The Helper
Prediction about Sant Rampal Ji Maharaj
Bible, John 16:7
"But I tell you the truth: it is to your advantage that I am leaving; for if I do not leave, the Helper will not come to you; but if I go, I will send Him to you."
#ईसाईधर्म_का_यथार्थज्ञान
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STOP EATING MEAT
Romans 14:21
It is best not to eat meat or drink wine or do anything else that causes problems for other followers of the Lord.
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🌟भ्रांति : ईसाई धर्म के लोग मानते हैं कि ईसा मसीह अर्थात जीसस स्वयं प्रभु यानी गॉड थे।
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ईसा जी की मृत्यु बाद परमेश्वर प्रकट हुए
ईसा जी को क्रश करने के बाद पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब, ईसा जी का रूप धारण करके अनेकों जगह प्रकट होकर शिष्यों को दिखाई देने लगे। यदि परमेश्वर नहीं आते तो ईसा जी के पूर्व चमत्कारों को देखते हुए ईसा जी का अंत देखकर कोई भी व्यक्ति भक्ति साधना नहीं करता, नास्तिक हो जाते।
(प्रमाण पवित्र बाईबल में यूहन्ना 16: 4-15)
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#jesuschrist #salvation #heaven #godisgood #praise #blessed #dailybible
#faith #prayer #glory
#SaintRampalJiQuotes #SantRampalJiQuotes
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#FactsAndBeliefsOfJainism
जैनधर्म में माना जाता है कि तीर्थकर का पुनर्जन्म नहीं होता।जबकि पुस्तक "आओ जैन धर्म को जाने" के पृष्ठ 154 में लिखा है कि ऋषभदेवजी/जैनधर्म के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ वाला जीव ही बाबा आदम रूप में जन्मा।जिसे इस्लामधर्म,ईसाईधर्म और यहूदीधर्म के लोग अपना प्रथम पुरुष मानते हैं।
विचार करें कि फिर तीर्थंकर ऋषभदेव का पुनर्जन्म क्यों हुआ ?
हिन्दू साहेबान ! नहीं समझे गीता,वेद,पुराण
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#Facts_About_EasterSunday
सर्व ईसाईधर्म यीशुको ईश्वर मानता है। उनके जन्मदिवस के रूपमें क्रिसमस मनाता है।ईश्वरको निराकार बताता है।
बाइबल,उत्पत्ति सृष्टिरचना का छठादिन 1:26 - 1:27 में प्रमाण है भगवान ने स्वयं कहा अब हम इंसानोंको बनाएंगे,वे हमारे जैसेही होंगे और हमारे जैसे दिखेंगे
#Facts_About_EasterSunday
पवित्र बाईबल में लिखा है आदम के काईन,हाबिल दो पुत्र थे।काईन ने क्रोध में छोटे भाई हाबिल की हत्या कर दी। प्रभु ने उसे श्राप दिया कि तू रोजी के लिए भटकता रहेगा। जहां से पवित्र ईसाई धर्म के पूर्वज मुखिया की जीवनी प्रारंभ होती है वही से हृदय विदारक घटनाएं
#Facts_About_EasterSunday
#Facts_About_EasterSunday
वही मुहम्मद वही महादेव,
वही आदम वही ब्रह्मा।
दास गरीब दूसरा कौन है,
देख आपने घर मा।
गरीबदास जी ने कहा है कि आदम जी ब्रह्मा जी के अवतार थे।
जानने के लिए डाउनलोड करें Official App "Sant Rampal Ji Maharaj"
Kabir Is God
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ईसाईधर्म का यथार्थज्ञान
Joseph objected to this and wanted to abandon Mary, but in a dream an angel told him not to do so and Joseph, out of fear, did not abandon Mary and lived with her as husband and wife. Mary, who had become pregnant from the god, gave birth to Jesus.
Facts About Jesus
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ईसाईधर्म का यथार्थज्ञान
Not only do the scriptures of Hinduism declare that God is in form, but the Holy Bible also has evidence of God's existence and God is in form. For more information visit Sant Rampal Ji Maharaj YouTube channel.
