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#भगवान गणेश प्रतिमा
rudrjobdesk · 2 years
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गुजरात सरकार का बड़ा फैसला, गणेश चतुर्थी से पहले प्रतिमाओं की ऊंचाई पर लगी रोक हटाई
गुजरात सरकार का बड़ा फैसला, गणेश चतुर्थी से पहले प्रतिमाओं की ऊंचाई पर लगी रोक हटाई
वर्ष 2021 में गणेशोत्सव के दौरान कोविड-19 की स्थिति को ध्यान में रखकर सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित की जाने वाली गणेश प्रतिमाओं की ऊंचाई की अधिकतम सीमा 4 फुट तक निर्धारित की गई थी। Source link
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indian-mythology · 2 years
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शास्त्रों के अनुसार पूजा अर्चना में वर्जित कार्य -
(०१) गणेश जी को तुलसी पत्र और मंजरी न चढ़ाएं।
(०२) देवी पर दूर्वा न चढ़ाएं।
(०३) शिवलिंग पर केतकी का फूल न चढ़ाएं।
(०४) विष्णु जी को तिलक में अक्षत न चढ़ाएं।
(०५) दो शंख एक समान पूजा घर में न रखें।
(०६) मंदिर में तीन गणेश की मूर्ति न रखें।
(०७) तुलसी पत्र चबाकर न खाएं।
(०८) द्वार पर जूते चप्पल उल्टे न रखें।
(०९) मन्दिर में दर्शन करके वापस लौटते समय घंटा न बजाएं।
(१०) एक हाथ से आरती नहीं लेनी चाहिए।
(११) ब्राह्मण को बिना आसन बैठाना नहीं चाहिए।
(१२) स्त्री द्वारा दंडवत प्रणाम वर्जित है।
(१३) बिना दक्षिणा ज्योतिषी/पुरोहित से प्रश्न नहीं पूछना चाहिए।
(१४) घर में पूजा करने हेतु अंगूठे से बड़ा शिवलिंग न रखें।
(१५) तुलसी के पेड़ में शिवलिंग किसी भी स्थान पर न रखें।
(१६) गर्भवती महिला को शिवलिंग स्पर्श नहीं करना चाहिए।
(१७) स्त्री द्वारा मंदिर में नारियल फोड़ना वर्जित है।
(१८) रजस्वला स्त्री का मंदिर में प्रवेश वर्जित है।
(१९) परिवार में सूतक हो तो पूजा वर्जित है और प्रतिमा का स्पर्श न करें।
(२०) शिव जी की पूरी परिक्रमा नहीं किया जाता।
(२१) शिव लिंग से बहते जल को लांघना नहीं चाहिए।
(२२) एक हाथ से प्रणाम नहीं करना चाहिए।
(२३) दूसरे के दीपक में अपना दीपक जलाना नहीं चाहिए।
(२४) पंचामृत अथवा चरणामृत लेते समय दायें हाथ के नीचे एक नैपकीन रखें ताकि एक बूंद भी नीचे न गिरे और पंचामृत अथवा चरणामृत पीकर हाथों को शिर या शिखा पर न पोछें बल्कि आंखों पर लगायें, शिखा पर गायत्री का निवास होता है उसे अपवित्र न करें।
(२५) देवताओं को लोहबान की अगरबत्ती का धूप न करें।
(२६) स्त्री द्वारा हनुमानजी एवं शनिदेव की मूर्ति को स्पर्श करना वर्जित है अतः दूर से दर्शन करें।
(२७) कुंवारी कन्याओं से पैर पड़वाना पाप है।
(२८) मंदिर परिसर में स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग दें।
(२९) मंदिर में भीड़ होने पर लाइन पर लगे रहने पर भगवन्नामोच्चारण करते रहें एवं अपने क्रम से ही अग्रसर होते रहें।
(३0) शराबी का भैरव के अलावा अन्य मंदिर में प्रवेश वर्जित है।
(३१) मंदिर में प्रवेश के समय पहले दाहिना पैर और निकास के समय बाया पांव रखना चाहिए।
(३२) मन्दिर की घंटी को इतनी जोर से न बजायें कि उससे कर्कश ध्वनि उत्पन्न हो।
(३४) अगर हो सके तो मंदिर जाने के लिए एक जोड़ी वस्त्र अलग ही रखें।
(३५) मंदिर अगर ज्यादा दूर नहीं है तो बिना जूते चप्पल के ही पैदल जाना चाहिए।
(३६) मंदिर में भगवान के दर्शन खुले नेत्रों से करें और मंदिर से खड़े खड़े वापिस नहीं हों, दो मिनट बैठकर भगवान के रूप माधुर्य का दर्शन लाभ लें।
(३७) आरती लेने अथवा दीपक का स्पर्श करने के बाद हस्त प्रक्षालन अवश्य करें।
यह सभी शास्त्रोक्त बातें हमें हमारे ऋषि मुनियों से परंपरागत रूप से प्राप्त हुई है अतः इसका पालन करते रहें।
🚩 जय सनातन धर्म .. 🙏🏻. विशाल भार्गव
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sampannamayapvt · 2 years
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*गणेश चतुर्थी* हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह त्योहार भारत के विभिन्न भागों में मनाया जाता है किन्तु महाराष्ट्र में बडी़ धूमधाम से मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार इसी दिन गणेश का जन्म हुआ था।गणेश चतुर्थी पर हिन्दू भगवान गणेशजी की पूजा की जाती है। कई प्रमुख जगहों पर भगवान गणेश की बड़ी प्रतिमा स्थापित की जाती है। इस प्रतिमा का नौ दिनों तक पूजन किया जाता है। बड़ी संख्या में आस पास के लोग दर्शन करने पहुँचते है। नौ दिन बाद गानों और बाजों के साथ गणेश प्रतिमा को किसी तालाब इत्यादि जल में विसर्जित किया जाता है।
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rashivermaofficial · 2 years
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Happy Ganesh Chaturthi to All | How to Celebrate the Hindu God Ganesh Chathurthi?
