जानें...बजट से आपको क्या मिला?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में आम बजट पेश किया। बजट में आम लोगों के लिए बड़े ऐलान किए गए हैं। स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50 हजार से बढ़ाकर 75 हजार कर दिया गया है। इसके अलावा, सोना-चांदी से बने गहने, चमड़े से बने सामान और मोबाइल फोन भी सस्ते कर दिए गए हैं। बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए भी बड़े ऐलान किए गए हैं।
इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव
वित्त मंत्री ने नई कर व्यवस्था के तहत…
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Nirmala Sitharaman Presented An Interim Budget
अंतरिम बजट में टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं, जानिए क्या बोलीं निर्मला सीतारमण
Nirmala Sitharaman : 1 फरवरी 2024 को, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतरिम बजट पेश किया। इस बजट में करदाताओं को कोई नई छूट नहीं दी गई है और इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि, स्टार्टअप के लिए टैक्स छूट को एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है।
Nirmala…
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पीएम किसान और ओल्ड पेंशन पर कुछ नहीं... 2024 के चुनावों को देखते हुए कहां ठहरता है बजट?
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में एनडीए सरकार ने लगातार दसवां बजट पेश किया है। बजट से पहले सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि वह कौन सा रास्ता चुने। एक रास्ता लोकलुभावन बजट का था, जो कोविड के बाद आम लोगों के लिए कई सौगात की ओर ले जाता। दूसरा रास्ता, आर्थिक सुस्ती और भविष्य में उठापटक की आशंका के बीच रक्षात्मक रुख के साथ संतुलन बनाने की ओर जाता था। सरकार ने दूसरा रास्ता चुना। ऐसा इसलिए भी कि भले 2024 में पूर्ण बजट नहीं होगा, लेकिन लोकलुभावन बजट का विकल्प खुला रहेगा। साल 2019 के अंतरिम बजट में भी सरकार ने कई बड़े फैसले किए थे। इस बजट से सरकार ने पांच सियासी और आर्थिक संदेश देने की कोशिश की है।
1- मिडल क्लास को खुश करने की कोशिश
कुछ वर्षों में मिडल क्लास ने जिस तरह राजनीति में रुचि बढ़ाई है और नैरेटिव बनाने में जिस तरह इस तबके की भूमिका सामने आई है। उसके अनुरूप इस व��्ग को सरकार से उम्मीद के मुताबिक, सौगात नहीं मिली थी। लेकिन इस बजट में इस वर्ग को भी काफी कुछ मिला है। इनकम टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव और नौकरियों पर जोर से सरकार ने मिडिल क्लास को संबोधित करने की कोशिश की है।
2-गरीबों पर फोकस
सरकार ने बजट में गरीबों पर पूरा फोकस रखा। बीजेपी की लगातार मजबूत सियासी स्थिति में गरीब वोटरों का बड़ा योगदान रहा है। ऐसे में इस बजट में मुफ्त अनाज, हर घर जल, सभी को घर से जुड़ी योजनाओं के जरिए सरकार ने इस तबके पर अपनी पकड़ बनाए रखने की पूरी मंशा दिखाई है। जिस तरह बीते कुछ महीनों से सरकार ने आदिवासी समुदाय के बीच अपनी कमजोर होती पकड़ को मजबूत करने की कोशिश की है, उसकी भी झलक इस बजट में दिखी।
3- किसान का भी ध्यान
