Tumgik
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
Yoga In Hindi – योग क्या है, योग के प्रकार, मुद्रायें और फायदे
Tumblr media
योग की विभिन्न मुद्राओं को यदि सही प्रकार से न किया जाये तो ये आपके लिए घातक भी सिद्ध हो सकती हैं। अतः इसे किसी अच्छे योग प्रशिक्षक की देख रेख में ही करें परन्तु आइये पहले जान लेते हैं What is Yoga in Hindi?
“योग” (Yoga in Hindi) यह शब्द अपने आप में ही पूर्ण विज्ञान के समान है जो शरीर, मन, आत्मा और ब्रह्मांड को एकजुट बनाता है। योग का इतिहास करीबन 5000 साल पुराना है, जिसे प्राचीन भारतीय दर्शन में मन और शरीर के अभ्यास के रूप में जाना जाता है। योग की विभिन्न शैलियाँ शारीरिक मुद्राएँ, साँस लेने की तकनीक और ध्यान या विश्राम को जोड़ती हैं।
हाल के वर्षों में, योग ने शारीरिक व्यायाम के एक रूप के रूप में अपना एक अलग स्थान बनाया है और आज यह दुनियाभर में लोकप्रिय हो चुका है जो मन और शरीर के बेहतर नियंत्रण और कल्याण को बढ़ाता है।योगाभ्यास में कई अलग-अलग प्रकार के योग और कई अनुशासन सम्मिलित हैं। आइये इस लेख की सहायता से योग के इतिहास (History of Yoga in Hindi), विभिन्न मुद्राओं, इसके फायदों (Yoga Benefits in Hindi) और नुकसानों पर प्रकाश डालने का प्रयास करते हैं।
Yoga In Hindi – योग क्या है?
योग संस्कृत भाषा के ‘युज धातु’ से निकला है जिसका अर्थ होता है आत्मा का परमात्मा से मिलन अर्थात योग में इतनी शक्ति होती है, कि यह आपको अमरत्व की प्राप्ति करा सकता है। कुछ लोग योग को भृमवश साधारण आसान समझ लेते हैं किन्तु यह उनसे कहीं बढ़कर है। योग (Yoga in Hindi) मुख्य रूप से एक आध्यात्मिक अनुशासन है, जिसमे जीवन शैली का पूर्णसार आत्मसात किया गया है।
योग एक कला के साथ-साथ एक विज्ञान भी है। यह एक विज्ञान है, क्योंकि यह शरीर और मन को नियंत्रित करने के लिए व्यावहारिक तरीके प्रदान करता है, जिससे गहन ध्यान संभव है। और यह एक कला है, जब तक कि यह सहज रूप से और संवेदनशील रूप से अभ्यास नहीं किया जाता है, यह केवल सतही परिणाम देगा। योग केवल मान्यताओं की ही प्रणाली नहीं है अपितु यह शरीर और मन के एक दूसरे पर प्रभाव को ध्यान में रखता है, और उन्हें आपसी सद्भाव (mutual harmony) में लाता है।
योग प्राणायाम, या ऊर्जा-नियंत्रण के माध्यम से शरीर में मुख्य रूप से ऊर्जा के प्रसार का काम करता है। योग (yoga asana in hindi) सिखाता है कि कैसे, सांस-नियंत्रण के माध्यम से, मन और जागरूकता के उच्च स्थान को प्राप्त किया जा सकता है।
History Of Yoga in Hindi – योग का इतिहास
यद्धपि योग के खोजकर्ता के विषय में कोई लिखित साक्ष्य उपलब्ध नहीं हैं, किन्तु ऐसा माना जाता है कि योग का प्रारम्भ हमारे देश भारत में हुआ था। भारतीय ऋषि पतंजलि द्वारा योग दर्शन पर लिखे गए 2,000 वर्ष पुराने “योग सूत्र”, को मन और भावनाओं को नियंत्रित करने, और आध्यात्मिक रूप से विकसित करने का एक सम्पूर्ण गाइड माना जाता है। योग सूत्र, योग का सबसे पहला लिखित रिकॉर्ड है और अस्तित्व में सबसे पुराना ग्रंथों में से एक है। यह सभी आधुनिक योगों के लिए रूपरेखा प्रदान करता है।
योग अपनी मुद्राओं और आसनों के लिए काफी प्रसिद्ध है। फिटनेस, योग का प्राथमिक लक्ष्य नहीं था अपितु योग साधना के साधकों और अनुयायियों ने अन्य प्रथाओं पर भी ध्यान केंद्रित किया, जैसे कि श्वसन विधियों और मानसिक ध्यान का उपयोग करके आध्यात्मिक ऊर्जा का विस्तार करना।
इतने पुराने इतिहास के बाद भी 19 वीं शताब्दी के अंत में योग को लोकप्रियता प्राप्त होना प्रारम्भ हुई। 1920 और 1930 के दशक के पश्चात पहले भारत में और बाद में पश्चिम में योग में रुचि का विस्फोट हुआ।
नोट: पुरुष योग पेशेवरों को योगियों के रूप में जाना जाता है, और महिला योग पेशेवरों को योगिनी कहा जाता है।
इतिहास: योग की शुरुआत एक प्राचीन प्रथा के रूप में हुई थी जिसकी उत्पत्ति के नमूने भारत में 3000 ई.पू. योग मुद्राओं के पाषाण-नक्काशीदार आंकड़े सिंधु घा���ी में पाए जा सकते हैं, जो मूल मुद्रा और प्रथाओं को दर्शाते हैं। दिव्य ज्ञानोदय के मार्ग पर हृदय और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए योग का विकास किया गया। साथ ही, यह पता चला कि योग से मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी कई बीमारियों का इलाज करने और शारीरिक चोटों और पुराने दर्द को कम करने में भी सहायता मिलती है। योग के कारण बहुत सारी बीमारियों का इलाज करने में मदद मिली है। और जैसे-जैसे योग भारत के बाहर और इतने सारे अलग-अलग संस्कृतियों में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, वैसे ही इस प्रथा को कई अलग-अलग स्कूलों में शिक्षाओं और साधनों में बदल दिया गया है। आइये जानते हैं भारत में योग की हाल की स्थिति क्या और कैसी है।
भारत में योग ( अंतराष्ट्रीय योग दिवस)
अंतराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) की शुरुआत सर्वप्रथम 21 जून 2015 को भारत में हुई। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) को दिए गए प्रस्ताव को स्वीकृति मिली और 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाना प्रस्तावित किया गया।
अभी प्रश्न यह उठता है कि 21 जून ही क्यों? इसका उत्तर है – 21 जून उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे लंबा दिन है और दुनिया के कई हिस्सों में एक विशेष महत्व रखता है, अतः माननीय प्रधानमंत्री जी ने इस दिन का सुझाव दिया।
वर्ष 2018 में योग सत्र के बाद, अधिकारियों ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें लिखा था, “21 जून 2018 को राजस्थान सरकार के पतंजलि योगपीठ और जिला प्रशासन कोटा, राजस्थान में सबसे बड़ा योग लेसन ग्रहण किया जिसमे सबसे अधिक मात्रा में लोगों ने भाग लिया “।
योग के प्रकार – Yoga Poses in Hindi
आधुनिक योग व्यायाम, शक्ति, लचीलापन और श्वास पर ध्यान देने के साथ विकसित हुआ है। यह शारीरिक और मानसिक कल्याण को बढ़ाने में मदद करता है। योग की कई शैलियाँ (Yoga Poses in Hindi) हैं, और कोई भी शैली दूसरे से अधिक प्रामाणिक या श्रेष्ठ नहीं है। योग के विभिन्न प्रकार और शैलियों (Yoga Poses in Hindi) में निम्न शामिल हैं:
अष्टांग योग: योग के इस प्रकार में योग की प्राचीन शिक्षाओं का उपयोग किया जाता है। हालाँकि, यह 1970 के दशक के दौरान सर्वाधिक लोकप्रिय हुआ था। अष्टांग योग मुख्य रूप से छः मुद्राओं का समन्वय है जो तेजी से सांस लेने की प्रक्रिया को जोड़ता है।
बिक्रम योग: बिक्रम योग को “हॉट” योग के रूप में या नाम से भी जाना जाता है। इस प्रकार का योग मुख्य रूप से एक कृत्रिम रूप से गर्म कमरे में जिसका तापमान लगभग 105 डिग्री और 40 प्रतिशत आर्द्रता होती है, में किया जाता है। इसमें कुल 26 पोज़ होते हैं और दो साँस लेने के व्यायाम का क्रम होता है।
हठ योग: यह किसी भी प्रकार के योग के लिए एक सामान्य शब्द है जो शारीरिक मुद्राएं सिखाता है। “हठ योग” की कक्षाएं आमतौर पर मूल योग मुद्राओं के सौम्य परिचय के रूप में काम करती हैं।
अयंगर योग: योग के इस प्रकार में विभिन्न प्रॉप्स (सहारा) जैसे कम्बल, तकिया, कुर्सी और गोल लम्बे तकिये इत्यादि का प्रयोग करके सभी पोज का सही संरेखण किया जाता है।
जीवामुक्ति योग: जीवामुक्ति का अर्थ होता है “जीवित रहते हुए मुक्ति।” यह प्रकार 1984 में उभरा और आध्यात्मिक शिक्षाओं और प्रथाओं को इसमें शामिल किया गया। योग का यह प्रकार खुद पोज़ पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय पोज़ के बीच रफ़्तार बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करता है।
इस प्रकार के फोकस को विनयसा कहा जाता है। प्रत्येक कक्षा में एक विषय होता है, जिसे योग शास्त्र, जप, ध्यान, आसन, प्राणायाम और संगीत के माध्यम से खोजा जाता है। जीवामुक्ति योग शारीरिक रूप से तीव्र हो सकता है।
कृपालु योग: यह प्रकार प्रेक्टिशनर को अपने शरीर को जानने, स्वीकार करने और सीखने की शिक्षा देता है। कृपालु के छात्र आवक देख कर अपने स्तर का अभ्यास करना सीखता है। कक्षाएं आमतौर पर श्वास अभ्यास और कोमल स्ट्रेच के साथ शुरू होती हैं, इसके बाद व्यक्तिगत पोज और अंतिम विश्राम की एक श्रृंखला होती है।
कुंडलिनी योग: कुंडलिनी का अर्थ है “एक साँप की तरह कुंडलित होना।” कुंडलिनी योग ध्यान की एक प्रणाली है जिसका उद्देश्य मन में दबी हुई ऊर्जा को जारी करना है।
एक वर्ग आम तौर पर जप के साथ शुरू होता है और गायन के साथ समाप्त होता है। बीच में, यह एक विशिष्ट परिणाम बनाने के लिए आसन, प्राणायाम और ध्यान को अनुकूलित करता है।
पावर योग: 1980 के दशक के अंत में, प्रेक्टिशनरों ने पारंपरिक अष्टांग प्रणाली पर आधारित इस सक्रिय और एथलेटिक प्रकार के योग का विकास किया।
शिवानंद: यह एक प्रणाली है जो पांच-बिंदु दर्शन पर आधारित है। यह दर्शन बताता है कि एक स्वस्थ योगिक जीवन शैली बनाने के लिए उचित श्वास, विश्राम, आहार, व्यायाम और सकारात्मक सोच एक साथ काम करते हैं। आमतौर पर यह एक ही 12 मूल आसनों का उपयोग करता है, जो सूर्य नमस्कार और सवाना आसनों द्वारा बुक किया गया है।
विनियोग: विनियोग शारीरिक क्षमता की परवाह किए बिना किसी भी व्यक्ति को अनुकूलित कर सकता है। विनियोग के शिक्षकों को गहन प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है और वे शरीर रचना और योग चिकित्सा के विशेषज्ञ होते हैं।
यिन: यह एक शांति प्रदान करने वाला और ध्यान करने वाला योग अभ्यास है, जिसे ताओवादी योग भी कहा जाता है। यिन योग प्रमुख जोड़ों में तनाव की रिहाई की अनुमति देता है, जिसमें शामिल हैं:
टखने
घुटने
कूल्हों
पूरी पीठ
गरदन
कंधों
प्रीनेटल या जन्मपूर्व योग: यह योग प्रसवपूर्व किया जाता है और योग उन मुद्राओं का उपयोग करता है जो चिकित्सकों ने ऐसे लोगों के लिए डिज़ाइन किए हैं जो गर्भवती हैं। यह गर्भावस्था के बाद पुनः पुराने आकार में वापस आने में महिलाओं की सहायता कर सकता है और साथ ही साथ स्वास्थ्य की देखभाल करने वाली गर्भावस्था का समर्थन कर सकता है।