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Ganesh Chaturthi is celebrated every year on the Chaturthi Tithi of Shukla Paksha of Bhadrapada month. It is also known as Vinayaka Chaturthi. This year Ganesh Chaturthi is falling on 31st August. On this day the devotees of Lord Ganesha bring his idol home and establish it. Ganesh Chaturthi is celebrated to mark the birthday of Lord Ganesha. The 11-day festival includes welcoming Ganpati into our homes. गणेश चतुर्थी हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। इसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस साल गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को पड़ रही है। इस दिन भगवान गणेश के भक्त उनकी प्रतिमा घर लाकर उसकी स्थापना करते हैं। गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मदिन को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। 11 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में हमारे घरों में गणपति का स्वागत करना शामिल है। ganesh chaturthi 2022 | ganesh chaturthi festival | ganesh chaturthi kab hai | ganesh chaturthi status | ganesh chaturthi | ganesh chaturthi special | ganesh chaturthi celebrations | ganesh ji ki aarti | jai ganesh jai ganesh deva | ganesha | ganesh songs | ganesh aarti | ganpati aarti | ganesh | ganpati bappa morya | aarti | ganpati songs | rashi verma | राशि वर्मा | ganesh mantra | ganesh vandana | ganeshotsav | 2022 ganesh chaturthi | ganpati bapa status | ganpati bappa whatsapp status 2022 गणेश चतुर्थी 2022 | गणेश चतुर्थी उत्सव | गणेश चतुर्थी कब है | गणेश चतुर्थी स्थिति | गणेश चतुर्थी | गणेश चतुर्थी विशेष | गणेश चतुर्थी समारोह | गणेश जी की आरती | जय गणेश जय गणेश देवा | गणेश | गणेश गाने | गणेश आरती | गणपति आरती | गणेश | गणपति बप्पा मोरया | आरती | गणपति गाने | गणेश मंत्र | गणेश वंदना | गणेशोत्सव | 2022 गणेश चतुर्थी | गणपति बापा स्थिति | गणपति बप्पा व्हाट्सएप स्टेटस 2022 #ganeshchaturthi #ganeshchaturthi2022 #ganeshchaturthistatus #ganeshchaturthifestival #ganeshchaturthikabhai #ganeshchaturthispecial #ganeshchaturthicelebrations #ganeshjikiaarti #jaiganeshjaiganeshdeva #ganesha #ganeshsongs #ganeshaarti #ganpatiaarti #ganesh #ganpatibappamorya #aarti #ganpatisongs #rashiverma #राशि_वर्मा #ganeshmantra #ganeshvandana #ganeshotsav #2022ganeshchaturthi #ganpatibapastatus #ganpatibappawhatsappstatus2022 My other cool videos for the kid's link are given below. 1) Wooden Pink dollhouse - https://youtu.be/gBMpbht_CC4 2) Dogs Team Toys - https://youtu.be/LXgcZmGU7L4 3) Vanguard Racer Vs Moka Four Wheel Drive - https://youtu.be/gXCM6JWyIKo 4) Fire Station Parking Lot - https://youtu.be/VsbBZnt7814 5) Bee Tumble RC and Steel Cavalry - https://youtu.be/YPG-9gw_fJ4 6) Hot Wheels Unboxing and Show Case - https://youtu.be/C-asBBIDHsg 7) Hot Wheels Croc Attack - https://youtu.be/nDSrIFwHLzo 8) Hot Wheels Mega Hauler - https://youtu.be/bs-ndww6mJU 9) Large Kitchen Set Unboxing - https://youtu.be/ZGWPt5TPA10 10) Vintage Cars Toys - https://youtu.be/kKFf-OUu9lY 11) High-Speed Magic Cars - https://youtu.be/1N-SIiY41k4 12) Unboxing Magic Track Race Car and Play - https://youtu.be/Aqp9UaIiHX8 14) Hot Wheels Tornado Tracks - https://youtu.be/xPjI-mZwBOU 15) Magic Track Set - https://youtu.be/vVfit4PF8qU 16) Hot Wheels: Space Strife - Attack the Mother Spaceship - https://youtu.be/Qvbt5K9qUuo 17) Delhi State Level Boxing Championship 2021 - https://youtu.be/pm5GInWuKz0 18) Magic Track Car Video - https://youtu.be/vVfit4PF8qU 19) Magnetic Mix or Match Farm Animals - https://youtu.be/phFVdoclwCg 20) Moto Rover Stunt Bike - https://youtu.be/jKKYNfROW1Y
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dgnews · 1 month
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हरिनाम सप्ताह में गूंजे विठ्ठल-विठ्ठल हरि विठ्ठला जयघोष
दैनिक दिव्य गौरव जितेंद्र सिंह ठाकुर छिंदवाड़ा भगवान गणेश समग्र बुद्धि के कारण सभी देवताओं में प्रथम पूज्य है – प्रेमानंद महाराज  श्री अलोणी महाराज सेवा संस्थान गणेश मंदिर बिछुआ में मंदिर स्थापना वर्षगांठ महोत्सव के दूसरे दिन रविवार को विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित हुए। मंदिर में श्री मंगलमूर्ति एवं संस्थापक श्री बाबा महाराज की प्रतिमा पर अभिषेक व पूजा अर्चना के साथ दिन की शुरुवात हुई। हरिनाम…
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sharpbharat · 3 months
