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#दूसरी महिला से पति के रिश्ते
astrologyindia · 2 years
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उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का वैवाहिक जीवन
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उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र भचक्र के 27 नक्षत्रों में से 12वां नक्षत्र है। उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र राशिचक्र की सिंह (प्रथमपद) और कन्या राशि (अंतिम तीन पद )में पड़ता है। इसका विस्तार राशिचक्र के 146.40 डिग्री से 160.00 डिग्री तक है। उत्तराफाल्गुनी में कुल चार तारे होते हैं और ये इस तरह स्थित होते हैं कि देखने में ये पलंग के सिरहाने जैसे दिखते हैं। तारों की संख्या को लेकर, विशेषज्ञों में मतभेद है जिनके अनुसार इसमें दो तारे हैं। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के अधिष्ठाता देव आर्यमान है। इस नक्षत्र पर सूर्य का प्रभुत्व है। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का अर्थ है - पीछे वाला। 
भारतीय खगोल मे यह 12 वा नक्षत्र ध्रुव संज्ञक है। यह अत्यंत शुभ, विद्यादाता, राजसिक और स्त्री नक्षत्र है। यह पूर्व दिशा का स्वामी है और इसके अधिकतर गुण-दोष पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र जैसे ही है। केवल अंतर सूर्य के कारण है। यह नक्षत्र प्रकाश दायक, क्रूर, तीक्ष्ण, भाग्य दायक और ऊर्जा से भरपूर है। इस नक्षत्र पर सूर्य के प्रभाव के कारण ही इसमें ये सभी गुण विद्यमान होते हैं। यह संरक्षण और सहायता देने वाला नक्षत्र है।  यह नक्षत्र मुख्यतः प्रेम, विवाह, रिश्तेदारी और आनंद का प्रतीक है। इस नक्षत्र में विवाह की बातचीत व विवाह अत्यंत शुभ फलप्रदायी है। उत्तराफाल्गुनी में जन्मा जातक आध्यात्मिक या तन्त्र-मन्त्र में अत्यधिक रुचि रखता है।
पारिवारिक जीवन-
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र / Uttara Phalguni Nakshatra में जन्मा जातक अपने पारिवारिक जीवन से बहुत ही संतुष्ट रहता है। ऐसा जातक परिवार के प्रति अत्यंत जिम्मेदार होता है। ये अपने घर परिवार के हर मामले में अत्यंत सजग रहते हैं। ये अपने परिवार और बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हैं। हालांकि इस नक्षत्र में जन्मे जातक कुछ क्रोधी और जिद्दी भी होते हैं। ये दूसरो पर हावी होने का प्रयास करते हैं और इनका आक्रामक स्वभाव परिवार के लोगों में तनाव और कठिनाइयों का कारण बन सकता है। जातक किसी भी रिश्ते को लम्बा निभाने के लिए प्रयासरत रहता है और यही कारण है कि इनके आपसी सम्बन्ध बहुत अच्छे रहते हैं। यह लोग समाज में एक अच्छा स्थान रखते हैं और  प्रतिष्ठा प्राप्त करते हैं। जीवन साथी व संतान का सुख इन्हें प्राप्त होता है। ये अधिकतर दिखावे में विश्वास करते हैं जो इन्हें नहीं करना चाहिए।
दाम्पत्य जीवन-
इस नक्षत्र में जन्में लोगों का वैवाहिक जीवन बहुत अच्छा रहता है। संतोषप्रिय प्रवृत्ति के कारण अपने वैवाहिक जीवन से आप अत्यंत ख़ुश रहते हैं। इस नक्षत्र में जन्में लोगों को एक अच्छा जीवनसाथी मिलता है जो घर के कामकाज में अत्यंत कुशल होता है और शांतिप्रिय व मृदुभाषी होता है। ऐसे लोगों की गणित और विज्ञान में विशेष रुचि होती है और वे अध्यापन एवं प्रशासन के क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। मॉडलिंग व अभिनय के क्षेत्र में भी वे सफल होते हैं। प्रदर्शन और दिखावे से दूर रहना इनके स्वभाव में होता है।
इस नक्षत्र में जन्मी महिलाओं का वैवाहिक जीवन अत्यंत सामान्य बना रहता है। हालांकि संतान होने के बाद इन महिलाओं के दांपत्य जीवन में दुगुनी ख़ुशी आ जाती है। इनके पति और इनके बच्चे इन्हें बेहद प्यार करते हैं। ये महिलाएं अच्छी गृहिणी होती हैं और घर के सभी कामों को बहुत निपुणता से संभालती हैं। इनका विवाह एक अमीर परिवार में होता है। इस नक्षत्र की महिलाओं में एक अवगुण है कि इन्हें अपने पैसों का दिखावा करना अत्यंत पसंद है। इस वजह से अक्सर दूसरी महिलाएं इनसे ईर्ष्या करती हैं। इस कारण इनके वैवाहिक रिश्ते भी प्रभावित होते हैं।
हर क्षेत्र की तरह, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में जन्में पुरुषों का वैवाहिक जीवन बहुत ही स्वस्थ और सुखी व्यतीत होता है। जीवनसाथी के साथ इनके संबंध बहुत सुगम और सरल होते हैं। इनके बीच आमतौर पर मनमुटाव की स्थिति कम ही होती है। इनकी महिला जीवनसंगिनी इनके लिए अत्यंत सौभाग्यशाली रहती है।
सकारात्मक पक्ष -
इस नक्षत्रप में जन्मे लोग दयालु और दानी होते हैं। इसके अलावा ऐसे जातक साहसी, धैर्यवान, ऊर्जा से भरे, कीर्तिवान, विद्वान, चतुर, बुद्धिमान, सही निर्णय लेने वाले, पूर्वाभास की क्षमता रखने वाले, अध्ययनशील, गणित, साहित्य एवं भाषा आदि में विशेष प्रवीण होते हैं। जातक अपने पुरुषार्थ से धनोपार्जन करने में सफल होते हैं और सामाजिक ख्याति भी बहुत मिलती है। जातक का विवाह तुला राशि या तुला लग्न वाले जीवन साथी से अति उत्तम माना गया है।
नकारात्मक पक्ष -
इस नक्षत्र में जन्में लोगों पर सूर्य का अत्यधिक असर रहता है। यदि सूर्य और बुध की स्थिति जन्म कुंडली में अच्छी ना हो तो व्यक्ति अनैतिक आचरण में रत रहता है। और विवाह के अतिरिक्त भी सम्बन्ध बना सकता है।
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का वैदिक मंत्र -
ॐ दैव्या वद्ध��्व्यू च आगत गवं रथेन सूर्य्यतव्चा ।
मध्वायज्ञ गवं समञ्जायतं प्रत्नया यं वेनश्चित्रं देवानाम ।
ॐ अर्यमणे नम: ।
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के दुष्प्रभावों को काम करने के उपाय-
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के बुरे प्रभावों से बचने के लिए जातक को सूर्य भगवान की पूजा करनी चाहिए।
सूर्य भगवान् को जल चढा़ना उत्तम उपाय होता है। और साथ ही साथ आदित्य हृदय स्त्रोत्र भी पढ़ना चाहिए। 
गायत्री मंत्र का जाप करना भी शुभ परिणाम लाता है।
सिंह पर विराजमान माँ दुर्गा और काली मां की पूजा उपासना भी इस नक्षत्र के लिए अत्यंत उपयोगी है।
लाल, सुनहरे, हरे, सफेद इत्यादि रंगों का उपयोग करना भी अच्छा माना गया है।
बहुत अधिक भड़कीले वस्त्रों से बचना चाहिए।
इस नक्षत्र के जातक, सात रत्ती के पन्ने की अंगूठी सोने में पहन सकते हैं। 
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rudrjobdesk · 2 years
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पत्नी को भेजा मायके, फिर दूसरी लड़की को लेकर भाग गया पति, कुछ दिन पहले बना था पिता
पत्नी को भेजा मायके, फिर दूसरी लड़की को लेकर भाग गया पति, कुछ दिन पहले बना था पिता
इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर में एक पति ने ऐसा कारनामा किया जिसे जानकर पत्नी हैरान रह गई. दरअसल, छोटा बांगड़दा इलाके के रहने वाले युवक की कुछ साल पहले शादी हुई थी. 15 दिन पहले वह पति भी बना. उसने डिलीवरी के लिए अपनी पत्नी को मायके भेज दिया था. इस दौरान पति दूसरी युवती को लेकर भाग गया. पत्नी को फेसबुक के जरिए पता चला कि उसके पति ने दूसरी शादी कर ली है. इसके बाद पत्नी ने आरोपी पति के खिलाफ थाने में…
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chaitanyabharatnews · 4 years
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जन्मदिन विशेष : प्रियंका में दिखती है इंदिरा गांधी की छवि, 16 साल की उम्र में दिया था पहला सार्वजनिक भाषण
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चैतन्य भारत न्यूज भारतीय राजनीति के 'पहले परिवार' की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा का आज जन्मदिन है। 12 जनवरी 1972 को जन्मीं प्रियंका में कई लोग इंदिरा गांधी की छवि देखते हैं। आज हम आपको बताएंगे प्रियंका के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
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प्रियंका का जन्म 12 जनवरी 1972 में देश के प्रमुख राजनीतिक परिवार गांधी-नेहरू परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम राजीव गांधी और माता का नाम सोनिया गांधी है। प्रियंका राजीव और सोनिया की दूसरी संतान हैं। प्रियंका के बड़े भाई का नाम राहुल गांधी है और वह वर्तमान नें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। प्रियंका देश पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पोती और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की प्रपौत्री हैं। जब प्रियंका का जन्म हुआ, उस समय उनकी दादी इंदिरा देश की प्रधानमंत्री थीं। प्रियंका पर बचपन से ही अपने राजनीतिक परिवार का प्रभाव रहा है। प्रियंका दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से पढ़ी हैं। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के जीसस एंड मैरी स्कूल से साइकॉलोजी की डिग्री हासिल की।
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प्रियंका ने अपना पहला सार्वजनिक भाषण 16 साल की उम्र में दिया था। खबरों की मानें तो 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका धार्मिक नगरी बनारस से चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन मोदी के खिलाफ खड़े होने के जोखिम से उन्हें बचने की सलाह दी गई। प्रियंका अपने पति रॉबर्ट वाड्रा से 13 साल की उम्र में मिली थीं। प्रियंका ने ही रॉबर्ट की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया था।
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प्रियंका और रॉबर्ट शादी से पहले 6 साल तक एक साथ थे। इसके बाद उन्होंने परिवार को अपने रिश्ते के बारे में बताया। प्रियंका और रॉबर्ट की शादी काफी लो-प्रोफाइल रखी गई। शादी में महज 150 मेहमानों को निमंत्रण दिया गया। इन मेहमानों में बच्चन परिवार भी शामिल था। शुरुआत में रॉबर्ट के पिता और गांधी परिवार इस शादी के लिए तैयार नहीं था लेकिन प्रियंका की जिद के कारण बाद में उन्हें राजी होना पड़ा। 18 फरवरी 1997 को प्रियंका ने रॉबर्ट वाड्रा से शादी कर ली। इनके दो बच्चे हुए। 29 अगस्त 2000 को प्रियंका ने पहले बच्चे को जन्म दिया, जिसका नाम रेहान (बेटा) है। इसके बाद 24 जून 2002 को प्रियंका के दूसरे बच्चे मिराया (बेटी) का जन्म हुआ।
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प्रियंका की तुलना अक्सर उनकी दादी इंदिरा गांधी से होती है। प्रियंका का हेयरस्टाइल, कपड़ों के चयन और बात करने के सलीके में इंदिरा गांधी की छाप साफ नजर आती है। प्रियंका को फोटोग्राफी, कुकिंग, और पढ़ना खासा पसंद है। प्रियंका को बच्चों से खासा लगाव है। उन्होंने ही राजीव गांधी फाउंडेशन के बेसमेंट में बच्चों के लिए लाइब्रेरी शुरू कराई जि��का इस्तेमाल रोजाना कई बच्चे करते हैं। प्रियंका वर्तमान में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी हैं। Read the full article
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shaileshg · 4 years
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नमस्कार!
पॉलिटिक्स में कुछ भी परमानेंट नहीं होता। मोदी और नीतीश के रिश्ते इसके गवाह हैं। बिहार के पिछले चुनाव में नाराज नीतीश ने DNA सैम्पल बोरियों में भरकर PMO भेजे थे। अब पहली बार खुद मोदी उनके लिए प्रचार कर रहे हैं। बहरहाल, शुरू करते हैं मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ...
सबसे पहले देखते हैं, बाजार क्या कह रहा है…
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मार्केट हाइलाइट्स
BSE का मार्केट कैप 160 लाख करोड़ रुपए बना रहा। करीब 58% कंपनियों के शेयरों में बढ़त रही।
2,867 कंपनियों के शेयरों में ट्रेडिंग हुई। इसमें 1,664 कंपनियों के शेयर बढ़े और 1,049 कंपनियों के शेयर गिरे।
आज इन इवेंट्स पर रहेगी नजर
प्रधानमंत्री मोदी आज गुजरात में तीन परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे।
IPL में कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच दोपहर साढ़े तीन बजे से और किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच शाम साढ़े सात बजे से मैच।
देश-विदेश
बिहार में मोदी प्रचार शुरू
प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में चुनाव प्रचार के पहले दिन तीन रैलियां कीं। शुरुआत सासाराम से की। यहां उन्होंने लोजपा नेता रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि दी, लेकिन रामविलास के बेटे चिराग का नाम लेने से बचे। वही चिराग, जिन्होंने खुद को मोदी का हनुमान बताया था।
मोदी के रुख की 2 वजहें: पहली- बिहार में बड़ा वोट बैंक पासवान और उनकी पार्टी से जुड़ा रहा है। इसी वजह से मोदी ने रामविलास पासवान को याद किया। दूसरी वजह- चुनाव नतीजे किसी भी तरफ जा सकते हैं। भाजपा को चिराग की जरूरत पड़ सकती है। इसलिए चिराग के खिलाफ कुछ बोलकर मोदी उन्हें नाराज नहीं करना चाहते। पिछले दिनों चिराग ने कहा भी था- ‘हनुमान की तरह चीर कर देख लें मेरा सीना, मेरे दिल में प्रधानमंत्री मोदी बसते हैं।’
महबूबा की राजनीति
बिहार में पहली चुनावी सभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर से 370 हटाने का जिक्र कर विपक्ष को घेरा। शाम को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती बोलीं- कश्मीर में आर्टिकल 370 की वापसी तक न तिरंगा उठाऊंगी, न चुनाव लड़ूंगी।
कश्मीर का चुनावी भविष्य क्या है: 370 की वापसी के लिए कश्मीर में फारुक अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस और महबूबा मुफ्ती की पीडीपी समेत 7 दलों का नया गठबंधन बन चुका है, लेकिन चुनाव पर गठबंधन अभी कन्फ्यूजन में है। चुनाव लड़ने से ये मैसेज जाएगा कि 370 खत्म करने का फैसला उन्हें मंजूर है। चुनाव नहीं लड़ने से राज्य की राजनीति में हाशिए पर चले जाने का खतरा है।
ट्रम्प-बाइडेन के बीच आखिरी डिबेट
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेट जो बाइडेन के बीच शुक्रवार को आखिरी प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई। इसमें ट्रम्प ने भारत को बेहद गंदा बता दिया। क्लाइमेट चेंज पर उन्होंने कहा कि चीन को देखो, वहां कितनी गंदी हवा है। रूस को देखो। भारत को देखो। भारत गंदा है। वहां हवा गंदी है। इस डिबेट में उन्होंने यह भी दावा किया कि कुछ ही हफ्तों में हम कोरोना की वैक्सीन ला रहे हैं।
कंगना के निशाने पर अब आमिर
कंगना रनोट के खिलाफ मुंबई में एक और FIR दर्ज हुई है। इसमें उन पर कोर्ट के खिलाफ टिप्पणी करने का आरोप है। इसके बाद कंगना ने आमिर खान को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘इन्टॉलरेंस गैंग से जाकर कोई पूछे कि कितने कष्ट सहे हैं उन्होंने इस इन्टॉलरेंट देश में?’