आराम योग: यह योग का एक आराम तरीका है। एक व्यक्ति चार या पाँच सरल पोज़ में इस योग की कक्षा ले सकता है। इसमें किसी पोज़ को पकड़ने के किसी भी अतिरिक्त प्रयास की आवश्यकता नहीं है बस आप कुछ प्रॉप्स जैसे कम्बल, गोल तकिये की सहायता से आप आराम की मुद्राएं कर सकते हैं।
योग की मुद्रायें – Yoga Mudra in Hindi
योग की विभिन्न मुद्राएं (Yoga Mudra in Hindi) निम्न प्रकार हैं-
1. स्थायी योग
कोणासन – प्रथम
कोणासन द्वितीय
कतिचक्रासन
हस्तपादासन
अर्ध चक्रसन
त्रिकोणासन
वीरभद्रासन या वीरभद्रासन
परसारिता पादहस्तासनं
वृक्षासन
पस्चिम नमस्कारासन
गरुड़ासन
उत्कटासन
2. बैठने कर करने वाले योग
जनु शिरसाना
पश्चिमोत्तानासन
पूर्वोत्तानासन
अर्ध मत्स्येन्द्रासन
बद्धकोणासन
पद्मासन
मरजरिसाना
एका पादा राजा कपोतसाना
शिशुआसना
चौकी चलनसाना
वज्रासन
गोमुखासन
3. पेट योगा की मुद्रा में लेटना
वसिष्ठासना
अधो मुख सवासना
मकर अधो मुख संवासन
धनुरासन
भुजंगासन
सलम्बा भुजंगासन
विपरीता शलभासन
शलभासन
उर्ध्वा मुख संवासना
4. पीठ के बल लेटकर योग
नौकासन
सेतु बंधासन
मत्स्यासन
पवनमुक्तासन
सर्वांगसन
हलासन
नटराजासन
विष्णुअसना
शवासन
सिरसासन
योग के फायदे – Benefits of Yoga In Hindi
यदि आप योग करने के कारणों की खोज कर रहें है? यहाँ हमने योग की सहायता से आपके दिल की सेहत और आपके शरीर के लचीलेपन में वृद्धि करने के जैसे अनेक फायदों (Benefits of Yoga in Hindi) के बारे में बताया है, जो निम्न प्रकार हैं –
आपके लचीलेपन में सुधार करता है
मांसपेशियों की ताकत बढ़ाता है
आपके पोस्चर्स को परिपूर्ण करता है
उपास्थि और जोड़ों को टूटने से बचाता है
आपकी रीढ़ की हड्डी की सुरक्षा करता है
आपके हड्डियों के स्वास्थ्य को मजबूत करता है
आपके रक्त प्रवाह को बढ़ाता है
आपकी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाता है
ह्रदय गति को नियमित रखता है
आपके ब्लड प्रेशर को कम करता है
आपके अधिवृक्क ग्रंथियों को नियंत्रित करता है
आपको खुश करता है
एक स्वस्थ जीवन शैली प्रदान करता है
ब्लड शुगर कम करता है
आपको ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है
आपके सिस्टम को आराम देता है
आपके संतुलन को बेहतर बनाता है
आपके तंत्रिका तंत्र को बनाए रखता है
आपके अंगों में तनाव को दूर करता है
आपको गहरी नींद देने में मदद करता है
IBS और अन्य पाचन समस्याओं को रोकता है
आपको मन की शांति देता है
आपके आत्म-सम्मान को बढ़ाता है
आपका दर्द मिटाता है
आपको आंतरिक शक्ति देता है
योग के जोखिम और नुकसान – Risks And Side Effects of Yoga in Hindi
यदि आप एक अच्छी तरह से प्रशिक्षित प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में योग करते हैं तो यह आपके लिए अत्यंत सुरक्षित और लाभदायक होता है। किन्तु कुछ परिस्थितियों में यह आपके लिए हानिकारक भी हो सकता है। योग के कुछ जोखिम और नुकसान इस प्रकार हैं-
योग के कारण यदि आपको चोट लगती है तो यह आपके निरंतर अभ्यास में बाधा बन सकती है। अपितु योग के कारण गंभीर चोट बहुत ही दुर्लभ होती है।
यदि आप गर्भवती है या किसी मेडिकल समस्या जैसे हाई ब्लड प्रेशर, ग्लूकोमा या कांच बिंदु रोग और साइटिका इत्यादि से पीड़ित हैं तो, योग का अभ्यास करने से पहले अपने चिकित्सक से बात कर लें। ऐसे में कुछ योग की मुद्राओं को बदलने या उनसे बचने की आवश्यकता हो सकती है।
यदि आपने योग हाल ही में सीखना प्रारम्भ किया है तो चरम स्थिति और कठिन तकनीकों से बचना चाहिए, जैसे कि हेडस्टैंड, पद्मासन और बलपूर्वक साँस लेना।
यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या के लिए योग कर रहें है तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उस समस्या के लिए पारंपरिक चिकित्सा देखभाल को अनदेखा न करे और न ही योग को उस समस्या से बदलें। दर्द या अन्य किसी समस्या के लिए अपने चिकित्सक से सलाह लें।
योग (Yoga in Hindi) का अभ्यास शरीर और मन को विकसित करने में मदद करता है, यद्धपि यह किसी भी दवा के विकल्प के रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकता है। प्रशिक्षित योग शिक्षक की देखरेख में योग सीखना और अभ्यास करना अति आवश्यक होता है। किसी भी चिकित्सकीय स्थिति के मामले में, अपने डॉक्टर और अपने योग शिक्षक से परामर्श करने के बाद ही योग का अभ्यास करें।
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Video
दिल लेके जा रहे हो केसे जिएंगे हम 💘dil leke ja rhe ho❤ #trending #shorts...
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
चेहरे पर चमक पाने के लिए इन 15 घरेलू उपचारों का पालन करें
Tumblr media
Beauty Tips In Hindi:- हम सब चाहते हैं कि हमारी स्किन ग्लो करे, और सच मानिये यह कोई मुश्किल काम भी नहीं है l इसके लिए ज़रूरी है कि हम कुछ बातों का खास ध्यान रखें l ग्लोइंग स्किन पाने के लिए कुछ अलग से करने की ज़रूरत नहीं है, बस अपने रोजमर्रा की जिंदगी में कुछ ब्यूटी टिप्स को अपनाना है l
यूं तो बाज़ार में कई तरह के ट्रीटमेंट मौजूद हैं, लेकिन वे सबकी स्किन को सूट नहीं करते l इसलिए चमकदार त्वचा पाने के लिए हम घरेलू नुस्खे आजमा सकते हैं l आइए जानते हैं कि ग्लोइंग फ़ेस के लिए हम क्या करें ताकि हमारी स्किन देखकर सब कह उठें “वाह चेहरे की चमक तो देखो”!
चेहरे पर चमक पाने के लिए उपाय - Remedies to get glow on face
चेहरा चमके और खूबसूरती निखरे, यह ख्वाहिश आज हर लड़की की है, फिर चाहे उसकी उम्र कुछ भी हो l अपने चेहरे पर चमक लाने के उपाय के लिए घर और किचन में कई ऐसी चीजें मौजूद हैं, जिनकी मदद से हम अपने चेहरे को चमका सकते हैं l कुछ अच्छी आदतें भी ग्लोइंग स्किन पाने में आपकी सहायक बन सकती हैंl
1. अच्छी नींद लें – Get good sleep
दिन भर काम करना, रात को देर तक जागना और 8 घंटे की पूरी नींद न लेना आपकी स्किन के लिए अच्छा नहीं है l यह आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर डालता है l भरपूर नींद न लेने से आपकी आंखें सुबह सूजी लगेंगी l यह दौर कई दिनों तक चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब आपकी आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स आ जाएंगे l आप थका हुआ महसूस करेंगे और आपकी स्किन डल दिखेगी l
जब आप सो रहे होते हैं तो उसी समय आपके स्किन सेल्स बूस्ट हो रहे होते हैं l जब आप भरपूर नींद नहीं लेंगे तो आपकी स्किन द्वारा रात में इस बूस्टिंग में कमी आएगी और चेहरा थका एवं अस्वस्थ लगेगा l
2. पानी पियें – Drink plenty of water
भरपूर पानी हमारी स्किन को ग्लो करने में मदद करता है l हमारे शरीर के अंदर की गंदगी को बाहर निकालता है और नए बॉडी सेल्स बनाता है l आप चाहें तो अपने पानी में हेल्दी चीजें मिलाकर भी पी सकती हैं, इस तरह से पानी के फ़ायदे भी बढ़ जाएंगे l
सुबह- सुबह आप उबलते पानी में एक चुटकी दालचीनी मिलाकर पी सकती हैं l इससे वजन कम होने में मदद तो मिलेगी ही, ग्लोइंग स्किन भी आपको मिलेगी l इसके अलावा, आप चाहें तो पानी में स्ट्रॉबेरी जूस भी मिलाकर पी सकती हैं l इसके नियमित सेवन से चेहरे के दाग- धब्बे गायब हो जाते हैं और चेहरे पर ग्लो आता है l
3. व्यायाम करें – Exercise regularly
व्यायाम का तात्पर्य सिर्फ़ वजन कम करना नहीं, बल्कि बॉडी को शेप में लाना और चेहरे पर चमक लाना है l व्यायाम से चेहरे पर चमक बढ़ती है और मन भी खुश रहता है l व्यायाम करने के दौरान शरीर से पसीना निकलता है और स्किन की गंदगी बाहर निकल जाती है l यही नहीं, मूड भी अच्छा होता है, शरीर थकता है और नींद भी गहरी आती है जो चेहरे की त्वचा के लिए बहुत ज़रूरी है l चेहरा खूबसूरत दिखने लगता है l
सूर्य नमस्कार [2] , वॉकिंग, साइकलिंग, जॉगिंग, स्किपिंग, डांसिंग जैसे एक्सरसाइज़, स्किन को ग्लो कराने के लिए बेहतरीन हैं l कुछ नहीं तो कम से कम रोजाना ब्रिस्क वॉक (तेज कदमों से चलना) ज़रूर करें l साथ ही अगर आप फेशियल एक्सरसाइज़ को रोजाना सिर्फ़ ५ मिनट के लिए करेंगे तो, एक महीने बाद आप खुद ही अपने चेहरे को बदला हुआ पाएंगे l यह घरेलू नुस्खा ऐसा है जिसके लिए आपको किसी भी चीज़ की ज़रूरत नहीं l आपकी झुर्रियां भी दूर होंगी और चेहरे पर निखार आ जाएगा l
4. योग का अभ्यास – Practice of yoga
आपकी स्किन ग्लो करे, इसके लिए योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है l योग आपकी त्वचा की मांसपेशियों में कसाव लाकर उसे निखारता है l शारीरिक व्यायाम के साथ ही मानसिक तौर पर आपको शांत करता है l जब तक आप अंदर से हेल्दी नहीं रहेंगे, तब तक वह संतुष्टि और शांति बाहर भी नहीं दिखेगी l
चेहरे पर चमक लाने वाले योग में मुख्य हैं - चक्रासन, सर्वांगासन, हलासान, शीर्षासन और प्राणायाम l इन आसनों से शरीर में ऑक्सीजन और खून का बहाव बढ़ जाता है, जो चेहरे पर चमक लाते हैं l ये योग चेहरे पर आने वाली झुर्रियों को कम करते हैं, त्वचा का ढीलापन कम करते हैं और ग्लोइंग स्किन पाने के लिए ज़रूरी हैं l
5. साबुन प्रयोग न करें – Do not use soap
बिना साबुन का इस्तेमाल किए, आपको अपनी त्वचा साफ़ नहीं लगती है l लेकिन क्या आप जानते हैं कि साबुन का ज़्यादा इस्तेमाल [3] आपके चेहरे की त्वचा के लिए सही नहीं है ? साबुन में कुछ ऐसे केमिकल्स होते हैं जो स्किन को बेजान बना देते हैं l यही नहीं, आपकी स्किन को ड्राई बनाकर स्किन से प्राकृतिक तेल और सीबम को निकालकर मॉइश्चर छीन लेते हैं l स्किन का पीएच स्तर असंतुलित हो जाता है और त्वचा को नुकसान होने लगता है l
आप चाहें तो साबुन की जगह घरेलू चीज़ों का इस्तेमाल करके अपने चेहरे की त्वचा को स्वस्थ बनाए रख सकते हैं l बाज़ार में कुछ प्राकृतिक फ़ेसवॉश भी उपलब्ध हैं, जो आपकी स्किन को ड्राई और बेजान नहीं करते हैं l आप जो भी फेस प्रोडक्ट इस्तेमाल करें, ध्यान रक्खें की वह आपकी स्किन टाइप के अनुकूल हो।
