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#मिल गया
trendingwatch · 2 years
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चंद्रयान-2 ने पहली बार चंद्रमा पर सोडियम की प्रचुरता का मानचित्रण किया
चंद्रयान-2 ने पहली बार चंद्रमा पर सोडियम की प्रचुरता का मानचित्रण किया
द्वारा एक्सप्रेस समाचार सेवा भारत के चंद्रयान -2 ऑर्बिटर पर सवार एक पेलोड, जो अगस्त 2019 से चंद्रमा की परिक्रमा कर रहा है, ने पहली बार चंद्रमा पर सोडियम की प्रचुरता का मानचित्रण किया है। यह खोज भारत के अपने पहले चंद्र मिशन चंद्रयान -1 के एक्स-रे फ्लोरोसेंस स्पेक्ट्रोमीटर (C1XS) के अलावा अपोलो, लूना और चांग’ई मिशनों के लौटाए गए नमूनों की क्रमिक प्रयोगशाला जांच के आधार पर पहले से ही ज्ञात डेटा पर…
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natkhat-sa-shyam · 4 months
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My only advice is to marry someone who likes to leave the party when you do..
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ajayprajapatti110125 · 8 months
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kramsingh1959 · 2 years
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satlokashram · 2 months
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साखी-तीर्थ गए एक फल संत मिल फल चार। सतगुरू मिले अनेक फल कहै कबीर विचार।। संत मिले फल चार का भावार्थ है कि संत के दर्शन से परमात्मा की याद आती है। यह ध्यान यज्ञ है। संत से ज्ञान चर्चा करने से ज्ञान यज्ञ का फल मिलता है। यह दूसरा फल है। तीसरा फल जब संत घर पर आएगा तो भोजन की सेवा का फल मिलेगा तथा चौथा फल यदि संत नशा नहीं करता है तो उसको रूपया या कपड़ा वस्त्र दान अवश्य देता है। इस प्रकार संत मिले फल चार। जब सतगुरू मिल गए तो सर्व मिल गए, मोक्ष भी मिल गया।
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srbachchan · 3 months
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DAY 5986
Jalsa, Mumbai July 8/July 9, 2024 Mon/Tue 12:12 pm
🙏🏻🪔 .. no birthday to wish .. but remembrance of our dear Ef Prabir Bhatt from Ahmedabad .. on his birth anniversary on July 9 .. we remember him always with prayers and love gratitude .. 🙏🏻🕯️
There is a huge delay in the time and the schedules are all getting into one another, so the writing time has of course been extensively delayed .. my apologies and regrets .. but hopefully during the course of the day there shall be some effort to get back .. so sorry !!
☹️
अभी भाग रहा हूँ, ज़रा काम पे, लेकिन हो सका तो फिर यहाँ आऊँगा, जल्दी । आज ना जाने क्यों एक के ऊपर एक schedule बन गया है और समय नहीं मिल रहा , तो क्षमा
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अमिताभ बच्चन Amitabh Bachchan
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baiju-bawara · 6 months
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I may not show it but deep inside me i want to say...
मैं जलता तेरे Dove के साबुन से है नहाती क्यों तू घंटों भर?
कभी तो देख ख़ुद को मेरी नज़रों से वो कहती, "जा के बदलो चश्में तुम"
अब मैं क्या बोलूँ? हूँ मैं नासमझ और हो समझ के तुम परे रहता गुस्सा और ये नाक पे तू जादू।
है कौन मिल गया मुझे जो दे रहा मुझको धूप यूं? What do I do I do?
तू silver lining on my cloud nine चाहिए बस तू, वो तेरी न vibe...
You're my California dream And I know your city's skyline also fine...
So mess it up, and waste my time Don't pick my call to make a proper bride...
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कलेजा चाशनी और भेजा full fry
I don't know "How?" I do know "Why?"
I just witnessed divine feminine...