बजट में खेती और किसान पर भी जोर रहा। दरअसल बीते कई वर्षों से किसानों का मोदी सरकार के साथ रिश्ता उतार-चढ़ाव भरा रहा है। साल 2019 से पहले जब पूरे देश में अलग-अलग किसान आंदोलन हुए, तब किसान सम्मान निधि का एलान हुआ, जिसका लाभ तब चुनाव में मिला। इस बार खेती के कर्ज का लक्ष्य 2023-24 के लिए बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया गया है। लेकिन कई मदों में कटौती भी की गई।
4- रेवड़ी कल्चर से परहेज
बजट से पहले किसान सम्मान निधि बढ़ाने की चर्चा थी। सुगबुगाहट यह भी थी क्या विपक्ष के दबाव में सरकार पुरानी पेंशन की वापसी का संकेत देगी? लेकिन सरकार ने परहेज किया। कोई बड़ी मुफ्त योजना का ऐलान भी नहीं किया। दरअसल पिछले दिनों पीएम ने रेवड़ी कल्चर के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। ऐसे में बजट में इन चीजों से परहेज किया गया। मुफ्त राशन को जरूर जारी रखा गया, लेकिन फूड सब्सिडी में कमी की भी बात कही गई।
5- भविष्य के प्रति सतर्क नजरिया
सरकार ने सकारात्मक संदेश देने की भी पूरी कोशिश की, लेकिन भविष्य की आर्थिक अनिश्चितता का साफ असर भी बजट पर दिखा। वैश्विक मंदी की आशंका के बीच सरकार ने कोई बड़ा जोखिम लेने से परहेज किया। साथ ही, ऐसे फैसलों से भी दूरी रखी जो बाजार का सेंटिमेंट कमजोर करे। वित्तीय घाटे को काबू में रखने की मंशा दिखाई गई। इन कदमों को आने वाले दिनों में किसी भी सूरत से निपटने की तैयारी के रूप में देखा गया। http://dlvr.it/ShpbM9
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टैक्स स्लैब क्या है? 2023
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जैसा की आप लोगों को मालूम है कि आज के दिन निर्मला सीतारमण ने संसद में आम बजट पेश किया है और इस बजट में टैक्स के स्लैब में काफी बदलाव सरकार की तरफ से किया गया है,
ऐसे में आप भी अगर जानना चाहते हैं कि टैक्स स्लैब होता क्या है और 2023 में टैक्स स्लैब में किस प्रकार के बदलाव किए गए हैं अगर आप इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हम आपसे निवेदन करेंगे कि आर्टिकल को आखिर तक पढ़े चलिए शुरू करते हैं-
कितनी सैलरी पर कितना टैक्स लगेगा?
निर्मला सीतारमण की तरफ से आज संसद में बजट पेश किया गया और इसमें नौकरी करने वाले लोगों टैक्स मेरा हाथ दिया गया है जिसका पूरा विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं आइए जानते
- 0 से तीन लाख तक की आमदनी वाले को 0 फीसदी
- 3 से 6 लाख तक की आमदनी वाले को 5 फीसदी,
- 6 से 9 लाख रुपये की सालाना आमदनी वाले को 10 फीसदी
- 9 से 12 लाख तक की आमदनी वाले को 15 फीसदी
- 12 से 15 लाख लाख रुपये की चलाना कमाने वाले 20 फीसदी
- 15 लाख से अधिक आमदनी वाले को 30 फीसदी
मासिक आय के आधार पर टैक्स की दर
- 0-25 हजार तक 0 फीसदी
- 25-57 हजार तक 0 फीसदी
- 58-75 हजार तक 5 फीसदी
- 75 हजार से 1 लाख 10 फीसदी
- 1 लाख से सवा लाख 20 फीसदी
- सवा लाख से अधिक 30 फीसदी
सालाना आय के हिसाब से नई टैक्स दरें
- 0 से तीन लाख 0 फीसदी
- 3 से 6 लाख 5 फीसदी
- 6 से 9 लाख 10 फीसदी
- 9 से 12 लाख 15 फीसदी
- 12 से 15 लाख 20 फीसदी
- 15 लाख से ज्यादा 30 फीसदी
टैक्स स्लैब क्या है
ATM Se Paise Kaise Nikale ? 2023
IDBI bank Personal Loan Kaise Le
टैक्स की गणना कैसे की जाती है?