6. तनाव में न रहें – Don’t be in stress
तनाव एक ऐसी बीमारी है, जो ऊपर से दिखती नहीं देती ,लेकिन अंदर ही अंदर आपको खाए जाती है l आपको मानसिक स्तर पर परेशान करने के साथ ही आपके स्वास्थ्य पर भी हमला करती है l तनाव से हमारा शरीर कोर्टिसोल नामक एक हार्मोन छोड़ता ह��, जिससे त्वचा ज़्यादा मात्रा में सीबम छोड़ती है, जिससे पोर्स बंद हो जाते हैं l चेहरे पर मुंहासे होने का एक कारण आपका लगातार तनाव में रहना भी है l
तनाव की स्थिति में अपने शरीर को शांत करने के लिए आपको ठंडे पानी से नहाना चाहिए l आप चाहें तो नहाते समय किसी फ्रेगरेंस वाले प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें, यह आपके तनाव भरे मस्तिष्क को शांति पहुंचाएगा l शरीर के साथ चेहरे की मालिश भी आपके तनाव को काफ़ी हद तक दूर करने में कारगर है l अपने चेहरे की त्वचा के नसों को रिलैक्स महसूस कराने के लिए आप चेहरे पर बर्फ़ रगड़ सकती हैं l
7. चेहरा साफ़ करके सोयें – Clean your face before sleeping
चेहरे पर लगा मेकअप, बाहर का प्रदूषण, धूल- कण आपके चेहरे पर रोमछिद्रों के जरिए अंदर तक पहुंच जाता है l क्या आपने कभी सोचा है कि यह गंदगी आपकी स्किन को कितना नुकसान पहुंचा सकती है? आपकी स्किन रात में ही मरम्मत अवस्था में जाती है l इसलिए, यह ज़रूरी है कि आप रात को सोते समय अपनी स्किन को अच्छी तरह से साफ़ करके सोयें l
सबसे पहले तो घर आते ही चेहरे से मेकअप हटा लें l इसके लिए आप क्लींजिंग मिल्क या मेकअप रिमूवर का इस्तेमाल कर सकते हैं l साथ ही, रात को सोते समय कोई अच्छी नाइट क्रीम के इस्तेमाल से आपको चेहरे पर ग्लो मिल जायेगी l
8. अपने मन को सुरक्षित रखें – Keep your mind in peace
निराशा और क्रोध कुछ ऐसे कारण हैं, जिससे आपके चेहरे की चमक खो जाती है l इसलिए यह ज़रूरी है कि चाहे जैसी भी परिस्थिति आए, आप अपने मन को शांत रखने की कोशिश करें l अपने मन को ऐसी अवस्था में ले जाएं कि आपको आसानी से कोई दुःख और परेशानी न हिला सके l इस स्थिति को पाने के लिए आप ध्यान कर सकते हैं l यह काफ़ी हद तक आपके मन को शांत रखने में मदद करता है और आपकी स्किन कभी भी ग्लो करना नहीं बंद करेगी l
9. प्राकृतिक भोजनशैली अपनाएं – Adopt natural food style
हम सब जानते हैं कि हम जैसा खाएंगे, वैसा ही हमारा शरीर दिखेगा l इसलिए हमें अपनी डाइट में ताजे फल और हरी सब्जियों को शामिल करना चाहिए l यह हमारी स्किन पर जादुई तरीके से काम करता है और इनमें निहित प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स आदि हमें लाभ पहुंचाते हैं l जो मौसम चल रहा हो, उस मौसम में मिलने वाली सब्जियां और फल तो ज़रूर खानी चाहिए l जैसे सर्दियों के मौसम में संतरे जैसे फल और पालक, मेथी जैसी हरी सब्जियां l
ग्लोइंग स्किन के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies For Glowing Skin In Hindi
चेहरे पर चमक लाना बहुत आसान नहीं तो बहुत मुश्किल भी नहीं है l इसके लिए बस हमें अपने किचन और घर में झांकने की ज़रूरत है l हमारे किचन पर यूं ही हमारी दादी- नानी इठलाती नहीं थीं l उन्हें यह बखूबी पता था कि यह किचन न सिर्फ़ हमारे पेट की भूख को शांत करता है, बल्कि हमें खूबसूरत भी बनाता है l
1. एलोवेरा
एलोवेरा एक करिश्माई तरीका है अपनी स्किन को चमकदार बनाए रखने का l यह हमारी स्किन में नमी को बनाए रखता है l इसमें एंटी-एजिंग गुण भी होते हैं जो हमारी स्किन की इलास्टिसिटी को खोने नहीं देते और झुर्रियों को कम करते हैं l इसमें व्याप्त मॉइस्चराइजिंग गुण स्किन में नमी को बरकरार कर ड्राइनेस को पास नहीं आने देते l इसका एंटी- एक्ने गुण मुंहासों को घटाता है और जलन को भी कम करता है l
उपयोग का तरीका
आप एलोवेरा जेल को अपनी स्किन पर कभी भी लगा सकती हैं l
अगर आपकी नॉर्मल स्किन है तो आप इसे मॉइस्चराइजर की जगह भी इस्तेमाल में ला सकती हैं l
वरना आप रात को सोने से पहले इससे अपनी स्किन की मसाज करके सोयें l
अगर आपके घर में एलोवेरा का पौधा है तो आप उसकी एक डंडी तोडें और उससे जेल को निकालकर चेहरे पर लगा लें l
2. ग्रीन टी
ग्रीम टी सिर्फ़ पीने के लिए ह��� नहीं, स्किन पर लगाने के भी काम आता है l ग्रीन टी सूरज की रौशनी से आपके चेहरे को बचाता है और स्किन कैंसर जैसी समस्या से सुरक्षा करता है l यह चेहरे पर निकलने वाले मुंहासों से भी रक्षा करता है और समय से पहले चेहरे पर दिखने वाले उम्र के निशानों को भी कंट्रोल करता है l
उपयोग का तरीका
ग्रीन टी को लगभग आधे कप पानी में उबालें l
इसके बाद इसमें ब्राउन शुगर और मलाई मिलाकर इससे चेहरे की मालिश करें l यह आपकी स्किन को ग्लोइंग बनाता है l
3. नारियल तेल
दक्षिण भारत के लोग नारियल तेल का उपयोग बहुत अधिक करते हैं l यह न सिर्फ एक बढ़िया तरीके से नमी प्रदान करता है, बल्कि हमारी स्किन को ठंडा भी रखता है l सूर्य की तेज रोशनी से हमारी त्वचा को बचाता भी है और बेहतरीन एंटी- एजिंग के तौर पर त्वचा पर दिखने वाले उम्र के असर को रोकता भी है l
उपयोग का तरीका
जिस तरह हम क्रीम का उपयोग करते हैं, ठीक वैसे ही हमें नारियल तेल का उपयोग करना चाहिए l
इसे अपनी त्वचा पर लगाना चाहिए l
आप इसे शरीर के हर हिस्से पर लगा सकते हैं l
इससे हमारी त्वचा में कसावट और चमक भी आती है l
4. रोजाना कितना नारियल पानी पिएं
प्रेगनेंसी में महिलाओं को नारियल पानी पीने की सलाह दी जाती है l लेकिन आम दिनों में भी इसे कोई भी पी सकता है l इसके रोजाना सेवन करने से कुछ दिनों में ही चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर फर्क नजर आने लगेगा l
5. हल्दी
हल्दी को मसलों की रानी कहा गया हैl हल्दी त्वचा की परेशानियों को दूर करने में भी कारगर भूमिका निभाता है l ग्लोइंग फ़ेस के लिए घरेलू नुस्खों में हल्दी फोटोएजिंग व सोराइसिस से हमारी रक्षा करता है l इसमें एंटी- ऑक्सीडेंट गुण होता है, जो बेसन के साथ मिलकर स्किन को एक्सफोलिएट करता है और स्किन में जान ले आता हैl
उपयोग का तरीका
हल्दी के साथ बेसन और पानी मिलाकर इसका स्क्रब बना लें l
फिर इसे चेहरे पर लगाएं और १०-१५ मिनट के बाद जब यह सूख जाए तो हौले से रगड़ते हुए धो लें l
यह उबटन आपकी स्किन पर इतना ग्लो ला सकता है, जितना कोई महंगी क्रीम न कर सके l
6. दूध
दूध त्वचा के लिए भी बहुत पौष्टिक तरीके से काम करता है l यदि आपकी स्किन ड्राई है तो दूध से बेहतरीन कोई और मॉइस्चराइजर नहीं हो सकता l दूध में निहित विटामिन ए आपकी स्किन की चमक बरकरार रखता है l
उपयोग का तरीका
कच्चे दूध, बेसन और शहद को मिलाकर एक पैक तैयार कर लें, अब इसे चेहरे पर लगा लें l
करीब १५ मिनट बाद इसे धो लें, चेहरा निखर उठेगा l
इस पैक को आप हफ़्ते में एक या दो बार भी लगा सकती हैं l यह स्किन से नमी को जाने नहीं देता l
निष्कर्ष - Conclusion
उपरोक्त बताए गए घरेलू नुस्खों और उपायों को अपनाकर आप चेहरे पर चमक आसानी से पा सकती हैं l इन टिप्स से आपकी स्किन न केवल चमकदार बनेगी बल्कि रंग भी निखरकर गोरा हो जाएगा l ये उपाय और घरेलू नुस्खे बेहद आसान हैं, जिनका इस्तेमाल करके आप चेहरे पर चमक पाने के अपने सपने को पूरा कर सकती हैं l अपने मित्रों में Share करें,
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए फॉलो करें ये 5 टिप्स
Relationship Tips: रिश्ता चाहे नया हो या पुराना, उसे बनाए रखने के लिए विश्वास, प्यार और अंडरस्टैंडिंग की जरूरत होती है. एक-दूसरे को समझने और साथ देने के साथ-साथ कुछ बातों को ध्यान में रख कर एक रिलेशनशिप को हेल्दी (Healthy relationship) बनाया जा सकता है. हांलाकि, यह भी सच है कि कोशिश दोनों तरफ से की जानी चाहिए. तभी कोई भी रिश्ता सफल हो सकता है.
Tumblr media
अगर आपका नया-नया रिलेशनशिप है या आपके रिश्ते में खटास पड़ने लगी है लंबे और मजबूत रिलेशनशिप में ये 5 बातें होनी जरूरी हैं.
मजबूत रेलेशनशिप के लिए फॉलो करें ये 5 टिप्स - (Follow these 5 tips for a strong relationship)
1.समझौता है जरूरी- कपल के बीच में अक्सर छोटे-मोटे झगड़े होते रहते हैं. इसका मतलब ये नहीं है कि आप हर बात पर अड़ जाएं. ऐसा करने से लड़ाई लंबी खींच सकती है और रिश्तों में दरार आ सकती है. दूसरों से सलाह लेने की जगह पार्टनर के साथ बैठ कर बात को सुलझाएं. लड़ाइयों को समझौते से खत्म कर देने में ही भलाई होती है. ये दर्शाता है कि आप दोनों एक-दूसरे को कितनी अहमियत देते हैं.
2.भरोसा रखें- कई रिश्ते सिर्फ शक की वजह से ही बर्बाद हो जाते हैं. रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए दोनों को एक-दूसरे पर पूरा भरोसा होना बहुत जरूरी है. कपल को हर मुश्किल घड़ी में एक-दूसरे के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहना चाहिए. भरोसा रखने से रिश्ते में मजबूती आती है. जो लोग हर समस्या का हल आपसी सहमती से निकालते हैं, उनके बीच कभी मनमुटाव नहीं होता है.
3.ईमानदारी से निभाएं रिश्ता- पार्टनर के साथ सारी बातें शेयर करते रहने से रिश्ता मजबूती के साथ आगे बढ़ता है. अगर पार्टनर की कोई गलत आदत आपको परेशान करती है तो इस मन में रखने की बजाय खुलकर बताएं. अपने रिलेशनिशप को ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाएं. इससे आपके रिश्ते में गहराई आएगी.
4.पसंद-नापसंद जरूर जानें- पार्टनर के पसंद-नापसंद के बारे में भी जानना जरूरी है. उनके पसंद-नापसंद के हिसाब से काम करने में पार्टनर हमें स्पेशल फील करता है और आप में उसकी दिलचस्पी बढ़ जाती है.
5.एक-दूसरे को ज्यादा वक्त दें- एक अच्छे रिश्ते के लिए एक-दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं. ज्यादा दिनों की दूरी रिश्ते में खटास डालने का काम करती है. आप अपने प्रोफेशनल लाइफ में कितने भी बिजी क्यों ना हो, पार्टनर के लिए वक्त जरूर निकालें. एक पूरा दिन उनके साथ गुजारें, इससे आपका रिश्ता मजबूत बनता है.
