Shani Jayanti 2024: कब है शनि जयंती, दुःखों का नाश करने के लिए मनाएं शनि जयंती
हिंदू धर्म में शनि जयंती का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के मुताबिक हर साल ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष शनि जयंती 6 जून को मनाई जाएगी। ऐसा माना जाता है कि शनि देव न्याय के देवता है और शनि जयंती के दिन विधि विधान के साथ यदि पूजा अर्चना के बाद व्रत किया जाता है तो भक्तों के कष्ट दूर हो जाते हैं। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर…
View On WordPress
0 notes
शनि देव की महिमा वीडियो !! जय शनि देव !! महिमा शनिदेव की ?!! महिमा शनिदे... शनि देव जन्म कथापाएं सभी कष्टों से मुक्तिशनि जयंती कथा (Shani Jayanti Katha)शास्त्रों में न्याय के देवता कहे जाने वाले शनि देव के जन्म से जुड़ी गाथा का बहुत महत्व है। शनि देव की जन्म कथा के बारे में हमें पुराणों में अलग-अलग वर्णन मिलते हैं। शास्त्रों की मानें तो शनि देव का जन्म ज्येष्ठ माह की अमावस्या को हुआ था। तो वहीं कुछ ग्रंथों के अनुसार, इनका जन्म भाद्रपद माह की शनि अमावस्या को भी होना बताया गया है। शनि देव भगवान सूर्य और छाया के पुत्र हैं। सूर्य के अन्य पुत्रों से शनि का स्वभाव विपरीत है। उन्हें एक क्रूर ग्रह के रूप में भी जाना जाता है। कहते हैं, उनकी दृष्टि में जो क्रूरता है, वह उनकी पत्नी के शाप के कारण है। हालांकि, शनि देव जितने उग्र स्वभाव के हैं, वे उतने ही दयालु प्रवृत्ति के भी हैं।शनि जयंती की कथा (Shani Jayanti Ki Katha)कहते हैं, एक समय सूर्यदेव जब गर्भाधान के लिए अपनी पत्नी छाया के पास गए तो छाया ने सूर्य के प्रचंड तेज से भयभीत होकर अपनी आंखें बंद कर ली थी। कालांतर में छाया के गर्भ से शनिदेव का जन्म हुआ। शनिदेव के काले रंग को देख भगवान सूर्य ने अपनी पत्नी पर आरोप लगाया कि शनि उनका पुत्र नहीं है।भगवान सूर्य के आरोप से नाराज शनिदेव अपने पिता को ही शत्रु मान बैठे। भगवान सूर्य के आरोप से शनिदेव की माँ भी नाराज हुईं और उन्होंने इच्छा जताई कि उनका पुत्र सूर्य देव से भी ज्यादा शक्तिशाली और पूज्य बने। अपनी माँ की इच्छा पूरी करने के लिए शनि देव ने वर्षों तक भूखे-प्यासे रहकर शिव की आराधना की। शनिदेव की तपस्या से प्रसन्न शिवजी ने उनसे वर मांगने को कहा, जिसके बाद शनिदेव ने कहा- युगों-युगों से मेरी माँ छाया की पराजय होती रही है, उसे मेरे पिता सूर्यदेव द्वारा बहुत प्रताड़ना सहनी पड़ी है, इसलिए मेरी माँ की इच्छा है कि मैं अपने पिता से भी ज्यादा शक्तिशाली बनूं।भगवान शिव ने शनिदेव की बातें सुन उन्हें वरदान देते हुए कहा, नवग्रहों में तुम्हारा स्थान सर्वश्रेष्ठ होगा। तुम पृथ्वीलोक के न्यायाधीश और दंडाधिकारी रहोगे। साधारण मानव से लेकर देवता, असुर, सिद्ध और नाग भी तुम्हारे नाम से भयभीत रहेंगे।यही कारण है कि कहा जाता है कि जब किसी पर शनिदेव का प्रकोप होता है तो वो मनुष्य बर्बाद हो जाता है। और जब शनिदेव की कृपा किसी मनुष्य पर होती है तो वह रातों-रात धन-धान्य, यश वैभव से परिपूर्ण हो जाता है।
0 notes
Shani Jayanti Special: क्यों शनि के जन्म लेते ही काले पड़ गए सूर्य देव, शनि जयंति विशेषShanidev : जयेष्ठ माह की अमावस्या को शनि देव के जन्म से जोड़ा गया है। शनि देव का तेज इतना तीव्र रहा की जन्म लेते ही उनके कारण पिता सूर्य देव काले पड़ने लगते हैं। शनि की शक्ति के आगे सूर्य देव का भी तेज हो जाता है कम।
0 notes
इस दिन माघ अमावस्या या मौनी अमावस्या का उद्यापन किया जाएगा, इस विधि को करने से शनि की कुदृष्टि से मुक्ति मिल जाएगी
माघ महीना भी मार्गशीर्ष महीने की तरह एक पवित्र महीना है। माघ महीने की अमावस्या को मौनी अमावस्या भी कहा जाता है। इस बार अमावस्या पड़ने के कारण मौनी अमावस्या 9 फरवरी को मनाई जाएगी। इस दिन शनिदेव की विशेष पूजा की जाती है। कुंडली में शनि की साढ़ेसाती है और कर्क और वृश्चिक राशि भी शनिदेव के प्रभाव में है। इन सभी कुंडली के जातक मौनी अमावस्या के दिन कुछ विशेष उपाय करें तो , तो सभी परेशानियां दूर हो…