पत्नी देगी पति को भत्ता
पति, पत्नी को गुजारा भत्ता देगा... ऐसे आदेश तो कई सुने होंगे, लेकिन उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में उल्टा मामला सामने आया है। फैमिली कोर्ट ने आर्मी से रिटायर महिला से कहा है कि वह पति को गुजारा भत्ता दे। पति चाय बेचता है। महिला को 12 हजार रुपए पेंशन मिलती है, उसे हर महीने 2 हजार रुपए पति को देने होंगे।
ओरिजिनल
बिहार के झोलाछाप डॉक्टर, जिन पर राज्य की सेहत टिकी है
इकबाल आलम सुपौल जिले की रामपुर पंचायत में रहते हैं। इस पूरे इलाके में वो डॉक्टर इकबाल के नाम से मशहूर हैं। हालांकि, इकबाल के पास एमबीबीएस की कोई डिग्री नहीं है। वे सिर्फ 12वीं तक ही पढ़े हैं। इकबाल असल में झोलाछाप डॉक्टरों की उसी जमात में शामिल हैं, जिनके कंधों पर बिहार की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था टिकी हुई है। - पढ़ें पूरी रिपोर्ट
पॉजिटिव खबर
मुंबई के गौरव लोंढ़े पिज्जा कंपनी में काम करते थे। एक दिन उन्होंने 32 हजार रुपए महीने की नौकरी छोड़ दी। एक शेफ ढूंढा। 6 लड़के हायर किए। शाम 5 से रात 10 बजे तक सिग्नल पर वड़ा पाव बेचने लगे। वड़ा पाव की पैकिंग बर्गर बॉक्स में करने लगे। अब रोज 2 हजार रुपए कमाते हैं। - पढ़ें पूरी रिपोर्ट
एक्सप्लेनर वोट के बदले कोरोना वैक्सीन भाजपा का चुनावी वादा है कि बिहार के लोगों को वोट के बदले फ्री कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। देश में पहली बार किसी चुनावी घोषणापत्र में वैक्सीन की एंट्री हुई है। भाजपा ने यह वादा तब किया है, जब वैक्सीन पर केंद्र सरकार की पॉलिसी ही तय नहीं है। भाजपा के पक्ष में एक तर्क यह है कि हेल्थ राज्यों का विषय है। इसलिए चुनावी वादे में कुछ गलत नहीं है। - पढ़ें पूरी रिपोर्ट
पंजाब के 4 एग्री बिल केंद्र के कृषि कानूनों को बेअसर करने वाले कानूनों को पारित करने वाला पंजाब पहला राज्य बन गया है। उसने अपने 4 बिल पास किए हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि इसकी जरूरत क्या थी? क्या कोई भी राज्य इस तरह केंद्रीय कानूनों को बेअसर कर सकता है? - पढ़ें पूरी रिपोर्ट
सुर्खियों में और क्या है... 1. राहुल गांधी ने गुरुवार को बिहार के नवादा और भागलपुर में दो चुनावी सभाएं कीं। उन्होंने मोदी के लिए कहा, ‘वे सिर तो आपके सामने झुकाते हैं, काम किसी और के आएंगे। आपने पैसा बैंक में डाला, वो कहां गया। आपका पैसा देश के सबसे अमीर लोगों की जेब में गया। क्या अडाणी-अंबानी बैंक के सामने खड़े दिखे।’ 2. भारतीय क्रिकेट टीम को पहला वर्ल्ड कप जिताने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव को हार्ट अटैक आया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार को उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया। हार्ट में ब्लॉकेज के कारण कपिल देव की एंजियोप्लास्टी की गई। 3. देश में वैक्सीन की प्रोग्रेस को लेकर अच्छी खबर है। भारत बायोटेक कंपनी की वैक्सीन को तीसरे फेज के ट्रायल की मंजूरी मिल गई है। वहीं, टेस्टिंग का आंकड़ा 10 करोड़ के पार हो गया है। इस बीच, कर्नाटक सरकार ने 17 नवंबर से इंजीनियरिंग, डिप्लोमा, डिग्री कॉलेज खोलने का फैसला किया है। 4. अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर ऑफ डिसीज कंट्रोल (CDC) ने कहा है कि ट्रैवलिंग के दौरान मास्क के इस्तेमाल से कोरोना के संक्रमण का खतरा 50% तक कम किया जा सकता है। एक और रिसर्च कहती है कि 30 सेकंड तक ओरल एंटीसेप्टिक और माउथवॉश से गरारा करने पर मुंह में मौजूद कोरोना को 99% तक न्यूट्रल कर सकते हैं। 5. CBSE ने 10वीं-12वीं के स्टूडेंट्स के लिए मार्कशीट और दूसरे डॉक्यूमेंट्स डाउनलोड करने के लिए फेशियल रिकग्निशन सिस्टम की शुरुआत की है। अब स्टूडेंट्स डिजिलॉकर से अपने डॉक्यूमेंट्स बिना आधार और मोबाइल नंबर के भी डाउनलोड कर सकेंगे।
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Modi did not mention Chirag Paswan in Bihar mehbooba mufti on Indian Flag
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aajkapost · 5 years
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कलयुग की बहू ससुर के आखिरी शब्द थे," मेरी बहु नहीं ,तुम मेरा बेटा हो"! भारतीय समाज में नारी की स्थिति अधिक संतोषजनक नहीं है, शादी के बाद यदि स्त्री को किसी कारणवश पति द्वारा त्याग दिया जाता है तो, या तो ससुराल वाले भी उसे त्याग देते हैं, या वह स्त्री ही ससुराल छोड़ कर चली जाती है। ऐसे में यह किस्सा बहुत ही प्रेरणादायक और अपनेआप में अनोखा है।यह कहानी है, करनाल के न्यू चार चमन निवासी नीतू अरोड़ा जी की, जिन्होंने पुत्रवधू होते हुए भी पुत्र से अधिक कर्तव्य निभा कर साबित कर दिया कि रिश्ते केवल नाम और खून के नही अपितु प्यार और अपनेपन के भी होते हैं।मंगतराम जी के पुत्र एवं नीतू जी के पति हर्षदीप ने अपने पिता, पत्नी और दो बेटियों को छोड़कर दूसरी स्त्री के चक्कर में परिवार से किनारा कर लिया, लेकिन पुत्रवधू ने ससुर की बेटे की तरह सेवा कर रिश्तों की दिल छू लेने वाली कहानी लिख दी। नीतू ने तय किया वह बुजुर्ग को अकेला और निराश्रित छोड़कर नहीं जाएगी। वहीं रहेगी। उनके साथ। बेटा बन कर। वह अपनी दो बेटियों के साथ बुजुर्ग ससुर के साथ ही रहीं।नीतू जी अपने ससुर मंगतराम जी की पिछले दस वर्ष से सेवा सुश्रूषा कर रही थीं। मंगतराम जी का बेटा हर्षदीप जब दूसरी महिला के लिए घर छोड़ गया तो मंगतराम ने भी उससे अपने पुत्र होने का हक छीन लिया। उन्होंने बेटे को घर से बेदखल कर दिया और अपनी सारी संपत्ति अपनी पुत्रवधू व अपनी दो पोतियों के नाम कर दी। इतना ही नहीं उन्होंने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए अपने निधन के बाद मुखाग्नि का अधिकार भी अपनी पुत्रवधू को ही दिया, जिसे नीतू ने पूरा किया। 80 वर्षीय बुजुर्ग ससुर मंगतराम का गत दिवस लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। अर्थी उठाते समय नीतू खुद आगे आई और ससुर की अर्थी को कंधा दिया। पिता तुल्य ससुर के चले जाने से वह गमजदा थीं। आंखों में आंसू थे, लेकिन वह पूरी मजबूती से अर्थी को लेकर श्मशान घाट पहुंची। उन्हें मुखाग्नि दी और अंतिम संस्कार की हर परंपरा निभाई।करनाल की यह घटना देश की पहली घटना होगी कि पुत्रवधू ने ससुर की अर्थी को कंधा दिया, मुखाग्नि दी। अब अस्थियों के विर्सजन और रस्म पगड़ी की तैयारी कर रही है।ऐसे प्रेरणादायक किस्से हमें बताते हैं कि रिश्ते किसी नाम या खून के मोहताज नही होते बस दिलों में अपनेपन का भाव होना चाहिए।
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vsplusonline · 5 years
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उथल-पुथल से भरी थी मुल्क की सबसे ताकतवर महिला की प्रेम कहानी
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उथल-पुथल से भरी थी मुल्क की सबसे ताकतवर महिला की प्रेम कहानी
देश की सबसे ताकतवर मानी जाने वाली महिला इंदिरा गांधी ने फिरोज गांधी को टूटकर चाहा था. लेकिन जब उन्हें लगने लगा कि वह उनसे बेवफाई कर रहे हैं तो दूरियां बढ़ती चली गईं. इंदिरा एक प्यार करने वाला पति और सुखी परिवार चाहती थीं. यही उन्हें नहीं मिला. अगर फिरोज बेवफाई नहीं करते तो इंदिरा शायद ही राजनीति की ओर मुड़तीं. तब शायद भारतीय राजनीति में उनके कदमों के निशान ऐसे नहीं होते जो हमें नजर आते हैं.
संभव है कि तब वह भारत की प्रधानमंत्री भी नहीं बनतीं. वैसे इंदिरा का पहला प्यार फिरोज नहीं, बल्कि शांति निकेतन के उनके एक विदेशी शिक्षक थे.
इंदिरा का बचपन इलाहाबाद में बीता था. पिता जवाहर लाल नेहरू उनमें अपना बेटा देखते थे. वह उनकी हर मांग पूरी करते थे. एक ही बार उन्होंने अपनी बेटी की इच्छा का विरोध किया था, बल्कि कहना चाहिए खासे नाराज भी हुए थे. लेकिन इसके बाद भी बेटी अड़ी रही और उसने वही किया, जो वह करना चाहती थी. हालांकि, पिता से विरोध के बावजूद शादी करने के बाद इंदिरा को महसूस होने लगा कि उन्होंने जीवन में एक बड़ी गलती की है. निधन से महज एक महीने पहले मां कमला नेहरू को महसूस हो चुका था कि उनकी प्रिय बेटी इंदु गलती कर रही है. इससे उसका जीवन दुखमय हो जाएगा.
जब फिरोज के प्रेम में पड़ीं तो वह राजनीति की चका��ौंध से दूर होकर शादी करना और सादगीभरी जिंदगी बिताना चाहती थीं
सादगीभरी जिंदगी बिताना चाहती थीं इंदिरा गांधी की जीवनी लेखिका पुपुल जयकर के अनुसार, इंदिरा जब फिरोज के प्रेम में पड़ीं तो वह राजनीति की चकाचौंध से दूर होकर शादी करना और सादगीभरी जिंदगी बिताना चाहती थीं, जिसमें वह और उनका परिवार हो. लेकिन शादी के बाद जब दूरियां बढने लगीं तो इंदिरा ने राजनीति में शिरकत करनी शुरू कर दी. इसने फिरोज के साथ उनके मतभेदों को और बढ़ा दिया. इंदिरा अगर एक ओर पति की बेवफाई से निराश थीं तो उनके पिता नेहरू भी फिरोज को कतई पसंद नहीं करते थे. जिससे ये स्थितियां बनती गईं कि दोनों का विवाहित जीवन करीब करीब खत्म हो गया. अपने निधन से कुछ महीने पहले फिरोज से तलाक लेकर दूसरी शादी करने का फैसला कर चुके थे.
जब फिरोज मोहित हो गएफिरोज का इलाहाबाद के आनंद भवन में प्रवेश जवाहरलाल नेहरू की पत्नी कमला की मदद के लिए एक वालिंटियर के रूप में हुआ था. उसके कुछ ही समय बाद शहर में इंदिरा और फिरोज के अफेयर के चर्चे होने लगे. जब कमला बीमार हुईं और आनंद भवन में थीं तब इंदिरा ने जिस तरह नर्स के रूप में अपनी मां की सेवा की, उससे फिरोज बहुत प्रभावित हो गए थे. इंदिरा सुंदर तो थीं और उस उम्र में उनमें गजब का आकर्षण भी था.
पुपुल जयकर ने अपनी किताब में लिखा है, तब फिरोज ने इंदिरा की ओर ध्यान देना शुरू किया. वह उनके आगे-पीछे मंडराने लगे. वह मौका देखने लगे कि इंदिरा के करीब कैसे रह सकते हैं. हालांकि इंदिरा को उस समय ये सब पसंद नहीं था.
इंदिरा को पढाई के लिए लंदन भेज दिया गया. वह वहां अकेली थीं. दूसरे विश्व युद्ध से पहले लंदन में अलग तरह का माहौल था. फिरोज भी कुछ समय बाद लंदन रवाना हो गए.
ये शादी नहीं हो सकती जवाहरलाल नेहरू के विशेष सचिव एमओ मथाई अपनी किताब रिमिनिसेंसेज ऑफ द नेहरू एज में लिखते हैं, इंदिरा ने उन्हें बताया कि जब वह 16 साल की होने वाली थीं, उससे पहले ही एक दिन फिरोज ने उनके सामने प्रेम निवेदन किया और शादी का प्रस्ताव रख दिया. इंदिरा अवाक रह गईं, क्योंकि उन्हें फिरोज से ये उम्मीद नहीं थी. वह नाराज ही नहीं हो गईं बल्कि उनके इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया. मां से शिकायत अलग कर दी. कमला भी ये जानकर नाराज हुईं. उन्होंने दो टूक फरमान सुनाया-ये शादी नहीं हो सकती. इसके बाद भी फिरोज का आनंद भवन आना जाना लगा रहा.
लंदन में जीता इंदिरा का दिल इंदिरा को पढाई के लिए लंदन भेज दिया गया. वह वहां अकेली थीं. दूसरे विश्व युद्ध से पहले लंदन में अलग तरह का माहौल था. फिरोज भी कुछ समय बाद लंदन रवाना हो गए. वहां उन्होंने भी लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में दाखिला ले लिया. मकसद उनका केवल इतना था कि वहां वो इंदिरा के नजदीक आ पाएंगे. इसमें उन्हें सफलता भी मिली. आखिरकार उन्होंने लंदन में इंदिरा का दिल जीत लिया. फिरोज के मित्र और जाने माने पत्रकार निखिल चक्रवर्ती ने अपनी किताब में लिखा कि फिरोज महिलाओं के प्रति आकर्षित हो जाते थे. लंदन में बेशक इंदिरा से नजदीकियां बढा रहे थे, लेकिन वहां भी उनके अफेयर कई महिलाओं से हो चुके थे. इंदिरा को इसकी भनक तक नहीं थी.
फिरोज से गुप्त विवाह कैथरीन फ्रेंक ने अपनी किताब इंदिराः द लाइफ ऑफ इंदिरा नेहरू गांधी में लिखती हैं, इंदिरा और फिरोज ने गुप्त विवाह कर लिया था. सार्वजनिक विवाह होने से पहले ही दोनों ने पति और पत्नी की तरह साथ रहना शुरू कर दिया था. जब इंदिरा ने पिता से कहा कि उन्हें फिरोज से प्यार है और वह उनसे शादी करना चाहती हैं तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया था. नेहरू और उनका परिवार इस शादी के सख्त खिलाफ था. मथाई की किताब कहती है कि पद्मजा नायडू ने नेहरू से कहा, उनकी बेटी बड़ी हो चुकी है. अगर दोनों ने शादी करनी चाही तो वह उसे रोक नहीं पाएंगे, लिहाजा उन्हें इसकी अनुमति दे देनी चाहिए. नेहरू ने अनिच्छा से अनुमति दे दी.
फिरोज गांधी के साथ इंदिरा गांधी
इंदिरा गर्भवती थीं और फिरोज का अफेयर चल रहा था शादी के जल्द बाद ही इंदिरा और फिरोज में खटपट शुरू हो गई. साल 1941 में जब वह गर्भवती थीं और राजीव गांधी का जन्म होने वाला था तो उन्हें पता लगा कि फिरोज किसी और महिला से इनवाल्व हैं. उनके कानों में फिरोज के अफेयर के एक नहीं कई किस्सों की खबरें पहुंच रही थीं. इससे वो दुखी हो गईं. पति की बेवफाई ने रिश्तों में दूरी बढानी शुरू कर दी. कैथरीन फ्रेंक की किताब “इंदिराः द लाइफ ऑफ इंदिरा नेहरू गांधी” कहती है कि फिरोज बिंदास जिंदगी जीने में यकीन रखते थे, जिसमें खाने-पीने और सेक्स की कोई सीमा नहीं थी. किताब के अनुसार, “इंदिरा से शादी के बाद भी फिरोज दूसरी महिलाओं से फ्लर्ट करते थे. महमूना सुल्तान के अलावा उनके रोमांटिक रिश्ते संसद की ग्लैमर गर्ल कही जाने वाली तारकेश्वरी सिन्हा, सांसद सुभद्रा जोशी से रहे. उनकी एक और गर्लफ्रेंड थी, जो खूबसूरत नेपाली तलाकशुदा महिला थी और आलइंडिया रेडियो में काम करती थी. उसके ससुराल पक्ष के लोग केरल के बड़े अभिजात्य परिवार से थे.”
पहला प्यार फ्रेंच शिक्षक से हालांकि, फिरोज उनके जीवन में आने वाले पहले शख्स नहीं थे. जब वह पुणे में मैट्रिक करने के बाद शांतिनिकेतन में पढने गईं थीं तो फ्रेंच पढाने वाले जर्मन शिक्षक फ्रेंक ओबरडॉफ उनके प्यार में पड़ गए. पुपुल जयकर ने इंदिरा गांधी बॉयोग्राफी में लिखा कि ओबरडॉफ 1933 में शांतिनिकेतन आए थे. उनकी रविंद्रनाथ टैगोर से मुलाकात 1922 में लातीन अमेरिका में हुई थी. टैगोर ने उसे शांतिनिकेतन आने का प्रस्ताव दिया. जब उसने इंदिरा को फ्रेंच पढानी शुरू कर दी तो वह 16 साल की थीं. इंदिरा को पढाते-पढाते वह उनकी सुंदरता पर मोहित हो गए. बेहिचक उनके आगे प्यार का प्रस्ताव रखा. इंदिरा खफा हो गईं. लेकिन समय के साथ उनमें नजदीकियां हो गईं. इंदिरा के अपने दर्द थे. उसे वो जर्मन शिक्षक से बांटती थीं और फ्रेंक लगातार उनकी सुंदरता की तारीफ करता रहता था. जब टैगोर को ये पता चला तो उन्होंने इंदिरा को तुरंत वापस घर भेज दिया. हालांकि बाद में फ्रेंक की मुलाकात लंदन में इंदिरा से हुई. उसने फिर से इंदिरा को मनाने की कोशिश की लेकिन तब तक उनके जीवन में फिरोज का आगमन हो चुका था. लिहाजा वो फ्रेंक से बहुत रुखे तरीके से पेश आईं.