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
Weight Loss Tips:- वजन घटाने के लिए डाइट चार्ट - Diet Chart For Weight Loss in Hindi
मोटापा किसी के लिए भी परेशानी और शर्मिंदगी का सबब बन जाता है। कोई भी नहीं चाहता की उसका थुलथुल ढीला, भारी भरकम शरीर हो। यह आपके पूरी पर्सनालिटी की रौनक को खत्म कर देता है । ज्यादा मोटापा सिर्फ सुंदरता ही कम नहीं करता बल्कि शरीर को बीमारियों का घर बना देता है। एक अच्छी पर्सनैलिटी की पहचान स्वस्थ शरीर से होती है।
Tumblr media
बिज़ी लाइफस्टाइल के चलते, आजकल सभी अपनी फिटनेस का ख़ास ख़्याल नहीं रख पाते। पर आप अपने काम में तभी परफेक्ट हो पाएंगे, जब आपका स्वास्थ्य अच्छा और आप फिट होंगे। ऐसे में लोग वजन घटाने करने के लिए घंटो जिम में पसीना बहाते हैं, डाइटिंग करते हैं, कई बार दवाइयां भी लेते हैं. जबकि
मोटापा कम
करने के लिए इतना कुछ करने की जरुरत नहीं होती है. अपने पेट को कम करने के लिए सबसे जरुरी है की आप सही डाइट चार्ट फॉलो करें।
सब्ज़ियों का सूप
डाइट चार्ट में इस बात का ख्याल रखा गया है कि आपको जरूरी
विटामिन्स
और
मिनरल्स
मिलते रहें। वैसे जरूरी नहीं कि हर शख्स पर यह पूरी तरह से लागू होगा। हालाँकि, आप इसमें थोड़ा फेरबदल भी कर सकते हैं।जब आप वजन कम करना शुरू करते हैं तो शुरू में आमतौर पर सभी लोगों का वजन दो चार किलो कम हो जाता है, मगर बाद में फैट कम नहीं होता। इसलिए हर बार आपको अपना
डाइट चार्ट
पहले के मुकाबले ज्यादा हार्ड बनाना होता है।
वजन घटाने
के लिए इस डाइट चार्ट को आप आजमाकर देखें फर्क जरूर पड़ेगा।
वैसे तो हर व्यक्ति की शारीरिक संरचना और उसके द्वारा की जाने वाली मेहनत के हिसाब से खान-पान की आवश्यकता अलग-अलग होती है। इसके लिए बेहतर होगा बीएमआर निकाला जाए जो यह बताएगा कि शरीर को कम से कम कितनी कैलोरी की आवश्यकता है।
शरीर का वजन कम करने के लिए कम कैलोरी लेनी चाहिए और इसके लिए बैलेंस्ड डाइट चार्ट बनाया जाना जरूरी होता है। दिमाग सुचारू रूप से कम करे और शरीर थके नहीं, इन बातों को ध्यान में रखते हुए 1200 से 1800 कैलोरी की आवश्यकता होती है। इतनी कैलोरी ऊर्जा के रूप में शरीर में बेहतर ढंग से संचरित हो जाती है जो कि फैट के रूप में नहीं जमती।
तीन मुख्य भोजन, जैसे नाश्ता, दोपहर का खाना और रात का खाना 300 से 350 कैलोरी का रखें।
बाकी बचे 300 कैलोरी में स्नेक्स तथा अन्य चीजों को रखें।
बेवरेज के तौर पर ग्रीन टी अपनाएं। ग्रीन टी वजन कम करने में सहायक है।
जो भी खाना खाएं, सभी गेहूं से बना हो या ब्राउन चावल हो। मैदा या सफेद चावल न खाएं।
वजन घटाने के लिए डाइट चार्ट - Diet Chart For Weight Loss in Hindiआपको नाश्ते, दोपहर के भोजन और रात के खाने को ऐसे डिवाइड करें।
सुबह उठते ही : पानी पिएं, हो सके तो कम से कम दो गिलास और ज्यादा से ज्यादा एक लीटर। पानी हल्का गुनगुना होगा तो अच्छी बात है वरना जैसा आपको ठीक लगे।
अगर हो सके तो कुंज्जल करें : यह एक यौगिग क्रिया है जिसे वमन धौती भी कहा जाता है। इसमें तकरीबन दो लीटर हल्का गर्म पानी पीकर उल्टी की जाती है। अगर बीपी की प्रॉबलम नहीं है तो पानी में हल्का नमक भी मिला लें। यह वैसे तो बहुत आसान है मगर बेहतर होगा शुरू में आप किसी जानकार के सामने यह करें उसके बाद आप खुद कर सकती हैं।
नाश्ता : ओट्स बनायें मगर ये इंस्टेंट ओट्स न हों। सादे ओट्स का पैकेट लाएं और उसमें प्याज, लहसुन, दालचीनी, जरा सी मंगरैल उर्फ कलौंजी डालें, बाकी नमक वगैरा तो डालना ही है। इसमें मौसम के हिसाब से सब्जियां डाल सकती हैं। हो सके तो ब्रोकली जरूर डालें या कॉर्नफ्लेक्स और डबल टोंड दूध या अगर आप नॉन वेजिटेरियन हैं तो तीन या चार उबले अंडे का सफेद हिस्सा। चाहें तो बिना चीनी वाली नींबू की शिकंजी। शिकंजी पहले पियें बाद में अंडे खाएं या कभी कभी आप नाश्ते में दही के साथ उबला आलू भी ले सकती हैं। इसमें हरा धनिया भी डाल लिया करें।
ब्रंच : पांच से दस बादाम, साथ में कॉफी या ग्रीन टी या अदरक, तुलसी, दालचीनी, इलाइची वगैरा की चाय बस इसमें चीनी की बजाए शुगर फ्री हो।
लंच: एक कटोरी ब्राउन राइस, सलाद, दाल, मल्टी ग्रेन आंटे की एक या दो रोटी।
शाम की चाय-शाय: कोई वेज सूप या भुने चने के साथ चाय या कॉफी या ग्रीन टी। चाहें तो स्प्राउट भी ले सकती हैं।
रात का खाना एक कटोरा वेज सूप, एक कटोरा सलाद, या एक बड़ा कटोरा पपीता या एक कटोरा भरकर सब्जियां इसमें लहसुन, प्याज जरूर हो या नॉन वेजेटेरियन हैं तो तीन एग व्हाइट या 150 ग्राम चिकन ब्रेस्ट, या दो लेग पीस।
जरूरी नहीं है कि आप इन्हीं चीजों का सेवन करें। जरूरी ये है कि आप कैलोरी की सही मात्रा लें। इसके साथ ही तरल पदार्थों का अधिक सेवन और व्यायाम को भी अपनी दिनचर्या में शामिल करना होगा।
मोटापे से बचने के लिए क्या खाएं और कैसे खाएं? – Weight Loss Foods in Hindi
मोटापे से खुद को बचाने के लिए निम्नलिखित चीजें खा सकते हैं और मोटापे से छुटकारा पा सकते हैं:
सलाद खाएं
लो कैलोरी फूड लें
मोटे अनाज शामिल करें
चबाकर खांए
शहद और नींबू
डेयरी उत्पाद, जैसे – दही व मक्खन आदि।
नट्स जैसे – मूंगफली व बादाम आदि।
खट्टे फल
सूप पींए
पालक
सेब
दाल
दलिया
अंडा
विनेगर
एवोकैडो
मोटापा से बचने के लिए क्या ना खाएं? – Foods to Avoid in Weight Loss in Hindi
मोटापे से बचने के लिए, आपको नीचे बताई गईं चीज़ों का सेवन नहीं करना चाहिए :
ज़्यादा चीनी वाले खाद्य पदार्थ, जैसे – मिठाई व खीर ।
ज़्यादा चीनी वाले पे��, जैसे – कोल्ड ड्रिंक व शर्बत।
ज़्यादा तेल वाले खाद्य पदार्थ, जैसे – फ़्रेंच फ्राई व चिप्स।
वजन घटाने वाले कुछ व्यायाम और योगासन – Some Exercise and Yoga for Weight Loss in Hindi
वज़न घटाने के लिए हमारे डाइट चार्ट को अपनाने के साथ-साथ आपको नीचे बताए गए
एक्सरसाइज
को भ��� अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए:
सुबह-शाम टहलें।
रस्सी फांदने का अभ्यास करें।
स्विमिंग करें।
साइकल का प्रयोग करें।
ज़ुम्बा या डांस क्लास से भी वज़न घटा सकते हैं।
व्यायाम के अलावा योगासन से भी वज़न घटाया जा सकता है, योगासन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें: वजन घटाने के लिए योगासन निम्नलिखित है:
चक्रासन
भुजंगासन
वीर भद्रासन
नवासना
सूर्य नमस्कार
वजन घटाने के लिए कुछ और उपाय – Other Tips for Weight Loss in Hindi
समय पर नास्ता करें - नाश्ता पूरे दिन का सबसे महत्वपूर्णडाइट होता है। बतादें कि, सुबह का नाश्ता हमारे शरीर के मेटाबॉलिज़्म प्रक्रिया को सीधे तौर पर प्रभावित करता है।
डिप्रेशन से बचें - मोटापे का एक कारण डिप्रेशन भी हो सकता है, इससे बचने के लिए आपको टहलना या घूमना भी चाहिए। ऐसे काम करें जिससे आपको खुशी मिलती है।
पूरी नींद लें - शोध में वैज्ञानिकों ने पाया है कि नींद पूरी ना होने से वज़न बढ़ सकता है, क्योंकि नींद की कमी से शरीर की इंसुलीन संवेदनशीलता और ग्लूकोज़ सहिष्णुता में कमी आती है। इससे शरीर में लेप्टिन का स्तर घटता है, और हमारी भूख बढ़ती है।
वजन घटाने के लिए डाइट रेसिपी – Diet Food Recipes for Weight Loss in Hindi
वजन घटाने के लिए डाइट रेसिपी का इस्तेमाल करके आप अपने मोटापा को कम कर सकते हैं और कई तरह की बिमारियों से बच सकते हैं। यहां हम आपको कुछ आसान रेसिपी के बारे में बता रहें हैं जो निम्नलिखित है:-
1.फलों का सलाद - सामग्री जैसे - आधा पपीता, एक केला, आधे से थोड़ा कम तरबूज़, एक सेब, पांच से छह अंगूर, नींबू, चुटकी भर नमक, चुटकी भर काली मिर्च
कैसे बनाएं
बाउल में सारे फलों के छोटे-छोटे टुकड़े करें। अंत में इन टुकड़ों के साथ अंगूर, नींबू के रस, चुटकी भर नमक और काली मिर्च को भी मिला लें। अब आपके फलों का सलाद तैयार है। सर्व करें।
2.सब्ज़ियों का सूप - सामग्री जैसे - एक पत्तागोभी का थोड़ा-सा भाग, आधा या एक गाजर, पांच बीन्स, नींबू, चुटकी भर काली मिर्च, नमक, थोड़ी-सी अजवाइन या उसके डंठल, एक चुकंदर
कैसे बनाएं
पत्तागोभी, चुकंदर और गाजर के लंबे-लंबे टुकड़े काटें फिर,अजवाइन के डंठल को छोटे टुकड़ों में काटें। उसके बाद बीन्स को भी छोटे टुकड़ों में काट लें। फिर एक पतीले में पानी उबालें और सारी सब्ज़ियों को उसमें डालें। सब्ज़ियों को थोड़ी देर तक पकने दें और फिर उन्हें पानी के साथ कटोरे में निकाल लें। लास्ट में कटोरे में नींबू का रस, नमक और काली मिर्च डालें और अच्छी तरह से सब्ज़ियों को मिला लें।
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
Yoga Tips: शरीर को फिट और दिमाग को शांत रखने के लिए सुबह-सुबह करें ये 6 योगासन
Tumblr media
सुबह का समय हमारी हेल्थ के लिए सबसे बढ़िया होता है। इस समय आपको ताजा हवा मिलती है जिससे मन शांत रहता है और स्वस्थ ऑक्सीजन से बॉडी भी हेल्दी रहती है। सुबह के समय दिमाग में सकारात्मक विचार आते हैं।
आप जिस तरह दिन की शुरुआत करते हैं, उसका असर आपके दिनभर के मूड और काम पर पड़ता है। अगर आप शुरुआत अच्छी करते हैं तो दिनभर आपका मन और मूड अच्छा रहता है। सुबह के सूर्य की किरणें बेहतर स्वास्थ्य के लिए नितांत आवश्यक हैं। यह वह शक्तिशाली शक्ति है जो सभी जीवन के आसपास ही है।
एक्सपर्ट का मानना है कि इस समय वर्कआउट या एक्सरसाइज करने से शरीर को सबसे अधिक फायदे मिलते हैं। वहीं, सुबह के समय योग करना भी अधिक लाभकारी होता है। सुबह के समय 30 मिनट भी योग का अभ्यास शरीर को स्वस्थ और दिमाग को सक्रिय बनाने में मदद करता है।
योग रोजमर्रा की जीवनशैली के लिए एक परिपूर्ण दृष्टिकोण है। इसके लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है। आप कहीं भी कभी भी योग कर सकते हैं। अब सवाल उठता है कि सुबह में योग करें तो कैसे और कौन से योगासन करना बेहतर है। योग गुरु और लाइफस्टाइल कोच अक्षर हमें बता रहे हैं कि सुबह के समय दिमाग को शांत और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कौन से योग करने चाहिए। आइए जानते हैं-
1.सूक्ष्म व्यायाम (Warm-Up)
हमेशा किसी भी एक्सरसाइज या योग से पहले बॉडी को वार्म-अप कर लेना जरूरी है ताकि आप इसे आगे के मूवमेंट्स के लिए तैयार कर सकें। इसलिए शुरुआत करें सूक्ष्म योग से। अपने पैर की उंगलियों के साथ शुरू और अपनी गर्द�� तक बढ़ें। धीरे-धीरे शरीर के प्रत्येक हिस्से को हल्के मूवमेंट्स के साथ हिलाएं और घूमाएं। यह मांसपेशियों को स्ट्रेच करेगा और जोड़ों को वार्म-अप करके शरीर को योग आसनों के अभ्यास के लिए तैयार करेगा।
2.समस्थिति (Balanced Pose)
1. इस आसन के अभ्यास के लिए पैरों को मिलाकर सीधे खड़े हो जाएं। पीठ को सीधा रखें।
2. अपने हाथों को कमर के दोनों तरफ रखें।
3. हथेलियों को अंदर की ओर रखें और चेहरा सामने की ओर होना चाहिए।
4. इसी मुद्रा में कुछ देर रहें और गहरी सांस लेते रहें।
3.वृक्षासन (Tree Pose)
1. सीधे खड़े होकर अपने पैरों को आप पास रखें। अब अपने सीधे पैर को जमीन से उठाकर बाएं पैर की जांघ पर रखें।
2. अब अपनी हथेलियों को प्रणाम की मुद्रा में रखें। इस दौरान कमर को सीधा रखें और संतुलन बनाए रखें।
3. इसी तरह दूसरे पैर के साथ दोहराएं।
4.मार्जरी आसन (Cat Pose)
1. सीधे खड़े हो जाएं।
2. अब अपने घुटनों को मोड़कर जमीन पर टिकाएं और हाथों की हथेलियों को जमीन से मिलाएं।
3. अब सांस लेते हुए अपनी पीठ को ऊपर की ओर उठाएं और नीचे देखें।
4. सांस छोड़ते हुए अपनी पीठ को अंदर की ओर झुकाएँ और ऊपर देखें।
5. इस क्रिया को 5 बार दोहराएं।
5.वज्रासन (Thunderbolt pose)
1. जमीन पर चटाई बिछाकर सुखासन की मुद्रा में बैठ जाएं।
2. अब घुटनों को अंदर की ओर मोड़े और अपने पैरों पर कूल्हों को रखें।
3. अब हथेलियों को अपने घुटनों पर रखें।
4. गहरी सांस लेते रहें और छोड़े रहें।
6.सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar)
रोजमर्रा की सेहत और फिटनेस के लिए सबसे अच्छा नुस्खा हर सुबह सूर्य नमस्कार करना है। सुबह सुबह उठकर इसका अभ्यास करने से शरीर और दिमाग खुलता है। शुरुआत में हर दिन 5 राउंड कर सकते हैं। इसके बाद आप अपने शरीर के आराम के स्तर के अनुसार इस नंबर को बढ़ा सकती हैं।
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
गर्भावस्था के दौरान बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए मां को क्या सोचना चाहिए और या क्या नहीं ?  - What the mother should and or should not consider for the healthy development of the baby during pregnancy?