View On WordPress
0 notes
सर्व पितृ अमावस्या आज, जरूर करें ये काम, पितृ दोष से मिलेगी मुक्ति, धन से भर जाएगी झोली
Pitru Amavasya: आज 14 अक्टूबर के दिन सर्व पितृ अमावस्या है। धार्मिक मान्यताओं में सर्व पितृ अमावस्या का काफी महत्व माना जाता है। शनिवार के दिन पड़ने के कारण इसे शनि अमावस्या या शनिश्चरी अमावस्या भी कहते हैं। सर्व पितृ अमावस्या के दिन ही पितृ पक्ष की समाप्ति होती है। अगर किसी को अपने पितरों की तिथि याद ना हो तो वे सर्व पितृ अमावस्या पर श्राद्ध-कर्म कर सकते हैं। वहीं, आज इस खास अमावस्या पर कुछ…
View On WordPress
0 notes
Vat savitri puja - वट सावित्री शुक्रवार को, इस वर्ष बेहद फलदायी और शुभ होगा सावित्री व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त
शार्प भारत डेस्क : वट सावित्री व्रत अखंड सौभाग्य से जुड़ा हुआ व्रत है. उत्तर भारत में सुहागन महिलाएं यह व्रत अपने पति की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन के लिए रखती हैं. महिलाएं वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ अमावस्या तिथि को रखती हैं. इस तिथि को शनि जयंती भी मनाई जाती है. वट सावित्री का व्रत निर्जला रखते हैं, वट वृक्ष और सावित्री की पूजा करते हैं. उस दौरान वट सावित्री व्रत कथा को सुना जाता है. इससे व्रत…
View On WordPress
0 notes
Mauni Amavasya | माघ मेला: पुष्प वर्षा के बीच मौनी अमावस्या पर 1.5 करोड़ लोगों ने गंगा में लगाई डुबकी
FILE- PHOTO
प्रयागराज: माघ मेला (Magh Mela) के तृतीय स्नान पर्व मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर शनिवार को 1.5 करोड़ लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई। इस बीच, मेला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर (helicopter) से साधु-संतों और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की। मौनी अमावस्या और शनि अमावस्या का महायोग होने के कारण भारी संख्या में श्रद्धालु शुक्रवार से ही मेला क्षेत्र में आने लगे थे। प्रयागराज के मंडलायुक्त…
View On WordPress
0 notes
मौन, मनन, स्नान, ध्यान का पर्व - माघ माह में मौनी अमावस्या . पाप मोचन एवं मोक्ष प्राप्ति पथ पर ले जाने वाला पर्व, मौनी अमावस्या शनिवार को होने से शनि अमावस्या का भी संयोग बना है .... नाम है तेरा तारण हारा; तेरे चरणों का शत शत वंदन ... https://www.instagram.com/p/CnqbsbQLKvY/?igshid=NGJjMDIxMWI=
0 notes
🤫 मौनी अमावस्या - Mauni Amavasya
✨ मौनी शब्द मौन से उत्पन्न हुआ है यानी इस दिन मौन रहकर व्रत करना चाहिए। मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत धारण कर मन को संयमित करके काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि से दूर रखना चाहिए।
💦 मान्यताओं के अनुसार इस दिन पवित्र संगम में देवताओं का निवास होता है, इसलिए इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है।
🪔 मान्यता है कि इसी दिन जैन संप्रदाय के प्रथम तीर्थंकार *ऋषभ देव* ने अपनी लंबी तपस्या का मौन व्रत तोड़ा था और संगम के पवित्र जल में स्नान किया था।
💦 प्रयागराज कुंभ | 🤫 मौनी अमावस्या | 🌚 अमावस्या
📲 https://www.bhaktibharat.com/festival/mauni-amavasya
For Quick Access Download Bhakti Bharat APP:
📥 https://play.google.com/store/apps/details?id=com.bhakti.bharat.app
🌚 शनि अमावस्या - Shani Amavasya
📲 https://www.bhaktibharat.com/festival/amavasya
#MauniAmavasya #Amavasya #Amavas #shani #shaniAmavasya #kumbh #kumbhsnan #kumbh2023
1 note
·
View note
मौनी और शनिश्चरी अमावस्या का महासंयोग, क्षिप्रा नदी में श्रद्धालु लगाएंगे आस्था की डुबकी..