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Jamshedpur adivasi sanskriti evam kala Kendra : सलगाझुड़ी आदिवासी सांस्कृतिक एवं कला केंद्र में भगवान बिरसा की मूर्ति का हुआ अनावरण, जिला परिषद् अध्यक्ष बारी मुर्मू के साथ अन्य अतिथियों ने प्रतिमा का अनावरण किया
जमशेदपुर : स्थानीय सलगाझुड़ी स्थित बिरसा मुंडा आदिवासी कल्याण ट्रस्ट की ओर से आदिवासी कला केंद्र में भगवान बिरसा मुंडा की मूर्ति का अनावरण हुआ. जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू, जिला परिषद के उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, भाजपा जमशेदपुर महानगर जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा, सांसद प्रतिनिधि संजीव कुमार, जिला परिषद के पूर्व सदस्य गणेश सोलंकी, गोविंदपुर मंडल अध्यक्ष पवन सिंह आदि ने प्रतिमा का विधिवत अनावरण किया.…
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abhinews1 · 8 months
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जहाजपुर में गणेश चतुर्थी पर स्थापित गणेश प्रतिमा का अनंत चतुर्दशी पर विधिपूर्वक किया विसर्जन
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जहाजपुर में गणेश चतुर्थी पर स्थापित गणेश प्रतिमा का अनंत चतुर्दशी पर विधिपूर्वक किया विसर्जन
जहाजपुर कस्बे मे गुरुवार को अनंत चतुर्दशी पर 10 दिवसीय गणेश महोत्सव के शुभ अवसर पर सर्व समाज व कस्बेवासियों की ओर से गणेश चतुर्थी पर स्थापित गणेश प्रतिमा का आज गुरुवार को श्रद्धापूर्वक विधि विधान से गणेश प्रतिमा का विसर्जन किया गया | इसी के साथ गणेश महोत्सव समिति की ओर से नीलकंठ महादेव परिसर में विनायक महोत्सव समिति द्वारा महाराणा विद्यालय, माली मोहल्ला सहित कस्बे में विभिन्न जगहों पर गणेश चतुर्थी का आयोजन किया गया। जहां पर गणेश जी महाराज की महाआरती कर प्रसाद वितरित किया गया। कस्बेवासियों द्वारा भगवान श्री गणेश जी की भव्य विशाल झांकी सजाई गई | गणेश विसर्जन में युवाओं और महिलाओं सहित बच्चे बच्चियों ने नाचते हुए व रंग, गुलाल, उड़ाते हुए श्री गणेश जी महाराज की शोभायात्रा जहाजपुर कस्बे के नौ चौक से प्रारंभ हुई जो कस्बे के इत्यादि गली मोहल्ला से होते हुए नगर भ्रमण कर, विभिन्न मार्गों से होते हुए | गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों और 70 ढोल, नगाड़ों, बंद बाजू सहित डीजे के साथ धूमधाम हर्षोल्लास के साथ में गणेश प्रतिमा की शोभायात्रा निकालकर अब के बरस जल्दी आना की कामना के साथ बनास नदी में श्री गणेश जी महाराज की प्रतिमा का विधि पूर्वक विसर्जन किया गया | इस दौरान विनायक महोत्सव समिति के सदस्य प्रहलाद सिंगल, शिव विष्णु , अंकुर लोहिया, कालू अग्रवाल, सौरभ जैन , संदीप चौधरी, गणेश महोत्सव समिति के सदस्य पवन वैष्णव, अमित गुर्जर, राहुल टॉक , अविनाश सोनी, सौरव लड़ा, गणपति महोत्सव समिति के सदस्य प्रेमराज माली, प्रधान माली, बंटी घोसी, त्रिलोकचंद माली, लॉगिन लॉबिन केवट, मनोज , लक्ष्मी नारायण, सहित सैकड़ो सर्व समाज के लोग मौजूद रहे।
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prakhar-pravakta · 8 months
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आरोग्यधाम के गणेश प्रतिमा की अद्भुत छटा देखने के लिए शाम को लग रहा है श्रद्धालुओं का जमघट
ओम गंग गणपतये नमो नमः से गूंज रहा आरोग्यधाम परिसरचित्रकूट / हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दीनदयाल शोध संस्थान चित्रकट के आरोग्यधाम में गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। गणेश स्थापना के बाद अब भगवान की आराधना का दौर शुरू हो गया है। दस दिनों तक चलने वाले इस पर्व को धूमधाम से मनाये जाने के लिये भक्तों ने कई कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार की है। आयोजन समिति ने बताया कि आरोग्यधाम में 2003 से गणेश…
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wnewsguru · 8 months
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मध्य प्रदेश का इकलौता मंदिर में 700 वर्ष पुराने गणपति की मूर्ति विराजित है
दमोह जिले में भगवान गणेश की अनेक प्राचीन प्रतिमाएं हैं, जो अपने आप में दुर्लभ हैं। जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक के तेजगढ़ गांव में प्रदेश की इकलौती भगवान गणेश की अष्टभुजाओं वाली प्रतिमा स्थापित है। यह प्रतिमा 500 से 700 वर्ष प्राचीन बताई जाती है। कहा जाता है कि भगवान गणेश की प्रतिमा ज़मीन से … Read more
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jyotishwithakshayg · 8 months
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*श्री गणेश की दाईं सूंड या बाईं सूंड-*
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अक्सर श्री गणेश की प्रतिमा लाने से पूर्व या घर में स्थापना से पूर्व यह सवाल सामने आता है कि श्री गणेश की कौन सी सूंड होनी चाहिए?