Pregnancy Health Tips:- गर्भावस्था किसी भी स्त्री के जीवन का सबसे अनमोल समय होता है गर्भवती स्त्रियों को विशेष खानपान दवाइयों और योग व्यायाम की सलाह चिकित्सक द्वारा दी जाती है इस समय आप की हर गतिविधि का सीधा अगर आपके शिशु पर पड़ता है।
Tumblr media
परंतु क्या आप जानते हैं कि मां के वातावरण व उसकी सोच का सीधा असर गर्भ मे पल रहे बच्चे पर होता है यदि आपका स्वभाव चिड़चिड़ापन गुस्सैल है तो उसे तुरंत छोड़ दें अपने वातावरण महसूस में सकारात्मकता लाए आप इसके लिए संगीत व योग का सहारा भी ले सकती हैं । यदि आपका व्यवहार व आपकी सोच नकारात्मक होती है तो इसका असर आप अपनी संतान के आचरण में देख सकते हैं ।
यदि आप गर्भावस्था में खुश रहती हैं तो आपका शरीर एक केमिकल का उत्पाद करता है जिसे एंडोक्राइनव कहा जाता है यह बच्चे के दिमागी विकास के लिए बहुत अच्छा होता है ।
शिशु के सही विकास के लिए एक बहुत ही अद्भुत तरीका है कि आप उसके बारे में सोचें जी हां गर्भावस्था में मां को अपने गर्भ में पल रहे शिशु से संवाद स्थापित करने चाहिए तथा उसके बारे में सोचना चाहिए ।
आइए दोस्तों हम आपको बताते हैं किगर्भावस्था के दौरान बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए मां को क्या सोचना चाहिए और या नहीं ?
1- बच्चे की ग्रोथ के बारे में सोचे , यह सोचे कि किस प्रकार आपका बच्चा दिन प्रतिदिन ग्रोथ कर रहा है उसका आकार किस तरह बदल रहा है मां की सकारात्मक सोच का असर बच्चे के विकास पर सीधा पड़ता है ।
2- मां को गर्भावस्था में बच्चे के स्वरूप के बारे में सोचना चाहिए यह सोचे की जन्म के बाद बच्चे का कैसा रूप देखना चाहेंगे ।
3- गर्भावस्था में बच्चे की आवाज को महसूस कीजिए आप मन में सोचे कि एक स्वस्थ बच्चे की आवाज किस प्रकार की होती है ।
4- बच्चे के स्वस्थ्य दिल की कल्पना करनी चाहिए यह बहुत ही अद्भुत समय होता है जब एक मां अपने भीतर अपने बच्चे की चल रही धड़कन को महसूस करती है।
5- गर्भ में पल रहे बच्चे के हाथ पैरों के चलने को महसूस करना चाहिए महसूस करें ।
दोस्तों यदि आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो कृपया आप सभी लोग हमारे पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लाइक कमेंट और शेयर करें !
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
छोटे लिंग से शानदार सेक्स करने के लिए अपनाएं ये 12 आसान तरीके - Follow these 12 easy ways to have great sex with a small penis
Tumblr media
क्या आपका लिंग (Penis) छोटा है ? अगर है भी तो इसमें शर्मिंदगी महसूस करने की कोई जरूरत नहीं है। जैसे हर किसी व्यक्ति के शरीर का आकार अलग अलग होता है, वैसे ही लिंग का आकार भी अलग-अलग हो सकता है। हालांकि एक अध्ययन में पाया गया है कि ज्यादातर पुरुष अपने लिंग के आकार से संतुष्ट नहीं हैं। वह लिंग का आकार बड़ा चाहते हैं। लेकिन आपको बता दें कि लिंग के आकार से ज्यादा महत्व रखता है कि आखिर आप सेक्स कैसे करते हैं और कितना बेहतर कर पाते हैं।
छोटे लिंग वाले लोग भी बेहतर सेक्स कर पाते हैं और ये हम नहीं बल्कि कई शोध बताते हैं। ऐसे लोगों को, जिनके लिंग छोटे होते हैं शर्मिंदगी महसूस नहीं करनी चाहिए। आपके आत्मविश्वास को कम न करें बल्कि आप कितने आत्मविश्वासी होंगे आप सेक्स में उतना बेहतर कर पाएंगे। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका लिंग छोटा है या बड़ा ( शायद जो आप चाहते हैं)। लेकिन अगर आपको छोटे लिंग के साथ सेक्स करने में थोड़ी मुश्किल आ रही है तो इसका भी समाधान है। घबराने की जरूरत नहीं है। आपको बस अपनी सेक्स पोजीशन में कुछ बदलाव करने होंगे। जिससे आप बेहतर सेक्स कर पाने में जरूर सक्षम हो पाएंगे।
अपनाएं ये 12 आसान तरीके :-
1.वुमन ऑन टॉप पुजिशन का प्रयास करें
वुमन ऑन टॉप (Woman on top)- इस पोजिशन में महिला ऊपर होती है। इसमें उसे किसी भी दिशा में मूव करने के लिए पूरा स्पेस मिलता है। यहां आपको जी स्पॉट पर हिट करने में भी आसानी होती है।
2. ​डॉगी स्टाइल में पुजिशन का प्रयास करें
डॉगी स्टाइल में सेक्स करने का आनंद ज्यादातर लोग लेना ही चाहते हैं। अगर आपका लिंग छोटा भी है तो भी आप डॉगी स्टाइल में सेक्स का आनंद ले सकते हैं। इसलिए आपको हम डॉगी स्टाइल में सेक्स करने का भी सुझाव देते हैं। इसे बेहतर बनाने के लिए रिसीवर अपनी टांगें थोडी-सी ज्यादा फैला सकती हैं। इस पोजीशन में आपको गहरी पैठ मिलेगी और आप आसानी से सेक्स भी कर पाएंगे।
3.द काऊगर्ल
इस पोजीशन में पुरुष अपने पार्टनर के पैरों के बीच होता है और उसकी पार्टनर उसपर थोडा पीछे की ओर होकर बैठी होती है |
4. द बकेट सीट इस पोजीशन में पुरुष अपनी पार्टनर के पीछे से उसके पैरों के बीच स्लाइड करता है । और उसकी महिला पार्टनर घुटनों पर आगे की ओर झुकी होती है.
5.द स्पून
इस पोजीशन में पुरुष अपनी पार्टनर के पीछे से उसके पैरों के बीच स्लाइड करता है । और उसकी महिला पार्टनर घुटनों पर आगे की ओर झुकी होती है. 6.द लैपटॉप स्टैंड
लैपटॉप सेक्स पोजीशन में पुरुष अपनी पार्टनर को आराम से उचित ऊंचाई के टेबल पर बैठाता है और उसके सामने से उसे extreme pleasure देता है।
7.द लोटस ब्लॉसम
काऊगर्ल पोजीशन की ही तरह महिला बाहर की तरफ फेस करके अपने आदमी को खुद को पिच्चे से देखने की ख़ुशी देती है।
8. द 90 डिग्री
इसमें पुरुष क्रॉस लेग होकर अपनी पार्टनर के साथ उससे लिपटकर बैठता है । वो उसके हिप्स को अपने हाथों से मूव करता है और उसके ब्रैस्ट को अपने मुह से प्यार करता है ।
9.द ईगल
इस पोजीशन में पुरुष बेड के किनारे अपने पार्टनर के सामने झुक जाता है जो घुटनों को थोड़ा मोड़ कर अपने पीठ के बल लेती हुई होती है । पुरुष उसके पैरों को उठाकर अपने कन्धों पर रखकर अपनी पार्टनर के भीतर तक प्रवेश करता है। इसमें penetration बहुत ज्यादा डीप होती है जो महिला के लिए काफी satisfactory होती है और पुरुष भी इस पोजीशन को खूब एन्जॉय करते हैं |
10.द पेग
पेग पोजीशन ने पुरुष अपनी तरफ लेट जाता है । महिला उलटे साइड से उससे कुछ इस तरह लिपट जाती है ताकि उसका चेहरा पुरुष के पैरों के सामने रहे |
11.The Crouching टाइगर
पुरुष महिला को अपने ऊपर उलटी तरफ लाकर बेड के किनारे squatting पोजीशन में एन्जॉय करते हैं ।
12.द रिलैक्स जैक
पुरुष अपनी महिला को अपने ऊपर बैठाकर अपना सारा भार अपने हाथों पर ले लेता है और अपनी पार्टनर को एन्जॉय करते देखता है।
अपनाएं ये 12 आसान तरीके और बताएं की आपको कैसा लगा इस आर्टिकल के बारे में  सुझाव और विचार कमेंट बॉक्स में जरूर शेयर करें !
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
घरेलु उपचार से कुछ ही दिनों में दूर हो जाएंगे मुहांसे  के निशान चमक उठेगा चेहरा
Tumblr media
Skin Care Tips
:- अगर आप भी
मुहांसों
के निशान से परेशान हैं और उन्हें चेहरे से हटाने चाहते हैं तो ये खबर आपके काम आ सकती है. हम आपके लिए कुछ
घरेलू उपाय
लेकर आए हैं, जो मुहांसों के निशान हटाने में आपकी मदद करेंगे.
दरअसल, गड़बड़ाए हुए हॉर्मोन्स की वजह से हमारे चेहरे पर मुहांसे हो जाते हैं. इसके अलावा पेट में जमा कब्ज, हमारे दिमाग पर चढ़ा तनाव और हमारे शरीर में मौजूद अन्य बीमारियों की वजह से भी मुहांसे की समस्या होती है. नीचे बताए गए घरेलू उपाय से आप मुहांसों के निशान की समस्या से निजात पा सकते हैं...
मुहांसों को हटाने के लिए घरेलू उपचार
1. मसूर दाल और दूध का मास्क
मसूर की दाल का फेस पैक त्वचा के लिए लाभकारी है. इस पैक के लिए दाल को एक कटोरी दूध में रात भर भिगोकर रख दें. अगली सुबह इसे पीस लें. इस मिश्रण को प्रभावित जगह पर लगाएं और सूखने के बाद धो लें. इससे मुहांसों के निशान गायब हो सकते हैं.2. नींबू का रस
नींबू की मदद से भी आप मुंहासों के निशान दूर कर सकते हैं. इसके लिए नींबू के रस को दाग-धब्बों पर 5-10 मिनट के लिए लगाएं. इसके बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें.
नींबू
में साइट्रिक एसिड होता है. ये त्वचा को लाइट और ग्लोइंग बनाने में मदद करता है.3. कच्चे आलू का रस
आलू के रस की मदद से भी आप मुहांसों की समस्या से राहत पा सकते हैं. क्योंकि आलू में कैटेकोलेज नामक एंजाइम होता है. ये त्वचा की रंगत को हल्का करने में मदद करता है.