टैक्स की गणना कैसे की जाती है तो हम आपको बता आपकी टैक्स योग्य इनकम पर लागू टैक्स स्लैब के आधार पर की जाती है. उदाहरण के तौर पर आप इस बात को ऐसे समझ सकते हैं
कि जब आप कोई भी नौकरी या बिजनेस करते हैं और आप वहां से जो भी पैसा इनकम करते हैं उसके आधार पर आपसे सरकार टैक्स वसूल की है क्योंकि टैक्स के पैसे से यह देश संबंधित विकास को पूरा किया जाता है
टैक्स का स्लैब इनकम के आधार पर होता है यानी आप कितना इनकम कर रहे हैं अगर सरकार ने जोर टैक्स स्लैब बनाया है उसके अंतर्गत अगर आप पैसे कमाते हैं तो आपको टैक्स स्लैब के अनुसार सरकार को पैसे देने पड़ेंगे I
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Budget 2023:बनारस में खुले एक और बड़ा सरकारी कारखाना, उद्यमी और कारोबारियों ने रखी मांग - Budget 2023 Big Government Factory Opened In Varanasi Entrepreneurs And Businessmen Demanded
आम बजट से उम्मीद विषयक संवाद में काशी के उद्यमी व कारोबारी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आम बजट से पहले काशी के उद्यमी व कारोबारियों ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और इनकम टैक्स के स्लैब में बदलाव की मांग रखी है। चांदपुर स्थित अमर उजाला कार्यालय में आम बजट से उम्मीद विषयक संवाद में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को और मजबूत बनाने की बात कही गई। जब मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा, तभी रोजगार की संभावनाएं…
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इनकम टैक्स देने वालों को Budget 2023 में मिलेगी खुशखबरी, सीतारमण करेंगी बड़ा ऐलान!
इनकम टैक्स देने वालों को Budget 2023 में मिलेगी खुशखबरी, सीतारमण करेंगी बड़ा ऐलान!
Income Tax Slab Rate Change Expectations: जैसा कि महामारी के बाद अर्थव्यवस्था स्लो हो गई और अब विकास पथ पर लौट रही है तो ऐसे में कर विशेषज्ञ केंद्रीय बजट 2023 में आयकर स्लैब दरों में कुछ बदलावों की उम्मीद कर रहे हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो उच्च टैक्स स्लैब में हैं।
Deloitte उच्च कर स्लैब में व्यक्तियों के लिए कर राहत की उम्मीद कर रहा है। Deloitte ने अपने बजट अनुमानों में इस बात को कहा। तपती घोष…
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टैक्स सेविंग टिप्स : इस स्कीम में निवेश कर पाएं अच्छा रिटर्न और टैक्स छूट, जानें पूरी डिटेल्स
टैक्स सेविंग टिप्स : इस स्कीम में निवेश कर पाएं अच्छा रिटर्न और टैक्स छूट, जानें पूरी डिटेल्स
अगर आप नौकरीपेशा हैं और आपकी सैलरी टैक्स स्लैब में आती है तो आपको इनकम टैक्स देना होगा। मौजूदा टैक्स स्लैब के अनुसार – सालाना 2.5 लाख से कम आय वाले व्यक्ति को टैक्स नहीं देना होता है। हालांकि, इससे ज्यादा आय वाले व्यक्ति को टैक्स देना होता है। इनकम टैक्स के नियमों के अनुसार- अगर कोई वर्किंग क्लास का व्यक्ति पैसे का सही तरीके से निवेश करता है तो उसे इनकम टैक्स में मिलने वाली रियायतों (टैक्स सेविंग…
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प्री-बजट बैठक में उद्योग जगत ने सरकार से कहा- बजट में रोजगार बढ़ाने पर ध्यान देने की जरूरत है
प्री-बजट बैठक में उद्योग जगत ने सरकार से कहा- बजट में रोजगार बढ़ाने पर ध्यान देने की जरूरत है
बजट 2023-24: बिजनेस चैंबर्स ने सोमवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मल निकायों (एफएम निर्मला सीतारमण) के साथ बजट प्री-बजट में हिस्सा लिया। उद्योग जगत ने सरकार से बजट में रोजगार बढ़ाने के उपायों पर जोर देने के लिए कहा है। साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों को टैक्स नेट में आने और कमाई बढ़ाने के लिए मकान (जीएसटी) और व्यक्तिगत फैसलों (पर्सनल इनकम टैक्स स्लैब) को तदानुसार बनाने का सुझाव दिया जाता है। बजट…
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BLOG : ईमानदारी का इनाम भी तो मिले, आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया वाला अमृतकाल नहीं चाहिए
BLOG : ईमानदारी का इनाम भी तो मिले, आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया वाला अमृतकाल नहीं चाहिए
नई दिल्ली : अमीरों को रिबेट, गरीबों को सब्सिडी और मिडिल क्लास को मिला टीवी डिबेट। क्योंकि हम उम्मीद से थे। अभी भी हैं। उम्मीदें कम भी नहीं थी। एक झोला उम्मीदें थीं। सोच रहे थे इनमें से कुछ तो निर्मला सीतारमण के पिटारे में होगा। स्टैंडर्ड डिडक्शन (Standard Deduction) 50 हजार से एक लाख हो जाए, हाउसिंग लोन के ब्याज पर इनकम टैक्स छूट (Housing Loan Interest Deduction limit) की लिमिट दो लाख से तीन लाख…
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Interview : नए इनकम टैक्स स्लैब पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण बोलीं- करदाताओं की क्षमता जानने के लिए बनाई नई व्यवस्था
Interview : नए इनकम टैक्स स्लैब पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण बोलीं- करदाताओं की क्षमता जानने के लिए बनाई नई व्यवस्था
निर्मला सीतारमण इंटरव्यू: I कामयाबी की समझ में आने पर उसे पता चलेगा। इस तरह से और बदल दिया गया है। ‘हिन्दुस्तान’ के विशेष बजट सौर मंडल से बातचीत में एक साथ रहने वाले लोगों को यह नहीं कहा जाएगा।
प्रश्न: ‘ संशोधित करने के लिए संशोधित करें। अपने नए सुधारों को सुधारें?
