रक्तचाप क्या है
रक्तचाप शरीर के रक्त के दबाव को निर्दिष्ट करने वाला एक माप है। यह दबाव दो अंकों के रूप में मापा जाता है। उच्च रक्तचाप एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या होती है जो बीमारी या मृत्यु की एक प्रमुख वजह होती है। उच्च रक्तचाप अक्सर किसी अन्य समस्या का एक लक्षण होता है जैसे अस्थमा, मधुमेह और अन्य रोग। उच्च रक्तचाप के कुछ सामान्य लक्षण हैं जिनमें शामिल हैं: तनाव, चक्कर आना, सिरदर्द, निंद ना आना,…
प्रिय पाठकों,
नील ज्ञान सागर ब्लॉक की आज की इस पोस्ट में मैं आप लोगों को रक्तचाप के बारे में सामान्य जानकारी देने जा रहा हूं।
रक्तचाप क्या है? What is blood pressure in Hindi? वर्तमान युग में अनुचित खानपान एवं खराब जीवनशैली के कारण उत्पन्न समस्याओं में सबसे प्रमुख समस्या ब्लड प्रेशर अर्थात रक्तचाप संबंधित है। रक्तचाप के कारण मनुष्य के जीवन में कई बीमारियों का प्रवेश हो जाता है।
तो आइए इस पोस्ट…
पुरुषों का स्वास्थ्य एक व्यापक विषय है जो शारीरिक, मानसिक, और यौन स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। पुरुषों के जीवन में स्वास्थ्य समस्याएँ आम हो सकती हैं, लेकिन इन्हें सही समय पर पहचानकर और उचित इलाज से निपटना आवश्यक है।
स्वस्थ शरीर और मन की आवश्यकता
स्वस्थ शरीर और मन, जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का संतुलन बनाए रखना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि दोनों का आपस में गहरा संबंध है।
मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बीच संबंध
मानसिक तनाव, चिंता, और डिप्रेशन जैसी समस्याएँ शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं, जैसे उच्च रक्तचाप, दिल की बीमारियाँ, और सेक्स से जुड़ी समस्याएँ।
पुरुषों में आम स्वास्थ्य समस्याएँ
पुरुषों में कई स्वास्थ्य समस्याएँ देखी जाती हैं, जिनमें हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, और मोटापा प्रमुख हैं।
हृदय रोग और उच्च रक्तचाप
हृदय रोग और उच्च रक्तचाप पुरुषों में एक आम समस्या बन चुकी है। यह समस्याएँ अक्सर अस्वस्थ जीवनशैली, उच्च वसा वाला आहार, और शारीरिक गतिविधियों की कमी से उत्पन्न होती हैं।
मधुमेह और इसके प्रभाव
मधुमेह भी एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या है, जो न केवल शरीर में शर्करा के स्तर को प्रभावित करता है, बल्कि अन्य अंगों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
मोटापा और इसके कारण
मोटापा न केवल शरीर को भारी बनाता है, बल्कि यह हृदय, लीवर, और अन्य अंगों पर भी असर डालता है। इससे पुरुषों में यौन समस्याएँ भी उत्पन्न हो सकती हैं।
सेक्स से जुड़ी समस्याएँ और समाधान
पुरुषों में सेक्स से जुड़ी समस्याएँ जैसे सेक्स कमजोरी, यौन इच्छाशक्ति में कमी, और इरेक्टाइल डिसफंक्शन आम होती हैं। ये समस्याएँ शारीरिक और मानसिक कारणों से उत्पन्न हो सकती हैं।
सेक्स कमजोरी के कारण और उपचार
सेक्स कमजोरी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शारीरिक थकान, मानसिक तनाव, और कुछ रोग शामिल हैं। इसका इलाज शारीरिक व्यायाम, आहार सुधार, और मानसिक संतुलन बनाए रखने से किया जा सकता है।
यौन इच्छाशक्ति में कमी
यौन इच्छाशक्ति में कमी अक्सर मानसिक तनाव और हार्मोनल असंतुलन के कारण होती है। योग, ध्यान, और कुछ विशेष आहार इस समस्या में मददगार साबित हो सकते हैं।
इरेक्टाइल डिसफंक्शन का इलाज
इरेक्टाइल डिसफंक्शन का इलाज दवाओं, काउंसलिंग, और जीवनशैली में सुधार से किया जा सकता है।
आहार और जीवनशैली में परिवर्तन
आहार और जीवनशैली में सुधार, जैसे फल, सब्जियों, और प्रोटीन युक्त आहार का सेवन और नियमित व्यायाम, इरेक्टाइल डिसफंक्शन को कम कर सकता है।
चिकित्सा और दवाइयाँ
चिकित्सकीय सहायता और दवाइयाँ, जैसे PDE5 inhibitors, भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन के इलाज में प्रभावी ह�� सकते हैं।
स्वप्नदोष: कारण, प्रभाव और समाधान
स्वप्नदोष एक सामान्य समस्या है जो अक्सर किशोर और युवाओं में देखी जाती है, लेकिन यह वयस्कों में भी हो सकती है।
स्वप्नदोष क्या है?