पिंपल्स
के निशान के लिए कच्चे आलू के रस को नियमित रूप से 10-15 मिनट के लिए लगा सकते हैं.4.खीरा वाला फेस मास्क
खीरे की मदद से भी आप मुहांसों के निशान हटा सकते हैं.
खीरा वाला फेस मास्क
(Cucumber Face Mask) बनाने के लिए आधा खीरा और 1 चम्मच दही को मिक्सी में पीसकर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट में 1 चम्मच शहद मिलाएं. अब इस फेस मास्क को लगाने से पहले चेहरे को ठंडे पानी से अच्छी तरह धोकर सुखा लें. इसके बाद पेस्ट को चेहरे और गर्दन पर लगाकर 20-25 मिनट सूखने दें और फिर चेहरा धो लें.5. टमाटर का ऐसे करें उपयोग
टमाटर का गूदा त्वचा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. विटामिन से भरपूर टमाटर का रस निशानों को दूर करने में मदद करता है.तो दोस्तो, हमारा ये आर्टिकल आपको कैसा लगा? अगर अच्छा लगा, तो इसे अन्य लोगों के साथ भी ज़रूर शेयर करें। न जाने कौन-सी जानकारी किस ज़रूरतमंद के काम आ जाए। साथ ही, अगर आप किसी ख़ास विषय या परेशानी पर आर्टिकल चाहते हैं, तो
कमेंट
बॉक्समें हमें ज़रूर बताएं। हम यथाशीघ्र आपके लिए उस विषय पर आर्टिकल लेकर आएंगे। धन्यवाद।
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
उर्वरक और खाद में क्या अंतर होता है, ज्यादातर लोग नहीं जानते - What is the difference between fertilizer and manure...
Tumblr media
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
सेक्स करने से पहले अपने लिंग से न करे ये 7 गलतियां - Do not make these 7 mistakes with your penis before having sex
जब सेक्स के बारे में बात करने की बात आती है तो सबसे ज्यादा ये बातें होती हैं कि कैसे पार्टनर को उत्तेजित किया जाय या सेक्स करते समय क्या करना चाहिए लेकिन कभी इस बात की चर्चा नहीं की जाती है सेक्स करने के पहले क्या नहीं करना चाहिए जिसका असर आपके सेक्स लाइफ पर पड़ता है। अगर आप ऐसी गलतियों को करके सेक्स के रोमांस को बरबाद नहीं करना चाहते हैं तो आगे पोस्ट को पड़ना न भूलें।
सेक्स करने से पहले अपने लिंग से न करे ये 7 गलतियां :-
1.हैंडजॉब ज्यादा न करें(don't overwork)
अगर आप सेक्स के पहले ऐसा करते हैं या अपने पार्टनर को हैंडजॉब करने के लिए कहते हैं तो इस काम को धीरे-धीरे से करें नहीं तो संवेदनशील नर्व को नुकसान पहुँच सकता है।2.लिंग के साथ जबरदस्ती न करें(don't force the penis)
सेक्स शुरू करने के पहले फोरप्ले करना ज़रूरी होता है। लेकिन पेनिस के साथ खेलना, स्ट्रेच करना, ट्वीस्ट करने जैसे काम एक्शन शुरू करने से पहले करना गलत होता है। अगर आपको फोरप्ले करने के बाद भी इरेक्शन नहीं हो रहा है तो ऐसे काम करने के बजाय डॉक्टर के साथ जल्द से जल्द मिले।3.लिंग गलत चीजों से न करें साफ (don't clean up with the wrong things)
अक्सर लड़के प्राइवेट पार्ट्स को सुगंधित साबुन या शैंपू से धोने की गलती करते हैं, इससे रैशेज और इंफेक्शन होने का डर रहता है। सिर्फ पानी और साबुन से साफ करना ही काफी होता है।4.लुब्रिकेट करने की न करें गलती (Don't Make the Mistake of Lubrication)
आपको सेक्स के पहले पेनिस को लुब्रिकेट करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि महिला का वैजाइनल फ्लूइड ही इसके लिए काफी होता है। हद से ज्यादा इसके इस्तेमाल से रैशेज़ या इंफेक्शन होने की संभावना को बढ़ाता है।5.लिंग को स्ट्रेच न करें (don't stretch the penis)
साइज को बढ़ाने के चक्कर में कभी भी पेनिस को स्ट्रेच न करें। इससे नुकसान पहुँचने की संभावना हो सकती है।6.हद से ज्यादा दबाव न दे (don't put too much pressure)
उत्तेजित होने के चक्कर में हद से ज्यादा प्रेशर न दें इससे पेनाइल फ्रैक्चर होने का डर रहता है।7.ब्लोजॉब बार-बार न करें (Don't bukkake again and again)
अगर आप अपने पार्टनर को ब्लोजॉब के लिए बार-बार दबाव देते हैं तो हो सकता है कि कुछ गलत न हो जाय इससे मूड खराब हो सकता है।
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
रिश्ते को टूटने से कैसे बचा सकते हैं जाने कुछ खास टिप्स - Know some special tips how you can save the relationship from breaking up
Tumblr media
र‍िश्‍ते बेहद नाजुक होते हैं। एक गलती होने पर उनमें दरार आ सकती है। पार्टनर की बुरी आदत, एक-दूसरे के प्रत‍ि व‍िश्‍वास की कमी या  गलतफहमी आद‍ि कारणों  से ज्‍यादातर ब्रेकअप होते हैं। अगर आपका का र‍िश्‍ता टूटने की कगार पर है यानी ब्रेकअप होने जा रहा है, तो आप इस लेख को जरूर पढ़ें। आप कुछ आसान ट‍िप्‍स फॉलो कर सकते हैं, ज‍िनकी मदद से टूटे र‍िश्‍ते को फ‍िर से जोड़ने में मदद म‍िलेगी।  
1. गलतफहमी दूर करें
अगर आप अपने पार्टनर से बेहद प्‍यार करते हैं और आप नहीं चाहते, क‍ि र‍िश्‍ता खत्‍म हो, तो कुछ बातों पर गौर करें। अगर आप दोनों के बीच गलतफहमी ने जन्‍म ले ल‍िया है, तो उसे केवल बात करके ही हल क‍िया जा सकता है। अपने पार्टनर से खुलकर बात करें। अपना पक्ष रखें और उनका पक्ष भी  समझने की कोशिश करें।  
2. पार्टनर को पर्सनल स्‍पेस दें
पार्टनर को पर्सनल स्‍पेस दें। हर समय पार्टनर को चेक करना, उनकी न‍िजी ज‍िंदगी में दखल देना, पार्टनर की जासूसी करना आद‍ि आदतों से र‍िश्‍ते खराब होते हैं। आपको अपने पार्टनर को थोड़ा स्‍पेस देना चाह‍िए। र‍िश्‍तों में पार्टनर को बांधकर रखने की कोश‍िश न करें।            
3. अपनी आदतों में सुधार करें  
अगर आपकी क‍िसी बुरी आदत के कारण ब्रेकअप हो रहा है, तो उस पर ध्‍यान दें। क्‍या वाकई आपका पार्टनर गलत है या आपकी आदत र‍िश्‍ते पर बुरा असर डाल रही है? इन सवालों के जवाब आपके पास होने चाह‍िए। कई बार ब्रेकअप केवल क‍िसी बुरी आदत के कारण हो जाते हैं। ऐसी स्‍थ‍ित‍ि में आपको अपनी प्राथम‍िकता का चयन करना होगा।
4. एक-दूसरे की अहम‍ियत समझें
ब्रेकअप होने से रोकना चाहते हैं तो आपको अपने पार्टनर की अहम‍ियत समझनी होगी। वहीं पार्टनर को इस बात का एहसास द‍िलाएं क‍ि वो आपके ल‍िए खास है। आप पार्टनर को मैसेज के जर‍िए, बात करके या केयर करके खास फील करवा सकते हैं।
5. माफी मांगने में बुराई नहीं है  
र‍िश्‍तों में की गई गलत‍ियों के कारण अक्‍सर र‍िश्‍ते टूट जाते हैं। आपको महसूस हो रहा है क‍ि आप अपने पार्टनर के मुताब‍िक गलत हैं, तो कारण का पता लगाएं। अगर वाकई आपकी गलती है, तो माफी मांगने से पीछे न हटें। कई बार माफी मांग लेने से र‍िश्‍तों को टूटने से बचाया जा सकता है। इस बात का भी ध्‍यान रखें क‍ि भव‍िष्‍य में उस गलती को न दोहराएं।
इन ट‍िप्‍स को फॉलो करें
खुद में बदलाव लाएं।
अपनी गलत‍ियों को समझें।
बात करके समस्‍याओं को हल करें।
क‍िसी तीसरे की बात पर यकीन करने से पहले पार्टनर से बात करें।  
गलती न होने पर पार्टनर से स्‍पष्‍ट बात करें।
क‍िसी भी प्रकार की ह‍िंसा को र‍िश्‍ते में बर्दाश्‍त न करें।  
आपका खास र‍िश्‍ता टूटने जा रहा है यानी  पार्टनर ब्रेकअप कर  रहे हैं, तो इसके पीछे कोई बड़ा कारण ही होगा। र‍िश्‍ते को खत्‍म करने से पहले अच्‍छी तरह व‍िचार करें। पूर्ण रूप से सहमत होने पर ही कोई फैसला लें। एक्‍सपर्ट की मदद लेने के ल‍िए र‍िलेशनश‍िप एक्‍सपर्ट की मदद लें।  
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
पार्टनर को किस करने के 9 फायदे सुनकर चौंक जायेंगे आप  - You will be surprised to hear 9 benefits of kissing your partner
प्रेम में डूबे पार्टनर के लिए एक-दूसरे को किस (KIssing) अपना पैशन और कमिटमेंट दिखाने का एक ज़रिया है। किस (Kiss) न सिर्फ आपका एक-दूसरे के लिए प्रेम दर्शाता है, बल्कि इसके सेहत से जुड़े भी कई फायदे हैं। जो आपके मूड को सुधारते हैं और आपको सेक्स के लिए भी तैयार करते हैं। क्या आप दोनों एक-दूसरे को आजकल किस करते हैं? हां या न? इसका जवाब आपके लिए थोड़ा पर्सनल हो सकता है, पर हम यहां उन फायदों (9 benefits of kissing) के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपकी सेहत से जुड़े हैं।
Tumblr media
यहां 9 कारण हैं, जो बताते हैं कि अपने लव पार्टनर को जब भी मौका मिले किस लेना चाहिए
1 किस आपके ‘हैप्पी हार्मोन’ को बढ़ाती है
किस आपके मस्तिष्क को रसायनों का एक कॉकटेल को रिलीज़ करता है, जो मस्तिष्क में प्लेजर लिमिट को बढ़ा कर अच्छा महसूस कराता है। इन रसायनों में ऑक्सीटोसिन, डोपामाइन और सेरोटोनिन शामिल हैं, जो आपको उत्साहित करते हैं और प्यार और कमिटमेंट को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
यह आपके कोर्टिसोल (stress hormone) के स्तर को भी कम करता है, जिससे आपका मूड बेहतर होता है और आपमें सेक्स की इच्छा भी पनपती है।
2  किस का कोलेस्ट्रॉल कनेक्शन
2009 में A study of cohabiting and married couples नाम के एक अध्ययन में पाया गया कि रोमांटिक किस या किस दिन में कई बार करने वाले जोड़ों ने अपने कुल सीरम कोलेस्ट्रॉल में सुधार का अनुभव किया। अपने कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखने से हृदय रोग और स्ट्रोक सहित कई बीमारियों का खतरा कम होता है।
3 कैविटी को भी रोकता है
किस करना आपकी लार ग्रंथियों को उत्तेजित करता है, जिससे लार का उत्पादन बढ़ता है। लार आपके मुंह को चिकनाई देती है, निगलने में सहायता करती है और दांतों में फंसे भोजन को आपके दांतों से दूर रहने में मदद मिलती है, जिससे दांतों की सड़न और कैविटी को रोकने में भी मदद मिल सकती है ।
4 चेहरे की मांसपेशियों को कसता और टोन करता है
किस में 2 से 34 चेहरे की मांसपेशियां भी शामिल हो सकती हैं। अक्सर किस करना और  मांसपेशियों का उपयोग करना आपके चेहरे के लिए एक कसरत की तरह काम करता है साथ ही आपके चेहरे की मांसपेशियों को मजबूत करने में भी मदद कर सकता है। चेहरे की मांसपेशियों के काम करने से कोलेजन उत्पादन भी बढ़ सकता है, जो आपके चेहरे को मनपसंद आकार देता है।
5 यह आपकी बॉन्डिंग मजबूत बनाता है
ऑक्सीटोसिन आपके मूड को सुधारने वाला रसायन है। जब आप किस लेते हैं, तो ऑक्सीटोसिन का स्राव, स्नेह और लगाव जैसी भावनाओं को पैदा करता है। अपने साथी को चूमने से रिलेशनशिप सेटिस्फेक्शन में सुधार हो सकता है और यह लॉन्ग टर्म रिलेशन में विशेष रूप से काम कर सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं, सेक्स के दौरान गहरे किस आप दोनों को ऑर्गेज्म तक पहुंचने में मदद करते हैं।