शादी के जल्द बाद ही इंदिरा और फिरोज में खटपट शुरू हो गई
जीवन में आए अन्य पुरुष कैथरीन फ्रेंक अपनी किताब में लिखती हैं कि इंदिरा के जीवन में बाद में दो और पुरुष आए. इनमें धीरेंद्र ब्रह्मचारी और दिनेश सिंह शामिल थे. इंदिरा ने अपनी विश्वस्त डोरोथी नार्मन को धीरेंद्र के बारे में लिखा, वह एक आकर्षक योगी हैं, जिनसे वह योग सीख रही हैं. दिनेश पर भी वह बहुत भरोसा करती हैं. प्रधानमंत्री हाउस में उनका बेरोकटोक किसी भी समय आना जाना था. फ्रेंक लिखती हैं कि इंदिरा से अफेयर की चर्चाओं को शायद दिनेश सिंह ने खुद ही हवा दी.
मथाई ने कहा- मुझसे चला था इंदिरा का अफेयर वैसे तो एमओ मथाई ने खुद दावा किया कि इंदिरा का उनसे लंबे समय तक ��फेयर रहा. उन्होंने अपनी किताब में शी के नाम से एक चैप्टर लिखा, जिसे फिर खुद ही प्रकाशित होने से रोक लिया. बताते हैं कि अस्सी के दशक में ये चैप्टर पता नहीं कहां से बाहर निकल आया. कहा जाता है कि इसे जाहिर करने में मेनका गांधी का हाथ था, जिसे उन्होंने उन लोगों को दिया, जो इंदिरा के विरोधी थे. मथाई के दावे में कितनी सच्चाई थी, इसके बारे में तमाम बातें कही जाती हैं. हालांकि फिरोज गांधी ने खुद संसद के सेट्रल हाल में कई सांसदों की मौजूदगी में कहा था, नेहरू के असली दामाद तो मथाई हैं. कैथरीन फ्रेंक और मथाई दोनों लिखते हैं कि फिरोज अक्सर संसद में सांसदों के बीच मथाई को नेहरू का दामाद होने का आरोप लगाते थे. मथाई लिखते हैं, 1948 में स्वास्थ्य मंत्री राजकुमारी अमृत कौर ने मुझसे कहा, उनकी मौजूदगी में ही फिरोज गांधी ने सेंट्रल हाल में सांसदों के एक ग्रुप से कहा, वह नहीं बल्कि मथाई प्रधानमंत्री के दामाद हैं.
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moneycontrolnews · 5 years
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जीवन मंत्र डेस्क. बुधवार, 29 जनवरी यानी आज सूर्य और चंद्रमा से शिव योग बन रहा है। वहीं पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र से पद्म नाम का एक शुभ योग और बन रहा है। इन 2 शुभ योगों में दिन की शुरुआत होने से 5 राशियों को धन लाभ होने की संभावना है और अन्य 3 राशियों को किस्मत का साथ मिल सकता है। एस्ट्रोलॉजर बेजान दारूवाला के अनुसार 4 राशियों के लिए दिन ठीक नहीं है वहीं आज के शुभ योगों के प्रभाव से 8 राशियों के लिए दिन शुभ रहेगा। एस्ट्रोलॉजर बेजान दारूवाला के अनुसार कुछ ऐसा रहेगा आपका दिन पॉजिटिव - परिवार और धन आपके लिए दो महत्वपूर्ण क्षेत्र होंगे। शिक्षा, लेखन, यात्रा और जन संचार के क्षेत्रों से जुड़े लोग अपने रास्ते में आने वाले नए अवसर प्राप्त करेंगे। आपको अपने सहयोगियों और किसी छोटे कार्य से लाभ होने की संभावना है। वित्तीय सलाहकार से मदद लेना फायदेमंद साबित होगा। नेगेटिव - आपका ध्यान एक नई व्यक्तिगत छवि बनाने और परिवर्तनों की दिशा में काम करने पर होगा। अपने अहंकार को हावी न होने दें खासतौर पर जब आप अपने सीनियर्स से बात कर रहे हों। अपने दिमाग को अपने लक्ष्यों पर केंद्रित करें। नया सदस्य जुड़ सकता है या कई मामलों में कोई सदस्य बिछड़ भी सकता है जैसे कोई युवा महिला सदस्य। लव - आपके रिश्ते में तनाव की वृद्धि हो सकती है, धैर्य का परिचय देना बेहतर होगा। एक दूसरे से मन की बात शेयर करें जिससे आपका आपसी तालमेल और बेहतर हो। व्यवसाय - आप आर्थिक मामलों और आपके व्यवसाय में विकास के नए मौक़ों को प्राप्त करेंगे। सरकारी या बड़े निगमों के साथ समझौते के लिए यह समय अच्छा है। स्वास्थ्य - पड़ोसियों, भाई/बहनों या पिता के समान लोगों के कारण डॉक्टर के पास जाना पड़ सकता है। भाग्यशाली रंग: किरमजी, भाग्यशाली अंक: सात पॉजिटिव - भाई/बहनों के लिए भी यह समय कई मामलों में महत्वपूर्ण रहेगा, उनके जीवन में कई रहस्यमय उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। आप भावनात्मक सुरक्षा और बेफिक्री भरे जीवन की इच्छा कर रहे हैं। माता-पिता और परिवार के सदस्यों के साथ आप अपने रिश्ते में गर्माहट और आराम महसूस करेंगे। नेगेटिव - कुछ ऐसे मुद्दे उत्पन्न हो सकते हैं जो आपसे आपके ध्यान और आपके फोकस में परिवर्तन की मांग कर सकते हैं। हालाँकि इन मुश्किलों को जल्दी ही हल कर लिया जाएगा। पिता या पिता जैसे कोई व्यक्ति मुसीबतों या कठिनाइयों का सामना कर सकते हैं। लव - प्रेम संबंधित मामलों के लिए समय काफी अच्छा रह सकता है बुध और गुरु की स्थिति आपके रिश्ते में प्यार बढ़ाएगी तथा आप में से कुछ लोगों का प्रेम विवाह हो सकता है। व्यवसाय - आपकी क्रिया कलाप की गतिविधियां प्रतिकूल हो सकती हैं। इसलिए सावधानी पूर्वक कार्य करना लाभदायक होगा। इस दिन किसी भी तरह के कार्य योजनाओं को सफल बनाने का प्रयास असफल हो सकता है। स्वास्थ्य - स्वास्थ्य संबंधी मामले, मामूली दुर्घटनाएँ और यहाँ तक की अचानक किसी सर्जरी की भी आशंका है। भाग्यशाली रंग: गुलाबी, भाग्यशाली अंक: तीन पॉजिटिव - घर में भी आपको पहले से अधिक सुरक्षा और सुख की भावना का अहसास होगा। आप में से कुछ लोगों को ऐसा भी लगेगा कि इस समय लम्बे समय से चली आ रही आपकी सभी पारिवारिक समस्याएं सुलझ गयी हैं। आप पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरे हुए हैं और आप दृढ़ संकल्प से आगे बढ़ रहे हैं। नेगेटिव - जटिलताओं में सरकार, टैक्स, बीमा और अन्य मुद्दे शामिल हो सकते हैं। आपका घर, संपत्ति, ज़मीन जायदाद और दूसरी पूँजी शनि के प्रभाव में आते हैं। संपत्ति के मामलों में काम करते समय सावधान और अधिक जागरूक रहें। घर ���र परिवार के क्षेत्र में आपके संबंध आपकी प्राथमिकता रहेंगे और इन्हे आपके ध्यान की आवश्यकता है। लव - अपने प्रेम जीवन को मजबूती प्रदान करेंगे। यदि आप विवाहित है तो राहु की उपस्थिति तनाव बढ़ाएगी और आप दोनों के बीच किसी बात को लेकर गलतफहमी पैदा हो सकती है इसलिए समय रहते इस पर नियंत्रण पाएं। व्यवसाय - दूसरों के धन से संबंधित मुद्दे और विवाद जैसे टैक्स, ऋण, बीमा और प्रीमियम, पैतृक धन आदि को सावधानी और धैर्य से निपटाना चाहिए। स्वास्थ्य - आरोग्य में एकदम सुधार होगा, आपका चुस्त आरोग्य का असर आपके कार्य पर भी पडेगा। भाग्यशाली रंग: कथ्थई, भाग्यशाली अंक: नौ पॉजिटिव - आपके भविष्य के लिए एक बेहद उज्ज्वल समय है और आप कुछ नवीन विचारों के बारे में सोचने में सक्षम हैं जिससे उन्हें उनकी कीमत का पता चलेगा। आपके सभी निर्णय सही साबित होंगे और लोग आपकी निर्णय लेने की शक्ति की तारीफ़ करेंगे। कठिनाइयों के बावजूद आपको सफलता प्राप्त होगी। नेगेटिव - आप धन और साझा धन से संबंधित चुनौतियों का अनुभव कर सकते हैं। आप उलझन, ग़लतफहमी और बदतर मामलों में धोखाधड़ी या ठगी का शिकार हो सकते हैं। भाई,बहन और पड़ोसियों को कई बाधाओं और समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उन्हें आपकी मदद की आवश्यकता होगी। लव - प्रेम संबंधित मामलों के लिए समय अनुकूल नहीं है इसलिए अपने रिश्ते में वफादारी बनाए रखें और अपने साथी को अपने जीवन में महत्वपूर्ण बनाएं तथा उन्हें बताएं कि वह आपके जीवन में कितने निकट है। व्यवसाय - कुछ अलग तरह के कार्यों में रुझान बढ़ सकता है। जैसे सजावट फाइनेंस फैशन एक्सपोर्ट डिजाइन इत्यादि के क्षेत्रों में रुझान बढ़ने से कुछ अच्छा लाभ मिल सकता है। स्वास्थ्य - पेट का दर्द हो सकता है। ज्यादा खाने कि आदत पर अंकुश पाये तो बेहतर होगा, अकेली दवा काम नही करेगी। भाग्यशाली रंग: सिल्वर, भाग्यशाली अंक: दो पॉजिटिव - आप अपनी प्राथमिकताओं पर अपना ध्यान केंद्रित करने में सक्षम हैं और इन्हे सच में प्रभावी बनाने की रणनीति सीखेंगे। आप अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम होंगे। सफलता पाने के लिए आपको कम से कम दो बड़े अवसर मिलेंगे। आप उनमें से ज्यादातर लाभ पाने की कोशिश करें। नेगेटिव - आप कार्य-स्थल पर समस्याओं का सामना कर सकते हैं और आपका अपने काम के साथ समीकरण अपना संतुलन खो सकता है। लोग आपके कार्यों और निर्णयों पर नजर रखेंगे इसलिए संतुलित कदम उठाये। आपके फैसले आपके जीवन पर बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं। लव - आप विवाहित हैं तो जीवन साथी के माध्यम से सामाजिक स्तर पर लाभ मिलेगा तथा आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी और आप दोनों साथ मिलकर कहीं घूमने फिरने भी जा सकते हैं जिससे आपका दांपत्य जीवन सुख से भर जाएगा। व्यवसाय - किसी तरह का प्रॉपर्टी में भी निवेश कर सकते हैं। जिससे आपको अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है। अनावश्यक किसी व्यक्ति को धन देने से परहेज करें। स्वास्थ्य - त्वचा रोग की संभावना है। भाग्यशाली रंग: हरा, भाग्यशाली अंक: छ पॉजिटिव - आपके घर,जायदाद, रियल एस्टेट और अन्य संपत्ति परिवर्तित की जा सकती हैं, उनमें वृद्धि हो सकती है या उन्हें बदला जा सकता है। विदेशी लोगों या विदेशी कनेक्शन के माध्यम से सफलता की अपेक्षा की जा सकती है। जो लोग व्यवसाय से जुड़े हैं वो समाज में प्रसिद्धि प्राप्त करेंगे। नेगेटिव - दूसरों के धन जैसे टैक्स, ऋण, बीमा और प्रीमियम आदि से संबंधित विवाद और मतभेद पैदा हो सकते हैं, पैतृक धन या सम्पत्ति के मामलों को ध्यान और धैर्य से निपटाना चाहिए। हो सकता है कि उच्च शिक्षा,आध्यात्मिक कामों और यात्रा के लिए यह समय सही न हो। लव - प्रेम संबंधित मामलों के लिए समय अधिक अनुकूल नहीं है इसलिए समय के अनुसार आचरण करें और अपने प्रियतम से ज्यादा मिलना जलने का प्रयास ना करें इससे आपका प्रेम जीवन अच्छे से चलता रहेगा और आप किसी भी प्रकार के लड़ाई झगड़े से बच जाएंगे। व्यवसाय - वेतन में वृद्धि या पदोन्नति या स्थायी आर्थिक स्थिति की अच्छी संभावनाएं हैं। आप अपने व्यापार के सौदों में अपेक्षित मुनाफ़े से अधिक लाभ प्राप्त करेंगे। स्वास्थ्य - खान पान कि आदत का सीधा असर आपके आरोग्य पर पडेगा और आप गलत साबित होगे कि आप शारिरिक रूप से हंमेशा दुरस्त रहेगे। भाग्यशाली रंग: किरमजी, भाग्यशाली अंक: छ पॉजिटिव - सामाजिकता और भाईचारा आपको नए ताल्लुक़ात, अनुबंधों और आमदनी के अतिरिक्त साधनों को प्राप्त करने में मदद करेगा। आप चीज़ों को सुधारना चाहते हैं और केवल उन लोगों या चीज़ों को अपने पास रखना चाहते हैं जिनकी आपको सच में ज़रूरत हैं। नेगेटिव - आपकी लापरवाही आपको परेशानियों में डाल सकती है इसलिए आप अपने आस-पड़ोस को लेकर अधिक चौकस रहें। किसी को कुछ भी बोलने से पहले दो बार सोचें क्योंकि बिना सोचे-समझे कुछ भी बोलना आपके लिए परेशानी पैदा कर सकता है। लव - आप विवाहित हैं तो आपके लिए समय काफी बेहतर है और जीवन साथी के साथ अच्छा पल बिताने का मौका भी मिलेगा साथ ही साथ आप के पारस्परिक तालमेल के बेहतर होने से दांपत्य जीवन खुशी से बीतेगा। व्यवसाय - यदि कहीं आर्थिक लाभ के लिए निवेश करते हैं तो आपको उसके बारे में सभी जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है। तभी आपको अच्छी सफलता प्राप्त हो सकती है। अचल संपत्ति प्राप्ति के लिए प्रयास कर सकते हैं। स्वास्थ्य - अपने मन पर अंकुश पाये यही आज का गणेश जी कि ओर से आपको उपदेश है। भाग्यशाली रंग: गुलाबी, भाग्यशाली अंक: आठ पॉजिटिव - रहस्य, परिवर्तन और जीवन को बदलने वाली घटनाओं की अपेक्षा करें। आपके बच्चे विदेशी यात्रा कर सकते हैं या विदेशियों के संपर्क में आ सकते हैं। अब आप सामान्य रूप से अधिक स्वतंत्र हो गए हैं। आपके पिता या पिता जैसे किसी व्यक्ति जैसे चाचा या अध्यापक आदि के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण है। नेगेटिव - समझदार बने और सतर्क रहें। आपके तर्कसंगत निर्णय आपको बड़ी सफलता दिलवाएंगे। कठिनाइयों की वजह से न रुके और कार्य को बीच में न छोड़े। याद रखें कि जब रात अधिक अँधेरी हों तो समझ लें दिन आने वाला है। लव - सिंगल लोग जीवन में नए प्यार