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helputrust · 7 months
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17.02.2024 | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के सहयोग से संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षागृह, गोमती नगर, लखनऊ में कल्चरल क्वेस्ट द्वारा "विपश्यना नृत्य नाटिका" का प्रस्तुतीकरण किया गया | कार्यक्रम में संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार एवं उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NCZCC) ने आर्थिक सहयोग प्रदान किया है | विपश्यना नृत्य नाटिका की परिकल्पना, नृत्य कला एवं निर्देशन अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कत्थक नृत्यांगना सुश्री सुरभि सिंह ने की हैं | कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भिक्खु डॉ. नंद रतन, संयुक्त सचिव, कुशीनगर भिक्खु संघ, कुशीनगर तथा विशिष्ट अतिथि कुँ अक्षय प्रताप सिंह “गोपाल भैया”, माननीय सदस्य, विधान परिषद उत्तर प्रदेश, प्रतापगढ़, श्री हरगोविंद कुशवाहा बौद्ध, कार्यकारी अध्यक्ष, अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, लखनऊ, कुँ बृजेश सिंह राजावत, प्रदेश महासचिव, जनसत्तादल (राजा भैया) एवं श्री बाबा हरदेव सिंह, राजनीतिज्ञ भारतीय जनता पार्टी, प्रांतीय सिविल सेवा उ.प्र. (कार्यकारी शाखा) की गरिमामयी उपस्थिति रही | सुश्री सुरभि सिंह एवं उनकी टीम के द्वारा, किस तरह महात्मा बुद्ध की शरण में नर्तकी वासवदत्ता का हृदय परिवर्तन हुआ, यह नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया गया | इस नृत्य नाटिका के माध्यम से विपश्यना ध्यान विधि, जो की दुखों से मुक्ति पाने का सबसे सशक्त माध्यम माना जाता है, को प्रभावी रूप से आम जन तक पहुंचाया गया | इसमें स्वयं में जाकर अपनी ही ध्यान की शक्ति से आर्य अष्टांगिक मार्ग पर चलकर जीवन के उद्देश्य को जानने की प्रक्रिया को संप्रेषित किया गया | इस प्रस्तुति का उद्देश्य जनजागरूकता पैदा करने के साथ-साथ युवाओं को शिक्षित करना भी था | इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल ने सभी अतिथियों एवं कलाकारों का स्वागत करते हुए कहा कि, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री परम आदरणीय माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी ध्यान और योग को कितना महत्व देते हैं जिसके लिए पूरे विश्व में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है | माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के अनुसार, "वर्तमान समय में युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों के जीवन में तनाव और परेशानी आम है और विपश्यना की शिक्षाएं उनकी समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने में मदद कर सकती हैं |" वह कहते हैं कि "विपश्यना प्राचीन भारत का एक अनुपम उपहार होने के साथ ही एक आधुनिक विज्ञान भी है, जिसके जरिए युवा और बुजुर्ग लोगों को जीवन के तनाव और परेशानी से निपटने में मदद मिल सकती है । ध्यान और विपश्यना को कभी त्याग के माध्यम के रूप में देखा जाता था, लेकिन अब यह व्यावहारिक जीवन में व्यक्तित्व विकास का माध्यम बन गया है । विपश्यना आत्मा की ओर एक यात्रा है और अपने भीतर गहराई से गोता लगाने का एक तरीका है । यह सिर्फ एक शैली नहीं, बल्कि एक विज्ञान है ।" तो आइए आज इस कार्यक्रम में विपश्यना नृत्य नाटिका के द्वारा हम भी विपश्यना ध्यान को समझने का प्रयास करते हैं और उसे कहीं ना कहीं अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेते हैं | कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल, ट्रस्ट की आंतरिक सलाहकार समिति के सदस्य श्री महेंद्र भीष्म, डॉ अलका निवेदन सहित शहर के अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रही | #MinistryOfCulture #NCZCC #Nritya #Indianculture #विपश्यना #VipassanaDanceDrama #MahatmaBuddha #CulturalQuest #SurabhiSingh #AlkaNivedan #MahendraBhishma #DrNandRatan #AkshayPratapSingh #HargobindKushwahaBuddhist #BrijeshSinghRajawat #BabaHardevSingh #NarendraModi #PMOIndia #YogiAdityanath #UPCM #HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust #KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal www.helputrust.org @narendramodi @pmoindia @MYogiAdityanath @cmouttarpradesh @indiaculture.goi @upculturedept @surabhi.tandon.5 @culturalquest1 @HelpUEducationalAndCharitableTrust @HelpU.Trust @KIRANHELPU @HarshVardhanAgarwal.HVA @HVA.CLRS @HarshVardhanAgarwal.HelpUTrust @HelpUTrustDrRupalAgarwal @RupalAgarwal.HELPU @drrupalagarwal @HelpUTrustDrRupal
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scribblesbyavi · 1 year
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तुम्हारे लिए पत्र लीखों
गाने गाऊँ
फूल ख़रीदूँ
ऐसा पहले किसि के लिए करने की तो कभी चाहत नहीं हुई हमें।
तो क्या तुम इतना ख़ास हो मेरे लिए?