पंडित भारत जोशी -उज्जैन माघ माह में आने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। मौनी अमावस्या आज शनिवार होने के कारण इसका महत्व और अधिक बढ़ गया है। माघी अमावस्या आज के दिन मनाई जाएगी। माघ मास में पड़ने वाली इस मौनी अमावस्या पर दान करने से शनि के दुष्प्रभावों में कमी आएगी। साथ ही नदियों में स्नान करने से पुण्य लाभ भी होगा। शनिश्चरी अमावस्या को देखते हुए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन…
View On WordPress
0 notes
शनि अमावस्या - मौनी अमावस्या, खास योग में शनि की साढ़े साती- ढैय्या औऱ शनि दोष को कम करने के उपाय करना होगा फलदायी
New Post has been published on http://www.lokkesari.com/shani-amavasya-maui-amavasya-special-yoga-will-have-to-take-measures-to-reduce-saturn-and-saturn.html
शनि अमावस्या - मौनी अमावस्या, खास योग में शनि की साढ़े साती- ढैय्या औऱ शनि दोष को कम करने के उपाय करना होगा फलदायी
पंचांग के अनुसार माघ मास की अमावस्या तिथि 21 जनवरी 2023, शनिवार के दिन पड़ रही है। इसी अमावस्या को शनि अमावस्या के साथ मौनी अमावस्या भी है।
मौनी अमावस्या 21 जनवरी को सुबह 6 बजकर 17 मिनट से आरंभ होगी और जो कि 22 जनवरी को सुबह 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि की मान्यता के अनुसार मौनी अमावस्या 21 जनवरी को मनाई जाएगी।
मान्यता है कि मौनी अमावस्या पर गंगा, यमुनी और शिप्रा जैसी पवित्र नदियों में स्नान करन की मान्यता है। इस दिन साधू-संत और धार्मिक कार्यों में रुचि रखने वाले प्रयागराज में संगम में डुबकी लगाते हैं। इसके अलावा इस दिन साधु संत मौन व्रत भी धारण करते हैं। स्नान के बाद सूर्य देवता को अर्घ्य देकर पूजन किया जाता है। इस पूजन से पितरों की आत्मा प्रसन्न होती है। इसके साथ ही इस दिन जरूरतमंदों को दान भी जरूर करना चाहिए। इस दिन गरम कपड़े, कंबल, फल और अन्न का दान करना भी शुभ माना जाता है। इस बार यह अमावस्या शनिवार को होने की वजह से यदि आप शनि से जुड़ी वस्तुओं का दान करेंगे तो यह विशेष फल प्रदान करने वाला माना जाएगा।
पंचांग के अनुसार, इस साल माघ माह में पड़ने वाली अमावस्या पर काफी दुर्लभ संयोग बन रहा है।शास्त्रों के अनुसार, इस बार खास संयोग यह है कि 21 जनवरी 2023 को मौनीअमावस्या- शनिश्चरी अमावस्या पर शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में रहेंगे। इसके साथ ही इस बार शनिश्चरी अमावस्या पर खप्पर योग, चतुरग्रही योग, षडाष्टक योग और समसप्तक योग रहने से यह बहुत खास मानी जा रही है।
ज्योतिषियों की माने तो जिन जातकों पर शनि की साढ़ेसाती व ढैया का प्रभाव है उनके लिए यह अमावस्या बहुत ही लाभ देने वाली होगी। शनिदेव को प्रसन्न और प्रायश्चित करने के लिए इस बार की शनिश्चरी अमावस्या सबसे खास होगी। मान्यता है कि इस दिन शनि की प्रिय वस्तुओं का दान करके आप उनकी कृपा के पात्र बन सकते हैं। इस दिन काले कंबल, काले जूते, काले तिल, काली उड़द का दान करना सबसे उत्तम माना गया है।
शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन सरसों के तेल से शनि महाराज का अभिषेक करने से शनिदेव आपको शुभता प्रदान करते हैं। इसके साथ शनि मंदिर में जाकर दशरथ कृत शनि स्त्रोत का पाठ करें।शनि अमावस्या के दिन स्नान-दान के साथ भगवान शनि की पूजा करने का विशेष महत्व है। इसके साथ ही इस दिन पितरों का तर्पण करने का भी शुभ फल प्राप्त होगा।शनिवार को हनुमान पूजन, शिव पूजन, पीपल वृक्ष पूजा कल्याणकारी होती है।
ज्योतिषिय सलाह
संपर्क करे – 9105886840
जाने- आज शनि का कुंभ राशि में होगा प्रवेश, धनु राशि होगी साढ़ेसाती से मुक्त, मिथुन राशि को मिलेगी राहत http://www.lokkesari.com/?p=17889
डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित है।लोक केसरी इसकी पुष्टि नहीं करता है।संबंधित जानकारो से सलाह कर ही अमल में लाये।
0 notes
Shani Jayanti 2024: शनि जंयती पर इस तरह करें शनिदेव की पूजा, सौभाग्य और समृद्धि का मिलेगा आशीर्वाद
हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार 06 जून 2024 को शनि जयंती मनाई जा रही है। बता दें कि ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शनिदेव का जन्म हुआ था। इस दिन शनि देव की आराधना करने का विशेष महत्व होता है। वहीं जिन जातकों की कुंडली में शनि की महादशा, साढ़ेसाती, ढैय्या या शनिदोष चल रहा होता है, उनके लिए यह दिन काफी अहम होता है।
शनि देव को न्याय और कर्म का देवता माना जाता…
View On WordPress
0 notes
Shani Jayanti Upay: शनि जयंती के दिन शनिदेव के इन 11 नामों के जाप से पलभर में दूर होगा शनि का प्रभावShani Jayanti 2024 Date: हर वर्ष ज्येष्ठ मास की अमावस्या का समय शनि जयंती के पर्व के रुप में मनाया जाता है. शनि देव का पूजन शनि जयंती के दिन बड़े ही भक्ति के साथ किया जाता है. आइये जानें शनि जयंती के दिन शनि के 11 नामों का महत्व
0 notes
Solar eclipse 2022: सूर्य ग्रहण आज, जानिए कहां और कैसे देख पाएंगे ऑनलाइन
Solar eclipse 2022: सूर्य ग्रहण आज, जानिए कहां और कैसे देख पाएंगे ऑनलाइन
2022 Solar eclipse India: दुनिया के कई हिस्सों में 30 अप्रैल को साल का पहला आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. यह घटना ब्लैक मून नामक एक अन्य खगोलीय एक्टिविटी से भी टकरा रही है और नासा के अनुसार, ब्लैक मून दिन में कुछ समय के लिए धूप ब्लॉक कर देगा. सूर्य ग्रहण दक्षिणी गोलार्ध के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा और दक्षिण अमेरिका, चिली, उरुग्वे, दक्षिण-पश्चिमी बोलीविया, पेरू, दक्षिण-पश्चिमी ब्राजील और…
View On WordPress
0 notes
शनि अमावस्या 2021: शनिश्चरी अमावस्या आज, जानें शुभ समय और दोष से बचने के उपाय
शनि अमावस्या 2021: शनिश्चरी अमावस्या आज, जानें शुभ समय और दोष से बचने के उपाय
फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली अमावस्या को फाल्गुन अमावस्या कहते हैं। वास्तव में फाल्गुन कृष्ण पक्ष की अमावस्या का दिन स्नान-दान-श्राद्ध आदि के लिए विशेष माना जाता है।]इस बार इस दिन शनिवार पड़ने के कारण इसे शनिश्चरी अमावस्या (शनि अमावस्या 2021) कहा जाएगा।
यह अमावस्या सुख, संपत्ति और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए विशेष फलदायी है। जीवन में सुख और शांति के लिए फाल्गुन अमावस्या (फाल्गुन अमावस्या…
View On WordPress
0 notes
Shani Amavasya 2021: 13 मार्च को है शनि अमावस्या, इन 7 उपायों को करने से प्रसन्न होते हैं शनिदेव, घर–परिवार में आती है सुख-शांति और समृधि
Shani Amavasya 2021: 13 मार्च को है शनि अमावस्या, इन 7 उपायों को करने से प्रसन्न होते हैं शनिदेव, घर–परिवार में आती है सुख-शांति और समृधि
शनि अमावस्या 2021: हिन्दू पंचाग {पंचांग} के अनुसार, हर महीने कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या होती है। इस दिन चंद्र दर्शन नहीं होते हैं। हिन्दू धर्म शास्त्रों में अमावस्या तिथि का बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्थान है। ऐसी मान्यता है कि यह तिथि पूर्वजों / पितरों की तिथि है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान कर, गरीब और जरूरतमंदों को दान करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और परिवार में खुशहाली लाते हैं। साथ…
View On WordPress
0 notes