के आगमन की उम्मीद कर सकते हैं। यह अत्यधिक ऊर्जा से भरपूर और आवेशपूर्ण संबंध हो सकता है। आपके पति/पत्नी और पार्टनर के लिए यह समय अधिकतर अच्छा रहेगा। व्यवसाय - आपके लिए किसी तरह के नए कार्यों में सफलता प्राप्त हो सकती है। किसी तरह का निवेश करना चाहते हैं तो कर सकते हैं परंतु निवेश का स्थान सुनिश्चित होना चाहिए और परिपक्व होना चाहिए। जिससे की आर्थिक लाभ में नुकसान न उठाना पड़े। स्वास्थ्य - शरीर और मन एकदम फिट रहेंगे। भाग्यशाली रंग: आसमानी, भाग्यशाली अंक: एक पॉजिटिव - उच्च शिक्षा,आध्यात्मिक गतिविधियों और यात्रा के लिए भी यह एक अच्छा समय हो सकता है। आपके भाई/बहन, पड़ोसियों और सहयोगियों के लिए यह महत्वपूर्ण समय है क्योंकि वो एक नया पार्टनर और नए मौक़ों को पा सकते हैं। मजबूत फाइनेंस और पारिवारिक घनिष्टता आपके जीवन को मधुर बनाएँगे। नेगेटिव - आप अपनी छवि को खतरे में पा सकते हैं। परिवार और आर्थिक मामलों पर आपका ध्यान केंद्रित रहेगा। इन क्षेत्रों में रहस्य, बदलाव, बीमारी और जीवन को बदलने वाली घटनाओं की अपेक्षा करें। आपको अपने गुस्से को नियंत्रित करने के विषय में जागरूक रहने की आवश्यकता है। लव - प्रेम संबंधों को लेकर स्थितियां अनुकूल रहेंगी। आपके प्रेमीजन से आपसे विचार अच्छे मिलेंगे। यदि किसी कार्य को मिल-जुलकर करने का प्रयास है तो वह सफल हो सकता है। व्यवसाय - आपके सगे संबंधियों से सहयोग प्राप्त हो सकता है तथा आर्थिक लाभ के लिए किया गया प्रयास सफल होने की संभावना पाई जाती है। बुद्धि और वाणी से धन अर्जित करने का प्रयास सफल हो सकता है। स्वास्थ्य - आंखो को जलन जैसी बिमारीया हो सकती है। भाग्यशाली रंग: लाल, भाग्यशाली अंक: नौ पॉजिटिव - प्रसिद्धि, लोकप्रियता, सामाजिक सर्किल में विस्तार, दोस्तों विशेष रूप से महिला मित्र के साथ बिताए गए समय, में विस्तार हो सकता है। अगर आप सीनियर पद पर या टीम लीडर हैं, तो आपकी टीम के कई सदस्य और कर्मचारी इस साल कही अन्य जगह प्रस्थान कर सकते हैं। नेगेटिव - आप सब्र और सक्रिय सोच के साथ छोटे कदम उठाते हैं हालांकि, कभी-कभी आप अपने काम से विचलित हो सकते हैं। अलगाव प्राप्त करने से आपको परेशानी हो सकती है। करियर में चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। आपका करियर एक बिंदु पर आकर अचानक नया मोड़ ले सकता है। लव - आप अपने प्रेमी या प्रेमिका को घर परिवार में मिलाने का प्रयास कर रहे हैं तो वह सफल हो सकता है। आप अपने परिवार वालों की इजाजत से कहीं घूमने फिरने का भी प्लान कर सकते हैं। व्यवसाय - ऐसे सहयोगी से सावधान रहें, जिनके साथ आपके नियमित रूप से मतभेद होते हैं और जो आपके रास्ते में बाधाएं पैदा करते हों। व्यस्त समय रहेगा और काम में ख़ुशी प्राप्त करने के लिए आपको पहल लेनी होगी। स्वास्थ्य - आरोग्य एकदम अच्छा रहेगा, आज कोई फरियाद नही उठेगी। भाग्यशाली रंग: केसरी, भाग्यशाली अंक: चार पॉजिटिव - आपको शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। समय आपके लिए अच्छा है। जीवन अभी आपको जो भी दे रहा है आप उसे लेकर उत्साहित हैं और सब कुछ पा लेना चाहते। जो लोग जो लोग रिश्तों में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, वो पहले से चीज़ें को बेहतर पाएंगे और अपने संबंधों में एक रोशन चरण को देखेंगे। नेगेटिव - और धन, बल और प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी। और दूसरों पर तुरंत प्रभाव जमाने के लिए आप कुछ धन खर्च करने के इच्छुक रहेंगे।। अधिक विलासिता को नज़रअंदाज़ करें और फ़ालतू ख़र्चों पर नजर रखें। अपनी सफलता का जश्न मनाने में खो न जाएँ बल्कि इसकी जगह अपने लक्ष्यों पर अपने ध्यान को केंद्रित करें। लव - प्रेमीजन के आपसी सामंजस्य बेहतर होने से एक दूसरे के साथ प्रेम व्यवहार काफी अच्छा हो सकता है। पारिवारिक स्थितियां अच्छी हो सकती हैं। दांपत्य जीवन अच्छा हो सकता है। व्यवसाय - आप में से कई लोगों की आमदनी में वृद्धि होगी। आपका व्यापार और आर्थिक स्थिति और अधिक मजबूत होगी। आपकी निपुण रणनीतियों के कारण आपका हर काम पूरा होगा। स्वास्थ्य - बुखार जैसी वायरल बिमारी हो सकती है। भाग्यशाली रंग: गोल्डन, भाग्यशाली अंक: नौ पॉजिटिव - कुछ अलग करने की आपकी इच्छा आपके सभी निर्णयों को निखारेगी। प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं या करियर से संबंधित परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए यह अच्छा समय है। कार्य-स्थल पर आप कई चुनौतियों का सामना करेंगे और इनसे निराश नहीं होंगे; बल्कि, यह चुनौतियाँ आपके मनोबल को बढ़ाएंगी। नेगेटिव - धोखाधड़ी की संभावना है इसलिए समस्याओं को दूर करने के लिए सावधानी बरतें। कई बाधाओं को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपके भतीजे या भतीजी से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण घटनाएँ होने की संभावना है। कभी-कभी आपकी धीमी गति आपको परेशान करेगी। लव - पति-पत्नी के आपसी मेलजोल से किसी भी कार्य को सफल बनाया जा सकता है। यदि इस माह में वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न होने वाला है तो वह अच्छे से हो सकता है। व्यवसाय - आपको किसी प्रोजेक्ट में अपने सहयोगियों का नेतृत्व करने का मौका मिलेगा लेकिन उन्हें कम न समझें। हालाँकि टीम-वर्क से आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे। स्वास्थ्य - मानसिक स्थिति ठीक नही रहेगी, इस समय आप अस्थिर दिमागी स्थिति का अनुभव भी कर सकते हैं। भाग्यशाली रंग: गुलाबी, भाग्यशाली अंक: सात Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Aaj Ka Rashifal Dainik Bejan Daruwalla in Hindi 29 January 2020 Rashifal Daily Horoscope
http://www.poojakamahatva.site/2020/01/2-5.html
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abhay121996-blog · 3 years
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आदमी की बिसात कुछ नहीं, सत्ता, ताकत और पैसे-शोहरत अहंकार सब बेकार हैः कुमार विश्वास Divya Sandesh
#Divyasandesh
आदमी की बिसात कुछ नहीं, सत्ता, ताकत और पैसे-शोहरत अहंकार सब बेकार हैः कुमार विश्वास
कोरोना की दूसरी लहर में परेशान लोगों की मदद को ढेरों लोग सामने आ रहे हैं। मशहूर कवि भी उन्हीं में से एक हैं, जिन्होंने मदद का हाथ गांवों तक बढ़ाया है, जहां दूसरी लहर से सबसे ज्यादा नुकसान होने का अंदाजा है। मदद का यह कारवां कैसे बढ़ रहा है, इस पर कुमार विश्वास से कोमिका माथुर ने बात की। प्रस्तुत हैं मुख्य अंश :
इस महामारी में आपने अपने स्तर पर गांवों में मदद पहुंचाने की पहल की है। कैसी स्थिति है गांवों में? मई के आसपास की बात है, जब पहली कॉल गांव से आई। तब मेरे अंदर अलार्म बजा। तब तक सरकारें भी जागरूक नहीं हुई थीं। दरअसल, मेरे यहां गांव से एक आदमी आता है काम करने। उसने मुझे बताया कि उसे अपने गांव में बुखार की दवा तक नहीं मिल रही है। तब हमने गांवों के प्रधानों के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल की और कहा कि गांव के किसी सार्वजनिक स्थान या किसी बड़ी जगह में आप कुछ खाट या फोल्डिंग रखवाने का इंतजाम करें। डॉक्टर और दवा मैं आप तक पहुंचाऊंगा। हमने कोविड केयर सेंटर बनवाने शुरू किए। मैंने कुछ मुख्यमंत्रियों से भी बात की, जो मेरे निकट हैं। लगभग 10 मुख्यमंत्रियों में से 4 ने इस काम में रुचि दिखाई। उनमें से तीन ने इसे अपने प्रदेशों में लागू किया। इसके अलावा हमने गांव वालों के लिए एम्स की गाइडलाइंस के हिसाब से कोविड केयर किट तैयार की। जो बड़े गांव थे, वहां ऑक्सिजन कंसंट्रेटर रखवाए, ताकि जब तक ऑक्सिजन युक्त एंबुलेंस पहुंचे, तब तक आदमी बच सके।
रोज ही दिल दहलाने वाली खबरें, तस्वीरें और वीडियोज आ रही हैं। एक आम शख्स परेशान हो कर सोशल मीडिया और खबरों से कुछ वक्त के लिए खुद को अलग कर सकता है, लेकिन आपके पास तो सुबह से रात तक मदद की फरियादें आती हैं। अकेले में या रात को सोते वक्त भी क्या यही सब नहीं घूमता रहता मन में? रात को अगर कुछ देर के लिए आंख लग जाती है तो सपने भी यही आते हैं। मैंने अपने सार��वजनिक जीवन में इतना मोबाइल कभी इस्तेमाल नहीं किया, जितना इस दौरान। कुछ वक्त पहले एक बच्ची ने ट्वीट किया कि उसके पिता को मदद चाहिए। उन्हें हमने यशोदा हॉस्पिटल में एडमिट कराया, दो बार प्लाज्मा दिलवाया, रेमिडेसिविर भी दिलावाई। फिर खबर आई कि वह चल बसे। हमने उन्हें अस्पताल से निकवाने से लेकर श्मशान में उनके अंतिम संस्कार तक का सारा इंतजाम करवाया। ऐसे माहौल में आप रचनात्मक बहुत कुछ नहीं कर सकते, और मुझे लगता है कि रचनाकार होने के नाते मेरी पहली जिम्मेदारी है समाज में अपना योगदान देना।
ऐसे भी कुछ मामले होंगे जहां मदद पहुंचाने के बाद भी आप सामने वाले को बचा नहीं पाए। ऐसे मामलों से उबर पाते हैं? निराशा यह होती है कि हमारे पास शक्ति नहीं है। वैसे मेरा मानना है कि अगर संकल्प होता है तो शक्ति आ ही जाती है। पर कई बार लगता है कि जिनके पास शक्ति है या जिन्हें हमने शक्ति दिलाई, वे सब रात को कैसे सोते होंगे! ऑक्सिजन एक दिन में तो खत्म नहीं हुई है। महीना भर चलती रही यह क्राइसिस, लेकिन यहां तो एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का खेल चल रहा था। लोग मरते रहे, दम तोड़ते रहे। महामारी थोड़ा नियंत्रण में आ जाए तो मैं किसी ऐसी जगह पर जहां चिकित्सा सुविधाएं नहीं हैं, एक अस्पताल खोलूंगा।
इस दौरान का क्या कोई ऐसा वाकया है जो हमेशा आपके साथ रहेगा? ऐसे कई वाकये हैं। गाजीपुर में एक महिला ने लिखा कि वह साढ़े आठ महीने की प्रेग्नेंट है। उसके पति का देहांत हो चुका है। हमने उसे अस्पताल में बेड दिलवाया। एक पुराने दोस्त की ऑक्सिजन 70 पहुंच गई थी। उसकी बेटी ने मुझे आयरलैंड से रोते हुए फोन किया। मैंने दो घंटे के अंदर उसे आईसीयू, वैंटिलेटर, रेमिडेसिविर दिलवाई। उसे दो बार प्लाज्मा चढ़ा। अब वह स्वस्थ है और ईद से पहले घर आ गया था। इसके बाद उसकी बिटिया ने मुझे मैसेज किया, अंकल इतनी बड़ी ईदी मुझे कोई नहीं दे सकता था। ऐसे अनगिनत किस्से हैं। लेकिन ये सब काम मैं अकेले नहीं कर सकता था। यह सब इस नेक काम के लिए मेरे साथ खड़े होने वाले लोगों की वजह से हो पा रहा है।
क्या ऐसा भी हुआ कि एक तरफ आपके परिवार में भी इस महामारी से जुड़ी कोई परेशानी आई हो, और दूसरी ओर आपको मदद के लिए अलग-अलग लोग कॉल भी कर रहे हों? ऐसे में दोनों स्थितियों को कैसे संभाला आपने? मेरे बड़े भाई को कोरोना हो गया था। वह जिस शहर में थे, वहां मैं अपनी बात नहीं पहुंचा पा रहा था। लेकिन लोग निकल आते हैं। एक पत्रकार दोस्त ने मुझे मैसेज किया। फिर वहां के सबसे बड़े अस्पताल के मालिक ने मुझे फोन किया और कहा, आप पूरी दुनिया की मदद कर रहे हैं। आप परेशान न हों। उन्होंने एंबुलेंस भेजी, दवा का भी इंतजाम किया। मेरी रिश्तेदारी में 1-2 लोगों की मौत भी हो गई। अपने एक भाई के ससुर को मैं वक्त पर बेड नहीं दिला पाया। उनकी मौत हो गई। ऐसे में अपराधबोध भी होता है।
इस महामारी से आपने क्या सीखा? आदमी की बिसात बहुत कम है। उसे सत्ता, ताकत, पैसे और शोहरत का जो अहंकार है, यह सब बेकार है। अंत में आपकी सोच जिंदा बचती है। जब मैं राजनीतिक रूप से बहुत ज्यादा एक्टिव था तो एक वक्त ऐसा भी था कि मैं सरकार भी बना सकता था। उस वक्त मुझसे किसी बड़े पत्रकार ने पूछा था कि आप कुछ खराब भी नहीं करना चाहते हैं और सम्मानित भी रहना चाहते हैं। आप आखिर चाहते क्या हैं? आपके पास न पार्टी बच रही है, न सत्ता और न रिश्ते। तो मैंने उनसे कहा, मैं चाहता हूं कि आज या मेरे जाने के बाद मेरी सोच जिंदा रहे।
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jmyusuf · 6 years
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महिला दिवस विशेष...