शायद तुम्हारा मेरे लिए ख़याल करना ही मुझे ले डूबा
तुम्हारा मेरे लिए अपने नोट्बुक के आख़री पन्ने पर मेरा चित्र बनाना
तुम्हारा मेरे लिए अपने माँ के हाथ का खाना लेकर आना
तुम्हारा मेरे सपनो के बारे में पूछना और उन्हें पूरा करने में सहायता करना
शायद इनहि सब बातों ने मुझे कब तुम्हारा बना दिया हमें पता भी ना चला
अब हम क्या कर सकते है तुम्हारे लिए?
मोहब्बत एक शब्द थी
तुममें उसे एक नाम मिल गया ।
कुछ चीज़ें दिल से आटी है तुम्हारे लिए
शायद इसलिए कुछ चीज़ें सिर्फ़ तुम्हारे लिए करती हूँ
तुम्हारे लिए पत्र लीखों
गाने गाऊँ
फूल ख़रीदूँ ।
avishi
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brijpal · 2 months
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#सत_भक्ति_संदेश
संत मिले फल चार का भावार्थ है कि संत के दर्शन से परमात्मा की याद आती है। यह ध्यान यज्ञ है। संत से ज्ञान चर्चा करने से ज्ञान यज्ञ का फल मिलता है। यह दूसरा फल है। तीसरा फल जब संत घर पर आएगा तो भोजन की सेवा का फल मिलेगा तथा चौथा फल यदि संत नशा नहीं करता है तो उसको रुपया या कपड़ा वस्त्र दान अवश्य देता है। इस प्रकार संत मिले फल चार। जब सतगुरु मिल गए तो सर्व मिल गए, मोक्ष भी मिल गया।
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj " Youtube Channel पर विजिट करें।
Watch MH1 TV 2:00pm Daily
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indrabalakhanna · 2 months
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Aaj Tak के पत्रकार Sudhir Chaudhary की झूठी खबरों का पर्दाफाश | Exposing...
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#GodMorningFriday
#FridayMotivation
#FridayThoughts
#fridayfeeling
#पूर्णगुरु_से_होगा_मोक्ष
True Guru Sant Rampal Ji
#मीडिया_को_झूठ_शोभा_नहीं_देता
#SantRampalJi_SeMaafiMaango
#भारतीय_मीडिया_की_गिरती_गरिमा
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👇👇👇
🙏हम भारत के नागरिक मांग करते हैं कि
@abpasmitatv तुरंत गुमराह करने वाले लेख को वापस लें!
और संत रामपाल जी महाराज और उनके अनुयायियों से सार्वजनिक माफी मांगे!
*इस माफी में गलतियों को स्वीकार करना!* +
*हुए नुकसान को स्वीकार करना!*
+
*भविष्य में ऐसी गैरजिम्मेदार पत्रकारिता को रोकने के उपायों का उल्लेख होना चाहिए।*
*पूर्ण संत और पूर्ण सतगुरु है संत रामपाल जी महाराज!*
यदि मीडिया को
संत रामपाल जी महाराज क्षमा कर देंगे तो मीडिया समझ लें!