Facts About Jesus
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death of jesus christ
Hazrat Jesus Christ's death at the age of 30 was already predetermined. Jesus himself said that his death is near.
(Matthew 26:24-55 page 42-44)
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समलैंगिकता और यौन आकर्षण -
आज के दौर में या कहे इन दिनों जो सबसे चर्चित शब्द 'समलैंगिकता या गे' रहा है कई देशों पिछले कई सालो में इस प�� कई कानून भी बनाये गये| लेकिन सामन्य जनमानस में इसको लेकर कई भ्रांतिया है जिसके बारे में हम आज चर्चा करेंगे | और जितना भी हम इस बारे में जानते है उन भ्रांतियों को तोडने की कोशिश करेंगे |'समलैंगिकता' जो शब्द इससे ही आप इसके अर्थ को समझने की कोशिश तो जरूर कर सकते है |सामान लिंग के समूह या लोग समलैंगिकता का अर्थ किसी व्यक्ति का समान लिंग के लोगों के प्रति यौन और रोमांसपूर्वक रूप से आकर्षित होना है।
लेस्बियन और बाईसेक्सुअल और एलजीबीटी क्या है -
पुरुष अगर पुरुष के प्रति के आकर्षित होगा तो उसे 'पुरुष समलिंगी' कहते है |और अगर महिला -महिला की ओर आकर्षित होगी |उसे 'लेस्बियन ' कहते है | गे शब्द दोनों के लिए प्रयोग होता है |जो लोग महिला और पुरषों दोनों के प्रति आकर्षित होते है उन्हें 'उभयलिंगी ' कहते है |इंग्लिश में इन्हे 'बाईसेक्सुअल' भी कहा जाता है | ये सभी एलजीबीटी समुदाय के अंतर्गत आते है |इसके विपरीत, एक व्यक्ति बिना समलैंगिक यौन सम्बन्ध बनाए भी 'गे' हो सकता है। ऐसे व्यक्तियों के पास समलैंगिक के रूप में सामाजिक रूप से पहचान करना, शादी न करना, या पहले समलैंगिक अनुभव का अनुमान लगाने जैसे संभावित विकल्प हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो उसी लिंग की तरफ़ आकर्षित होते हैं जिसके वे ख़ुद हैं, लेकिन न तो वे यौन गतिविधि में संलग्न होते हैं और न ही समलैंगिक के रूप में स्वयं की पहचान करते हैं। ऐसे लोगों के लिए अलैंगिक (asexual) शब्द लागू हो सकता है|
समलैंगिकता और धर्म-
समलैंगिकता को कई लोग हेय दृष्टि से देखते है लेकिन ये प्रमाण मिले है की की मानव सभ्यता से ही ये अस्तित्व में रहा है |और तो और वातायन द्वारा लिखा गया -'कामसूत्र ' में इसपे पूरा का पूरा चैप्टर है |कामसूत्र महर्षि वात्स्यायन द्वारा रचित भारत का एक प्राचीन कामशास्त्र ग्रंथ है।यह विश्व की प्रथम यौन संहिता है जिसमें यौन प्रेम के मनोशारीरिक सिद्धान्तों तथा प्रयोग की विस्तृत व्याख्या एवं विवेचना की गई है।ये संस्कृत में लिखी गयी है और बाद में इसे 1883 अंग्रेजी में प्रकाशित किया गया |जैसा देखते है भारत के कई पुराणों में इनका उल्लेख मिलता है |
भगवान शिव का अर्धनारीश्वर रूप, विष्णु का मोहिनी रूप, अर्जुन का बृहन्नला रूप, शिखंडी का लिंग परिवर्तन सभी से पूरा हिंदू धर्म वाकिफ है और इन्हें पूजनीय भी मानता है। हिंदू धर्म में इन सभी को भगवान की उपाधि दी गई है। भगवान के इन रूपों को भी सही मानते हुए पुराणों में जगह दी गई है।खजुराहो के मंदिर की दीवारों पर बनी कलाकृति भी इस बात की गवाह है कि उस समय भी समलैंगिक संबंध गलत नहीं माने जाते थे। केवल यहूदी, ईसाई धर्म और इस्लाम में इसे वर्जित करार दिया गया है। हालांकि पोप का कहना है कि समलैंगिक लोग भी उसी ईश्वर की संतान हैं जिसकी संतान हम हैं। हमें उन लोगों के प्रति भेदभाव नहीं करना चाहिए।
लेकिन इन सभी पुष्टियों और तर्कों के बाद भी सवाल अभी भी यही है कि क्यों और किस धर्म के नाम पर समलैंगिक संबंधों को गलत या पाप बताया जा रहा है किसी की अपने साथी चुनने की आजादी पर क्यों धर्म का ठप्पा लगाकर उसे रोकने की कोशिश की जा रही होती है |
क्या यौन वरीयता मनुष्य का अपना व्यक्तिगत मामला?