स्वप्नदोष, जिसे नाइटफॉल भी कहा जाता है, तब होता है जब पुरुष नींद में स्वप्न के दौरान वीर्यपात करते हैं। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन जब यह बार-बार हो, तो इसे समस्याग्रस्त माना जा सकता है।
स्वप्नदोष के मुख्य कारण
स्वप्नदोष के कई कारण हो सकते हैं, जैसे अश्लील सामग्री देखना, अत्यधिक मानसिक उत्तेजना, या किसी चिंता या तनाव का होना।
स्वप्नदोष का प्रभाव
स्वप्नदोष का प्रभाव मानसिक और शारीरिक हो सकता है। अत्यधिक स्वप्नदोष से शारीरिक कमजोरी और मानसिक तनाव हो सकता है।
स्वप्नदोष से बचाव के उपाय
स्वप्नदोष से बचने के लिए स्वस्थ जीवनशैली, योग और ध्यान, और उत्तेजक सामग्री से दूर रहना फायदेमंद हो सकता है।
गुप्तरोग: पुरुषों के लिए प्रमुख चिंताएँ
गुप्तरोग, पुरुषों के लिए गंभीर चिंताओं में से एक है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
गुप्तरोग की पहचान और लक्षण
गुप्तरोग, यौन संक्रमित बीमारियाँ होती हैं, जो आमतौर पर असुरक्षित यौन संबंधों से फैलती हैं। इनके लक्षणों में जननांगों में जलन, घाव, और सूजन शामिल हो सकते हैं।
गुप्तरोग के प्रकार और उनके उपचार
गुप्तरोग कई प्रकार के हो सकते हैं, जैसे सिफलिस, गोनोरिया, और एचआईवी। प्रत्येक का उपचार अलग-अलग होता है, और इसके लिए चिकित्सकीय परामर्श आवश्यक होता है।
चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता
गुप्तरोग के इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है। उचित समय पर इलाज न कराने से यह रोग बढ़ सकता है और गंभीर हो सकता है।
पुरुषों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के उपाय
स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर पुरुष अपने स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं।
नियमित व्यायाम का महत्व
नियमित व्यायाम न केवल शरीर को फिट रखता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधारता है। यह हृदय रोग और मोटापे जैसी समस्याओं से बचाव करता है।
संतुलित आहार और पोषण
संतुलित आहार जिसमें फल, सब्जियाँ, और प्रोटीन शामिल हों, शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करता है और विभिन्न बीमारियों से बचाता है।
तनाव प्रबंधन और योग
योग और ध्यान, मानसिक तनाव को कम करने और यौन स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं। यह मानसिक शांति और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है।
निष्कर्ष
पुरुषों के स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान एकीकृत दृष्टिकोण से संभव है, जिसमें शारीरिक, मानसिक, और यौन स्वास्थ्य को समान महत्व दिया जाना चाहिए। उचित समय पर चिकित्सा
क्या आप जानना चाहते हैं पांच मुखी रुद्राक्ष के बारे में?
पांच मुखी रुद्राक्ष का संबंध गुरु ग्रह से माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बृहस्पति के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए पांच मुखी रुद्राक्ष पहनना शुभ रहता है। पंचमुखी रुद्राक्ष का धार्मिक महत्व है । इसको धारण करने से कई प्रकार के दुख दूर होते हैं। पंचमुखी रुद्राक्ष शादीशुदा जीवन में सुख-शांति लाने में भी मददगार साबित होता है। पंचमुखी रुद्राक्ष मनुष्य के दैहिक रोगों की समाप्ति तो करता ही है, साथ ही इसमें मधुमेह, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, एसिडिटी जैसे रोगों में भी लाभ प्राप्त होता है। इसके अलावा, पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने से अनिद्रा की स्थिति, श्वसन संबंधी रोगों से भी छुटकारा मिलता है। तो देर नहीं करें, हमसे सम्पर्क करें एवं पाएं लैब टेस्टेड, असली पांच मुखी रुद्राक्ष।
क्या आपकी उम्र 40 से ज़्यादा है? यहाँ कुछ महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुझाव दिए गए हैं
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, इष्टतम स्वास्थ्य बनाए रखना बहुत ज़रूरी होता जाता है। अगर आपकी उम्र 40 से ज़्यादा है, तो आपको कुछ मुख्य स्वास्थ्य मापदंडों पर नज़र रखनी चाहिए:
अपना शुगर (HbA1c) < 5.7 रखें: यह सुनिश्चित करना कि आपका HbA1c स्तर 5.7% से कम है, मधुमेह और इसकी जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
अपना रक्तचाप < 120/80 रखें: रक्तचाप को 120/80 mmHg से कम रखना हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है और हृदय रोगों को रोकने में मदद करता है।
कुल कोलेस्ट्रॉल < 200 रखें: अपने कुल कोलेस्ट्रॉल को 200 mg/dL से कम रखने से हृदय रोग और अन्य हृदय संबंधी स्थितियों के विकसित होने का जोखिम कम होता है।
अपना BMI < 25 रखें: बॉडी मास इंडेक्स (BMI) को 25 से कम रखने से हृदय रोग, मधुमेह और उच्च रक्तचाप सहित विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम कम होता है।
पेशेवर सलाह और व्यक्तिगत देखभाल के लिए, आप सुकून हार्ट केयर, सैनिक मार्केट, मेन रोड, रांची, झारखंड: 834001 में Dr. Md. Farhan Shikoh, MBBS, MD (Medicine), DM (Cardiology) से परामर्श कर सकते हैं। उनसे 6200784486 पर संपर्क करें या drfarhancardiologist.com पर जाएं।
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क्या आप शीघ्रपतन की समस्या से परेशान हैं?