क्या कभी आपने ध्यान दिया है कि भगवान गणेश की तस्वीरों और मूर्तियों में उनकी सूंड दाई या कुछ में बाई ओर होती है। सीधी सूंड वाले गणेश भगवान दुर्लभ हैं। इनकी एकतरफ मुड़ी हुई सूंड के कारण ही गणेश जी को वक्रतुण्ड कहा जाता है।
भगवान गणेश के वक्रतुंड स्वरूप के भी कई भेद हैं। कुछ मुर्तियों में गणेशजी की सूंड को बाई को घुमा हुआ दर्शाया जाता है तो कुछ में दाई ओर। गणेश जी की सभी मूर्तियां सीधी या उत्तर की ओर सूंड वाली होती हैं। मान्यता है कि गणेश जी की मूर्त जब भी दक्षिण की ओर मुड़ी हुई बनाई जाती है तो वह टूट जाती है। कहा जाता है कि यदि संयोगवश आपको दक्षिणावर्ती मूर्त मिल जाए और उसकी विधिवत उपासना की जाए तो अभिष्ट फल मिलते हैं। गणपति जी की बाईं सूंड में चंद्रमा का और दाईं में सूर्य का प्रभाव माना गया है।
प्राय: गणेश जी की सीधी सूंड तीन दिशाओ से दिखती है। जब सूंड दाईं ओर घूमी होती है तो इसे पिंगला स्वर और सूर्य से प्रभावित माना गया है। एेसी प्रतिमा का पूजन विघ्न-विनाश, शत्रु पराजय, विजय प्राप्ति, उग्र तथा शक्ति प्रदर्शन जैसे कार्यों के लिए फलदायी माना जाता है।
वहीं बाईं ओर मुड़ी सूंड वाली मूर्त को इड़ा नाड़ी व चंद्र प्रभावित माना गया है। ऐसी मूर्ती की पूजा स्थायी कार्यों के लिए की जाती है। जैसे शिक्षा, धन प्राप्ति, व्यवसाय, उन्नति, संतान सुख, विवाह, सृजन कार्य और पारिवारिक खुशहाली।
सीधी सूंड वाली मूर्त का सुषुम्रा स्वर माना जाता है और इनकी आराधना रिद्धि-सिद्धि, कुण्डलिनी जागरण, मोक्ष, समाधि आदि के लिए सर्वोत्तम मानी गई है। संत समाज ऐसी मूर्त की ही आराधना करता है। सिद्धि विनायक मंदिर में दाईं आेर सूंड वाली मूर्त है इसीलिए इस मंदिर की आस्था और आय आज शिखर पर है।
कुछ विद्वानों का मानना है कि दाई ओर घुमी सूंड के गणेशजी शुभ होते हैं तो कुछ का मानना है कि बाई ओर घुम��� हुई सूंड वाले गणेशजी शुभ फल प्रदान करते हैं। हालांकि कुछ विद्वान दोनों ही प्रकार की सूंड वाले गणेशजी का अलग-अलग महत्व बताते हैं।
यदि गणेशजी की स्थापना घर में करनी हो तो दाई ओर घुमी हुई सूंड वाले गणेशजी शुभ होते हैं। दाई ओर घुमी हुई सूंड वाले गणेशजी सिद्धिविनायक कहलाते हैं। ऎसी मान्यता है कि इनके दर्शन से हर कार्य सिद्ध हो जाता है। किसी भी विशेष कार्य के लिए कहीं जाते समय यदि इनके दर्शन करें तो वह कार्य सफल होता है व शुभ फल प्रदान करता है।इससे घर में पॉजीटिव एनर्जी रहती है व वास्तु दोषों का नाश होता है।
घर के मुख्य द्वार पर भी गणेशजी की मूर्ति या तस्वीर लगाना शुभ होता है। यहां बाई ओर घुमी हुई सूंड वाले गणेशजी की स्थापना ��रना चाहिए। बाई ओर घुमी हुई सूंड वाले गणेशजी विघ्नविनाशक कहलाते हैं। इन्हें घर में मुख्य द्वार पर लगाने के पीछे तर्क है कि जब हम कहीं बाहर जाते हैं तो कई प्रकार की बलाएं, विपदाएं या नेगेटिव एनर्जी हमारे साथ आ जाती है। घर में प्रवेश करने से पहले जब हम विघ्वविनाशक गणेशजी के दर्शन करते हैं तो इसके प्रभाव से यह सभी नेगेटिव एनर्जी वहीं रूक जाती है व हमारे साथ घर में प्रवेश नहीं कर पाती
------अक्षय शर्मा ✍️🚩
.ज्योतिषशास्त्र, वास्तुशास्त्र, अंकविज्ञान के उपाय, आध्यात्मिक की रोचक जानकारियां जानने के लिए हमसे जुड़े
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ahinsakbharat · 8 months
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मुंबई-जीएसबी सेवा मंडल ने इस बार गणेश भगवान की प्रतिमा को 69 किलो सोने औ...