यौन वरीयता मनुष्य का अपना व्यक्तिगत मामला हो सकता है, लेकिन एक इसी आधार पर उसे पूर्ण रूप से स्वतंत्र नहीं छोड़ा जा सकता| इसके समर्थन से जुड़े लोगों का यह तर्क हैं कि व्यक्ति का आकर्षण किस ओर होगा यह उसकी मां के गर्भ में ही निर्धारित हो जाता हैंऔर अगर वह समलिंगी संबंधों की ओर आकृष्ट होते हैं तो यह पूर्ण रूप से स्वाभाविक व्यवहार माना जाना चाहिए लेकिन यहां इस बात की ओर ध्यान देना जरूरी है कि जब प्रकृति ने ही महिला और पुरुष दोनो को एक दूसरे के पूरक के रूप में पेश किया हैं. तो ऐसे हालातों में पुरुष द्वारा पुरुष की ओर आकर्षित होने के सिद्धांत को मान्यता देना कहा तक स्वाभाविक माना जा सकता हैं|इस तरह के भी तर्क दिए जाते रहे है |
समलैंगिकता पर संघर्ष और कानून को मान्यता -
समलैंगिकता के खिलाफ अंग्रेजों ने धारा 377 को 1860 में लागू किया था। 158 साल पुराने इस कानून के द्वारा समलैंगिकता को गैरकानूनी बताया गया है।अविभाजित भारत में वर्ष 1925 में खानू बनाम सम्राट का समलैंगिकता से जुड़ा पहला मामला था। उस मामले में यह फैसला दिया गया कि यौन संबंधों का मूल मकसद संतानोत्पत्ति है लेकिन अप्राकृतिक यौन संबंध में यह संभव नहीं है।
पहला शाही 'गे' होने की किसने की घोषणा -
2005 में गुजरात के राजपिपला के राजकुमार मानवेंद्र सिंह ने पहला शाही ‘गे’ होने की घोषणा की।बॉलीवुड भी इस विषय पर मुखर हुआ और ऐसे विषय पर फिल्मे बनी |हनीमून ट्रेवल प्रा लिमिटेड और दोस्ताना जैसी मूवी भी आयी |धीरे -धीरे तकनिकी का भी इसको साथ मिला |इंटरनेट पर गे डेटिंग वेबसाइटों की भरमार। गे कम्युनिटी और इन पर ब्लॉग्स से अटी पड़ी है साइटें एलजीबीटी अधिकार संयुक्त राष्ट्र के 94 सदस्य देश इनके समान अधिकारों का समर्थन करते हैं।फिर वो भी दिन आ गया जिसने भारत में 2017 अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में ��ैंगिक झुकाव को निजता के अधिकार से जोड़कर देखा।समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से हटा दिया है और इसके अनुसार आपसी सहमति से दो वयस्कों के बीच बनाए गए समलैंगिक संबंधों को अब अपराध नहीं माना जाएगा|
समलैंगिकता मुस्लिम देशों और कहा वैध है -
कई देशों पहले से ही अपने यहाँ इसे वैध किया है | जैसे लेबनान, कजाखिस्तान, माली, तुर्की, इंडोनेशिया, बहरीन, अल्बेनिया, अजरबैजान, नाइजर इन देशों में है मृत्युदंड सुडान, यमन, सऊदी अरब, ईरान, सोमालिया, नाइजीरिया, कतर, अफगानिस्तान, यूएई, मॉरीतानिया दुनिया के इन देशों ने इस साल किया वैध अर्जेंटीना (2010), ग्रीनलैंड(2015), दक्षिण अफ्रीका (2006), ऑस्ट्रेलिया (2017),आइसलैंड (2010), स्पेन (2005), बेल्जियम (2003), आयरलैंड (2015), अमेरिका (2015), ब्राजील (2013), स्वीडन (2009), कनाडा (2005),जर्मनी (2017), फ्रांस (2013), इंग्लैंड (2013)।हमारा मकसद ये रहता है की आपको सभी चीजें को जोड़कर एक जगह प्रस्तुत किया जाये |