अगर हाँ, तो यह लेख आपके लिए निवारण हेतु हमेशा मददगार साबित होगा। इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता है कि आप शादीशुदा हैं या सिंगल। अगर सभी बिंदुओं का ध्यान में रखें और ऑनलाइन या ऑफलाइन अनुभवी और विशेषज्ञ क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर से अपना गुप्त व यौन समस्या का उपचार करवाएँ तो यह सत्य है कि इस मनोविकार यौन समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
शीघ्रपतन का दंपति पर प्रभाव:
शीघ्रपतन एक मनोवैज्ञानिक सह यौन विकार है जो अधिकांश पुरुषों में आम गुप्त समस्या है। इस स्थिति में, स्खलन नियत समय की अपेक्षा से पहले होता है, अक्सर यह प्रवेश से पहले या उसके तुरंत बाद होता है। शीघ्रपतन की समस्या दंपत्ति के लिए उसके यौन क्रिया के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। इसमें महिला साथी हमेशा अपने साथी से नाखुश रहती है और अधिक समय की मांग करती है। वास्तव में, पुरुष अपने अवस्था के लिए लाचार होता है जिसमे उसे खुद ही इसका समाधान ढूंढना होता है। यह बात सही है कि अनुभवी क्लीनिकल आयुर्वेदिक सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर की मदद से इसका समाधान प्राकृतिक तरीके से मिल जाता है।
भारत के सीनियर गुप्त व यौन रोग विशेषज्ञ और भारत के सर्वोच्च कोटि के सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि शीघ्रपतन से पीड़ित व्यक्ति का यौन क्रियाकलाप के दौरान अपने स्खलन पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं होता। वह प्रवेश के बहुत कम समय में ही स्खलित हो जाता है। व्यक्ति के पास अपने स्खलन में देरी करने की क्षमता नहीं होती। यह स्थिति किसी भी जोड़ों के बीच यौन संबंध रिश्तों में समस्याओं को जन्म देता है।
शीघ्रपतन का वर्गीकरण:
डॉ. सुनील दुबे, पटना के शीर्ष व सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर अपने शोध, दैनिक अनुभव, व शोध के आधार पर कहते हैं कि आमतौर पर शीघ्रपतन को उसके चरणों के अनुसार चार भागों में विभक्त किया जा सकता है। पुरे दुनिया में चालीस प्रतिशत से अधिक लोग शीघ्रपतन की समस्या का रिपोर्ट हमेशा करते हैं। शीघ्रपतन के चार अवस्था निम्नलिखित हैं:-
आजीवन शीघ्रपतन: यह व्यक्ति में पहले यौन अनुभव से ही मौजूद होता है।
अर्जित शीघ्रपतन: यह व्यक्ति के यौन जीवन में सामान्य यौन गतिविधि की अवधि के बाद विकसित होता है।
प्राकृतिक परिवर्तनशील शीघ्रपतन: यह कभी-कभी होता है और समय-समय पर शीघ्रपतन में बदल जाता है।
व्यक्तिपरक शीघ्रपतन: यह व्यक्ति के यौन जीवन में एक विशिष्ट समय अवधि में व्यक्तिपरक मामले पर विकसित होता है।
शीघ्रपतन से जुड़े कारण:
मनोवैज्ञानिक कारक: चिंता, अवसाद और तनाव
रिश्तों से जुड़ी समस्याएं: दंपत्ति के बीच आपसी समझ की कमी
हॉरमोन संबंधी कारक: उच्च टेस्टोस्टेरोन और थायरॉयड संबंधी समस्याएं
न्यूरोलॉजिकल कारक: तंत्रिका क्षति और न्यूरोलॉजिकल गतिविधि का असामान्य प्रतिबिंब
चिकित्सा स्थितियां: प्रोस्टेट संबंधी समस्याएं, मधुमेह और उच्च रक्तचाप
आघात: यौन जीवन में कोई दुर्घटना या प्रोस्टेट ग्रंथि की सर्जरी
शीघ्रपतन के चिकित्सा व उपचार के बारे में:
आयुर्वेदिक उपचार: जड़ी-बूटियाँ, प्राकृतिक रसायन, प्रभावी भस्म और घरेलू उपचार
व्यवहार संबंधी उपचार: यौन विचार, तनाव, अवसाद, व चिंता उपचार
महत्वपूर्ण तकनीक: स्टार्ट-स्टॉप-तकनीक और कुछ महत्वपूर्ण तकनीकें
प्राकृतिक तेल: प्राकृतिक रसायन और तेल
यौन परामर्श और उपचार: मनोवैज्ञानिक उपचार और यौन विचारों का विश्लेषण
डॉ. सुनील दुबे, सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट का परिचय:
डॉ. सुनील दुबे एक विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य हैं जो आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान के विशेषज्ञ व डॉक्टर हैं। उन्होंने पुरुषो में होने वाले इस शीघ्रपतन की समस्या पर शोध किया है और इसके सभी चरणों के लिए आयुर्वेदिक उपचार की खोज भी की है। उनका मानना है कि आमतौर पर, एक सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के लिए इस तरह के गुप्त व यौन रोगी का इलाज करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। इस समस्या का समाधान केवल और केवल वास्तविक अनुभव वाला सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर ही कर सकता है जिसे आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी विज्ञान के चिकित्सा का गहन ज्ञान हो। उनका यह भी कहना है कि शीघ्रपतन के वास्तविक चरण को जाने बिना, उपचार लंबे समय तक रोगियों के लिए प्रभावी नहीं होती है। यह केवल यौन या गुप्त समस्या नहीं है अपितु यह एक मानसिक विकार भी है जो व्यक्ति के यौन क्रिया से जुड़ा है।
अपने चिकित्सा पद्धति में, वे सबसे पहले वह रोगी के शीघ्रपतन के सटीक चरण का पता लगाते हैं। उसके बाद, वह रोगियों को उनकी वास्तविक समस्याओं के अनुसार इलाज करते हैं। वह रोगियों को चरण दर चरण अपनी व्यापक यौन चिकित्सा प्रदान करते हैं। वास्तव में, बिहार के अधिकांश गुप्त व यौन रोगी हमेशा दुबे क्लिनिक में अपने-अपने इलाज करवाने हेतु आते हैं, इसलिए उन्हें बिहार में सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के रूप में भी जाना जाता है। वह भारत में भी सबसे अधिक मांग वाले क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर में से एक हैं जो पुरुष और महिला दोनों को अपना इलाज प्रदान करते हैं।
पटना, बिहार में आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक के बारे में:
दुबे क्लिनिक भारत का एक विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान क्लिनिक है जो पटना के लंगर टोली, चौराहा पर स्थित है। यह पटना, बिहार का पहला आयुर्वेदिक क्लिनिक भी है जिसे 1965 में भारत के प्रसिद्ध वैद्य डॉ. सुभाष दुबे द्वारा स्थापित किया गया था। यह एक अच्छी तरह से सुसज्जित आयुर्वेदिक क्लिनिक है जो चिकित्सा उपकरणों के पूरे सेट व आयुर्वेद के गैर-सर्जिकल चिकित्सा पद्धति पर आधारित है। यह क्लिनिक सभी प्रकार के गुप्त व यौन रोगियों को अपना उपचार और चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करता है। विवाहित और अविवाहित दोनों ही लोग अपने-अपने गुप्त व यौन उपचार हेतु इस क्लिनिक में आते हैं। डॉ. सुनील दुबे उन सभी का इलाज करते है जो रोगी के उनके समस्या पर आधारित होता है।
विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे के मार्गदर्शन में, आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी के विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम दुबे क्लिनिक में सभी आयुर्वेदिक दवाएँ तैयार करती है। इस क्लिनिक की सभी दवाएं गुणवत्ता-पूर्ण व प्राकृतिक होती है जो किसी भी रोगी के लिए रामबाण का काम करती है। यह क्लिनिक पूरे भारत में अपनी सेवाएँ प्रदान करता है जहाँ स्थानीय और बाहरी दोनों ही लोग इस क्लिनिक की सेवाओं का लाभ उठाते हैं।
अगर आप अपनी किसी भी गुप्त या यौन समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं तो दुबे क्लिनिक से जुड़ सकते है। हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586 अपॉइंटमेंट ले और क्लिनिक पहुंचे। यह सभी गुप्त व यौन रोगियों के लिए सही गंत्वय स्थान है।
हार्दिक सम्मान के साथ
डॉ. सुनील दुबे, सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर
बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच. (लंदन) | आयुर्वेद में पी.एच.डी. (यू.एस.ए.)