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nbs-hindi-news · 8 months
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Maharashtra: मुंबई में लगी 69 किलो सोने और 336 किलो चांदी से बनी बप्पा की मूर्ति, इतने करोड़ का हुआ है बीमा
मुंबई में लगी 69 किलो सोने और 336 किलो चांदी से बनी बप्पा की मूर्ति, इतने करोड़ का हुआ है बीमा
मुंबई। महाराष्ट्र में गणेश पूजा की तैयारियां धूमधाम से चल रही है। कल यानी की 19 सितंबर से शुरू होने वाली गणपति पूजा के लिए जीएसबी सेवा मंडल ने सबसे महंगी गणेश मूर्ति की स्थापना की है। इन्हें मुंबई की सबसे अमीर मंडल के तौर पर जाना जाता है। इस बार गणपति पूजा के लिए मंडल ने सोने-चांदी की बरसात कर दी है।  गणेश भगवान की इस प्रतिमा को 69 किलो सोने और 336 किलो चांदी से बनाया गया है। मंडल के एक…
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rashivermaofficial · 2 years
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Happy Ganesh Chaturthi to All | How to Celebrate the Hindu God Ganesh Chathurthi? from Rashi Verma on Vimeo.
Ganesh Chaturthi is celebrated every year on the Chaturthi Tithi of Shukla Paksha of Bhadrapada month. It is also known as Vinayaka Chaturthi. This year Ganesh Chaturthi is falling on 31st August. On this day the devotees of Lord Ganesha bring his idol home and establish it. Ganesh Chaturthi is celebrated to mark the birthday of Lord Ganesha. The 11-day festival includes welcoming Ganpati into our homes.
गणेश चतुर्थी हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। इसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस साल गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को पड़ रही है। इस दिन भगवान गणेश के भक्त उनकी प्रतिमा घर लाकर उसकी स्थापना करते हैं। गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मदिन को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। 11 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में हमारे घरों में गणपति का स्वागत करना शामिल है।
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My other cool videos for the kid's link are given below.
1) Wooden Pink dollhouse - youtu.be/gBMpbht_CC4
2) Dogs Team Toys - youtu.be/LXgcZmGU7L4
3) Vanguard Racer Vs Moka Four Wheel Drive - youtu.be/gXCM6JWyIKo
4) Fire Station Parking Lot - youtu.be/VsbBZnt7814
5) Bee Tumble RC and Steel Cavalry - youtu.be/YPG-9gw_fJ4
6) Hot Wheels Unboxing and Show Case - youtu.be/C-asBBIDHsg
7) Hot Wheels Croc Attack - youtu.be/nDSrIFwHLzo
8) Hot Wheels Mega Hauler - youtu.be/bs-ndww6mJU
9) Large Kitchen Set Unboxing - youtu.be/ZGWPt5TPA10
10) Vintage Cars Toys - youtu.be/kKFf-OUu9lY
11) High-Speed Magic Cars - youtu.be/1N-SIiY41k4
12) Unboxing Magic Track Race Car and Play - youtu.be/Aqp9UaIiHX8
14) Hot Wheels Tornado Tracks - youtu.be/xPjI-mZwBOU
15) Magic Track Set - youtu.be/vVfit4PF8qU
16) Hot Wheels: Space Strife - Attack the Mother Spaceship - youtu.be/Qvbt5K9qUuo
17) Delhi State Level Boxing Championship 2021 - youtu.be/pm5GInWuKz0
18) Magic Track Car Video - youtu.be/vVfit4PF8qU
19) Magnetic Mix or Match Farm Animals - youtu.be/phFVdoclwCg
20) Moto Rover Stunt Bike - youtu.be/jKKYNfROW1Y
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jyotishgher · 2 years
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दिवाली पूजा विधि - Diwali Puja in Hindi with ENglish
दिवाली पूजा विधि - Diwali Puja in Hindi
दीवाली के दिन की विशेषता लक्ष्मी जी के पूजन से संबन्धित है. इस दिन हर घर, परिवार, कार्यालय में लक्ष्मी जी के पूजन के रुप में उनका स्वागत किया जाता है. दीवाली के दिन जहां गृहस्थ और वाणिज्य वर्ग के लोग धन की देवी लक्ष्मी से समृद्धि और वित्तकोष की कामना करते हैं, वहीं साधु-संत और तांत्रिक कुछ विशेष सिद्धियां अर्जित करने के लिए रात्रिकाल में अपने तांत्रिक कर्म करते हैं.दिवाली पर लक्ष्मी पूजा सहित विघ्नहर्ता श्रीगणेश एवं माता सरस्वती की पूजा करने का विधान है। पुराणों के अनुसार कार्तिक अमावस्या की रात में महालक्ष्मी स्वयं धरती पर आती हैं और हर घर में विचरण करती हैं। ऐसे में महालक्ष्मी की पूजा विधि-विधान से करने पर देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
प्रदोष काल मुहूर्त
श्री गणेश, श्री महालक्ष्मी पूजन, कुबेर पूजन, व्यापारिक खातों का पूजन, दीपदान, अपने सेवकों को वस्तुएं दान करने के लिये शुभ रहेगा. प्रदोष काल मंदिर मे दीप दान, रंगोली और पूजा की पूर्ण तयारी कर लेनी चाहिए. इसी समय मे मिठाई वितरण कार्य भी संपन्न कर लेना चाहिए. द्वार प़र स्वस्तिक और शुभ लाभ का सिन्दूर से निर्माण भी इसी समय करना चाहिए.
पूजा की सामग्री
लक्ष्मी व श्री गणेश की मूर्तियां (बैठी हुई मुद्रा में)
केशर, रोली, चावल, पान, सुपारी, फल, फूल, दूध, खील, बताशे, सिंदूर, शहद, सिक्के, लौंग.