उत्तर: जिल्दसाज़ भी नहीं है। साफ साफ साफ है। टीवी से चलने वाले टीवी टेलीविजन में सक्रिय रूप से आगे बढ़ते हैं। लागू होने पर खराब होने…
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सरकार बड़ा फैसला- इनकम टैक्स रिटर्न अंतिम तारीख बढ़ी, अब 30 सितंबर तक कर सकेंगे दाखिल
सरकार बड़ा फैसला- इनकम टैक्स रिटर्न अंतिम तारीख बढ़ी, अब 30 सितंबर तक कर सकेंगे दाखिल
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…तो क्या इसलिए CBDT बढ़ा रहा है अंतिम तारीख केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने वित्तवर्ष 2018-19 (आकलन वर्ष 2019-20) के लिए आय कर रिटर्न भरने की आखिरी तारीख 31 जुलाई 2020 से बढ़ाकर 30 सितंबर 2020 कर दी है.
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इनकम टैक्स (IT) क्या है?
अगर आप भी यह समझना चाहते हैं कि वास्तव में इनकम टैक्स (Income Tax) क्या है तो हम आपको Income Tax in Hindi के बारे में विस्तार से बता रहे हैं. हर साल बजट में देश के वित्त मंत्री इनकम टैक्स (IT) यानी आयकर की बात करते हैं.
कभी (Income Tax) के स्लैब में बदलाव किया जाता है तो कभी टैक्स छूट बढ़ाया-घटाया जाता है.कभी इनकम टैक्स (IT)बचत के लिए निवेश के विकल्प की बात की जाती है तो कभी (Income Tax) बचत के लिए जारी कुछ सुविधाओं को खत्म करने या कुछ नई सुविधा शुरू करने की बात की जाती है.तो हम आपको इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं.इनकम टैक्स (IT) (Income Tax) हमारी आमदनी पर लगने वाला टैक्स है. हर साल हमें अपनी आमदनी में से एक निर्धारित हिस्सा केंद्र सरकार को देना पड़ता है.इनकम टैक्स (IT)अलग-अलग आमदनी वाले लोगों पर अलग-अलग तरीके से लगाया जाता है.