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 925486
वेन्यू: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना, बिहार
नियमित चिकित्सकीय जांच से मधुमेह, उच्च रक्तचाप, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सही समय पर पता लगाना बेहद महत्वपूर्ण है। इससे समस्याओं को समय रहते पहचाना और उचित उपचार शुरू करना संभव होता है, जिससे समस्याओं का नियंत्रण हो सकता है। साथ ही, नियमित जांच से स्वस्थ जीवनशैली और आहार पर ध्यान देने से समस्याओं का प्रकोप कम हो सकता है और स्वास्थ्य को संरक्षित रखा जा सकता है।
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डॉ. राहुल माथुर(Best General Physician Near Me)
जनरल फिजिशियन एवं डायबिटोलॉजिस्ट
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (षष्ठी, सप्तमी तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
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दिनांक:-30-अप्रैल-2024
वार :-------मंगलवार
तिथि :---06षष्ठी:-07:05/07 सप्तमी:-29:46
माह:-----वैशाख
पक्ष:------कृष्णपक्ष
नक्षत्र:---उत्तराषाढा:-28:09
योग:-----साध्य:-22:23
करण:----वणिज:-07:05
चन्द्रमा:---धनु10:36/मकर
सूर्योदय:---06:05
सूर्यास्त:----19:05
दिशा शूल-----उत्तर
निवारण उपाय:-----गुड का सेवन
ऋतु:--------ग्रीष्म ऋतु
गुंलिक काल:---12:35से 14:21
राहू काल:---15:50से17:27
अभीजित---11:58से12:50
विक्रम सम्वंत .........2081
शक सम्वंत ............1946
युगाब्द ..................5126
सम्वंत सर नाम:----कालयुक्त
🌞चोघङिया दिन🌞
चंचल:-09:21से10:58तक
लाभ:-10:58से12:35तक
अमृत:-12:35से14:12तक
शुभ:-15:50से17:27तक
🌗चोघङिया रात🌓
लाभ:-20:27से21:49तक
शुभ:-23:12से00:35तक
अमृत:-00:35से01:58तक
चंचल:-01:58से03:20तक
🌸आज के विशेष योग🌸
वर्ष का22वाँ दिन, भद्रा 07:05 से 18:29 तक, रवियोग समाप्त 28:09, वज्रमुस्लयोग सूर्योदय से 28:09, अगस्त्य अस्त, गुरु अर्जुन देव जयंती,(प्राचीन मत),
🌺 👉वास्तु टिप्स 👈🌺
महिलाएं रात को बाल ना बनाएं।
*सुविचार*
प्रभु के प्रत्येक विधान में प्रसन्न रहना चाहिये।👍🏻 सदैव खुश मस्त स्वास्थ्य रहे।
राधे राधे वोलने में व्यस्त रहे।
*💊💉आरोग्य उपाय🌿🍃*
*किडनी को कैसे रखें हेल्दी -*
1. उच्च रक्तचाप और डायबिटीज सहित रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले रोग किडनी को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए उच्च रक्तचाप और डायबिटीज को नियंत्रित करें।
2. क्या आप धूम्रपान करते हैं तो इसे छोड़ देने में ही भलाई है। धूम्रपान किडनी के अलावा किडनी को क्षति पहुंचाने वाली डायबिटीज और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों की स्थिति को ज्यादा खराब कर देता है।
3. ज्यादा पैसे कमाने और चीजों के पीछे भागने की वजह से आप अपने शरीर को बहुत ही कम समय दे रहे हैं। इसके लिए आप शारीरिक सक्रियता बढ़ाएं आमतौर पर धीरे-धीरे किडनी क्षतिग्रस्त होती जाती है, ऐसे में नियमित शारीरिक सक्रियता से किडनी की बीमारी रोकने में मदद मिलती है।
4. किडनी को यदि हेल्दी रखना है तो आप अपने खान-पान में सुधार करें। नमक का सेवन कम करें तथ प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाएं, क्योंकि इसमें सोडियम होता ह��� जो उच्च रक्तचाप पैदा कर सकता है। इसके अलावा फलों और सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें तथा रोजाना 3 लिटर पानी पीजिए।
5. दवाईयों पर निर्भरता कम करें, क्योंकि दवाईयां आपकी किडनी को खराब कर सकती है।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। कामकाज में वृद्धि के योग हैं। घर-बाहर सभी तरफ प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
कार्यस्थल पर परिवर्तन व सुधार हो सकता है। योजना फलीभूत होगी। मित्रों तथा रिश्तेदारों का सहयोग कर पाएंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। नए कार्य मिलेंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
सत्संग का लाभ प्राप्त हो सकता है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति लाभदायक रहेगी। घर-बाहर सभी तरफ सफलता प्राप्त होगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। बाहर जाने का कार्यक्रम बन सकता है। धन प्राप्ति सुगमता से होगी।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। चोट व दुर्घटना से शारीरिक हानि हो सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। नौकरी में कार्यभार रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में वृद्धि हो सकती है, प्रयास करते रहें। कारोबार में अधिक ध्यान दें।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भेंट व उपहार देना पड़ सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। पारिवारिक चिंता रहेगी। प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी।