सूखे, मेवे, मिठाई, दही, गंगाजल, धूप, अगरबत्ती, 11 दीपक
रूई तथा कलावा नारियल और तांबे का कलश चाहिए.
पूजा की तैयारी
चौकी पर लक्ष्मी व गणेश की म���र्तियाँ इस प्रकार रखें कि उनका मुख पूर्व या पश्चिम में रहें. लक्ष्मीजी,गणेशजी की दाहिनी ओर रहें. पूजनकर्ता मूर्तियों के सामने की तरफ बैठे. कलश को लक्ष्मीजी के पास चावलों पर रखें. नारियल को लाल वस्त्र में इस प्रकार लपेटें कि नारियल का अग्रभाग दिखाई देता रहे व इसे कलश पर रखें. यह कलश वरुण का प्रतीक है.
लक्ष्मीजी की ओर श्री का चिह्न बनाएँ. गणेशजी की ओर त्रिशूल, चावल का ढेर लगाएँ. सबसे नीचे चावल की नौ ढेरियाँ बनाएँ. छोटी चौकी के सामने तीन थाली व जल भरकर कलश रखें. तीन थालियों में निम्न सामान रखें.
ग्यारह दीपक(पहली थाली में)
खील, बताशे, मिठाई, वस्त्र, आभूषण, चन्दन का लेप  सिन्दूर कुंकुम, सुपारी, पान (दूसरी थाली में)
फूल, दुर्वा चावल, लौंग, इलायची, केसर-कपूर, हल्दी चूने का लेप, सुगंधित पदार्थ, धूप, अगरबत्ती, एक दीपक. (तीसरी थाली में)
इन थालियों के सामने पूजा करने वाला स्व्यं बैठे. परिवार के सदस्य आपकी बाईं ओर बैठें. शेष सभी परिवार के सदस्यों के पीछे बैठे.
लक्ष्मी पूजन विधि
आप हाथ में अक्षत, पुष्प और जल ले लीजिए. कुछ द्रव्य भी ले लीजिए. द्रव्य का अर्थ है कुछ धन. यह सब हाथ में लेकर संकसंकल्प मंत्र को बोलते हुए संकल्प कीजिए कि मैं अमुक व्यक्ति अमुक स्थान व समय पर अमुक देवी-देवता की पूजा करने जा रहा हूं जिससे मुझे शास्त्रोक्त फल प्राप्त हो. सबसे पहले गणेश जी व गौरी का पूजन कीजिए.
हाथ में थोड़ा-सा जल ले लीजिए और आह्वाहन व पूजन मंत्र बोलिए और पूजा सामग्री चढ़ाइए. हाथ में अक्षत और पुष्प ले लीजिए और नवग्रह स्तोत्र बोलिए. अंत में महालक्ष्मी जी की आरती के साथ पूजा का समापन  कीजिये.
Diwali Puja Mantra Shloka Hindi Sanskrit
एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर माता महालक्ष्‍मी और भगवान गणेश की प्रतिमा रखें। चौकी के ऊपर पानी छिड़कते हुए इस मंत्र का उच्‍चारण करें –
ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्‍थां गतोपि वा । य: स्‍मरेत् पुण्‍डरीकाक्षं स: वाह्याभंतर: शुचि: ।।
अपने ऊपर और अपने पूजा के आसन पर जल छिड़कते हुए यह मंत्र बोलें –
पृथ्विति मंत्रस्‍य मेरुपृष्‍ठ: ग ऋषि: सुतलं छन्‍द: कूर्मोदेवता आसने विनियोग: ।।
ॐ पृथ्‍वी त्‍वया धृता लोका देवि त्‍वं विष्‍णुना धृता । त्‍वं च धारय मां देवि पवित्रं कुरु चासनम् नम: ।।
पृथ्वियै नम: आधारशक्‍तये नम: ।।
यह मंत्र बोलते हुए आचमन करें –
ॐ केशवाय नम:, ॐ नारायणाय नम: ॐ माधवाय नम:।
मां लक्ष्मी का ध्यान करते हुए यह मंत्र पढ़ें –
या सा पद्मासनस्था विपुल-कटि-तटी पद्म-पत्रायताक्षी,गम्भीरार्तव-नाभि: स्तन-भर-नमिता शुभ्र-वस्त्रोत्तरीया ।या लक्ष्मीर्दिव्य-रूपैर्मणि-गण-खचितैः स्‍वापिता हेम-कुम्भैः,सा नित्यं पद्म-हस्ता मम वसतु गृहे सर्व-मांगल्य-युक्ता।।
मां लक्ष्मी का आह्वान करने के लिए यह मंत्र पढ़ें –
आगच्‍छ देव-देवेशि! तेजोमय‍ि महा-लक्ष्‍मी। क्रियमाणां मया पूजां, गृहाण सुर-वन्दिते।। श्रीलक्ष्‍मी देवीं आवाह्यामि।।
फूल चढ़ाएं –
नाना रत्‍न समायुक्‍तं, कार्त स्‍वर विभूषितम्।
आसनं देव-देवेश ! प्रीत्‍यर्थं प्रति-गह्यताम्।।
श्रीलक्ष्‍मी-देव्‍यै आसनार्थे पंच-पुष्‍पाणि समर्पयामि।।
पाद्यं गृहाण देवेशि, सर्व-क्षेम-समर्थे, भो: !भक्तया समर्पितं देवि, महालक्ष्‍मी ! नमोsस्‍तुते।।
श्रीलक्ष्‍मी-देव्‍यै पाद्यं नम:नमस्‍ते देव-देवेशि ! नमस्‍ते कमल-धारिणि!
