उत्तरप्रदेश के किसानों को दिया जाएगा साथ ही कृषि उपकरण के लिए सब्सिडी प्राप्त करने के लिए किसान के पास पहले से किसी भी प्रकार का कृषि उपकरण नहीं होना चाहिए इसके अलावा किसान लघु,सीमांत और अन्य पिछड़े वर्ग के श्रेणी में आने चाहिए । योजना में लागु किए गए जरूरी दस्तावेज कृषि उपकरण सब्सिडी का लाभ लेने के लिए किसानों को कुछ जरूरी दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी जिसमे आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, लाभ लेने वाले किसान की एक पासपोर्ट साइज फोटो, निवासी प्रमाण पत्र के साथ मोबाइल नंबर की आवश्यकता पड़ेगी । इस प्रकार करें सब्सिडी का लाभ लेने के लिए आवेदन - इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए सबसे पहले उत्तरप्रदेश किसान योजना के आधिकारीक साइट ।https://agriculture.up.gov.in/ पर जाना होगा । - आधिकारीक वेबसाइट के होम पेज पर कृषि यंत्रों हेतु बुकिंग करें के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा । - जिसके बाद आपको जनपद तथा पंजीकरण के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा । - इसके बाद आपको संख्या दर्ज करनी होगी और खोजे के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा । - जिसके बाद आपको बुकिंग से संबंधी तसभी जानकारी दर्ज करना होगा । - फिर आपको सबमिट के बटन पर क्लिक करना है जिससे आप सब्सिडी के लिए बुकिंग कर पाएंगे । Read the full article
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farmrise · 1 year
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किसानी (Kisani): आपके किसानी विशेषज्ञ
किसानी - एक सशक्त, स्वागत है! FarmRise पर आइए और खेती के जगत में अपनी समर्थन बढ़ाइए। हमारा सूचना संग्रह किसानों के लिए है, जिन्हें बेहतरीन खेती की नवाचारों और सुझावों की जरूरत है। इस अद्वितीय प्लेटफ़ॉर्म पर हम सूचना, अनुसंधान, और सरल उपयोगकर्ता सलाह प्रदान करते हैं, जो आपके खेती को एक नई ऊँचाइयों तक ले जा सकता है। अब ही जुड़ें: किसानी के जादू में!
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herohousing012 · 6 months
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किसान होम लोन कैसे ले सकता है?
किसानों के लिए होम लोन कैसे प्राप्त किया जा सकता है, इसके बारे में विस्तृत जानकारी निम्नलिखित है:
बैंकों या वित्तीय संस्थाओं से संपर्क करें: किसान होम लोन के लिए सबसे पहला कदम बैंक या किसी अन्य वित्तीय संस्था से संपर्क करना है। आपके निकटतम बैंक या सहायक बैंक के किसान क्रेडिट सेल में जाकर आप अपनी आवश्यकताओं को साझा कर सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेजों का संग्रह: होम लोन के लिए आवेदन करते समय, आपको कुछ आवश्यक दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, जैसे कि कृषि जमीन का स्वामित्व प्रमाणित करने वाले दस्तावेज, नियमित कमाई का प्रमाण, और अन्य संबंधित दस्तावेज।
ऋण की पात्रता की जांच: बैंक या वित्तीय संस्था आपकी आवश्यकताओं और आय के आधार पर आपकी पात्रता की जांच करेगा। इसके लिए, आपकी कृषि के उत्पादन, किसानी से आय, और अन्य वित्तीय विवरणों की जांच की जा सकती है।
लोन की मुद्रा और अवधि का निर्धारण: एक बार आपकी पात्रता पुष्टि होने पर, बैंक या संस्था आपको एक ऋण की मुद्रा और अवधि के बारे में सलाह देगी। आपकी कृषि आय, उपलब्ध बचत, और ऋण के लिए प्राप्त करने की क्षमता के आधार पर, आपको ऋण की अवधि और ब्याज दर का निर्धारण किया जाएगा।
समय पर भुगतान करें: जब आपका ऋण मंजूर हो जाता है, तो आपको नियमित भुगतान करने की आवश्यकता होती है। समय पर भुगतान न करने पर, आपको दंड और ब्याज का भुगतान करना पड़ सकता है, जो आपकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है।
इस रूप में, किसान होम लोन को लेने के लिए आपको उपरोक्त कदमों का पालन करना होगा। ध्यान देने योग्य है कि बैंक या वित्तीय संस्था की नीतियों और शर्तों को समझना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, और आपको अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार अपना ऋण चयन करना चाहिए।
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prakhar-pravakta · 6 months
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कृषि अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने किसानों के बीच बिहरा में लगाई कृषि चौपाल