 “कुछ भी हो सकता है” एक लड़की ने चिहुंक कर कहा, “जब अभिषेक को ऐश्वर्या मिल सकती है तो कुछ भी हो सकता है.” सहमति में एक साथ कई सिर हिले ‘क्यों भला?’ जबाब लगभग एक, ‘कहां वो ब्यूटी क्वीन, मिस वर्ल्ड और सुपर स्टार. कहां ये फ्लॉप एक्टर.’ “हां बिल्कुल सही बात है, ऐश्वर्या को तो बल्कि सलमान खान से शादी कर लेनी चाहिए थी, थोड़ी मार-पिटाई ही तो करता था, और सरे आम थोड़ी सी बेइज़्ज़ती. है तो अभी तक सुपर स्टार ही.” यह एक सन्नाटा था ये सुविधाओं, बराबरी के मौकों और आत्मविश्वास से लबरेज़ आधुनिक लड़कियां हैं. पढ़ाई और रिज़ल्ट का औसत भी लड़कों से बेहतर. फिर भी परवरिश की कंडीशनिंग ऐसी कि करियर की बुलंदी पर पहुंचने के बाद भी जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि खुद से ज़्यादा सफल और कमाने वाला पति हासिल करना हो जाता है.   दहेज़ में मिली कार की ड्राइविंग सीट पर चौड़ा सीना किए बैठे एक परिचित से पहले भी इस तरह के मुद्दे पर लंबी बहस हो चुकी है. अभिषेक, अभिनेता भले ही औसत हों लेकिन मेरी नज़र में इंसान आला दर्जे के हैं. कई सारे सफल व्यक्तित्वों के बीच खड़े एक औसत सफलता वाले इंसान के लिए अपना आत्मसम्मान बरकरार रख पाना बहुत संयम और गरिमा का काम होता है. वो भी तब, जब उन सफलतम व्यक्तियों में से एक उसकी पत्नी हो.  अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में, रेड कार्पेट पर, पुरस्कार समारोहों में, अभिषेक जिस गरिमा और समग्रता के साथ पत्नी के साथ खड़े होते हैं, वह काबिले तारीफ है ये कर पाना मुश्किल इसलिए भी है हमारा दोमुंहा समाज अपनी सरंचना में तिनका बराबर फेरबदल देखकर भी असंयमित हो उठता है. किसी के बारे में कुछ भी कह सकने का अभिमान रखने वाला सोशल मीडिया अभिषेक को लेकर ऐसे बेशर्म चुटकुलों से भरा पड़ा है. बावजूद इसके कि हमारी बुद्धि और कर्म को हर कोण से प्रभावित और नियंत्रित कर रही फिल्म इंडस्ट्री ऐसे उदाहरणों से भरी पड़ी है जहां करियर की ढलान पर पहुंची अभिनेत्रियों ने सफल और शादीशुदा उद्योगपतियों की ट्रॉफी वाइफ बनना स्वीकार किया है. उस बिज़नेस डील को, जिसमें एक को आर्थिक सुरक्षा और दूसरे को कैमरा लेंसों की अटेंशन मिलती है, हम खूब शोर-शराबे के साथ परिकथा के तर्ज पर साल की सबसे सुंदर प्रेमकहानी वाली हेडलाइन बनता देखते हैं. सालों तक उन्हें प्रेम में डूबे पिक्चर पर्फेक्ट जोड़ी मानकर निहारा करते हैं. लेकिन जैसे ही परिदृष्य बदलता है, पति-पत्नी एक-दूसरे से जगह की अदला-बदली करते हैं, हमारी चेतना बेचैन करवटें बदलने लगती है.  पेप्सिको की चेयरपर्सन इंद्रा नुई का एक वीडियो यु ट्यूब पर देख रहा था ।. इंद्रा को अमेरिकी गृह मंत्रालय की ओर से सम्मानित किया जाना था. उन दिनों प्रवासी भारतीयों के अखबार इंडिया अब्रॉड में छपे इंद्रा के एक इंटरव्यू की बड़ी चर्चा थी. उस इंटरव्यू में इंद्रा ने अपनी कामयाबी का सेहरा अपने पति राज के सिर बांधते हुए कहा था, “जो लड़कियां मेरी तरह अपने करियर में सफल होना चाहती हैं जाओ पहले अपने ‘राज’ को ढूंढ लाओ.” राज उस रोज़ भी उनके साथ थे. सौम्य और गरिमामय. “आपकी बड़ी तारीफ सुनी है”, मैंने राज से कहा. “अच्छा, मेरे बारे में कौन बात करता है भला”, उन्होंने मुस्कुराते हुए पूछा. “मैं, और कौन?” बालसुलभ चपलता से इंद्रा ने जवाब दिया था. पूरे इंटरव्यू के दौरान राज कैमरे के फ्रेम से बाहर उसी सौम्यता से खड़े रहे और इंटरव्यू पूरा होते ही इंद्रा का हाथ पकड़कर पार्किंग की ओर बढ़ गए. उन दोनों की वो प्यार भरी छवि कई साल बाद भी मेरे जेहन में ताज़ा है. हालांकि राज एक बड़ी कंपनी के अध्यक्ष हैं और कई दूसरी कंपनियों के बोर्ड मेंबर भी हैं फिर भी  राज नूई के नाम से गूगल कीजिए, वो इंद्रा के पति के तौर पर ही सामने आएंगे. ये परिचय दुनिया के तमाम सफलतम कंपनी प्रमुखों और अध्यक्षों के जीवनसाथियों जैसा ही है. बस किरदारों की प्लेसमेंट,  जेंडर के प्रचलित मापदंडों के हिसाब से नहीं है. और यहीं आकर गड़बड़ शुरु हो जाती है. सफल पति के पीछे उसकी अनुगामिनी बनी पत्नी समाज के लिए पिक्चर पर्फेक्ट है. इस तस्वीर में जैसे ही पति और पत्नी ने अपनी जगहों की अदला-बदली की, सारे समीकरण डगमगाने लगते हैं. वैसे भी हमे शुरू से बताया गया, हर सफल आदमी के पीछे एक औरत होती है. लेकिन ज़्यादातर औरतें अपनी सफलता के साथ अकेली रह जाती हैं. यही नहीं उनकी सफलता का पीछा करतीं चलती हैं, कई असंतुष्टियां और आहत अहम, और चलते हैं उसके छोड़े अधूरे काम जिन्हें वो चाहकर भी पूरा नहीं कर सकती. इस तरह कामयाब औरत अपनी कामयाबी को भी बोझ कर तरह ढोती चली जाती है. इन्द्रा से हुई उस मुलाकात के कुछ सालों बाद उनके इंटरव्यू का एक और वीडियो क्लिप वायरल हुआ जिसमें उन्होने स्वीकारा कि, “औरतें बस सोचती हैं कि उन्हें सबकुछ मिल गया है लेकिन हकीकत में ऐसा होता नहीं है, वो कितनी भी कोशिश कर लें, उनसे कुछ ना कुछ ज़रूर छूट जाता है.” ऐसा इसलिए नहीं होता कि औरतों के करने में कुछ कमी रह जाती है, बल्कि इसलिए कि उससे सबकुछ एक साथ उठाकर चलने की उम्मीद की जाती है. और उसे बांटने वाला अगर कोई पुरुष सामने आए तो सामाजिक छिद्रान्वेषी अपने तानों से उसे वहीं का वहीं ध्वस्त कर देंगे.   पति पत्नी एक दूसरे के पूरक होते हैं, सही है, लेकिन कोई इस रिश्ते में किस तरह की पूर्णता चाहता है वो हर संबंध का निजी फैसला होना चाहिए. सामाजिक परिपाटी का इससे कोई भी लेना देना क्यों हो? इस बार वीमेन्स डे पर पढेंने में आए ढेरों संदेशों में से एक दिल को छू गया,“Teach your daughters to worry less about fitting into glass slippers and more about shattering glass ceilings” तो सिन्ड्रेला को पीछे छोड़ते हुए शीशे की एक छत ऐसी भी तोड़ी जाए कि लड़कियां रह जाएं पेड़ की तरह सतर और अपनी ज़िंदगी के सबसे ज़रूरी रिश्ते में सहारा नहीं बल्कि सहजता और आत्मविश्वास ढूंढें.  
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vivekediting-blog · 7 years
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bhojpatra vashikaran mantra
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bhojpatra vashikaran mantra
bhojpatra vashikaran mantra
यदि आप किसी के दिल में अपने लिए जगह बनाना चाहते हैं या ऑफिस में आप प्रमुख हो जाएं सब आपकी प्रशंसा करें ऐसा करना चाहते हैं बॉस आपकी तारीफ करें तथा आपकी तरक्की अति शीघ्र होने लगे और आप से सभी लोग प्रेम करने लगे आपका सम्मान करने लगे आपको सम्मानित नजरों से देखें इसके लिए आपको किसी दिन सुबह उठकर स्नान कर स्वच्छ होकर आसन लगा कर बैठ जाए और एक भोजपत्र का आयताकार टुकड़ा लेकर उस व्यक्ति का नाम या अपने बॉस का नाम लिख दें जिससे आप प्रेम सम्मान अनुराग पाना चाहते हो तथा मन-ही-मन भगवान कृष्ण को स्मरण करते रहें और और उस टुकड़े को किसी शहद की शीशी में डूबा कर रख दे तथा जब भी उस व्यक्ति की नजर आप पर पड़े या वह आपकी तरफ देखें तब उस शीशी को प्यार से अपने दाहिने हाथ से स्पर्श करें इस प्रयोग से  उस व्यक्ति के मन में आप के प्रति प्रेम भावना एवं सम्मान  बढ़ेगा  तथा वह धीरे-धीरे आपका मुरीद हो जाएगा और  आपको पसन्द करने लगेगा  यह  एक सफल प्रयोग है यह कभी विफल नहीं होता है ।
भोजपत्र के टोटके/उपाय/उपयोग, भोजपत्र यंत्र, भोजपत्र मंत्र वशीकरण- इससे पहले की हम आपको भोजपत्र से जुड़े जादू-टोटके व वशीकरण मंत्र साधना के बारे मे बताए जरूरी है की उससे पहले आप जान ले की भोजपत्र का संबंध एक खास पेढ की छाल से होता है, न की जैसा अक्सर हम सोचते है की ये कोई पत्ता है। दरअसल ये भोजपत्र हिमालय की घाटियों में पाये जाते है और ये 15 से 20 मीटर ऊंचे वृक्ष की छाल होती है, जोकि गहरे रंग के होते है और क्यूकी ये लंबे समय तक खराब नहीं होते तो इसको संभाल के रखा जा सकता है। जिनका इस्तेमाल वैसे दवाई बनाने के लिए भी किया जाता है। दवाई के अलावा इसका इस्तेमाल टोने-टोटके और पूजा-पाठ में भी किया जाने लगा है।
आपको बता दे की भोजपत्र की टहनी की धूप के प्रयोग से भूत–प्रेत व जिन्न आदि को भगाने का काम किया जाता हैं। यही नहीं कई साधना ऐसी भी होती है जिसमे भोजपत्र के ऊपर भौरवी, काली, देवी लक्ष्मी, कामाख्या आदि के वशीकरण  मंत्र को लिखकर सिद्ध करने से व्यक्ति अपनी कामना पूरी कर सकता है। जैसे की अगर आप किसिकों अपने वश मे करना चाहते हो तो “ऊँ नमः सर्व लोक वशं कराय कुरु कुरु स्वाहा!” मंत्र को भोजपत्र पर लिख दे और फिर मंत्र का एक लाख बार जाप करके इसे अपने पर्स मे रख ले या फिर हाथ पर बांध ले। ऐसा करके आप किसीको भी अपने वश मे कर सकते है।
इसी प्रकार एक और मंत्र है जिसका इस्तेमाल बहुत से महिलाए अपने पतियों को वश मे करने के लिए करती है, क्यूकी देखा गया है कि बहुत से दंपतियों के जीवन मे शादी के बाद पति की नज़र किसी दूसरी महिला की ओर जाने लगती है, ऐसे मे वो स्त्री पति को वश मे करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग कर सकती है, मंत्र है: “ऊँ नमः अदि पुरुषाय अमुकं कुरु कुरु स्वाहा!!” कोई भी स्त्री अगर अपनी अनामिका के खून से भोजपत्र पर इस बताए मंत्र को लिखे और फिर उसे शहद में डूबोकर रख दे, तो ऐसा करके वो अपने पति को वश मे कर सकती है, साथ ही पति-पत्नी के बीच प्यार व्यवहार भी बढ़ता है, दोनों के जीवन मे मधुरता भी आती है। आप इस मंत्र मे बस अमुकं शब्द की जगह पति का नाम लिख दे और 108 बार जाप करते वक़्त भी अमुकं शब्द की जगह पति का नाम बोले।
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सिर्फ पति-पत्नी के बीच के रिश्ते की ही बात हम नहीं करेंगे, बल्कि इसके अलावा अगर कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे को अपनी ओर आकर्षित करना चाहता है, जिससे वो प्यार करत है तो इसके लिए वो सच्चे मन से श्री कृष्ण भगवान का नाम लेते हुए, उसका नाम भोजपत्र पर लाल चंदन से लिख दे फिर उसे शहद की डिब्बी में डुबोकर एक शीशी मे बंद कर रख दें। फिर जब भी समय मिले तो आप उस व्यक्ति को याद करते हुए, उस शीशी को अपने दाहिने हाथ से सहला दे। माना गया है की ऐसा करने से वो व्यक्ति के दिल मे आपके लिए प्रेम जागने लगता है। यही नहीं अगर आप भोजपत्र पर शनिवार की रात को रक्त चन्दन से अनार की कलम से ‘ॐ ह्वीं‘ लिखे और नित्य पूजा करने से अपार विद्या, बुद्धि प्राप्त होती है।
भारतीय धार्मिक तंत्र मंत्र साधनाओं में  भोजपत्र का उल्लेख मिलता है  तथा इस पद भोज पत्रों में ही तंत्र विद्या एवं मंत्र आदि का  चित्रण मिला  और इसके द्वारा ही  पूर्ण रूप से मंत्रों की व्याख्या की गई भोजपत्र  से वशीकरण अत्यंत प्रभावशाली होता है एवं इसके टोटके करने से सदैव कार्यों की पूर्ति होती है|
भोजपत्र वशीकरण मंत्र-
ॐ नमहः सर्व लोकः वशं करायः कुरु कुरु स्वाहः
विधि – किसी पुष्य नक्षत्र में एक लाख बार मंत्र को जप कर एवं भोजपत्र में लिखकर यदि आप अपने पर्स में या फिर हाथ में बांध लेते हैं तो आपके अंदर एक सम्मोहन शक्ति उत्पन्न हो जाती है जिससे आप किसी को भी सम्मोहित कर सकते हैं एवं अपने कार्यों की पूर्ति उसके द्वारा करा सकते हैं ।
भोजपत्र से  पत्नी वशीकरण –
यदि आपकी पत्नी  आप से प्रेम नहीं करती है  तो अपनी पत्नी को  अपने वश में करने के लिए स्नान कर स्वच्छ किसी रविवार की रात्रि को आसन लगा कर बैठ जाए और भोजपत्र में  मंत्र  लिख दें एवं मंत्र में  आमुख के स्थान पर  अपनी पत्नी का  या प्रेमिका का नाम लिखते हैं एवं इस समय आपको लगातार या मंत्र जपते रहना है इन मंत्रों का आप को सवा लाख बार जप करना है मन मंत्र जाप समाप्त होने पर भोजपत्र पर लिखा मंत्र  अभिमंत्रित हो जाएगा और उसका आप एक यंत्र बना लें एवं कामाख्या देवी  का  स्मरण करते हुए  अपनी मनोकामना सिद्धि के लिए  प्रार्थना करें  आपकी पत्नी  या प्रेमिका आपकी तरफ  आकर्षित  होना प्रारंभ कर देगी और कुछ ही समय में  वह आपके वश में होगी एवं आपकी इच्छाओं की पूर्ति करने लगेगी
भोजपत्र मंत्र-
ॐ नमः कामाख्यः देवी अमुकं मे वशंमः करी स्वाहः
भोजपत्र पति वशीकरण –
यदि पति पत्नी के बीच प्रेम में मधुरता कम हो गई है या आपके पति का किसी अन्य महिला के साथ कोई संबंध है तो आप अपने पति को मंत्रों के द्वारा अपने वश में कर सकते हैं तथा अपनी सौतन से पूर्ण रुप से छुटकारा पा सकती हैं इसके लिए आपको सुबह स्नान कर स्वच्छ होकर भोजपत्र में मंत्र लिखकर 108 बार जप करना चाहिए और मंत्र में अमुक के स्थान पर अपने पति का नाम लिखना चाहिए मंत्र को भोजपत्र में लिखने के लिए अपनी अनामिका उंगली के रक्त का प्रयोग करना चाहिए और उस भोजपत्र के टुकड़े को  मंत्र  समाप्ति के पश्चात किसी  शहद की शीशी में डुबोकर एकांत स्थान पर रख दें कुछ ही समय पश्चात आप पाएंगे  कि आपके पति के स्वभाव में परिवर्तन आया है और उनकी मनोवृति आपके लिए बदली है  धीरे-धीरे वह आपके वश में हो जाएंगे  एवं  अन्य स्त्री का मोह त्याग देंगे ।
मंत्र-
ॐ नमः अदि पुरुषायः अमुकं कुरु कुरु स्वाहः
टोटके –
भोजपत्र से शत्रु नाश –
यदि आपका शत्रु आपको परेशान कर रहा है एवं आपकी के कार्यों में बाधा पहुंचा रहा है तो उसको रोकने के लिए  सुबह स्नान कर स्वच्छ होकर आसन लगा कर बैठ जाए और एक भोजपत्र  के टुकड़े में  अपने शत्रु का नाम लाल चंदन से लिख दें और उस भोजपत्र के टुकड़े को शहद की शीशी में डुबोकर किसी एकांत स्थान पर रख दें कुछ ही समय में आपका शत्रु स्वयं ही समाप्त हो जाएगा या आपको परेशान करना बंद कर देगा ।
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ये भोजपत्र कितना असरदार होता है इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि सिर्फ इसकी जड़,  सहदेई की जड़, अनार की जड़, श्वेतार्क की जड़ और गुंजा की जड़ को पिसकर गोरोचन के साथ माथे पर तिलक करने से आप अपने दुश्मन को भी अपने वशीभूत कर लेंगे।
हम आपको एक और मंत्र के बारे मे बताते है, जोकि इस प्रकार है: “ॐ अमुंक वेगेन आकर्षण मणिभद्राये स्वाह”। किसी भी शनिवार की रात आप इस साधना को शुरू कर सकते है। शुरू करते वक़्त आप एक बर्तन में मंत्रो से सिद्ध की हुई वशीकरण गुटिका को रखे और फिर उसके सामने भोजपत्र रख दे। फिर उसके ऊपर केसर तथा कुमकुम मिला कर उससे चमत्कारी यंत्र का चित्र बना ले और फिर उसके बाद उस गुटिका तथा वशीकरण यंत्र की पूजा करने के बाद विधुत माला से बताए गए मन्त्र का जाप करे। मंत्र मे आप अमुंक की जगह उस इंसान का नाम ले जिसे वश मे करना है। जप पूरा होने के बाद भोजपत्र को चांदी के आमुलेट में बंद कर दे और उसे अपने गले में डाल ले, फिर उस वशीकरण गुटिका को अपने घर में  एक सन्दुक में डाल दे। बताई गई विधुत माला को आप अपने गले में धारण कर ले।  साधना विधि खतम होने के बाद आप इसके असर को देख पाएंगे की कैसे वो व्यक्ति आपकी ओर वशीभूत होता है।
Vashikaran done using Bhojpatra is duly written on Bhojpatra. Himalayan bhojpatra or Betula utilis is a birch tree indigenous to the Himalayas. This Bhojpatra grows at altitudes up to 14,800 ft. Many astrologers use this Bhojpatra Dwara for applying Vashikaran on a specific person to control her or his thinking power. The specific epithet denotes to the many uses of the unlike parts of the tree. The white, paper like skin of the tree was applied in ancient times for composing Sanskrit scriptures and texts to complete the book of ancient time. Astrologers still use this tree as paper for compiling the sacred mantras. These writing scriptures used as the bark invested in a talisman and worn for shelter.
Bhojpatra Vashikaran Mantra, Bhojpatra, is a thin strip taken from the Birch tree that is found mainly in the Himalayan region of India. These stripes are processed so that they can be used for the purpose of writing a handmade paper. It was extensively used during ancient and middle ages. And this was the paper on which all vashikaran mantras were initially written and it is always advisable that the vashikaran mantras on Bhojpatra.
Vashikaran mantras are written and energized with the use of Bhojpatra. The mantras are written using ink and pen on an auspicious day and time. But it is quite challenging to spell vashikaran with the use of Bhojpatra as the paper is expensive and hard to procure and mainly comes from outside of India. Further, the paper is crisp and can easily be damaged and destroyed. And also it requires a special kind of ink and pen to write the mantras on it.
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Bhojpatra Vashikaran mantra is used to control and bring under the influence of the person who is using this mantra. But one thing needs to be taken care that Bhojpatra Vashikaran mantra should always be used for positive purposes only because if they are used for negative intent they tend to harm the person using these mantras. Below is a common and the simple vashikaran mantra that can be used to overcome the day to day challenges of life.