https://taxjankari.com/
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रेंट से करते हैं कमाई तो जानिए कैसे बचा सकते हैं टैक्स, मकान मालिक के लिए बना है ये खास नियम
रेंट से करते हैं कमाई तो जानिए कैसे बचा सकते हैं टैक्स, मकान मालिक के लिए बना है ये खास नियम
अगर आप सस्ता घर खरीदते हैं तो आपको होम लोन पर चुकाए गए ब्याज पर 1.5 लाख रुपये तक की अतिरिक्त टैक्स छूट मिलती है। इस नियम की घोषणा सरकार ने 1 फरवरी, 2021 के बजट में की थी।
अगर आप जमींदार हैं और रेंटल इनकम कमाते हैं तो आपको इनकम टैक्स के नियम जरूर पता होने चाहिए। आपको यह भी पता होना चाहिए कि रेंटल इनकम पर टैक्स कैसे बचाएं। किराये की आय पर कर की गणना व्यक्तिगत स्लैब दर के अनुसार की जाती है। इसका…
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इनकम टैक्स: सीए का चक्कर छोड़ दें, 2021-22 में आप खुद फैसला कर सकते हैं
इनकम टैक्स: सीए का चक्कर छोड़ दें, 2021-22 में आप खुद फैसला कर सकते हैं
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष (2021-22) के अंत से पहले केवल एक सप्ताह के साथ, आयकर राजनेता पहले से ही अपनी कर (आयकर) देयता के बारे में चिंतित हैं। स्टॉम्प पैड और इसका उपयोग कैसे किया जाता है, इसके बारे में कुछ बुनियादी तथ्य यहां दिए गए हैं।
सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि आप अपना आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए कौन सा टैक्स स्लैब (कर व्यवस्था) चुनते हैं। यदि आप पुराने टैक्स स्लैब को चुनते हैं तो आपको…
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इन समस्याओं का इलाज़! जानें कैसे चलती है मुल्क की सरकार
इन समस्याओं का इलाज़! जानें कैसे चलती है मुल्क की सरकार
दुनिया में कर मुक्त देश: भारत में हर नौकरी पेशा व्यक्ति (वेतनभोगी व्यक्ति) असफल होने पर (टैक्स स्लैब) कम होने का एक बार लागू होगा। देश के हर मामले में राहत देने वाला। बर्फ़ लागू होने पर (इनकम टैक्स), क्वालिटी टैक्स (प्रॉपर्टी टैक्स), क्वालिटी टैक्स (Water Tax) अलग-अलग अलग-अलग में बेहतर।
भले ही आप ranaurauraur टैक k नहीं नहीं नहीं देते देते देते देते नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं…
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Tax Exemption : अपनी टैक्स छूट से जुड़ी इन बातों को समझना जरूरी है, यहां पढ़ें
Tax Exemption : अपनी टैक्स छूट से जुड़ी इन बातों को समझना जरूरी है | वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 (FY 2022-23) के लिए बजट (Budget 2022) पेश किया था! वित्त मंत्री ने बजट में इनकम टैक्स स्लैब (Income Tax Slabs) में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन साथ ही उन्होंने ये कहा कि उन्होंने टैक्स नहीं बढ़ाकर आम लोगों को बहुत बड़ी राहत देने की कोशिश की है!
Tax Exemption : : अपनी टैक्स छूट से जुड़ी इन बातों को समझना जरूरी है
Tax Exemption
ऐसे में अगर आप भी बजट के बाद अपनी टैक्स देनदारी (Tax Liability) और अपने निवेश के विकल्पों (Investment Options) पर असर के बारे में जानना चाहते हैं तो हम आपको इस बारे में आज अपनी इस पोस्ट में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं! साथ ही अपनी टैक्स छूट (Tax Exemption) से जुड़ी इन बातों को समझना आपके लिए बेहद जरूरी है चो चलिए आपको बताते हैं इस बातों के बारे में!
सेक्शन 80c (Income Tax Act section 80C)
अगर आप की सालाना आमदनी 30 फ़ीसदी टैक्स के दायरे में आती है तो आप इनकम टैक्स कानून के सेक्शन 80c (Income Tax Act section 80C) के तहत 1!5 लाख रुपये का निवेश कर 45,000 की टैक्स बचत (Save Tax) कर सकते हैं! अगर आप नया टैक्स रिजीम (New Tax Regime) नहीं चुनते और पुराने टैक्स रिजीम में सेक्शन 80c के तहत निवेश वाले विकल्पों में से किसी के जरिए इन्वेस्ट करते हैं तो आप इतना टैक्स बचा सकते हैं!