👩🏻🦱 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। नया कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। विरोध होगा। व्यस्तता के चलते थकान रह सकती है। प्रमाद न करें।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
रचनात्मक कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। संगीत इत्यादि में रुचि रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। किसी पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। पठन-पाठन व लेखन इत्यादि के कार्य सफल रहेंगे। भावना में बहकर निर्णय न लें।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
कोई बुरी सूचना मिल सकती है। नकारात्मकता रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। सावधान रहें। लेन-देन में सावधानी आवश्यक है। दूसरों के बहकावे में न आएं। सोच-समझकर निर्णय लें। व्यापार से लाभ होगा।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
पहले की गई मेहनत का फल प्राप्त होगा। रुके कार्य पूरे होंगे। लाभ में वृद्धि होगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। प्रसन्नता बनी रहेगी। असहाय लोगों की मदद करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। सभी तरफ से सफलता मिलेगी। जल्दबाजी न करें।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
आत्मसम्मान बना रहेगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। पारिवारिक आवश्यकताओं पर व्यय होगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। उत्साह बना रहेगा।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा। जल्दबाजी न करें।
🐠 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
फालतू खर्च अधिक हो सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। पुराना रोग उभर सकता है। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। नौकरी में कार्यभार रहेगा। जल्दबाजी न करें।
गायत्री मंत्र के रोमांचक रहस्य: 10 वैज्ञानिक महत्व से जुड़ा नया दृष्टिकोण
गायत्री मंत्र, वेदों का सार और ज्ञान का द्वार माना जाता है। यह मंत्र देवी सावित्री, देवी लक्ष्मी और देवी सरस्वती की स्तुति करता है। गायत्री मंत्र का जाप सदियों से किया जाता रहा है और इसके धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के बारे में तो सभी जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गायत्री मंत्र का वैज्ञानिक महत्व भी है?
वैज्ञानिक दृष्टिकोण:
आधुनिक विज्ञान ने धीरे-धीरे यह स्वीकार करना शुरू कर दिया है कि धर्म और विज्ञान एक-दूसरे से पूरक हैं। अनेक वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चला है कि गायत्री मंत्र का जाप करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
10 रहस्यमय पहलू:
ध्वनि तरंगें: गायत्री मंत्र के शब्दों में कुछ विशेष प्रकार की ध्वनि तरंगें होत��� हैं जो मस्तिष्क की तरंगों को प्रभावित करती हैं और एकाग्रता और स्मरणशक्ति में सुधार करती हैं।
कंपन: गायत्री मंत्र का जाप करते समय शरीर में कंपन पैदा होते हैं जो रक्तचाप और हृदय गति को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
तनाव: गायत्री मंत्र का जाप तनाव और चिंता को कम करने में प्रभावी है।
एकाग्रता: गायत्री मंत्र का जाप एकाग्रता और स्मरणशक्ति में सुधार करने में मदद करता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता: गायत्री मंत्र का जाप रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मदद करता है।
मानसिक स्वास्थ्य: गायत्री मंत्र का जाप अवसाद और चिंता जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
आध्यात्मिक विकास: गायत्री मंत्र का जाप आध्यात्मिक विकास और आत्म-साक्षात्कार में सहायक होता है।
सकारात्मक ऊर्जा: गायत्री मंत्र का जाप सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है और नकारात्मकता को दूर करता है।
जीवन में सफलता: गायत्री मंत्र का जाप जीवन में सफलता और खुशी प्राप्त करने में मदद करता है।
मोक्ष: गायत्री मंत्र का जाप मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है।
निष्कर्ष:
गायत्री मंत्र केवल एक धार्मिक मंत्र नहीं है, बल्कि यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। गायत्री मंत्र का जाप करने से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक तीनों स्तरों पर लाभ प्राप्त होता है। अगर आप जीवन में सफलता और खुशी प्राप्त करना चाहते हैं, तो नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जाप जरूर करें।
आज हम ब्लॉग पर एक महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करेंगे - हाइपरटेंशन (Hypertension) का अर्थ। यह शब्द हमें अक्सर सुनने को मिलता है, लेकिन क्या यह वास्तव में है? हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप, जो एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम इसे विस्तार से समझेंगे और यह जानेंगे कि इसके कारण, लक्षण और उपचार क्या हो सकते हैं। तो जुड़िए हमारे साथ और बढ़ाइए अपनी स्वास्थ्य संज्ञान!