कि परमेश्वर ने उन्हें बख्श दिया !
लेकिन
*भविष्य में दोबारा ऐसी गलती ना करें!*
अगर मीडिया आम व्यक्ति के लिए भी ऐसी गलती करता है तो परमात्मा रुष्ट होते हैं,क्योंकि आत्मा परमात्मा का अंश है!
लेकिन यह तो सतगुरु रूप में स्वयं कबीर परमेश्वर हैं पूजनीय हैं, संत रामपाल जी महाराज जी तो कोई गलती कर ही नहीं सकते, इस संसार को कैसे समझाया जाए!
ऐसे पूर्ण सतगुरु और संत की तो पूजा होनी चाहिए!
जिन्होंने
एक महान सत्य के लिए के लिए संघर्ष किया है !
आत्मा और परमात्मा को मिलाने वाला पवित्र सत्य जन-जन तक पहुंचाने का पूर्ण रूप से प्रयास किया है!
संत रामपाल जी महाराज जो
समाज का सद्भक्ति के माध्यम से
+
सत्य तत्व ज्ञान के माध्यम से_ पूर्ण रूप से सुधार कर रहे हैं!
संत रामपाल जी महाराज के सभी शिष्य पूरी ईमानदारी से संत रामपाल जी महाराज जी की शिक्षाओं + नियमों + आज्ञाओं
का प��लन करते हैं!
क्योंकि
संत रामपाल जी महाराज सभी बुराई से जीवात्मा को दूर कर रहे हैं और उनके कष्टों का भी निवारण कर रहे हैं!
संत रामपाल जी महाराज
की
कथनी और करनी में
किंचित मात्र भी अंतर नहीं है
Article Only For INDIAN Media
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🙏(1) मीडिया को चाहिए संत रामपाल जी महाराज के सत्संग अपने चैनलों पर चलाएं और दुनिया को दिखाएं की संत रामपाल जी महाराज सत्संग के माध्यम से क्या बता रहे हैं!
(2) विश्व में जितने भी गुरु हैं उन सब की एक-एक करके डिबेट संत रामपाल जी से महाराज जी से मीडिया के माध्यम से रखी जाए!
(3) मीडिया से अनुरोध है अपनी ईमानदारी दिखाएं !भारत का नाम ऊंचा करें !
फिर से भारत के लोगों में हृदय में अपनी जगह बनाएं!
🙏सत साहेब जी🙏
पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर जी की वाणी में परमेश्वर जी ने कहा है कि
बावले मानव मौत भूल गया है यह बड़ी अचरज की बात है! तन ऐसे मिट्टी में मिल जाएगा,जैसे आटे में नून!!
इसलिए
🙏हे मीडिया वालों सुकर्म कर लो!
संत रामपाल जी महाराज जी से मीडिया के माध्यम से ही माफ़ी मांग लें!
🙏संत रामपाल जी महाराज के पवित्र शास्त्र अनुकूल सत्संग अपने मीडिया पर दिखाएं!
डिबेट रखें अन्य छोटे-बड़े सभी गुरुओं महा मंडलेशवरों के साथ!
जिससे संसार को पूर्ण सत्य रूप से सच्चाई का पता लगे !
आपके कर्म ऊंचे हो !
भगवान की नजरों में उठो !
इंसान की नजर में तो अपने आप उठ जाओगे!
आम जनता धोखे में ना रहने दें!
मनुष्य जन्म सभी के लिए अनमोल है!
बार-बार नहीं मिलता है !
आप इसके साथ खिलवाड़ ना करें!
वरना उस परम शक्ति के अपराधी हो जाएंगे आप !
डरें बुरी वक़्त से!
आशा करती हूं आप दासी की वचनों को हल्के में नहीं लेंगे
और बड़ाई और बधाई का काम करेंगे!
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*🙏मीडिया वालों बोलो *जय बंदी छोड की* आपकी सत्बुद्धि और विवेक दोनों सुचारु रूप से काम कर सकें!
