Tumgik
#शीतला माता की कहानी
nisthadhawani · 1 year
Text
शीतला अष्टमी का महत्त्व , होली के बाद क्यों होती है पूजा
View On WordPress
0 notes
bhaktiaastha · 5 years
Video
youtube
शीतला माता की कथा | बसोड़े की कहानी | शीतला माता की कहानी | सीली सातम | ...
0 notes
Text
शीतला माता / बासोड़ा की कहानी Sheetla Mata & Basoda Vrat Story In Hindi
शीतला माता / बासोड़ा की कहानी Sheetla Mata & Basoda Vrat Story In Hindi
शीतला माता / बासोड़ा की कहानी Sheetla Mata & Basoda Vrat Story In Hindi : यह त्योहार होली के 7 या 8 दिन बाद अर्थात चैत्र कृष्णा पक्ष में प्रथम सोमवार या वृहस्पति को मनाया जाता हैं. इस दिन शीतला माता की पूजा की जाती हैं.
Basoda Vrat Story In Hindi
शीतला माता / बासोड़ा की कहानी: बासोड़ा के एक दिन पहले गुड़, चीनी का मीठा भात आदि बनाना चाहिए. मोंठ बाजरा भिगोकर तथा रसोई की दीवाल धोकर हाथ सहित पाँचों…
View On WordPress
0 notes
Photo
Tumblr media
मजाक बना छेड़छाड़ का कानून, निर्दोष युवक को दुश्मनी में दूसरी बार पाक्सो में फंसाया यूथ इण्डिया संवाददाता, फर्रूखाबाद। पूरा देश महिला सुरक्षा के प्रति भले ही निष्ठावान हो लेकिन कुछ महिलायें ही अपने प्रति बनाये गये नरम कानून का फायदा उठाने लगीं है। बीते वर्ष व्यावसायिक प्रतिद्वंदता के चलते युवती द्वारा युवक पर फर्जी मुकदमा लगाकर उसे जेल करायी गयी। हाईकोर्ट की जमानत के बाद वमुश्किल युवक अपनी बूढ़ी मां के साथ परिवार पालन पोषण जब करने लगा तो फिर से फर्जी छेड़छाड़ और जानलेवा हमले की कहानी रच कर उसे पाक्सो जैसे कड़े कानून के प्रति फिर अभियुक्त बनवा दिया गया। युवक की बूढ़ी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं पुलिस के आतंक से पीड़ित परिवार अब जिले से पलायन करने के लिए मजबूर हो गया है। शहर कोतवाली क्षेत्र केमोहल्ला बढ़पुर निवासी विधवा मायादेवी पत्नी स्व0 सोने लाल बढ़पुर शीतला माता के मंदिर में अपने पुत्र मंगेश सैनी के साथ फूलों की दुकान चलाकर गुजर बसर करती है। वहीं उनके पड़ोसी सजातीय सुरेश सैनी को यह बात अच्छी नहं लगती। व्यावसायिक प्रतिष्पर्धा के तहत दोनों पक्षों में वर्षों से तनातनी रही है। बीते वर्ष सुरेश सैनी की 18वर्षीय पुत्री नीतू काल्पनिक नाम ने इसी प्रतिष्पर्धा के चलते मायादेवी के पुत्र 17वर्षीय मंगेश को पास्को एक्ट में फंसवाया था। बड़ी मुश्किल बाद करीब सात माह की कड़ी मशक्कत के चलते उसे हाईकोर्ट से जमानत मिली। लेकिन सुरेश ने अपनी पुत्री नीतू के साथ फिर से काल्पनिक कहानी रच मंगेश को फिर जानलेवा हमले का आरोपी बनाकर पास्को एक्ट का दो दिन पूर्व मुल्जिम बनवा दिया। इस बार सुरेश ने अपने अन्य सजीतय व्यावसायिक प्रतिद्वंदी सोनेलाल के पुत्र वीरेश सैनी व रामसनेही के पुत्र प्रदीप सैनी को भी अभियुक्त बनवाया। घटना आवास विकास के उस स्थान पर दर्शायी गयी जहां पर पूर्व विधायक कुलदीप गंगवार, दर्जा मंत्री सतीश दीक्षित सहित तमाम गणमान्यों के आवास है। यहां राहगीरों को बचाव कर्मी बताकर मुकदमा लिखवाया गया। दबाव डलवाकर पुलिस का आतंक इतना कराया जा रहा है कि बुजुर्ग मायादेवी आत्महत्या तक करने पर विवश हो गयी। उन्होने कहा कि इसके जिम्मेदार कोई और नहंी बल्कि क्षेत्राधिकारी नगर होंगे या फिर वह लोग जिले से पलायन ही करनें को मजबूर होंगे।
0 notes