क्या उच्च रक्तचाप दिल का दौरा पड़ने का कारण बन सकता है?
क्या उच्च रक्तचाप दिल का दौरा पड़ने का कारण बन सकता है? ( Can high blood pressure cause heart attack?)
– सीने में दर्द
– अचानक चक्कर आना
– ठंडा पसीना आना
– सांस लेने में कठिनाई
अगर आप ऐसा महसूस कर रहें हैं तो तुरंत हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।
Dr. Prakash Chandwani is a highly respected cardiologist in Jaipur & Heart doctor in Jaipur, India. With extensive qualifications including MBBS, MD, and DM in Cardiology, he is renowned for his expertise in the field. Dr. Chandwani holds prestigious international certifications such as FACC, FSCAI (USA), and FESC, reflecting his commitment to staying at the forefront of advancements in cardiovascular medicine. With 25 years of experience, he brings a wealth of knowledge and skill to his practice, offering patients personalized and effective care. Dr. Chandwani is dedicated to providing state-of-the-art treatments for various cardiac conditions, making him a trusted healthcare provider in the region.
*🌞~ आज दिनांक - 20 मार्च 2024 का वैदिक हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिन - बुधवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2080*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - वसंत*
*⛅मास - फाल्गुन*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - एकादशी मध्य रात्रि 02:22 तक तत्पश्चात द्वादशी*
*⛅नक्षत्र - पुष्य रात्रि 10:38 तक तत्पश्चात अश्लेषा*
*⛅योग - अतिगण्ड शाम 05:01 तक तत्पश्चात सुकर्मा*
*⛅राहु काल - दोपहर 12:47 से 02:18 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:43*
*⛅सूर्यास्त - 06:51*
*⛅दिशा शूल - उत्तर*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:08 से 05:56 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:10 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - आमलकी एकादशी, पयोव्रत समाप्त*
*⛅विशेष - एकादशी को शिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌹आमलकी एकादशी - 20 मार्च 2024🌹*
*🔹एकादशी में क्या करें, क्या न करें ?🔹*
*🌹1. एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न करें । नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और उँगली से कंठ शुद्ध कर लें । वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी वर्जित है, अत: स्वयं गिरे हुए पत्ते का सेवन करें ।*
*🌹2. स्नानादि कर के गीता पाठ करें, श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें ।*
*🌹हर एकादशी को श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
*राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।*
*सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने ।।*
*एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से श्री विष्णुसहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
*🌹3. `ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ इस द्वादश अक्षर मंत्र अथवा गुरुमंत्र का जप करना चाहिए ।*
*🌹4. चोर, पाखण्डी और दुराचारी मनुष्य से बात नहीं करना चाहिए, यथा संभव मौन रहें ।*
*🌹5. एकादशी के दिन भूल कर भी चावल नहीं खाना चाहिए न ही किसी को खिलाना चाहिए । इस दिन फलाहार अथवा घर में निकाला हुआ फल का रस अथवा दूध या जल पर रहना लाभदायक है ।*
*🌹6. व्रत के (दशमी, एकादशी और द्वादशी) - इन तीन दिनों में काँसे के बर्तन, मांस, प्याज, लहसुन, मसूर, उड़द, चने, कोदो (एक प्रकार का धान), शाक, शहद, तेल और अत्यम्बुपान (अधिक जल का सेवन) - इनका सेवन न करें ।*
*🌹7. फलाहारी को गोभी, गाजर, शलजम, पालक, कुलफा का साग इत्यादि सेवन नहीं करना चाहिए । आम, अंगूर, केला, बादाम, पिस्ता इत्यादि अमृत फलों का सेवन करना चाहिए ।*
*🌹8. जुआ, निद्रा, पान, परायी निन्दा, चुगली, चोरी, हिंसा, मैथुन, क्रोध तथा झूठ, कपटादि अन्य कुकर्मों से नितान्त दूर रहना चाहिए ।*