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🙏यही प्रार्थना है हमारी उस परमपिता परमेश्वर से !
क्योंकि
हम सब उसके बच्चे हैं और वह हमारे दुखों से दुखी होता है,हमारी बुराई से भी दुखी होता है!
और
कॉल रूपी राक्षस इसका फायदा उठाता है जिसे हम भगवान समझ रहे हैं वह शैतान का कार्य कर और कर रहा है !
अपनी तीन गुण की माया फैलाकर
हम जीवों को उसने भ्रमित किया हुआ है !
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🙏जागो हे मीडिया वालों !
🙏एक आपके जागने से संसार जाग जाएगा !
🙏क्या आप लोग यह पुण्य कमाना नहीं चाहोगे!
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हमने बहाने से
चुपके जमाने से
पल्को के
पारदो में
घर भर लिया
तेरा सहारा मिल गया है जिंदगी
ऐ जिंदगी गले लगाले
___
Translation: We've used our excuses, hidden from the eras in the curtains of our eyes, we've made homes just because we've found you as our mainstay. Embrace us, our lifeline.
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neilperrysme · 2 years
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yunhi koi mil gaya tha yunhi koi mil gaya tha
यूँ ही कोई मिल गया था यूँ ही कोई मिल गया था
i met someone by chance
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sare-raah chalte chalte sare-raah chalte chalte
सर ए राह चलते चलते सर ए राह चलते चलते
while walking,walking around the path
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wahin tham ke reh gayi hai wahin tham ke reh gayi hai
वहीं थम के रह गई है वहीं थम के रह गई है
right there it stood still
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meri raat dhalte dhalte meri raat dhalte dhalte
मेरी रात ढलते ढलते मेरी रात ढलते ढलते
this night of mine,which was about to fade away
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- pakeezah,1972
Lata Mangeshkar | Ghulam | Mohammad | Kaifi Azmi
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satlokashram · 2 months
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गरीब, मेलै ठेलै जाईयो, मेले बड़ा मिलाप। पत्थर पानी पूजते, कोई साधु संत मिल जात।। भावार्थ:- संत गरीबदास जी ने कहा है कि तीर्थों पर जो भक्तों के मेले लगते हैं। वहाँ जाते रहना। हो सकता है कभी कोई संत मिल जाए और कल्याण हो जाए। जैसे धर्मदास जी तीर्थ भ्रमण पर मथुरा-वृदांवन गया था। वहाँ स्वयं परमेश्वर कबीर जी ही जिन्दा संत के रूप में मिले और धर्मदास जी का जन्म ही सुधर गया, कल्याण को प्राप्त हुआ।
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vickyis-o · 8 months
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"कोटि कोटि हिंदू जन का हम ज्वार उठाकर मानेंगे।
सौगंध राम की कहते हैं, हम मंदिर वहीं बनाएंगे।।
जय घोष हो रहा उसे सुने, कण कण में ज्वाला भर दी है।
राम लला के चरणों पर मुंडों की माला भर दी है।।
नर नारी बालक संत सभी, मिलकर अवधपुरी को जाएंगे।
फि‍र भी अधि‍कार न मिल पाया, हम उसे छीनकर मानेंगे।
है बलिदानों की कसम हमे, हम मंदिर वही बनाएंगे।
सौगंध राम की कहते है, हम मंदिर वही बनाएंगे ।।
..."
~विष्णुचंद्र गुप्ता
२ दिसंबर १९९२
आचार्य राममनोहर मिश्रा बताते हैं कि यह शब्द विष्णुचंद्र गुप्ता के मुंह से निकले जिन्होंने आंदोलन को धार देने का काम किया "सौगंध राम की खाते है, हम मंदिर वही बनाएंगे " इन शब्दो को विष्णीचंद्र गुप्ता ने उसी रात काव्य के रूप मैं नई जान दी जो आगे चल के प्रसिद्ध हुई जिसका पाठ संघ के कई कार्यक्रमों मैं किया गया।
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