नमस्‍ते श्री महालक्ष्‍मी, धनदा देवी ! अर्घ्‍यं गृहाण।
गंध-पुष्‍पाक्षतैर्युक्‍तं, फल-द्रव्‍य-समन्वितम्।
गृहाण तोयमर्घ्‍यर्थं, परमेश्‍वरि वत्‍सले।।
श्रीलक्ष्‍मी देव्‍यै अर्घ्‍यं स्‍वाहा।।
माता महालक्ष्मी को दूध, दही, घी, शहद और चीनी के मिश्रण से स्नान करवाते हुए पढ़ें –
गंगासरस्‍वतीरेवापयोष्‍णीनर्मदाजलै:। स्‍नापितासी मय देवी तथा शांतिं कुरुष्‍व मे।। आदित्‍यवर्णे तपसोsधिजातो वनस्‍पतिस्‍तव वृक्षोsथ बिल्‍व:। तस्‍य फलानि तपसा नुदन्‍तु मायान्‍तरायश्र्च ब्रह्मा अलक्ष्‍मी:।। श्रीलक्ष्‍मी देव्‍यै जलस्‍नानं समर्पयामि।।
वस्त्र के रूप में कलावा चढ़ाते हुए पढ़ें –
दिव्‍याम्‍बरं नूतनं हि क्षौमं त्‍वतिमनोहरम्। दीयमानं मया देवि गृहाण जगदम्बिके।।
उपैतु मां देवसख: कीर्तिश्च मणिना सह। प्रादुर्भूतो सुराष्‍ट्रेsस्मिन् कीर्तिमृद्धि ददातु मे।।
।।श्रीलक्ष्‍मी देव्‍यै वस्‍त्रं समर्पयामि।।
इस मंत्र को पढ़ते हुए माता को गहने अर्पित करें –
रत्‍नकंकड़ वैदूर्यमुक्‍ताहारयुतानि च।
सुप्रसन्‍नेन मनसा दत्तानि स्‍वीकुरुष्‍व मे।।
क्षुप्तिपपासामालां ज्‍येष्‍ठामलक्ष्‍मीं नाशयाम्‍यहम्।
अभूतिमसमृद्धिं च सर्वात्रिर्णद मे ग्रहात्।।
।। श्रीलक्ष्‍मी देव्‍यै आभूषणानि समर्पयामि ।।
सिंदूर –
ॐ सिन्‍दुरम् रक्‍तवर्णश्च सिन्‍दूरतिलकाप्रिये । भक्‍त्या दत्तं मया देवि सिन्‍दुरम् प्रतिगृह्यताम् ।।।। श्रीलक्ष्‍मी देव्‍यै सिन्‍दूरम् समर्पयामि।।
कुमकुम –
ॐ कुमकुम कामदं दिव्‍यं कुमकुम कामरूपिणम् । अखंडकामसौभाग्‍यं कुमकुम प्रतिगृह्यताम् ।। श्रीलक्ष्‍मी देव्‍यै कुमकुम समर्पयामि।।
चावल –
अक्षताश्च सुरश्रेष्‍ठं कुंकमाक्‍ता: सुशोभिता: । मया निवेदिता भक्‍तया पूजार्थं प्रतिगृह्यताम् ।।।। श्रीलक्ष्‍मी देव्‍यै अक्षतान् समर्पयामि।।
गंध –
श्री खंड चंदन दिव्‍यं, गंधाढ्यं सुमनोहरम् ।विलेपनं महालक्ष्‍मी चंदनं प्रति गृह्यताम् ।।। श्रीलक्ष्‍मी देव्‍यै चंदनं समर्पयामि।।
फूल –
यथाप्राप्‍तऋतुपुष्‍पै:, विल्‍वतुलसीदलैश्च ।पूजयामि महालक्ष्‍मी प्रसीद मे सुरेश्वरि ।।। श्रीलक्ष्‍मी देव्‍यै पुष्‍पं समर्पयामि।।
क्षमा-प्रार्थना करें
पूजा पूर्ण होने के बाद मां से जाने-अनजाने हुए सभी भूलों के लिए क्षमा-प्रार्थना करें। उन्हें कहें-
मां न मैं आह्वान करना जानता हूँ, न विसर्जन करना। पूजा-कर्म भी मैं नहीं जानता। हे परमेश्वरि! मुझे क्षमा करो। मन्त्र, क्रिया और भक्ति से रहित जो कुछ पूजा मैंने की है, हे देवि! वह मेरी पूजा सम्पूर्ण हो। यथा-सम्भव प्राप्त उपचार-वस्तुओं से मैंने जो यह पूजन किया है, उससे आप भगवती श्रीलक्ष्मी प्रसन्न हों।
दिवाली की पूजा विधि (Diwali 2022–2023–2024–2025 Puja Vidhi) | Tips
दिवाली पर लक्ष्मी पूजा से पहले घर की साफ-सफाई करके पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें।
घर के प्रवेश द्वार को रंगोली और दीयों से सजाएं।
पूजास्थल पर एक चौकी स्थापित करे व उस पर लाल कपड़ा बिछाएं।
चौकी पर माँ लक्ष्मी व श्रीगणेश की मूर्ति की स्थापना करे।
अब जल से भरा एक कलश चौकी के पास रखें।
देवी लक्ष्मी एवं श्रीगणेश की मूर्ति पर तिलक लगाकर दीपक प्रज्जवलित करे।
इसके बाद जल, मौली, चावल, फल, गुड़, हल्दी, अबीर-गुलाल आदि अर्पित करें।
अब हाथ जोड़कर देवी लक्ष्मी की स्तुति करें।
माँ लक्ष्मी सहित माँ सरस्वती, मां काली, श्रीहरि विष्णु व कुबेर देव की पूजा भी विधि विधान से करें।
पूरे परिवार को एकत्रित होकर महालक्ष्मी का पूजन करना चाहिए।
देवी लक्ष्मी की पूजा के बाद तिजोरी, बहीखाते एवं व्यापारिक उपकरण की पूजा करें।
पूजा के बाद श्रद्धाभाव से ज़रुरतमंद लोगों को मिठाई और दक्षिणा देनी चाहिए।
गणेश जी की आरती
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा, माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
एक दंत दयावंत चार भुजाधारी।
माथे पर तिलक सोहे, मुसे की सवारी।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा, माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डुवन का भोग लगे, संत करे सेवा।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा, माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
अंधन को आंख देत, कोढ़ियन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।।
सुर श्याम शरण आये सफल कीजे सेवा।। जय गणेश देवा
जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
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लक्ष्मीजी की आरती
ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता
तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
उमा, रमा, ब्रम्हाणी, तुम जग की माता
सूर्य चद्रंमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
दुर्गारूप निरंजन, सुख संपत्ति दाता
जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि सिद्धी धन पाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
तुम ही पाताल निवासनी, तुम ही शुभदाता
कर्मप्रभाव प्रकाशनी, भवनिधि की त्राता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