6  स्ट्रेस रिलीज़ करता है
बात तनाव प्रबंधन या एंग्जाइटी मैनेजमेंट की हो तो किस (Kiss) से बेहतर कुछ नहीं। यह आपको शांत करने में मदद करता है। ऑक्सीटोसिन चिंता को कम करता है और आपको रिलेक्स करता है।
7 यह तनाव को भी दूर करता है
स्ट्रेस बढ़ाने वाले कोर्टिसोल की बात करें, तो किस कोर्टिसोल के स्तर और तनाव को भी कम करती है। किस, गले लगाना और “आईलव यू” कहना, तनाव प्रबंधन से जुड़ी शारीरिक प्रक्रियाओं को प्रभावित करता है ।
8 इम्यूनिटी बूस्टर है किस
भले यह सुनने में अनहाइजीनिक लगे पर किस के दौरान सलाइवा की अदला-बदली से प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने वाले नए बैक्टीरिया भी एक- दूसरे के संपर्क में आते हैं। यह प्रक्रिया आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकती है । 2014 के Shaping the oral microbiota through intimate kissing नाम के एक अध्ययन में पाया गया कि जो जोड़े अक्सर एक-दूसरे का किस लेते हैं, वे लार और जीभ पर एक ही माइक्रोबायोटा साझा करते हैं।
9  कैलोरी बर्नर भी है
चेहरे की मांसपेशियों के इस्तेमाल से भी कैलोरी बर्न होती है। इसका मतलब है कि आप प्रति मिनट 2 से 26 कैलोरी तक भी बर्न कर सकती हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितनी पैशनेटली किस करते हैं।
किस आपके भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालने में सक्षम है। किस दोनों पार्टनर्स को अपने बारे में अच्छा महसूस कराता है और रिश्तों को मजबूत करने में मदद कर सकता है। इसलिए किस प्रेम जताने के साथ-साथ आपकी आपकी सेहत के लिए भीअच्छा है
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
खाना बनाने के 8 बेहतरीन टिप्स जो आपके काम को आसान बना देंगे
खाना पकाना या बनाने एक ऐसी कला है  जिसे सीखने के लिए आपको रेसिपीज नहीं बल्कि छोटी-छोटी चीजे जानने की जरुरत होती है। खासतौर पर भागती-दौड़ती जिंदगी में आपको ऐसे तरीके अपनाने होंगे जिससे कि आपका काम आसान हो सके।  जिसकी मदद से आपकी कुकिंग बहुत ही मजेदार और आसान हो जाएगी।आइए, जानते हैं खाना बनाने के 8 बेहतरीन  टिप्स - 1.पुरी को क्रिस्पी कैसे बनाएं (How To Make Puri Crispy)पुरी को फ्राई करने से पहले कुछ देर के लिए (करीब दस से पन्द्रह मिनट) फ्रिज में रख दें इससे पूरी गर्म तेल में डालने पर बहुत ज्‍यादा तेल की खपत किए बिना ही फूल जायेगी। और साथ ही पुरी को क्रिस्पी बनाने के लिए आटा गूंधते समय उसमें थोड़ी सी सूजी अवश्य मिलाएं। 2.मुलायम परांठा बनाने का तरीका (How To Make Soft Paratha ) सभी को मुलायम रोटी या फिर परांठा पसंद होता है। और इसके लिए आप बहुत से उपाय भी करते रहते हो परन्तु फिर भी आपको यह बात आज तक समझ में नहीं आई होगी कि आखिर आपका परांठा रेस्‍तरां की तरह से मुलायम क्‍यों नहीं बनता है। तो फिर परांठे को लंबे समय तक मुलायम बनाने के लिए आप आटे को दूध के साथ में गूंधें | 3.ज्‍यादा नमक पड़ने पर नमक कम करने का तरीका नमक आपके खाने को स्‍वादिष्‍ट बनाने का काम करता है परन्तु ज्‍यादा नमक स्‍वाद को बिगाड़ भी देता हैं। अगर कभी आपकी डिश में नमक तेज पड़ जाए तो आप परेशान न हो बस दूध के दो चम्‍मच खाने में मिलाने से नमक का स्‍वाद बेअसर हो जाता है। और अगर आपको इस बात का डर है कि कही इससे आपकी डिश ज्‍यादा तरल हो जायेगी, तो फिर आप इसमें एक कच्‍चा आलू भी मिला सकते हैं। 4.चिपचिपाहट को दूर करने का तरीका (लेमन थेरेपी) भिंड़ी को काटते टाइम और पकाते वक्त आपके एक बात नोटिस की होगी कि वह आपस में चिपक जाती है और ऐसा ही चावल के साथ में भी होता है। अगर आप चाहते हैं किे आपकी भिंडी या फिर चावल के साथ ऐसा कुछ भी न हो तो फिर चिपचिपाहट को दूर करने के लिए आप उसमें नींबू की कुछ बूंदे मिला दें। भिंडी में कुछ बूंदें नींबू के रस की मिलाने पर भिंडी ज़्यादा क्रिस्पी और टेस्टी बनती है। और चावल बनाते वक्त उसमें नींबू के  रस की कुछ बूंदे मिलाने से चावल ज़्यादा सफेद बनेंगे और आपस में जुड़ेंगे भी नहीं। 5.हलवा बनाने का सही तरीका (Right way to make Halwa)सूजी का हलवा बनाते टाइम उसमें एक बड़ा चम्‍मच बेसन का मिलाना चाहिए। ऐसा करने से आपका हलवा आसानी से तो बनेगा ही साथ ही साथ इसका रंग और स्‍वाद इतना ज़्यादा बढ़ जाता है कि कोई भी इसको देखकर खाएं बिना रह ही नहीं सकता। 6.दूध उबालने का सही तरीका (Proper Way To Boil Milk)अगर आप दूध को उबालते वक्त उसे छलकने से बचाना चाहती हैं तो फिर दूध को उबलने के लिए कम फ्लेम पर और बर्तन के Top पर एक चम्‍मच को रख दें। चम्‍मच दूध को छलकने से रोक लेती है। 7.मटन को नर्म व सॉफ्ट बनाना (Making Mutton Soft And Tender)किसी टास्‍क से कम नहीं होता हैं। मटन को पकाने के लिए बहुत ज़्यादा समय और प्रयास की ज़रूरत होती है। मटन को नर्म व सॉफ्ट करने के लिए बनाने से पहले कच्‍चे पपीते के मिश्रण से कुछ देर के लिए इसको मैरीनेट करें। यह मटन पकाने की प्रक्रिया को काफी तेज कर देता है। 8.प्‍याज़ को ब्राऊन का तरीका (Method of Browning Onions)प्‍याज़ को ब्राऊन करने में काफी समय लगता है लेकिन ऐसा करना करीब-करीब सारे व्‍यंजनों में स्‍वाद को और ज़्यादा बढ़ाने का काम करता है। इसीलिए आप प्‍याज़ को ब्राऊन करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए प्‍याज़ को भूनते वक्त उसमें एक चुटकी बेकिंग सोडा या फिर चीनी मिला दें।
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
तेजी से वजन बढ़ाने और मोटा होने के लिए खाएं ये 11 चीजे - Eat these 11 things to gain weight fast and become fat
आप दालें, राजमा, छोले, लोबिया, मछली, मीट, दही और अंडा जरूर खाएं. 11- हेल्दी फैट है जरूरी-
वजन बढ़ाने के लिए
आपको
खाने
में फैट वाली चीजें भी शामिल करनी होंगी. इससे आपको
वजन बढ़ाने
में मदद मिलेगी. आप इसके
लिए
मूंगफली, तिल, बादाम, अखरोट, पिस्ता, सूरजमुखी के बीज, अलसी के बीज, खरबूजे के बीज खा सकते हैं.
कुछ लोगों के लिए वजन बढ़ाना या मसल्स बनाना उतना ही मुश्किल हो सकता है जितना कि मोटे लोगों के लिए वजन कम करना होता है। हालांकि आप अपने आहार में कुछ खाद्य पदार्थों को शामिल करके आसानी से कुछ ही समय में वजन को बढ़ा सकते हैं और यह अधिक प्रभावी हो सकते हैं।
तेजी से वजन बढ़ाने और मोटा होने के लिए खाएं ये 11 चीजे - Eat these 11 things to gain weight fast and become fat
1.वजन बढ़ाने के लिए खाएं प्रोटीन सप्लीमेंट – Vajan badhane ke liye khayen Protein supplements
वजन बढ़ाने में प्रोटीन सप्लीमेंट सबसे अधिक प्रभावी होता है। मट्ठा, सोया, अंडा और मटर प्रोटीन सहित कई प्रकार के प्रोटीन सप्लीमेंट उपलब्ध हैं। व्हे प्रोटीन सप्लीमेंट्स और मास गेनर्स सप्लीमेंट्स जो आपको मसल्स मास बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
कुछ लोग सोचते हैं कि व्हे प्रोटीन अस्वास्थ्यकर है, लेकिन ऐसा नहीं है। मट्ठा प्रोटीन डेयरी से बना है और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद करने के लिए दिखाया गया है। आप इसे अपने वर्कआउट से पहले या बाद में और दिन में किसी भी समय इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसके अलावा आप घर पर भी प्रोटीन शेक को घर पर बना सकते है जो अधिक फायदेमंद होता है। आप जो स्मूदी खुद बनाते हैं, वह रेडीमेड स्मूदी खरीदने की तुलना में अधिक पौष्टिक होगी। जल्दी वजन बढ़ाने के लिए आप उच्च ऊर्जा वाले नाश्ते के साथ अपने दिन की शुरुआत करें। प्रोटीन के लिए, मूंगफली बटर, बादाम का मक्खन, अलसी, या चिया बीज का सेवन करें। प्रोटीन सामग्री को बढ़ाने के लिए सूप, मसले हुए आलू और दलिया जैसे व्यंजनों का सेवन कर सकते है।
2.वजन बढ़ाने के लिए नट्स और नट बटर खाएं – Nuts and nut butters for Gain Weight Fast
अगर आप जल्दी वजन बढ़ाना चाहते हैं तो नट्स और नट बटर सही विकल्प हैं। सिर्फ एक मुट्ठी कच्चे बादाम (लगभग 1/4 कप) में 170 कैलोरी, 6 ग्राम प्रोटीन, 4 ग्राम फाइबर और 15 ग्राम स्वस्थ वसा होता है।
नट्स में कैलोरी बहुत अधिक होती हैं, इसलिए आप भोजन के साथ या नाश्ते के रूप में प्रतिदिन केवल दो मुट्ठी भर नट्स का सेवन करके कैलोरी को जोड़ सकत�� हैं। आप विभिन्न प्रकार के स्नैक्स या व्यंजनों में नट बटर में स्मूदी, योगर्ट और क्रैकर्स आदि को मिला सकते हैं।
इसके अलावा आप पीनट बटर का भी सेवन कर सकते हैं। लेकिन यदि आपको मूंगफली से एलर्जी है, तो आप दूसरे नट बटर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
3.जल्दी वजन बढ़ाने के लिए दूध के साथ केला खाएं – Banana and milk to Gain Weight Fast
जल्दी वजन बढ़ाने के लिएदूध और केला भी अच्छा विकल्प है। इसमें शुगर और कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो आपका वजन तेजी से बढ़ाने का काम करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि दूध के साथ केला खाने से और भी कई फायदे होते हैं, इसलिए आप इसका सेवन जरूर करें।
4.तेजी से वजन बढ़ाने के लिए खाएं लाल मांस – Teji se vajan badhane ke liye khayen red meat
अगर आप जल्दी से अपनी मांसपेशियों का विकास करना चाहते है तो रेड मीट का प्रतिदिन सेवन करें, इससे सिर्फ मांसपेशियां ही नहीं बनती हैं बल्कि वजन भी बहुत आसानी से बढ़ जाता है। रेड मीट में ल्यूसिन (leucine), क्रिएटिन (creatine) एवं अन्य आवश्यक पोषक तत्व पाये जाते हैं जो मांसपेशियों में वृद्धि के साथ ही शरीर का वजन भी बढ़ाने में मदद करते हैं। रेड मीट में प्रोटीन और फैट भी पाया जाता है। लेकिन याद रखें कि रेड मीट का सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
5.जल्दी वजन बढ़ाने के लिए खाएं पनीर – Cheese For Weight Gain Fast
जल्दी वेट गेन करने में पनीर (Cheese) या चीज आपकी मदद कर सकता है। इसमें प्रचुर मात्रा में कैलोरी और फैट होता है। अगर पनीर को अधिक मात्रा में खाया जाए तो इससे पर्याप्त प्रोटीन शरीर को मिल जाता है। पनीर तो वैसे भी बहुत स्वादिष्ट होता है। इससे भोजन और सब्जियों के रूप में खाने से आप अपने शरीर की कैलोरी (calorie) बढ़ा सकते हैं। इसमें हेल्दी फैट पाया जाता है और इसे खाने से वजन आसानी से बढ़ सकता है।