“Oma Haarima Kreema aamaukaama aaaakaarshaay vaashyaama kuru kuru swaahaa”
Kesar, kum kum, chandan and neem are mixed together to make a paste. Once the paste is ready make picture of a chick on the Bhojpatra and then in a morning of tathan nakshtra perform a puja for great luck and wealth and chant the above mantra for 110 times. And if you want to control someone the amuk in the mantra should be replaced with the name of the person you want to control.
bhojpatra vashikaran mantra
Vashikaran Bhojpatra vidhi is one of the most effective ways of casting vashikaran and provides great results without any delay. It allows the person to who perform this vidhi to get control over the mind of the person and allows him to control the sentiments of the person on whom it is casted and can get anything done from him. The vidhi is also helpful in attracting and captivating someone who is not committed towards you and hates for the reason of some misunderstanding.
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bhojpatra vashikaran mantra
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भारतीय धार्मिक तंत्र मंत्र साधनाओं में  भोजपत्र का उल्लेख मिलता है  तथा इस पद भोज पत्रों में ही तंत्र विद्या एवं मंत्र आदि का  चित्रण मिला  और इसके द्वारा ही  पूर्ण रूप से मंत्रों की व्याख्या की गई भोजपत्र  से वशीकरण अत्यंत प्रभावशाली होता है एवं इसके टोटके करने से सदैव कार्यों की पूर्ति होती है|
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भोजपत्र वशीकरण मंत्र-
ॐ नमहः सर्व लोकः वशं करायः कुरु कुरु स्वाहः
विधि – किसी पुष्य नक्षत्र में एक लाख बार मंत्र को जप कर एवं भोजपत्र में लिखकर यदि आप अपने पर्स में या फिर हाथ में बांध लेते हैं तो आपके अंदर एक सम्मोहन शक्ति उत्पन्न हो जाती है जिससे आप किसी को भी सम्मोहित कर सकते हैं एवं अपने कार्यों की पूर्ति उसके द्वारा करा सकते हैं ।
भोजपत्र से  पत्नी वशीकरण –
यदि आपकी पत्नी  आप से प्रेम नहीं करती है  तो अपनी पत्नी को  अपने वश में करने के लिए स्नान कर स्वच्छ किसी रविवार की रात्रि को आसन लगा कर बैठ जाए और भोजपत्र में  मंत्र  लिख दें एवं मंत्र में  आमुख के स्थान पर  अपनी पत्नी का  या प्रेमिका का नाम लिखते हैं एवं इस समय आपको लगातार या मंत्र जपते रहना है इन मंत्रों का आप को सवा लाख बार जप करना है मन मंत्र जाप समाप्त होने पर भोजपत्र पर लिखा मंत्र  अभिमंत्रित हो जाएगा और उसका आप एक यंत्र बना लें एवं कामाख्या देवी  का  स्मरण करते हुए  अपनी मनोकामना सिद्धि के लिए  प्रार्थना करें  आपकी पत्नी  या प्रेमिका आपकी तरफ  आकर्षित  होना प्रारंभ कर देगी और कुछ ही समय में  वह आपके वश में होगी एवं आपकी इच्छाओं की पूर्ति करने लगेगी
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भोजपत्र मंत्र-
ॐ नमः कामाख्यः देवी अमुकं मे वशंमः करी स्वाहः
भोजपत्र पति वशीकरण –
यदि पति पत्नी के बीच प्रेम में मधुरता कम हो गई है या आपके पति का किसी अन्य महिला के साथ कोई संबंध है तो आप अपने पति को मंत्रों के द्वारा अपने वश में कर सकते हैं तथा अपनी सौतन से पूर्ण रुप से छुटकारा पा सकती हैं इसके लिए आपको सुबह स्नान कर स्वच्छ होकर भोजपत्र में मंत्र लिखकर 108 बार जप करना चाहिए और मंत्र में अमुक के स्थान पर अपने पति का नाम लिखना चाहिए मंत्र को भोजपत्र में लिखने के लिए अपनी अनामिका उंगली के रक्त का प्रयोग करना चाहिए और उस भोजपत्र के टुकड़े को  मंत्र  समाप्ति के पश्चात किसी  शहद की शीशी में डुबोकर एकांत स्थान पर रख दें कुछ ही समय पश्चात आप पाएंगे  कि आपके पति के स्वभाव में परिवर्तन आया है और उनकी मनोवृति आपके लिए बदली है  धीरे-धीरे वह आपके वश में हो जाएंगे  एवं  अन्य स्त्री का मोह त्याग देंगे ।
bhojpatra vashikaran mantra for love
मंत्र-
ॐ नमः अदि पुरुषायः अमुकं कुरु कुरु स्वाहः
टोटके –
भोजपत्र से शत्रु नाश –
यदि आपका शत्रु आपको परेशान कर रहा है एवं आपकी के कार्यों में बाधा पहुंचा रहा है तो उसको रोकने के लिए  सुबह स्नान कर स्वच्छ होकर आसन लगा कर बैठ जाए और एक भोजपत्र  के टुकड़े में  अपने शत्रु का नाम लाल चंदन से लिख दें और उस भोजपत्र के टुकड़े को शहद की शीशी में डुबोकर किसी एकांत स्थान पर रख दें कुछ ही समय में आपका शत्रु स्वयं ही समाप्त हो जाएगा या आपको परेशान करना बंद कर देगा ।
वरीयता प्राप्त करने हेतु-
यदि आप किसी के दिल में अपने लिए जगह बनाना चाहते हैं या ऑफिस में आप प्रमुख हो जाएं सब आपकी प्रशंसा करें ऐसा करना चाहते हैं बॉस आपकी तारीफ करें तथा आपकी तरक्की अति शीघ्र होने लगे और आप से सभी लोग प्रेम करने लगे आपका सम्मान करने लगे आपको सम्मानित नजरों से द���खें इसके लिए आपको किसी दिन सुबह उठकर स्नान कर स्वच्छ होकर आसन लगा कर बैठ जाए और एक भोजपत्र का आयताकार टुकड़ा लेकर उस व्यक्ति का नाम या अपने बॉस का नाम लिख दें जिससे आप प्रेम सम्मान अनुराग पाना चाहते हो तथा मन-ही-मन भगवान कृष्ण को स्मरण करते रहें और और उस टुकड़े को किसी शहद की शीशी में डूबा कर रख दे तथा जब भी उस व्यक्ति की नजर आप पर पड़े या वह आपकी तरफ देखें तब उस शीशी को प्यार से अपने दाहिने हाथ से स्पर्श करें इस प्रयोग से  उस व्यक्ति के मन में आप के प्रति प्रेम भावना एवं सम्मान  बढ़ेगा  तथा वह धीरे-धीरे आपका मुरीद हो जाएगा और  आपको पसन्द करने लगेगा  यह  एक सफल प्रयोग है यह कभी विफल नहीं होता है ।
भोजपत��र के टोटके/उपाय/उपयोग, भोजपत्र यंत्र, भोजपत्र मंत्र वशीकरण- इससे पहले की हम आपको भोजपत्र से जुड़े जादू-टोटके व वशीकरण मंत्र साधना के बारे मे बताए जरूरी है की उससे पहले आप जान ले की भोजपत्र का संबंध एक खास पेढ की छाल से होता है, न की जैसा अक्सर हम सोचते है की ये कोई पत्ता है। दरअसल ये भोजपत्र हिमालय की घाटियों में पाये जाते है और ये 15 से 20 मीटर ऊंचे वृक्ष की छाल होती है, जोकि गहरे रंग के होते है और क्यूकी ये लंबे समय तक खराब नहीं होते तो इसको संभाल के रखा जा सकता है। जिनका इस्तेमाल वैसे दवाई बनाने के लिए भी किया जाता है। दवाई के अलावा इसका इस्तेमाल टोने-टोटके और पूजा-पाठ में भी किया जाने लगा है।
आपको बता दे की भोजपत्र की टहनी की धूप के प्रयोग से भूत–प्रेत व जिन्न आदि को भगाने का काम किया जाता हैं। यही नहीं कई साधना ऐसी भी होती है जिसमे भोजपत्र के ऊपर भौरवी, काली, देवी लक्ष्मी, कामाख्या आदि के वशीकरण  मंत्र को लिखकर सिद्ध करने से व्यक्ति अपनी कामना पूरी कर सकता है। जैसे की अगर आप किसिकों अपने वश मे करना चाहते हो तो “ऊँ नमः सर्व लोक वशं कराय कुरु कुरु स्वाहा!” मंत्र को भोजपत्र पर लिख दे और फिर मंत्र का एक लाख बार जाप करके इसे अपने पर्स मे रख ले या फिर हाथ पर बांध ले। ऐसा करके आप किसीको भी अपने वश मे कर सकते है।
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इसी प्रकार एक और मंत्र है जिसका इस्तेमाल बहुत से महिलाए अपने पतियों को वश मे करने के लिए करती है, क्यूकी देखा गया है कि बहुत से दंपतियों के जीवन मे शादी के बाद पति की नज़र किसी दूसरी महिला की ओर जाने लगती है, ऐसे मे वो स्त्री पति को वश मे करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग कर सकती है, मंत्र है: “ऊँ नमः अदि पुरुषाय अमुकं कुरु कुरु स्वाहा!!” कोई भी स्त्री अगर अपनी अनामिका के खून से भोजपत्र पर इस बताए मंत्र को लिखे और फिर उसे शहद में डूबोकर रख दे, तो ऐसा करके वो अपने पति को वश मे कर सकती है, साथ ही पति-पत्नी के बीच प्यार व्यवहार भी बढ़ता है, दोनों के जीवन मे मधुरता भी आती है। आप इस मंत्र मे बस अमुकं शब्द की जगह पति का नाम लिख दे और 108 बार जाप करते वक़्त भी अमुकं शब्द की जगह पति का नाम बोले।
सिर्फ पति-पत्नी के बीच के रिश्ते की ही बात हम नहीं करेंगे, बल्कि इसके अलावा अगर कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे को अपनी ओर आकर्षित करना चाहता है, जिससे वो प्यार करत है तो इसके लिए वो सच्चे मन से श्री कृष्ण भगवान का नाम लेते हुए, उसका नाम भोजपत्र पर लाल चंदन से लिख दे फिर उसे शहद की डिब्बी में डुबोकर एक शीशी मे बंद कर रख दें। फिर जब भी समय मिले तो आप उस व्यक्ति को याद करते हुए, उस शीशी को अपने दाहिने हाथ से सहला दे। माना गया है की ऐसा करने से वो व्यक्ति के दिल मे आपके लिए प्रेम जागने लगता है। यही नहीं अगर आप भोजपत्र पर शनिवार की रात को रक्त चन्दन से अनार की कलम से ‘ॐ ह्वीं‘ लिखे और नित्य पूजा करने से अपार विद्या, बुद्धि प्राप्त होती है।
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ये भोजपत्र कितना असरदार होता है इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि सिर्फ इसकी जड़,  सहदेई की जड़, अनार की जड़, श्वेतार्क की जड़ और गुंजा की जड़ को पिसकर गोरोचन के साथ माथे पर तिलक करने से आप अपने दुश्मन को भी अपने वशीभूत कर लेंगे।
हम आपको एक और मंत्र के बारे मे बताते है, जोकि इस प्रकार है: “ॐ अमुंक वेगेन आकर्षण मणिभद्राये स्वाह”। किसी भी शनिवार की रात आप इस साधना को शुरू कर सकते है। शुरू करते वक़्त आप एक बर्तन में मंत्रो से सिद्ध की हुई वशीकरण गुटिका को रखे और फिर उसके सामने भोजपत्र रख दे। फिर उसके ऊपर केसर तथा कुमकुम मिला कर उससे चमत्कारी यंत्र का चित्र बना ले और फिर उसके बाद उस गुटिका तथा वशीकरण यंत्र की पूजा करने के बाद विधुत माला से बताए गए मन्त्र का जाप करे। मंत्र मे आप अमुंक की जगह उस इंसान का नाम ले जिसे वश मे करना है। जप पूरा होने के बाद भोजपत्र को चांदी के आमुलेट में बंद कर दे और उसे अपने गले में डाल ले, फिर उस वशीकरण गुटिका को अपने घर में  एक सन्दुक में डाल दे। बताई गई विधुत माला को आप अपने गले में धारण कर ले।  साधना विधि खतम होने के बाद आप इसके असर को देख पाएंगे की कैसे वो व्यक्ति आपकी ओर वशीभूत होता है।
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Vashikaran done using Bhojpatra is duly written on Bhojpatra. Himalayan bhojpatra or Betula utilis is a birch tree indigenous to the Himalayas. This Bhojpatra grows at altitudes up to 14,800 ft. Many astrologers use this Bhojpatra Dwara for applying Vashikaran on a specific person to control her or his thinking power. The specific epithet denotes to the many uses of the unlike parts of the tree. The white, paper like skin of the tree was applied in ancient times for composing Sanskrit scriptures and texts to complete the book of ancient time. Astrologers still use this tree as paper for compiling the sacred mantras. These writing scriptures used as the bark invested in a talisman and worn for shelter.
Bhojpatra Vashikaran Mantra, Bhojpatra, is a thin strip taken from the Birch tree that is found mainly in the Himalayan region of India. These stripes are processed so that they can be used for the purpose of writing a handmade paper. It was extensively used during ancient and middle ages. And this was the paper on which all vashikaran mantras were initially written and it is always advisable that the vashikaran mantras on Bhojpatra.
Vashikaran mantras are written and energized with the use of Bhojpatra. The mantras are written using ink and pen on an auspicious day and time. But it is quite challenging to spell vashikaran with the use of Bhojpatra as the paper is expensive and hard to procure and mainly comes from outside of India. Further, the paper is crisp and can easily be damaged and destroyed. And also it requires a special kind of ink and pen to write the mantras on it.
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Bhojpatra Vashikaran mantra is used to control and bring under the influence of the person who is using this mantra. But one thing needs to be taken care that Bhojpatra Vashikaran mantra should always be used for positive purposes only because if they are used for negative intent they tend to harm the person using these mantras. Below is a common and the simple vashikaran mantra that can be used to overcome the day to day challenges of life.
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“Oma Haarima Kreema aamaukaama aaaakaarshaay vaashyaama kuru kuru swaahaa”
Kesar, kum kum, chandan and neem are mixed together to make a paste. Once the paste is ready make picture of a chick on the Bhojpatra and then in a morning of tathan nakshtra perform a puja for great luck and wealth and chant the above mantra for 110 times. And if you want to control someone the amuk in the mantra should be replaced with the name of the person you want to control.
Vashikaran Bhojpatra vidhi is one of the most effective ways of casting vashikaran and provides great results without any delay. It allows the person to who perform this vidhi to get control over the mind of the person and allows him to control the sentiments of the person on whom it is casted and can get anything done from him. The vidhi is also helpful in attracting and captivating someone who is not committed towards you and hates for the reason of some misunderstanding.
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cinecaptain-blog · 7 years
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Shock..कपिल शर्मा के खिलाफ ‘बड़ी साजिश’..चौंक जायेंगे..देखिए तो सही.. इस बार कपिल शर्मा शो नहीं बल्कि कपिल शर्मा के निजी जीवन से जुड़ी एक  बड़ी कंट्रोवर्सी सामने आयी है। हाल ही में खबर आयी थी कि कपिल शर्मा ने गिन्नी के साथ अपने लंबे समय से चल रहे रिश्ते को तोड़ दिया है। इसकी वजह कपिल शो की टीम की एक महिला सदस्य बताई जा रही है। जिसकी वजह से दोनों का ब्रेकअप हो गया है। लेकिन अब कपिल के एक बेहद करीबी दोस्त ने इस खबर को सरासर गलत बताया है। उन्होंने एक वेबसाइट को इसका खुलासा करते हुए कहा है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। कपिल और गिन्नी अभी भी एक दूसरे के साथ हैं। मैं कपिल को कॅालेज के दिनों से जानता हूं। ALERT..कल फिर अक्षय कुमार एक रिकॉर्ड तोड़ काम करने वाले हैं.. अगर ऐसा कुछ होता तो वह जरूर मुझसे शेयर करता है। फिलहाल कपिल अपनी हेल्थ पर ध्यान दे रहे हैं। इसके बाद उनका सारा फोकस केवल फिल्म और शो पर होगा। कपिल के खिलाफ इस तरह की गलत अफवाह फैलाई जा रही है। इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है।गौरतलब है कि टीवी दुनिया के ऐसे कई कपल हैं जो कई साल रिलेशनशिप में रहने के बाद अचानक एक दूसरे से अलग हो गए. .यहां देखिए चौंकाने वाली लिस्ट.. करण पटेल और काम्या पंंजाबी सेलिब्रटी कपल लीग के दौरान करण पटेल और काम्या पंंजाबी का रोमांस देखते ही बनता है। एक दिन अचानक करण ने काम्या से अलग होकर अंकिता भारगव से शादी करने का फैसला ले लिया। शरद मल्होत्रा और दिव्यांका त्रिपाठी शरद मल्होत्रा और दिव्यांका त्रिपाठी की जोड़ी दुल्हन शो के दौरान बनी थी। तकरीबन 10 साल के लंबे रिश्ते को दोनों ने एक दिन खत्म करने का फैसला किया। ऐसा अफवाह है कि शरद की लाइफ में किसी दूसरी एक्ट्रेस की एंट्री हो गई थी। करण सिंह ग्रोवर और जेनिफर विगेंट करण सिंह ग्रोवर ने बॅालीवुड का रुख करते हुए ही धीरे-धीरे जेनिफर से शादी के बाद दूरियां बनाने लगे। एक दिन दोनों अलग हो गए। ऐसा माना जाता है कि बिपाशा बसु के कारण इन दोनों की शादी टूटी है। कुशाल और गौहर कुशाल और गौहर का रिश्ता बिग बॅास के दौरान बना था। एक साल के अफेयर के बाद दोनों ने एक दूसरे से अलग होने का फैसला किया। सारा खान और अली मर्चेट लंबे समय के रिश्ते के बाद दोनों ने रियलिटी शो बिग बॅास में एक दूसरे से शादी रचाई। महज दो महीने के अंदर आर्थिक कारणों से दोनों ने एक दूसरे के साथ अपने रिश्ते का अंत कर दिया। दलजीत कौर और शालीन भनोट दलजीत ने अपने पति शालीन भनोट पर मार-पीट का आरोप लगाया। उनसे अलग होने का फैसला लिया। नंदिश संधू और रश्मि देसाई 2012 में दोनों ने एक दूसरे से शादी की थी। दोनों की मुलाकात उतरन शो के दौरान हुई थी। 2015 में दोनों ने अलग होने का फैसला ले लिया। English summary Here read a shocking news related with Kapil Sharma... Story first published: Saturday, September 16, 2017, 13:00 Please Wait while comments are loading...