जिस घर तुम रहती हो, ताँहि में हैं सद्गुण आता
सब सभंव हो जाता, मन नहीं घबराता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
तुम बिन यज्ञ ना होता, वस्त्र न कोई पाता
खान पान का वैभव, सब तुमसे आता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
शुभ गुण मंदिर, सुंदर क्षीरनिधि जाता
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
महालक्ष्मी जी की आरती, जो कोई नर गाता
उर आंनद समाता, पाप उतर जाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
स्थिर चर जगत बचावै, कर्म प्रेर ल्याता
तेरा भगत मैया जी की शुभ दृष्टि पाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता,
तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता….
IN ENGLISH LET ME WRITE FOR YOU:Why we do Ganesh-Laxmi Puja on Diwali:
Diwali is not just a festival but also considered as a beginning of a new phase in our lives. It is believed that Maa Laxmi visits every house in Diwali carrying a pot full of wealth, good luck and prosperity. We worship Lord Ganesha with Laxmi ma because Ganesh ji is the God of wisdom and he is known to remove all the obstacles in one’s life while Laxmi Ma is Goddess of wealth. We worship them together on Diwali so that we get wisdom along with wealth and all our life obstacles are removes. And obviously, without wisdom, wealth cannot stay longer with you.
This is the reason why we worship Laxmi-Ganesh on Diwali, in order to invite wealth, prosperity, abundance, good luck and wisdom.
How to do Diwali Puja at Home?
Every Diwali the Muhurat (favourable time) for Diwali puja is different. This year in 2022, Diwali is on 24 October and the Puja Muhurat starts at 6:54 pm to 8:18 pm.
In my family, we begin with taking bath and wearing new clothes before the puja. The puja-ghar or altar is cleaned and decorated on Dhanteras (2 days before) it self. So, we set up the puja things in the room to prepare for puja. After this, we do the following steps:
Spread a new red cloth
Sprinkle some rice on it and touch it to seek blessings
Place a kalash in the middle of it, fill it with ganga jal and some rice.
Cover it with mango leaves
Put a tilak on it
Now on one aasan, place the Ganesh-Laxmi idols
Start the puja by sprinkling ganga jal, making them wear new clothes and garlands, putting tilak and offering them flowers sweets, dry-fruits and fruits.
Then light 9 earthen diyas for 9 planets (this is done to balance and calm all the 9 planets and seek blessings)
This ritual to worship the God and Godness and the kalash is done by everyone in the house
The Diwali puja is also to be done in your office and seek blessings of the almighty. So, because 90% of our work is done by phones and laptops, we also worship it. We put the work-related gadgets in front of the God and Goddess and worship it by making a swastik on it, sprinkling rice and flowers on it. We then keep it for some time in the puja ghar only.
Some people also put their cash chest, cash box, locker keys and account books too. After from this, it is also a good ritual to take a bowl and ask every earning member of the family to put some money into the money bowl which resembles inviting prosperity and wealth to our home.
An aarti is performed and prasaad is distributed to conclude the Diwali puja ritual. We then light the diyas and candles and celebrate it further by burning crackers, eating sweets and meeting and greeting the loved ones.
This is how I do Diwali puja at home. Hope this helped you! Don’t forget to share!
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trendswire · 2 years
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navabharat · 2 years
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मोदी उपहार: नेताजी की प्रतिमूर्ति, गणेश प्रतिमा की होगी नीलामी
मोदी उपहार: नेताजी की प्रतिमूर्ति, गणेश प्रतिमा की होगी नीलामी
नयी दिल्ली. मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमूर्ति और राष्ट्रमंडल खेलों के विजेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट किए गए उपहारों सहित तकरीबन 1,200 से ज्यादा उपहारों की शनिवार से नीलामी आरंभ होगी. केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में शुक्रवार को कहा कि भगवान गणेश की प्रतिमा, अयोध्या में बन रहे राम मंदिर और…
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