*🌹9. भूलवश किसी निन्दक से बात हो जाय तो इस दोष को दूर करने के लिए भगवान सूर्य के दर्शन तथा धूप-दीप से श्रीहरि की पूजा कर क्षमा माँग लेनी चाहिए ।*
*🌹10. एकादशी के दिन घर में झाडू नहीं लगायें । इससे चींटी आदि सूक्ष्म जीवों की मृत्यु का भय रहता है ।*
*🌹11. इस दिन बाल नहीं कटायें ।*
*🌹12. इस दिन यथाशक्ति अन्नदान करें किन्तु स्वयं किसीका दिया हुआ अन्न कदापि ग्रहण न करें ।*
*🌹13. एकादशी की रात में भगवान विष्णु के आगे जागरण करना चाहिए (जागरण रात्र 1 बजे तक) ।*
*🌹14. जो श्रीहरि के समीप जागरण करते समय रात में दीपक जलाता है, उसका पुण्य सौ कल्पों में भी नष्ट नहीं होता है ।*
*🔹पेठे का रस🔹*
*🔸सफेद पेठा (प्रचलित नाम – कुम्हड़ा, गुजराती – भूरूं कोहलु, मराठी – कोहळा, अंग्रेजी – Ash Gourd) आयुर्वेद के अनुसार अत्यंत लाभदायी फल, सब्जी तथा अनेकों रोगों में उपयोगी औषधि भी है ।*
*🔸यह रस में शीतल, पित्त एवं वायु का शमन करनेवाला, शरीर पुष्टिकर, वजन बढ़ाने में सहायक एवं वीर्यवर्धक है ।*
*🔸यह अम्लपित्त (hyperacidity), शरीर की जलन, सिरदर्द, नकसीर (नाक से खून आना), टी.बी. के कारण कफ के साथ खून आना, खूनी बवासीर, मूत्र की रुकावट एवं जलन, नींद की कमी, प्यास की अधिकता, श्वेतप्रदर एवं अत्यधिक मासिक स्राव आदि पित्तजनित समस्याओं में अक्सीर औषधि है ।*
*🔸स्मरणशक्ति की कमी, पागलपन, मिर्गी आदि मा���सिक समस्याओं, चर्मरोग, पुराना बुखार, शारीरिक एवं मानसिक कमजोरी आदि में भी अत्यंत लाभदायी है ।*
*🔸आधुनिक अनुसंधानों के अनुसार यह कैल्शियम, आयरन, जिंक एवं मैग्नेशियम का अच्छा स्रोत है । इसमें निहित एंटी ऑक्सीडेंट मधुमेह (diabetes), उच्च रक्तचाप (High B.P.), कैंसर आदि रोगों से सुरक्षा करने में सहायक है ।*
*🔸सेवन-विधि : 15 से 25 मि.ली. रस सुबह खाली पेट लें ।*
*🔹सावधानी - सर्दी, जुकाम, दमा (asthma) आदि कफ-संबंधी समस्याओं में तथा भूख कम लगती हो तो इसका सेवन नहीं करना चाहिए ।*
क्या आप स्वस्थ आहार की मदद से अपना वजन कम करना चाहते हैं? वजन कम करने का सबसे अच्छा विकल्प सबसे अच्छा और स्वस्थ फल चुनना है जो आपको पतला, स्वस्थ, फिट और ठीक बनाता है। यहाँ वजन घटाने के लिए 11 बेहतरीन फल के बारे में बताया गया है | फलों में कई विटामिन, फाइबर, खनिज और पोषक तत्व होते हैं जो स्वस्थ आहार का समर्थन करते हैं। फल मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में फायदेमंद होते हैं। फल कैलोरी में कम और फाइबर से भरपूर होते हैं जो आपको उचित आहार के साथ वजन कम करने में मदद करते हैं।
मधुमेह | रक्तचाप | हृदय रोग | थायराइड दमा |गठिया|बुखार|मलेरिया|टाइफाइड चिंता | नींद न आना | माइग्रेन | उदर रोग | खून की कमी जैसी बीमारियों से परेशान हैं ? आपको जरूरत है सही डॉक्टर से परामर्श की, रखे अपना ख़्याल
बिना डॉक्टर के परामर्श के दवाई लेना बंद करे ये आपके स्वास्थ के लिए नुकसान हो सकता है, सही समय पर विशेषज्ञ को दिखाएं,
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12 साल से अधिक का अनुभव - डॉ. सोनिका पांडेय
Senior Consultant Medicine
MBBS (Gold Medalist), MD Medicine
कृपया ध्यान दें! क्या आप
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क्या आप जानते हैं कि चिंता सिर्फ़ आपके दिमाग को ही नहीं बल्कि आपके दिल की सेहत को भी प्रभावित करती है? Dr. Md. Farhan Shikoh, MBBS, MD (Medicine), DM (Cardiology), इस महत्वपूर्ण संबंध पर प्रकाश डालते हैं। चिंता आपके शरीर की तनाव प्रतिक्रिया को ट्रिगर करती है, जिससे हृदय गति और रक्तचाप बढ़ जाता है। समय के साथ, पुरानी चिंता आपके दिल पर दबाव डाल सकती है, जिससे संभावित रूप से हृदय रोग हो सकता है।
सुकून हार्ट केयर में, डॉ. शिकोह दिल की सेहत के लिए तनाव को प्रबंधित करने के महत्व पर जोर देते हैं। पता: सैनिक मार्केट, मेन रोड, रांची, झारखंड: 834001। हमसे 6200784486 पर संपर्क करें या परामर्श के लिए drfarhancardiologist.com पर जाएँ।
यह समझना कि चिंता आपके दिल को कैसे प्रभावित करती है, बेहतर दिल की सेहत की दिशा में पहला कदम है। जानकारी रखें, स्वस्थ रहें।