सेक्शन 80c के तहत आने वाले विकल्प (Options covered under section 80C)
- प्रोविडेंट फंड में निवेश (Investing in Provident Fund)
- हाउसिंग लोन के मूलधन के रूप में चुकाई गई रकम (Amount repaid as housing loan principal)
- पब्लिक प्रोविडेंट फंड में 1!5 लाख तक का निवेश (Invest up to 1!5 lakhs in Public Provident Fund)
- दो बच्चे की स्कूल की ट्यूशन फीस (School tuition fee for two children)
- खुद, परिवार या बच्चों के लिए जीवन बीमा पॉलिसी का प्रीमियम (Life insurance policy premium for self, family or children)
- यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान में किया गया योगदान (Contribution made in Unit Linked Insurance Plan)
- नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम में किया गया निवेश (Investment made in National Savings Certificate Scheme)
- बैंक या पोस्ट ऑफिस में 5 साल का टर्म डिपॉजिट (5 years term deposit in bank or post office)
- सुकन्या समृद्धि योजना में किया गया डेढ़ लाख रुपये तक का निवेश (Up to 1!5 lakh rupees invested in Sukanya Samriddhi Yojana)
EPF एडवांस पर टैक्स नहीं (No tax on EPF advance)
कोरोना संक्रमण (Corona Ear) के दौर में बहुत से लोगों को पैसे की जरूरत पड़ी और इसका ध्यान रखते हुए EPFO ने कहा है कि अगर कोई स्टाफ यूपीएससी एडवांस रकम (UPSC Advance Amount) लेता है, जिसे लौटाया नहीं जाना है तो उसे टैक्स फ्री (Tax Free) कर दिया गया है! आप एम्पलाई प्रोविडेंट फंड (Employee Provident Fund) से 3 महीने के बेसिक (Basic) और डीए (DA) के बराबर की रकम या ईपीएफ अकाउंट (EPF Account) में मौजूद रकम का 75 फ़ीसदी एडवांस के रूप में ले सकते हैं! साथ ही एम्पलाइज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) ने ये साफ किया है कि इस तरह के किसी एडवांस पर कोई टैक्स नहीं लगाया जाएगा! आमतौर पर किसी नौकरी में 5 साल पूरे होने के बाद पीएफ की रकम (PF Amount) निकालने पर कोई टैक्स देनदारी नहीं बनती!
HRA पर कितना टैक्स छूट (How much tax exemption on HRA)
अगर बात हाउस रेंट अलाउंस (House Rent Allowance) की करें तो ये किसी भी व्यक्ति के सीटीसी (CTC) में आम कंपोनेंट होता है, जो लोग किराए के मकान में रहकर नौकरी कर रहे हैं वो हाउस रेंट अलाउंस (HRA) का फायदा ले सकते हैं! HRA के मामले में आपको इन तीनों में से सबसे कम रकम पर राहत मिल सकती है! अगर आप बेसिक सैलरी (Basic Salary) और महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) की रकम के 10 फ़ीसदी से कम किराया चुका रहे हों!
अगर आप के किराए का घर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता या चेन्नई में है तो आप अपनी सैलरी का 50% एचआरए (HRA) के रूप में दिखाकर उसे टैक्स से बचा सकते हैं! साथ ही अगर आपका घर किसी दूसरे शहर में है तो वहां आपको वेतन का 40 फ़ीसदी हिस्सा एचआरए (HRA) के रूप में टैक्स के दायरे से बाहर रखने में मदद मिल सकती है! आपकी कंपनी आपको जितना एचआरए देती है आप उस रकम पर टैक्स बचा सकते हैं!
इसके अलावा अगर आपकी सीटीसी (CTC) में एचआरए (HRA) नहीं है तो आप किराए के मकान में रहने के बदले अपने ग्रॉस टैक्सेबल इनकम (Gross Taxable Income) से किराए की रकम को घटाकर टैक्स चुका सकते हैं! इसकी ज्यादातर सीमा 5000 रुपये महीना है! अगर आप अपने घर में रहते हैं तो आपको मिलने वाले HRA पर टैक्स चुकाना होगा!
LTC की रकम पर टैक्स छूट (Tax exemption on LTC amount)
बता दें कि लीव ट्रैवल कंसेशन (Leave Travel Concession) के रूप में आप 4 साल के ब्लॉक में दो बार घरेलू यात्रा पर किए गए खर्च के रूप में टैक्स से राहत पा सकते हैं! एलटीसी (LTC) का नया ब्लॉक 1 जनवरी 2022 से शुरू हुआ है! इसमें कई तरह की बंदिशें भी हैं! जैसे- अगर आप हवाई जहाज से यात्रा कर रहे हैं तो आपको केवल इकोनामी क्लास के एयरफेयर पर ही एलटीसी का फायदा (Benefit of LTC) मिल सकता है! इसके लिए भी आपको सबसे छोटा रूट चुनने की जरूरत है! अगर आप परिवार के साथ कहीं घूमने जाते हैं तो होटल और लोकल कन्वेंस जैसे खर्च पर आपको एलटीसी का फायदा नहीं मिल सकता!
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