जो दान देते हैं और सतगुरू से सच्चा भक्ति मंत्र प्राप्त नहीं है तो उनका मोक्ष नहीं है। केवल दान का फल अगले जन्म में मिल जाएगा। आवश्यक नहीं है कि वह फल मनुष्य जन्म में ही मिलेगा।
वह फल कुत्ते, घोड़े, गाय, भैंस आदि के जन्म में मिलेगा। यदि सतगुरू से सत्य साधना प्राप्त है और भक्ति करता है, दान भी देता है तो उसका मोक्ष हो जाता है। उसको दान का फल
सत् भक्ति संदेश
इसी जन्म में भी आवश्यकता अनुसार मिलता है। यदि किसी कारण से मोक्ष प्राप्त नहीं हुआ तो पुनर्जन्म मानव का मिलता है, वह दान अगले जन्म में मानव शरीर में मिलता है।
पूज्य कबीर परमेश्वर ने समझाया कि जो व्यक्ति माँस खाते हैं, शराब पीते हैं, सत्संग सुनकर भी बुराई नहीं त्यागते, उपदेश प्राप्त नहीं करते, उन्हें तो साक्षात राक्षस जानों। #GodMorningSunday
ईसा जी ने स्वयं को परमेश्वर का पुत्र कहा, न कि स्वयं को परमेश्वर कहा। इससे सिद्ध हुआ कि परमेश्वर कोई और है। उसने जमीन और आसमान के बीच की कायनात 6 दिन में रची और सातवें दिन तख्त पर जा विराजा ।
#KabirIsGod
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Parmeshwar Kabir Sahib Ji ke pakad Divas ke uplaksh mein 4 June 2023 ko yah 626वां prakat Divas ki hardik shubhkamnaen aap sabhi bhakt atma aur sabhi Jagat premiyon ko Sadar Tak aamantrit is avsar per Parmatma ki Aseem kripa se Aaj yah hua hai
नवरात्रि पर 9 दिन श्रद्धालु माता को खुश करने के लिए व्रत रखते हैं अर्थात भूखे रहते हैं, लेकिन ज़रा विचार कीजिये बच्चे भूखे रहेंगे तो क्या माँ खुश हो सकती है?
अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।
नवरात्रि पर पूरा हिन्दू समाज माता दुर्गा के 9 दिन व्रत रखता है लेकिन क्या भूखे बच्चों को देखकर कभी मां खुश हो सकती है?
श्रीमद्देवीभागवत पुराण के सातवें स्कन्ध, अध्याय 36 में "देवी दुर्गा जी हिमालय राजा को ज्ञान उपदेश करते हुए कहती हैं कि ब्रह्म की भक्ति करो"।उस ब्रह्म की जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।