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रवीना टंडन, भारती सिंह और फराह खान के खिलाफ उठी गिरफ्तारी की मांग, जानें पूरा मामला
चैतन्य भारत न्यूज
बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन, फिल्म निर्देशक फराह खान और हास्य कलाकार भारती सिंह की गिरफ्तारी की मांग लगातार उठ रही है। इन तीनों के खिलाफ पिछले साल कथित रूप से ईसाइयों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी।
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शिकायतकर्ता आशीष शिंदे ने इस मामले में कार्यवाही ना होने के बाद स्टेट डायरेक्टर ऑफ पुलिस (डीजीपी) को एक एप्लिकेशन दी। इसमें उन्होंने तीनों की गिरफ्तारी की मांग की है। शिंदे ने आरोप लगाया था कि रवीना और अन्य ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर प्रसारित हुए प्रशनोत्तरी कार्यक्रम 'बैकबैंचर्स' में आक्रामक अंदाज में बाइबिल संबंधी भाव 'हल्लेलुजाह' प्रकट किया था।
डीजीपी को लिखी अपनी अर्जी में शिंदे ने कहा कि, 'यह मामला कहां तक पहुंचा इस बारे बीड के एसी कार्यालय और शिवाजी नगर पुलिस थाने ने कोई जानकारी नहीं दी। इसलिए, मैंने और ईसाई समुदाय के लोगों ने डीजीपी को अर्जी दी है।' बता दें, इस मामले में तीनों कलाकारों सार्वजनिक तौर पर माफी मांग चुके थे।
इसे लेकर फराह ने ट्वीट कर कहा था कि, 'वो किसी भी धर्म विशेष के लोगों की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहती थीं।' वहीं, भारती ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि, 'वो उस शब्द विशेष का मतलब नहीं जानती थी, लेकिन अगर अंजाने में उन्होंने उसका मजाक उड़ाया है तो वो इसके लिए माफी मांग रही हैं। जबकि रवीना भी सोशल मीडिया के जरिए माफी मांग चुकी है। लेकिन इसके बाद भी मामला थमता नजर नहीं आ रहा है।
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"Merry Christmas"
हजरत ईसा से पवित्र ईसाई धर्म स्थापना हुई ईसामसीह के नियमो पर चलने वाले भक्त
आत्मा ईसाई कहलाए तथा पवित्र ईसाईधर्म का उत्थान हुआ।
#MustKnow_RealityOfJesus
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#ईसाईधर्म_का_यथार्थज्ञान
ईसा जी की मृत्यु बाद परमेश्वर प्रकट हुए
ईसा जी को क्रश करने के बाद पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब, ईसा जी का रूप धारण करके अनेकों जगह प्रकट होकर शिष्यों को दिखाई देने लगे।
Facts About Jesus
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#Facts_About_EasterSunday
ईसाईधर्म में सबसे बड़ा मिथक है कि यीशु को भगवान के रूप में देखा जाता है।यीशु पृथ्वी पर काल ब्रह्म द्वारा भेजे गए कुछ अलौकिक शक्तियों से युक्त एक नबी थे।उन्हें विष्णु लोक से भेजा गया था। वे ईश्वर द्वारा निर्धारित कार्य करने आते हैं।(कबीर सागर,मोहम्मद बोध,जबरूत, मोकम 3)
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Supreme God Kabir
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