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romanticnewshindi · 7 years
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मेरी पत्नी साइको है..जवाब में वो बोली- उनके लिए दूसरी हीरोइन ढूंढ रही सास
आगरा.ताजनगरी के पुलिस लाइन के परामर्श केंद्र में रविवार को एक फैमि‍ली का जबरदस्त हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। यहां पत्नी ने पति को पहले थप्पड़ मारा और फिर फूट-फूट कर रोते हुए उसपर गंभीर आरोप लगाए। वो कहती है कि सास पति के लिए हीरोइन जैसी लड़की लाना चाहती है। उधर पति का आरोप है कि पत्नी तलाक के लिए पूरा ड्रामा कर रही है, वो साइको है। ये है पूरा मामला…
– रविवार को हर सप्ताह की तरह पुलिस लाइन में परिवार परामर्श केंद्र लगा था। इसमें पति-पत्नियों के झगड़े सुलझाने के लिए काउंसलिंग की जा रही थी। – बोदला आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर- 4 में रहने वाली गुंजन मित्तल और फ��लटटी के मूसली गली में रहने वाले हिमांशु जैन की काउंसलिंग चल रही थी। इस दौरान हिमांशु पत्नी गुंजन पर आरोप लगा रहा था, तभी अचानक वो उसे थप्पड़ मार देती है। – इसके बाद गुंजन वहीं जमीन पर बैठ जाती है और रोने लगती है। वो चीख-चीखकर सास-पति द्वारा पीटने का आरोप लगाती है। वो कहती है- ”सास ने घर में सबके सामने मुझे नंगा कर कहा कि मैं खूबसूरत नहीं हूं। वो अपने हीरो बेटे के लिए दूसरी हीरोइन लाएंगी।” – लड़की का आरोप है कि मांगलिक होने के कारण उससे शादी तो कर ली गई, लेकिन कुछ ही महीने बाद उसे मारपीट कर घर से भगा दिया गया।
10वीं पास भी नहीं है पति, बताया था MBA है – गुंजन ने बताया कि उसके पिता का देहांत हो चुका है। मां-भाई और दो बहनों के साथ वो इस समय मायके में ही रह रही है। वो-हिमांशु मांगलिक हैं। उनकी शादी 5 मार्च 2016 को हुई थी। – पति के परिवार का जमीन खरीद फरोख्त का काम है। उनके कहने पर हमने उन्हें 15 लाख नकद दे दिए और पूरी शादी का सारा इंतजाम उन्होंने ही किया था। – शादी के 3 महीने बाद ही पति का रवैया बदल गया। वो आए दिन मारपीट करने लगा और हमेशा उसे सुंदरता का ताना देने लगा। जब उसने परिजनों को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने हर बार सोना-चांदी और अन्य सामान देकर उनको खुश करने की कोशिश की। – इसी बीच मुझे पता चला कि पति दसवीं पास भी नहीं है और मुझे एमबीए बताया गया था। इसके बाद भी मैंने खुद को समझाया और कोई विरोध नहीं किया।
बेटे के लिए लाऊंगी हीरोइन – अक्टूबर 2016 ��ें एक दिन सास ने घर में उसे जबरन मारपीट कर निर्वस्त्र कर दिया और कहा- ”मेरे बेटे की किस्मत खराब हो गई। तुझे ��गाकर अपने बेटे के लिए हीरोइन लाऊंगी।” – 27 मई 2017 को मुझे घर से बाहर निकाल दिया। उस वक्त पिता अनिल जैन ने कहा- ”हमारा काम ही थाना पुलिस का है, तू जो बिगाड़ना चाहे बिगाड़ ले, हम तुझे नहीं रखेंगे।” – कई बार थानों के चक्कर लगाए लेकिन सुनवाई नहीं हुई और आखिर में जुलाई में एसएसपी दिनेश चंद्र दुबे के आदेश पर महिला थाना ने हमारा मामला परिवार परामर्श केंद्र भेज दिया।
क्या कहता है परामर्श केंद्र? – परिवार परामर्श केंद्र की सदस्या शीला बहल के मुताबिक, यहां टूटने के कगार पर खड़े रिश्ते ही आते हैं। आमतौर पर यहां गर्मा-गर्मी हो जाती है। इसके लिए यहां पुलिस मौजूद रहती है, जो उन्हें सख्ती से संभालती है। रविवार को थोड़ा हंगामा हुआ, लेकिन मामला अगली तारीख के लिए टाल दिया गया है।
पति बोला- तलाक के लिए ड्रामा कर रही पत्नी – पति हिमांशु के मुताबिक, मेरी पत्नी साइको है और वो बात-बात पर मारपीट करती है। जब भी लड़ती है तो जो चीज हाथ में होती है, वो सीधा खींचकर मारती है। आए दिन घर छोड़ कर मायके भाग जाती है। उसे अपने परिवार के साथ रहना ही पसंद है। हमारे पास तो आते ही उसका पारा गर्म होने लगता है। जो भी आरोप वो लगा रही है वो सिर्फ इसलिए हैं, क्योंकि उसे तलाक चाहिए।
क्या कहती है पुलिस? – एसपी सिटी कुंवर अनुपम सिंह का कहना है कि किसी भी परिवार के झगड़े में पहले उनकी काउंसलिंग करा कर विवाद खत्म कराने की कोशिश की जाती है। रवि‍वार को महिला के झगड़े की अभी पुलिस को कोई शिकायत नहीं की गई है। परामर्श में जो भी बात होती है, उसकी रिपोर्ट काउंसलर बना कर देते हैं।
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vivekediting-blog · 7 years
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bhojpatra vashikaran mantra
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यदि आप किसी के दिल में अपने लिए जगह बनाना चाहते हैं या ऑफिस में आप प्रमुख हो जाएं सब आपकी प्रशंसा करें ऐसा करना चाहते हैं बॉस आपकी तारीफ करें तथा आपकी तरक्की अति शीघ्र होने लगे और आप से सभी लोग प्रेम करने लगे आपका सम्मान करने लगे आपको सम्मानित नजरों से देखें इसके लिए आपको किसी दिन सुबह उठकर स्नान कर स्वच्छ होकर आसन लगा कर बैठ जाए और एक भोजपत्र का आयताकार टुकड़ा लेकर उस व्यक्ति का नाम या अपने बॉस का नाम लिख दें जिससे आप प्रेम सम्मान अनुराग पाना चाहते हो तथा मन-ही-मन भगवान कृष्ण को स्मरण करते रहें और और उस टुकड़े को किसी शहद की शीशी में डूबा कर रख दे तथा जब भी उस व्यक्ति की नजर आप पर पड़े या वह आपकी तरफ देखें तब उस शीशी को प्यार से अपने दाहिने हाथ से स्पर्श करें इस प्रयोग से  उस व्यक्ति के मन में आप के प्रति प्रेम भावना एवं सम्मान  बढ़ेगा  तथा वह धीरे-धीरे आपका मुरीद हो जाएगा और  आपको पसन्द करने लगेगा  यह  एक सफल प्रयोग है यह कभी विफल नहीं होता है ।
भोजपत्र के टोटके/उपाय/उपयोग, भोजपत्र यंत्र, भोजपत्र मंत्र वशीकरण- इससे पहले की हम आपको भोजपत्र से जुड़े जादू-टोटके व वशीकरण मंत्र साधना के बारे मे बताए जरूरी है की उससे पहले आप जान ले की भोजपत्र का संबंध एक खास पेढ की छाल से होता है, न की जैसा अक्सर हम सोचते है की ये कोई पत्ता है। दरअसल ये भोजपत्र हिमालय की घाटियों में पाये जाते है और ये 15 से 20 मीटर ऊंचे वृक्ष की छाल होती है, जोकि गहरे रंग के होते है और क्यूकी ये लंबे समय तक खराब नहीं होते तो इसको संभाल के रखा जा सकता है। जिनका इस्तेमाल वैसे दवाई बनाने के लिए भी किया जाता है। दवाई के अलावा इसका इस्तेमाल टोने-टोटके और पूजा-पाठ में भी किया जाने लगा है।
आपको बता दे की भोजपत्र की टहनी की धूप के प्रयोग से भूत–प्रेत व जिन्न आदि को भगाने का काम किया जाता हैं। यही नहीं कई साधना ऐसी भी होती है जिसमे भोजपत्र के ऊपर भौरवी, काली, देवी लक्ष्मी, कामाख्या आदि के वशीकरण  मंत्र को लिखकर सिद्ध करने से व्यक्ति अपनी कामना पूरी कर सकता है। जैसे की अगर आप किसिकों अपने वश मे करना चाहते हो तो “ऊँ नमः सर्व लोक वशं कराय कुरु कुरु स्वाहा!” मंत्र को भोजपत्र पर लिख दे और फिर मंत्र का एक लाख बार जाप करके इसे अपने पर्स मे रख ले या फिर हाथ पर बांध ले। ऐसा करके आप किसीको भी अपने वश मे कर सकते है।
इसी प्रकार एक और मंत्र है जिसका इस्तेमाल बहुत से महिलाए अपने पतियों को वश मे करने के लिए करती है, क्यूकी देखा गया है कि बहुत से दंपतिय���ं के जीवन मे शादी के बाद पति की नज़र किसी दूसरी महिला की ओर जाने लगती है, ऐसे मे वो स्त्री पति को वश मे करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग कर सकती है, मंत्र है: “ऊँ नमः अदि पुरुषाय अमुकं कुरु कुरु स्वाहा!!” कोई भी स्त्री अगर अपनी अनामिका के खून से भोजपत्र पर इस बताए मंत्र को लिखे और फिर उसे शहद में डूबोकर रख दे, तो ऐसा करके वो अपने पति को वश मे कर सकती है, साथ ही पति-पत्नी के बीच प्यार व्यवहार भी बढ़ता है, दोनों के जीवन मे मधुरता भी आती है। आप इस मंत्र मे बस अमुकं शब्द की जगह पति का नाम लिख दे और 108 बार जाप करते वक़्त भी अमुकं शब्द की जगह पति का नाम बोले।
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सिर्फ पति-पत्नी के बीच के रिश्ते की ही बात हम नहीं करेंगे, बल्कि इसके अलावा अगर कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे को अपनी ओर आकर्षित करना चाहता है, जिससे वो प्यार करत है तो इसके लिए वो सच्चे मन से श्री कृष्ण भगवान का नाम लेते हुए, उसका नाम भोजपत्र पर लाल चंदन से लिख दे फिर उसे शहद की डिब्बी में डुबोकर एक शीशी मे बंद कर रख दें। फिर जब भी समय मिले तो आप उस व्यक्ति को याद करते हुए, उस शीशी को अपने दाहिने हाथ से सहला दे। माना गया है की ऐसा करने से वो व्यक्ति के दिल मे आपके लिए प्रेम जागने लगता है। यही नहीं अगर आप भोजपत्र पर शनिवार की रात को रक्त चन्दन से अनार की कलम से ‘ॐ ह्वीं‘ लिखे और नित्य पूजा करने से अपार विद्या, बुद्धि प्राप्त होती है।
भारतीय धार्मिक तंत्र मंत्र साधनाओं में  भोजपत्र का उल्लेख मिलता है  तथा इस पद भोज पत्रों में ही तंत्र विद्या एवं मंत्र आदि का  चित्रण मिला  और इसके द्वारा ही  पूर्ण रूप से मंत्रों की व्याख्या की गई भोजपत्र  से वशीकरण अत्यंत प्रभावशाली होता है एवं इसके टोटके करने से सदैव कार्यों की पूर्ति होती है|
भोजपत्र वशीकरण मंत्र-
ॐ नमहः सर्व लोकः वशं करायः कुरु कुरु स्वाहः
विधि – किसी पुष्य नक्षत्र में एक लाख बार मंत्र को जप कर एवं भोजपत्र में लिखकर यदि आप अपने पर्स में या फिर हाथ में बांध लेते हैं तो आपके अंदर एक सम्मोहन शक्ति उत्पन्न हो जाती है जिससे आप किसी को भी सम्मोहित कर सकते हैं एवं अपने कार्यों की पूर्ति उसके द्वारा करा सकते हैं ।
भोजपत्र से  पत्नी वशीकरण –
यदि आपकी पत्नी  आप से प्रेम नहीं करती है  तो अपनी पत्नी को  अपने वश में करने के लिए स्नान कर स्वच्छ किसी रविवार की रात्रि को आसन लगा कर बैठ जाए और भोजपत्र में  मंत्र  लिख दें एवं मंत्र में  आमुख के स्थान पर  अपनी पत्नी का  या प्रेमिका का नाम लिखते हैं एवं इस समय आपको लगातार या मंत्र जपते रहना है इन मंत्रों का आप को सवा लाख बार जप करना है मन मंत्र जाप समाप्त होने पर भोजपत्र पर लिखा मंत्र  अभिमंत्रित हो जाएगा और उसका आप एक यंत्र बना लें एवं कामाख्या देवी  का  स्मरण करते हुए  अपनी मनोकामना सिद्धि के लिए  प्रार्थना करें  आपकी पत्नी  या प्रेमिका आपकी तरफ  आकर्षित  होना प्रारंभ कर देगी और कुछ ही समय में  वह आपके वश में होगी एवं आपकी इच्छाओं की पूर्ति करने लगेगी
भोजपत्र मंत्र-
ॐ नमः कामाख्यः देवी अमुकं मे वशंमः करी स्वाहः
भोजपत्र पति वशीकरण –
यदि पति पत्नी के बीच प्रेम में मधुरता कम हो गई है या आपके पति का किसी अन्य महिला के साथ कोई संबंध है तो आप अपने पति को मंत्रों के द्वारा अपने वश में कर सकते हैं तथा अपनी सौतन से पूर्ण रुप से छुटकारा पा सकती हैं इसके लिए आपको सुबह स्नान कर स्वच्छ होकर भोजपत्र में मंत्र लिखकर 108 बार जप करना चाहिए और मंत्र में अमुक के स्थान पर अपने पति का नाम लिखना चाहिए मंत्र को भोजपत्र में लिखने के लिए अपनी अनामिका उंगली के रक्त का प्रयोग करना चाहिए और उस भोजपत्र के टुकड़े को  मंत्र  समाप्ति के पश्चात किसी  शहद की शीशी में डुबोकर एकांत स्थान पर रख दें कुछ ही समय पश्चात आप पाएंगे  कि आपके पति के स्वभाव में परिवर्तन आया है और उनकी मनोवृति आपके लिए बदली है  धीरे-धीरे वह आपके वश में हो जाएंगे  एवं  अन्य स्त्री का मोह त्याग देंगे ।
मंत्र-
ॐ नमः अदि पुरुषायः अमुकं कुरु कुरु स्वाहः
टोटके –
भोजपत्र से शत्रु नाश –
यदि आपका शत्रु आपको परेशान कर रहा है एवं आपकी के कार्यों में बाधा पहुंचा रहा है तो उसको रोकने के लिए  सुबह स्नान कर स्वच्छ होकर आसन लगा कर बैठ जाए और एक भोजपत्र  के टुकड़े में  अपने शत्रु का नाम लाल चंदन से लिख दें और उस भोजपत्र के टुकड़े को शहद की शीशी में डुबोकर किसी एकांत स्थान पर रख दें कुछ ही समय में आपका शत्रु स्वयं ही समाप्त हो जाएगा या आपको परेशान करना बंद कर देगा ।
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ये भोजपत्र कितना असरदार होता है इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि सिर्फ इसकी जड़,  सहदेई की जड़, अनार की जड़, श्वेतार्क की जड़ और गुंजा की जड़ को पिसकर गोरोचन के साथ माथे पर तिलक करने से आप अपने दुश्मन को भी अपने वशीभूत कर लेंगे।
हम आपको एक और मंत्र के बारे मे बताते है, जोकि इस प्रकार है: “ॐ अमुंक वेगेन आकर्षण मणिभद्राये स्वाह”। किसी भी शनिवार की रात आप इस साधना को शुरू कर सकते है। शुरू करते वक़्त आप एक बर्तन में मंत्रो से सिद्ध की हुई वशीकरण गुटिका को रखे और फिर उसके सामने भोजपत्र रख दे। फिर उसके ऊपर केसर तथा कुमकुम मिला कर उससे चमत्कारी यंत्र का चित्र बना ले और फिर उसके बाद उस गुटिका तथा वशीकरण यंत्र की पूजा करने के बाद विधुत माला से बताए गए मन्त्र का जाप करे। मंत्र मे आप अमुंक की जगह उस इंसान का नाम ले जिसे वश मे करना है। जप पूरा होने के बाद भोजपत्र को चांदी के आमुलेट में बंद कर दे और उसे अपने गले में डाल ले, फिर उस वशीकरण गुटिका को अपने घर में  एक सन्दुक में डाल दे। बताई गई विधुत माला को आप अपने गले में धारण कर ले।  साधना विधि खतम होने के बाद आप इसके असर को देख पाएंगे की कैसे वो व्यक्ति आपकी ओर वशीभूत होता है।
Vashikaran done using Bhojpatra is duly written on Bhojpatra. Himalayan bhojpatra or Betula utilis is a birch tree indigenous to the Himalayas. This Bhojpatra grows at altitudes up to 14,800 ft. Many astrologers use this Bhojpatra Dwara for applying Vashikaran on a specific person to control her or his thinking power. The specific epithet denotes to the many uses of the unlike parts of the tree. The white, paper like skin of the tree was applied in ancient times for composing Sanskrit scriptures and texts to complete the book of ancient time. Astrologers still use this tree as paper for compiling the sacred mantras. These writing scriptures used as the bark invested in a talisman and worn for shelter.