सतना। पिछले कुछ वर्षों से मौसम का बदलता रूप खेती-किसानी के लिए चुनौती बनकर उभर रहा है. मौसम का अचानक बदल जाना अब एक स्थायी समस्या बनता जा रहा है.  वहीं जलवायु परिवर्तन के कारण मौसमी घटनाएं खेती किसानी के सामने नई चुनौती पैदा कर रही है।बिहरा गांव में सफल रहा प्रयोग और अब…सतना जिले की कोटर तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत बिहरा में जलवायु अनुकूल खेती के लिए 2023-24  में कस्टम हायरिंग के माध्यम से खेती…
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khetigaadi · 7 months
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जॉन डीयर 5075 ट्रिम IV - एक पूरी तरह से अद्वितीय, शक्तिशाली और प्रभावी ट्रैक्टर! अब अपने किसानी का अनुभव और भी सुगम बनाएं। जॉन डीयर के साथ, हमेशा की तरह, आपके किसानी का साथ। 🚜✨
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iammanhar · 2 months
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Day☛1357✍️+91/CG10☛Bsp☛14/07/24 (Sun) ☛ 21:36
बारिश का सीजन चल रहा है, आज भी बारिश शाम को हुई है, बढ़िया लगता है, किसानी के लिए बारिश अति आवश्यक है। हर प्रकार से बारिश का होना आवश्यक है। आज पूरा दिन घर में बिस्तर की रखवाली किया हूं, सही बोलूं तो हल्का fever हो गया था जो बाद में दवाई खाने पर ठीक हो गई, अब बेहतर हुं, पूरी तरह स्वास्थ्य हो गया हुं।
आज गीता बहन अपने गांव वापस लौट गई,3-4 दिन रुकने के बाद आज चली गई, रक्षा बंधन में आएगी। उनके बच्चें थे तो मेरी बेटी को साथी मिल जाया करता था, लेकीन अब बिटिया अकेली रहेगी।
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अपने मौसी और नानी के साथ.... साची
Okay good night 🌉
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gaange · 7 months
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PM Kisan Yojana: इन किसानों को नहीं मिलेगा 16वीं किस्त का लाभ
केंद्र सरकार ने किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए Pm Kisan Yojana की शुरुआत की थी। इस योजना में सरकार द्वारा सालाना ₹6000 की राशि दी जाती है। यह राशि चार - चार महिनें की .किस्तों में दी जाती है। हर एक किस्त में किसानों को 2000 रुपया दी जाती है। अभी तक मोदी सरकार के द्वारा ने इस स्कीम में पंद्रह किस्त जारी कर दी है। इसी के साथ ही किस्त के लिए रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया। अगर आप भी इस योजना का लाभ पाना चाहते हैं तो आप पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट पीएम किसान.गवर्नमेंट.इन पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं।
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Pm Kisan Yojana सरकार ने पंद्रहवीं किस्त में लगभग ₹8,00,00,000 किसानों के अकाउन्ट में जारी किए थे। आपको बता दें कि माना जा रहा है पीएम किसान योजना की अगले किस्त यानी कि सोलहवीं किस्त के लाभार्थियों की संख्या काफी कम हो सकती है। जानते हैं कि आखिर किस वजह से इस योजना के लाभार्थियों की संख्या में कमी देखने को मिल सकती है। सरकार ने पीएम किसान स्कीम का लाभ पाने के लिए जमीन सत्यापन और ekyc अनिवार्य कर दिया है। अगर कोई किसानी ekyc और जमीन का सत्यापन नहीं करता है ,तो उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। इस वजह से देश के कई किसानों को योजना की पन्द्रहवीं किस्त का लाभ नहीं मिला है। किसान आसानी से पीएम किसान पोर्टल या फिर सीएससी सेंटर में जाकर ये केवैसी करवा सकते हैं। अगर पीएम किसान योजना के अर्न्तगत कोई नया किसान आवेदन कराना चाहता है तो वह सिर्फ पीएम किसान निधि योजना के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ही आवेदन करें रजिस्ट्रेशन करते समय किसी प्रकार कोई गलती ना करें, अगर आवेदन करते समय किसी प्रकार गलती हो जाती है तो किसानों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा तथा किसान लाभार्थी लिस्ट से बाहर हो जायेंगे | केन्द सरकार के द्वारा समय - समय PM Kisan Yojana में अपडेट आता रहता है कभी KYC करने के लिए तो कभी जमीन वेरीफिकेशन डॉक्यूमेंट अपलोड करने के लिए , उसका अनुपालन जरूर करें फिलहाल अगर किसान भाई PM Kisan Yojana के लाभार्थी लिस्ट में बने रखना चाहते हैं तो ekyc जरूर करा लें फिलहाल पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत प्रत्येक घर में केवल एक ही व्यक्ति को इस योजना का लाभ मिलेगा, जब पीएम किसान सम्मान निधि योजना शुरु हुआ था तब एक घर में कई - कई व्यक्ति को इस योजना का लाभ मिलता था । लेकिन केन्द्र सरकार ने अब नियम सख्त कर दिया है , जो नौकरी पेशा , ज्यादा खेत और बिजनेस से तालुक रखने वाले लोगों को भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा । Read the full article
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