6.फास्ट वेट गेन करने के लिए सैल्मन मछली खाएं – Fast weight gain karne ke liye Salmon fish khaye
रेड मीट की तरह, सैल्मन मछली प्रोटीन और स्वस्थ वसा के उत्कृष्ट स्रोत हैं। सैल्मन मछली के सभी पोषक तत्वों में से, ओमेगा -3 फैटी एसिड सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध हैं। यह आपके स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करते हैं और बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। सैल्मन मछली में प्रोटीन और वसा पाया जाता है जो हमारी मांसपेशियों के विकास में मदद करता है, इससे आपका वजन जल्दी से बढ़ जाता है।
7.जल्दी वजन बढ़ाने के लिए दूध पियें – Jaldi vajan badhane ke liye piye dudh
तेजी से वजन बढ़ाने और मसल मास बनाने के लिए दूध को बहुत पहले से इस्तेमाल किया जा रहा है। दूध में फैट, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, विटामिन और मिनरल ये सभी बहुत संतुलित मात्रा में मौजूद होते हैं।
मिल्क सबसे बेहतरीन प्रोटीन का स्त्रोत में से एक है जो कि कैसिइन प्रोटीन और व्हे प्रोटीन दोनों की आपूर्ति करता है। कई शोध में पाया गया है कि मिल्क, कैसिइन प्रोटीन और वे प्रोटीन सब बड़ी मात्रा में मसल मास बढ़ाने में मदद करतें हैं जो कि प्रोटीन के फायदों से भी कहीं ज्यादा है।
8.वेट गेन करने के लिए खाएं डार्क चॉकलेट – Dark Chocolate To increases weight fast
डार्क चॉकलेट में कोकोआ की मात्रा 70% होती है। फैटी फूड की तरह डार्क चॉकलेट में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, इसे खाकर आपके शरीर को कई कैलोरीज मिल जाएंगी जो वेट गेन में मददगार होंगी। हर 100 ग्राम के डार्क चॉकलेट बार में 600 कैलोरी होती हैं और इसके साथ ही अन्य माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और घटक होते हैं जैसे कि फाइबर, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट।
9.जल्दी वजन बढ़ाने के लिए खाना चाहिए अंडे – Whole Eggs benefits for weight gain
जल्दी वजन बढ़ाने और मसल बनाने में अंडे को सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। इनमें प्रोटीन और हेल्दी फेट्स की मात्रा बहुत अधिक होती है, इसके लिए आप होल एग का सेवन करें। अंडे में सबसे ज्यादा लाभकारी पोषण तत्व अंडे के योल्क में या पीली जर्दी में पाए जाते हैं। यह मांशपेशियों के विकास में मदद करता है।
10.वजन बनाने के लिए खाएं किशमिश – Vajan banana ke liye khaye kishmish
दुबलापन हटाने और वजन बढ़ाने के लिए किशमिश का सहारा भी लेना है। 50 ग्राम किशमिश रात को पानी में भिगो दे। सुबह भली प्रकार चबा चबा कर खाएं। दो तीन माह के प्रयोग से वजन बढेगा। किशमिश में कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो वजन बढ़ाने में सहायक होती है।
11.वेग गेन करने के लिए दही खाएं – Weight gain karne ke liye dahi khaye
दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया से भूख ज्यादा लगती है और जब आप जादा खाते है तो आसानी से वजन बढ़ाने लगता है। इसलिए अगर आप वजन तेजी से बढ़ाना है तो दही को अपनी डाइट में शामिल करें।
तेजी से वजन बढ़ाने और मोटा होने के लिए क्या खाना चाहिए (Best Healthy Foods to Gain Weight Fast) का यह पोस्ट आपको कैसा लगा | हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
स्तन (ब्रेस्ट) के ढीलेपन को दूर करने के लिए करे ये 6 उपाय - To remove the looseness of the breast, do these 6 measures
मां बनने के बाद स्तन या ब्रेस्ट का साइज बढ़ने के साथ-साथ ढीला भी पढ़ जाता है। कई बार
ब्रेस्टफीडिंग
कराने से भी स्तन ढीले (लूज ब्रेस्ट) हो जाते हैं। ऐसे में कोई भी वेस्टर्न कपड़े पहनने पर बॉडी आकर्षक नजर नहीं आती है। आप भी इस तरह की परेशानियों का सामना कर रही हैं तो आप ‘
टॉसिज
’ का शिकार हैं। स्तन या ब्रेस्ट के ढीलेपन को चिकित्सा शब्द में ‘टॉसिज’ कहा जाता है। ये स्थिति ज्यादातर
स्तनपान
कराने के बाद होती है।
गर्भावस्था के दौरान स्तन या ब्रेस्ट  भारी और उनका आकार बड़ा हो जाता है और मां बनने के बाद जब आप बच्चे को दूध पिलाती हैं, तो इस वजह से स्तन या ब्रेस्ट  लटक जाते हैं या ढीले पड़ जाते हैं। परेशान होने की जरूरत नहीं है, आप इन टिप्स को आजमाकर अपने ढीले हुए स्तन या ब्रेस्ट  को फिर से टाइट और सुडौल बना सकती हैं।
प्रेगन्सी के दौरान व्यायाम करना बेहद जरूरी होता है। व्यायाम का मतलब ये नहीं कि आप इस दौरान जिमनैजियम करें या फिर भारी वर्कआउट करें। इसका मतलब है कि आप आसान व्यायाम करें जैसे कि योग, ऐरोबिक। ये न सिर्फ आपके स्तन या ब्रेस्ट  को स्वस्थ बनाएंगे बल्कि आपके पूरे शरीर और आने वाले बच्चे का स्वास्थ भी अच्छा रहेगा लेकिन ध्यान रहे कि व्यायाम करने से पहले डॉक्टर से जरूर परामर्श कर लें।
पुश-अप से मिलेगा फर्म ब्रेस्ट
पुश-अप ब्रेस्ट को मजबूत और टाइट करता है। ऐसे में पुशअप हर दिन करें। पेट के बल लेट जाएं और अपने हाथों को बगल से जमीन पर रखें। अपना हाथ ऊपर उठाएं ताकि आपकी कोहनी मुड़ सके। पेट तना रहे। धीरे-धीरे छाती को जमीन पर लाएं और फिर अपने आप को फिर से ऊपर उठाएं। इसे अपनी क्षमता के अनुसार दोहराएं।
दीवार को करें पुश
यह स्तनों को टाइट करने के लिए सबसे आसान और सरल अभ्यास है। खड़े होकर दीवार की ओर झुकें। हाथों को दीवार पर लगाकर आगे की ओर झुकें। हाथों से दबाव डालें। इसे लगातार 10 सेकेंड तक दबाकर दबाव डालने की कोशिश करें। फिर वापस की अवस्था में आ जाएं। 10 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
सपोर्टिव ब्रा पहनें
आप उन्हीं ब्रा का चुनाव करें जो आपके ब्रेस्ट को अच्छा शेप दे। इसके लिए आपको अपना ब्रेस्ट साइज पता होना चाहिए। ज्यादातर सलाह ये दी जाती है कि अपने साइज से एक नम्बर कम साइज की ब्रा पहननी चाहिए। इससे ब्रेस्ट आकर्षक दिखाई देते हैं। आजकल बाजार में कई ऐसी ब्रा मौजूद हैं जो कि ब्रेस्ट को बेहतर सपोर्ट करती हैं।
पौष्टिक खाना खाएं
पौष्टिक खाना खाने से भी ब्रेस्ट का ढीलापन कम किया जा सकता है। जिन खाद्य पदार्थ में प्रोटीन और कार्ब्स की मात्रा ज्यादा हो उनका सेवन करें। ये शरीर के आवश्यक तत्वों की पूर्ति करेंगे जिससे स्वस्थ टीशूज बन सकेंगे। एक शोध से पता चला है कि जिन
फलों और सब्जियों में विटामिन बी और ई की मात्रा ज्यादा होती है वो ब्रेस्ट के ढीलेपन को कम कर देते हैं। इसके अलावा जिन खाद्य पदार्थों में फैट की मात्रा कम होती है वो ब्रेस्ट को सही शेप देने में मदद करते है। अंडे की जर्दी, मक्खन, दही जैसे खाद्य पदार्थों को स्तनपान कराने वाली माताओं को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान पोस्चर रखें सही
अक्सर महिलाएं स्तनपान के दौरान एक गलती करती हैं और वो है बच्चे की तरफ ज्यादा झुक कर स्तनपान कराना ऐसा करने से उनके शरीर का आकार बेडौल हो जाता है। साथ ही स्तनों पर अधिक दबाव आता है और उनमें शिथिलता भी नहीं रहती। इसलिए इस दौरान आप किसी तकिए की मदद से बच्चे को स्तनपान दें ताकि आप का स्तन सही रहे।
0 notes
onlinedeshiupchaar · 2 years
Text
बुखार न होने के बाद भी बच्‍चों का माथा गर्म क्‍यों रहता है ? हो सकते है यह 3 कारण
Tumblr media
माता-पिता अपने बच्‍चों की हेल्‍थ को लेकर हमेशा बहुत चिंतित  रहते हैं। बच्‍चों के स्‍वास्‍थ्‍य में जब कोई छोटा या बड़ी प्रॉब्लम आती है माता-पिता को परेशान कर देती है। क्‍योंकि छोटे बच्‍चों का इम्‍यून सिस्‍टम बड़ों की तुलना में कमजोर होता है, इसलिए उन्‍हें जल्‍दी ठंड लगना, संक्रमण के संपर्क में आना और
सर्दी-जुकाम
जैसी चीजें जल्‍दी पकड़ लेती हैं। कई बार ऐसा होता है कि बच्‍चे का माथा गर्म हो जाता है, लेकिन जब थर्मामीटर से शरीर का तापमान चेक करो तो वो नॉर्मल रहता है। यहां तक की जब डॉक्‍टर के पास जाओ तो वो भी बच्‍चे को बुखार न होने की बात कहते हैं। आखिर फिर माथा गर्म होने का क्‍या कारण हो सकता है? क्‍या बच्‍चे को बुखार है लेकिन वो थर्मामीटर में नहीं आ रहा है? या कोई और कारण हो सकता है? अगर आपके भी ऐसे ही सवाल हैं तो आज हम आ��को इनका जवाब देने के साथ ही
बच्‍चों का माथा गर्म क्‍यों रहता है ? हो सकते है यह 3 कारण
1.बाहर का टेम्‍परेचर हो सकता है कारण
जब बाहर का तापमान गर्मी, ह्यूमिडिटी और चिपचिपा जैसा हो तो ये भी बच्‍चों का माथा गर्म होने के पीछे एक कारण हो सकता है। अगर माहौल में गर्मी है तो व्‍यसकों के शरीर का तापमान भी बदल जाता है। ठीक इसी तरह वातावरण का असर बच्‍चों के स्‍वास्‍थ्‍य पर भी पड़ता है। अगर आप अपने बच्‍चे के साथ तेज धूप में बाहर निकल रहे हैं, एसी रूम में बैठने के बाद धूप मे जा रहे हैं या बच्‍चे को ज्‍यादा धूप के संपर्क में रख रहे हैं तो ये भी बच्‍चों का माथा गर्म होने का एक कारण हो सकता है। साथ ही इससे बच्‍चों के शरीर पर रैशेज भी पड़ सकते हैं। इसलिए बेबी की खास केयर करना बहुत जरूरी है।
2.बच्‍चों को ज्‍यादा कपड़े पहनाना
क्‍योंकि बच्‍चों का शरीर नाजुक होता है और उन्‍हें सर्दी-गर्मी जल्‍दी लग जाती है इसलिए पेरेंट्स बच्‍चों को ज्‍यादा कपड़े पहनाते हैं। आपको बता दें कि ये बच्‍चों का माथ गर्म होने का एक कारण हो सकता है। यहां तक की सर्दियों में भी अगर आप अपने बच्चे को जरूरत से ज्‍यादा गर्म कपड़े पहनाते हैं तो इससे शिशु असहज हो सकते हैं और इससे उनका माथा गर्म हो जाता है। ऐसी स्थिति में बच्‍चे को बुखार तो नहीं होता लेकिन उनका माथा गर्म हो जाता है। गर्मियों में बच्‍चे को केवल सूती कपड़े पहनाएं और सर्दियों में भी जरूरत से ज्‍यादा कपड़े न पहनाएं।
3.बच्‍चों के दांत आना
यह बच्‍चों का माथा गर्म होने का सबसे सामान्‍य कारण हैं। जब बच्‍चों के दांत आने शुरू होते हैं या जब भी कोई नया दांत आता है तो बच्‍चे का माथा गर्म हो जाता है। इस स्थिति में बच्‍चे को बुखार भी आता है और वो काफी रोते भी हैं। लेकिन डॉक्‍टर कहते हैं कि अक्‍सर बच्‍चे को इस दौरान बुखार नहीं आता है लेकिन स्‍ट्रेस और एंग्‍जाइटी के चलते उनके माथा गर्म हो जाता है। 6 महीने से बड़े बच्‍चों को टीथिंग टॉयज, फ्रोजन कैरट और खीरा देने से राहत मिल सकती है।
निष्कर्ष:- मुझे पूर्ण आशा है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ.!
0 notes