Bhojpatra Vashikaran Mantra, Bhojpatra, is a thin strip taken from the Birch tree that is found mainly in the Himalayan region of India. These stripes are processed so that they can be used for the purpose of writing a handmade paper. It was extensively used during ancient and middle ages. And this was the paper on which all vashikaran mantras were initially written and it is always advisable that the vashikaran mantras on Bhojpatra.
Vashikaran mantras are written and energized with the use of Bhojpatra. The mantras are written using ink and pen on an auspicious day and time. But it is quite challenging to spell vashikaran with the use of Bhojpatra as the paper is expensive and hard to procure and mainly comes from outside of India. Further, the paper is crisp and can easily be damaged and destroyed. And also it requires a special kind of ink and pen to write the mantras on it.
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Bhojpatra Vashikaran mantra is used to control and bring under the influence of the person who is using this mantra. But one thing needs to be taken care that Bhojpatra Vashikaran mantra should always be used for positive purposes only because if they are used for negative intent they tend to harm the person using these mantras. Below is a common and the simple vashikaran mantra that can be used to overcome the day to day challenges of life.
“Oma Haarima Kreema aamaukaama aaaakaarshaay vaashyaama kuru kuru swaahaa”
Kesar, kum kum, chandan and neem are mixed together to make a paste. Once the paste is ready make picture of a chick on the Bhojpatra and then in a morning of tathan nakshtra perform a puja for great luck and wealth and chant the above mantra for 110 times. And if you want to control someone the amuk in the mantra should be replaced with the name of the person you want to control.
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Vashikaran Bhojpatra vidhi is one of the most effective ways of casting vashikaran and provides great results without any delay. It allows the person to who perform this vidhi to get control over the mind of the person and allows him to control the sentiments of the person on whom it is casted and can get anything done from him. The vidhi is also helpful in attracting and captivating someone who is not committed towards you and hates for the reason of some misunderstanding.
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bhojpatra vashikaran mantra
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भारतीय धार्मिक तंत्र मंत्र साधनाओं में  भोजपत्र का उल्लेख मिलता है  तथा इस पद भोज पत्रों में ही तंत्र विद्या एवं मंत्र आदि का  चित्रण मिला  और इसके द्वारा ही  पूर्ण रूप से मंत्रों की व्याख्या की गई भोजपत्र  से वशीकरण अत्यंत प्रभावशाली होता है एवं इसके टोटके करने से सदैव कार्यों की पूर्ति होती है|
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भोजपत्र वशीकरण मंत्र-
ॐ नमहः सर्व लोकः वशं करायः कुरु कुरु स्वाहः
विधि – किसी पुष्य नक्षत्र में एक लाख बार मंत्र को जप कर एवं भोजपत्र में लिखकर यदि आप अपने पर्स में या फिर हाथ में बांध लेते हैं तो आपके अंदर एक सम्मोहन शक्ति उत्पन्न हो जाती है जिससे आप किसी को भी सम्मोहित कर सकते हैं एवं अपने कार्यों की पूर्ति उसके द्वारा करा सकते हैं ।
भोजपत्र से  पत्नी वशीकरण –
यदि आपकी पत्नी  आप से प्रेम नहीं करती है  तो अपनी पत्नी को  अपने वश में करने के लिए स्नान कर स्वच्छ किसी रविवार की रात्रि को आसन लगा कर बैठ जाए और भोजपत्र में  मंत्र  लिख दें एवं मंत्र में  आमुख के स्थान पर  अपनी पत्नी का  या प्रेमिका का नाम लिखते हैं एवं इस समय आपको लगातार या मंत्र जपते रहना है इन मंत्रों का आप को सवा लाख बार जप करना है मन मंत्र जाप समाप्त होने पर भोजपत्र पर लिखा मंत्र  अभिमंत्रित हो जाएगा और उसका आप एक यंत्र बना लें एवं कामाख्या देवी  का  स्मरण करते हुए  अपनी मनोकामना सिद्धि के लिए  प्रार्थना करें  आपकी पत्नी  या प्रेमिका आपकी तरफ  आकर्षित  होना प्रारंभ कर देगी और कुछ ही समय में  वह आपके वश में होगी एवं आपकी इच्छाओं की पूर्ति करने लगेगी
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भोजपत्र मंत्र-
ॐ नमः कामाख्यः देवी अमुकं मे वशंमः करी स्वाहः
भोजपत्र पति वशीकरण –
यदि पति पत्नी के बीच प्रेम में मधुरता कम हो गई है या आपके पति का किसी अन्य महिला के साथ कोई संबंध है तो आप अपने पति को मंत्रों के द्वारा अपने वश में कर सकते हैं तथा अपनी सौतन से पूर्ण रुप से छुटकारा पा सकती हैं इसके लिए आपको सुबह स्नान कर स्वच्छ होकर भोजपत्र में मंत्र लिखकर 108 बार जप करना चाहिए और मंत्र में अमुक के स्थान पर अपने पति का नाम लिखना चाहिए मंत्र को भोजपत्र में लिखने के लिए अपनी अनामिका उंगली के रक्त का प्रयोग करना चाहिए और उस भोजपत्र के टुकड़े को  मंत्र  समाप्ति के पश्चात किसी  शहद की शीशी में डुबोकर एकांत स्थान पर रख दें कुछ ही समय पश्चात आप पाएंगे  कि आपके पति के स्वभाव में परिवर्तन आया है और उनकी मनोवृति आपके लिए बदली है  धीरे-धीरे वह आपके वश में हो जाएंगे  एवं  अन्य स्त्री का मोह त्याग देंगे ।
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मंत्र-
ॐ नमः अदि पुरुषायः अमुकं कुरु कुरु स्वाहः
टोटके –
भोजपत्र से शत्रु नाश –
यदि आपका शत्रु आपको परेशान कर रहा है एवं आपकी के कार्यों में बाधा पहुंचा रहा है तो उसको रोकने के लिए  सुबह स्नान कर स्वच्छ होकर आसन लगा कर बैठ जाए और एक भोजपत्र  के टुकड़े में  अपने शत्रु का नाम लाल चंदन से लिख दें और उस भोजपत्र के टुकड़े को शहद की शीशी में डुबोकर किसी एकांत स्थान पर रख दें कुछ ही समय में आपका शत्रु स्वयं ही समाप्त हो जाएगा या आपको परेशान करना बंद कर देगा ।
वरीयता प्राप्त करने हेतु-
यदि आप किसी के दिल में अपने लिए जगह बनाना चाहते हैं या ऑफिस में आप प्रमुख हो जाएं सब आपकी प्रशंसा करें ऐसा करना चाहते हैं बॉस आपकी तारीफ करें तथा आपकी तरक्की अति शीघ्र होने लगे और आप से सभी लोग प्रेम करने लगे आपका सम्मान करने लगे आपको सम्मानित नजरों से देखें इसके लिए आपको किसी दिन सुबह उठकर स्नान कर स्वच्छ होकर आसन लगा कर बैठ जाए और एक भोजपत्र का आयताकार टुकड़ा लेकर उस व्यक्ति का नाम या अपने बॉस का नाम लिख दें जिससे आप प्रेम सम्मान अनुराग पाना चाहते हो तथा मन-ही-मन भगवान कृष्ण को स्मरण करते रहें और और उस टुकड़े को किसी शह��� की शीशी में डूबा कर रख दे तथा जब भी उस व्यक्ति की नजर आप पर पड़े या वह आपकी तरफ देखें तब उस शीशी को प्यार से अपने दाहिने हाथ से स्पर्श करें इस प्रयोग से  उस व्यक्ति के मन में आप के प्रति प्रेम भावना एवं सम्मान  बढ़ेगा  तथा वह धीरे-धीरे आपका मुरीद हो जाएगा और  आपको पसन्द करने लगेगा  यह  एक सफल प्रयोग है यह कभी विफल नहीं होता है ।
भोजपत्र के टोटके/उपाय/उपयोग, भोजपत्र यंत्र, भोजपत्र मंत्र वशीकरण- इससे पहले की हम आपको भोजपत्र से जुड़े जादू-टोटके व वशीकरण मंत्र साधना के बारे मे बताए जरूरी है की उससे पहले आप जान ले की भोजपत्र का संबंध एक खास पेढ की छाल से होता है, न की जैसा अक्सर हम सोचते है की ये कोई पत्ता है। दरअसल ये भोजपत्र हिमालय की घाटियों में पाये जाते है और ये 15 से 20 मीटर ऊंचे वृक्ष की छाल होती है, जोकि गहरे रंग के होते है और क्यूकी ये लंबे समय तक खराब नहीं होते तो इसको संभाल के रखा जा सकता है। जिनका इस्तेमाल वैसे दवाई बनाने के लिए भी किया जाता है। दवाई के अलावा इसका इस्तेमाल टोने-टोटके और पूजा-पाठ में भी किया जाने लगा है।
आपको बता दे की भोजपत्र की टहनी की धूप के प्रयोग से भूत–प्रेत व जिन्न आदि को भगाने का काम किया जाता हैं। यही नहीं कई साधना ऐसी भी होती है जिसमे भोजपत्र के ऊपर भौरवी, काली, देवी लक्ष्मी, कामाख्या आदि के वशीकरण  मंत्र को लिखकर सिद्ध करने से व्यक्ति अपनी कामना पूरी कर सकता है। जैसे की अगर आप किसिकों अपने वश मे करना चाहते हो तो “ऊँ नमः सर्व लोक वशं कराय कुरु कुरु स्वाहा!” मंत्र को भोजपत्र पर लिख दे और फिर मंत्र का एक लाख बार जाप करके इसे अपने पर्स मे रख ले या फिर हाथ पर बांध ले। ऐसा करके आप किसीको भी अपने वश मे कर सकते है।
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इसी प्रकार एक और मंत्र है जिसका इस्तेमाल बहुत से महिलाए अपने पतियों को वश मे करने के लिए करती है, क्यूकी देखा गया है कि बहुत से दंपतियों के जीवन मे शादी के बाद पति की नज़र किसी दूसरी महिला की ओर जाने लगती है, ऐसे मे वो स्त्री पति को वश मे करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग कर सकती है, मंत्र है: “ऊँ नमः अदि पुरुषाय अमुकं कुरु कुरु स्वाहा!!” कोई भी स्त्री अगर अपनी अनामिका के खून से भोजपत्र पर इस बताए मंत्र को लिखे और फिर उसे शहद में डूबोकर रख दे, तो ऐसा करके वो अपने पति को वश मे कर सकती है, साथ ही पति-पत्नी के बीच प्यार व्यवहार भी बढ़ता है, दोनों के जीवन मे मधुरता भी आती है। आप इस मंत्र मे बस अमुकं शब्द की जगह पति का नाम लिख दे और 108 बार जाप करते वक़्त भी अमुकं शब्द की जगह पति का नाम बोले।
सिर्फ पति-पत्नी के बीच के रिश्ते की ही बात हम नहीं करेंगे, बल्कि इसके अलावा अगर कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे को अपनी ओर आकर्षित करना चाहता है, जिससे वो प्यार करत है तो इसके लिए वो सच्चे मन से श्री कृष्ण भगवान का नाम लेते हुए, उसका नाम भोजपत्र पर लाल चंदन से लिख दे फिर उसे शहद की डिब्बी में डुबोकर एक शीशी मे बंद कर रख दें। फिर जब भी समय मिले तो आप उस व्यक्ति को याद करते हुए, उस शीशी को अपने दाहिने हाथ से सहला दे। माना गया है की ऐसा करने से वो व्यक्ति के दिल मे आपके लिए प्रेम जागने लगता है। यही नहीं अगर आप भोजपत्र पर शनिवार की रात को रक्त चन्दन से अनार की कलम से ‘ॐ ह्वीं‘ लिखे और नित्य पूजा करने से अपार विद्या, बुद्धि प्राप्त होती है।
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ये भोजपत्र कितना असरदार होता है इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि सिर्फ इसकी जड़,  सहदेई की जड़, अनार की जड़, श्वेतार्क की जड़ और गुंजा की जड़ को पिसकर गोरोचन के साथ माथे पर तिलक करने से आप अपने दुश्मन को भी अपने वशीभूत कर लेंगे।
हम आपको एक और मंत्र के बारे मे बताते है, जोकि इस प्रकार है: “ॐ अमुंक वेगेन आकर्षण मणिभद्राये स्वाह”। किसी भी शनिवार की रात आप इस साधना को शुरू कर सकते है। शुरू करते वक़्त आप एक बर्तन में मंत्रो से सिद्ध की हुई वशीकरण गुटिका को रखे और फिर उसके सामने भोजपत्र रख दे। फिर उसके ऊपर केसर तथा कुमकुम मिला कर उससे चमत्कारी यंत्र का चित्र बना ले और फिर उसके बाद उस गुटिका तथा वशीकरण यंत्र की पूजा करने के बाद विधुत माला से बताए गए मन्त्र का जाप करे। मंत्र मे आप अमुंक की जगह उस इंसान का नाम ले जिसे वश मे करना है। जप पूरा होने के बाद भोजपत्र को चांदी के आमुलेट में बंद कर दे और उसे अपने गले में डाल ले, फिर उस वशीकरण गुटिका को अपने घर में  एक सन्दुक में डाल दे। बताई गई विधुत माला को आप अपने गले में धारण कर ले।  साधना विधि खतम होने के बाद आप इसके असर को देख पाएंगे की कैसे वो व्यक्ति आपकी ओर वशीभूत होता है।
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Vashikaran done using Bhojpatra is duly written on Bhojpatra. Himalayan bhojpatra or Betula utilis is a birch tree indigenous to the Himalayas. This Bhojpatra grows at altitudes up to 14,800 ft. Many astrologers use this Bhojpatra Dwara for applying Vashikaran on a specific person to control her or his thinking power. The specific epithet denotes to the many uses of the unlike parts of the tree. The white, paper like skin of the tree was applied in ancient times for composing Sanskrit scriptures and texts to complete the book of ancient time. Astrologers still use this tree as paper for compiling the sacred mantras. These writing scriptures used as the bark invested in a talisman and worn for shelter.
Bhojpatra Vashikaran Mantra, Bhojpatra, is a thin strip taken from the Birch tree that is found mainly in the Himalayan region of India. These stripes are processed so that they can be used for the purpose of writing a handmade paper. It was extensively used during ancient and middle ages. And this was the paper on which all vashikaran mantras were initially written and it is always advisable that the vashikaran mantras on Bhojpatra.
Vashikaran mantras are written and energized with the use of Bhojpatra. The mantras are written using ink and pen on an auspicious day and time. But it is quite challenging to spell vashikaran with the use of Bhojpatra as the paper is expensive and hard to procure and mainly comes from outside of India. Further, the paper is crisp and can easily be damaged and destroyed. And also it requires a special kind of ink and pen to write the mantras on it.
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Bhojpatra Vashikaran mantra is used to control and bring under the influence of the person who is using this mantra. But one thing needs to be taken care that Bhojpatra Vashikaran mantra should always be used for positive purposes only because if they are used for negative intent they tend to harm the person using these mantras. Below is a common and the simple vashikaran mantra that can be used to overcome the day to day challenges of life.
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“Oma Haarima Kreema aamaukaama aaaakaarshaay vaashyaama kuru kuru swaahaa”
Kesar, kum kum, chandan and neem are mixed together to make a paste. Once the paste is ready make picture of a chick on the Bhojpatra and then in a morning of tathan nakshtra perform a puja for great luck and wealth and chant the above mantra for 110 times. And if you want to control someone the amuk in the mantra should be replaced with the name of the person you want to control.
Vashikaran Bhojpatra vidhi is one of the most effective ways of casting vashikaran and provides great results without any delay. It allows the person to who perform this vidhi to get control over the mind of the person and allows him to control the sentiments of the person on whom it is casted and can get anything done from him. The vidhi is also helpful in attracting and captivating someone who is not committed towards you and hates for the reason of some misunderstanding.
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